किशोरी और बैसी लीडर संवाद सह सम्मेलन का आयोजन
गोड्डा। कार्यालय संवाददाता स्वयंसेवी संस्था साथी एवं एपीपीआई से सहयोग से दामिन किशोरी सशक्तिकरण पहल के तहत बोआरीजोर प्रखंड के जामुझरना पंचायत भवन में किशोरी एवं बैसी लीडर संवाद सह सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पंचायत समिति सदस्य अकमल अंसारी ने कहा कि सशक्तिकरण की पहली लड़ाई में कुपोषण को समाप्त करना है। क्योंकि यदि किशोरियां कुपोषित रहेंगी तो शिक्षा भी कमजोर होगा इसलिए कुपोषण को दूर करना है। इसके लिए पारंपरिक खाद्य व्यवस्था को पुनर्जीवित करने की अवश्यकता है। उन्होंने कहा कि किशोरियों को अपनी पढ़ाई के साथ-साथ अपनी स्कील बढ़ाना होगा। जैसे सिलाई प्रशिक्षण, खिलौना बनाने का प्रशिक्षण लेंगी तो अपनी जीवन को कुशल बना पाएंगी। उन्होंने कहा कि इस वर्ष माध्यमिक परीक्षा में बोआरीजोर की बेटी ने ही राज्य में प्रथम स्थान पाई है। किशोरियां पढ़ाई बीच में नहीं छोड़ंे तभी आप बाल विवाह जैसे समस्या से दूर रह सकती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि समाज में लिंग भेदभाव को मिटाने के लिए आप जैसे किशोरियों को आगे आने की आवश्यकता है। उप मुखिया देवानंद मालतो ने कहा कि समाज में एक मानसिकता बनी हुई है कि धान रोपना महिलाओं का काम है, खाना बनाना महिलाओं का काम है। लेकिन इस तरह की कोई बात नहीं है। काम का बंटवारा लिंग भेद के अनुसार नहीं होना चाहिए। साथी संस्था के हेमकांत मुर्मू ने कहा कि किशोरियों को कानूनी जानकारी भी जरूरी है। इसके लिए गांव स्तर पर बैठक कर किशोरियों को जागरूक करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि गांव में ग्राम बाल संरक्षण समिति को भी सशक्त करना जरूरी है। साथी के कालेश्वर मंडल ने कहा कि दामिन किशोरी सशक्तिकरण पहल संतालपरगना में किशोरी सशक्तिकरण के माध्यम से दामिन क्षेत्र में अवस्थित किशोरियों के मुद्दों एवं चुनौतियों का आपस में विनिमय कर परिस्थितियों की जड़ तक पहुंचना, क्षेत्र में व्याप्त किशोरी असुरक्षा को उनके पारंपारिक नेतृत्व को सामने लाना एवं सामूहिक समाजिक प्रयास को बढ़ावा देना, क्षेत्र में वर्तमान सरकारी-गैर सरकारी प्रयासों को समझना एवं उन्हें किशोरी मित्रवत बनाना तथा उनके समयबद्ध क्रियान्वयन को सुनिश्चित करना है ताकि किशोरी, उनके परिवार के सामाजिक व आर्थिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य की स्थिति को मजबूत बनाना, दामिन क्षेत्र की किशोरियों की पारंपारिक समस्याओं एवं मुद्दों की समाप्ति कर उन्हें सामाजिक एवं आर्थिक रूप से मुख्य धारा में जोड़कर उन्हें सशक्त करना है। इन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि समाज में किशोरियां इतना सशक्त हो जाए कि अपनी समस्याओं की पहचान खुद करें और उसके समाधान के लिए प्रयास भी करती रहें। अभिषेक कुमार ने कहा कि किशोरियों को आगे आकर अपनी प्रतिभा को दिखाने की जरूरत है। कार्यक्रम में सुदूर क्षेत्र की किशोरियों एवं ग्राम प्रधान ने विचार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन प्रखंड समन्वयक स्टेन लाओस मुर्मू ने किया। कार्यक्रम में बोआरीजोर प्रखंड के सैकड़ों किशोरियों एवं बैसी लीडर ने भाग लिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में हेलेना, अमिता, नीरज ठाकुर, सुनीता, सोनी, मेरी एंजेला का सराहनीय योगदान रहा है।