सकारात्मक सोंच के साथ अपने-अपने पंचायतों में जमीनी स्तर पर करें कार्य
- अपने- अपने पंचायतों में अधिक से अधिक योग्य किसानों को केसीसी से करें आच्छादित
- जिले के सभी पंचायतों में 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोग, विधवा, दिव्यांग एवं परित्यक्त महिलाओं को यूनिवर्सल पेंशन योजना से जोड़ने में करें सहयोग
देवघर/वरीय संवाददाता। बुधवार को उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री की अध्यक्षता में जिले के 194 पंचायतों के नवनिर्वाचित मुखिया व उप मुखिया के साथ बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान उपायुक्त ने नवनिर्वाचित मुखियाओं के साथ पहली बैठक में सभी का स्वागत करते हुए पंचायत स्तर की कड़ी को मजबूत बनाने की शुभकामनाएं व बधाई दी। आगे उन्होंने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के पहल को चरितार्थ करने के उद्देश्य से जिले के सभी 10 प्रखंड के मुख्यालय में 23 जून को केसीसी ऋण वितरण संबंधी मेगा कैंप का आयोजन किया जा रहा है, ताकि जिले के शेष बचे योग्य कृषकों को योजना से लाभान्वित किया जा सके। ऐसे में आप सभी 194 के जनप्रतिनिधियों से आग्रह होगा कि अपने-अपने पंचायतों में 250 से 300 योग्य कृषकों को केसीसी कार्ड से आच्छादित करें या स्वीकृति पत्र दिलाने में सहयोग करें। केसीसी मेगा कैम्प के सफल संचालन व आयोजन के उद्देश्य से बैंक अधिकारियों के अलावा संबंधित अधिकारियों को कड़े शब्दों में निर्देशित किया है बेवजह किसी के आवेदनों को किसी भी हालत में अस्वीकृत न करें, जब तक की व्यक्ति डिफॉल्टर घोषित न हो। यहां तक कि अगर कोई व्यक्ति पूर्व में डिफॉल्टर था, परन्तु अब नहीं वैसे व्यक्ति को भी योजना के लाभ से लाभान्वित किया जायेगा।उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि स्वीकृति दिवस के तहत हर प्रखंड मुख्यालय में कल मेगा कैंप के दौरान बैंक के अधिकारी केसीसी कार्ड स्वीकृत करेंगें, ताकि जिले के शत-प्रतिशत योग्य कृषकों को केसीसी कार्ड से आच्छादित किया जा सके। हर पंचायत में अपने-अपने मुख्यिा के प्रति बहुत अपेक्षाएं रहती है। ऐसे में यह पहला मौका है, जब आप पंचायत में योग्य किसानों को केसीसी का लाभ दिलाने में सहयोग करेंगे। केसीसी के तहत गाय पालन, बकरी पालन, शुकर पालन, बतख पालन, मत्स्य पालन के अलावा खेती से जुड़े अन्य कार्य के लिए भी योजना का लाभ लिया जा सकता है। वहीं आप सभी मुखिया का भी दायित्व बनता है कि केसीसी लाभ लेने हेतु दस्तावेजों में आपका सत्यापन महत्वपूर्ण है। वंशावली सत्यापन हेतु मुख्यिा चिह्नित होते हैं। साथ ही स्वघोषणा को सत्यापित करने हेतु जनसेवक ग्राम प्रधान, राजस्व कर्मी, मुखिया अधिकृत हैं। ऐसे में सभी को आपसी सहयोग व टीम भावना से कार्य करने की आवश्यकता है, ताकि जिले के शतप्रतिशत योग्य लाभुकों को किसान क्रेडिट कार्ड योजना से लाभान्वित किया जा सके। - जिले के शत-प्रतिशत योग्य लाभुकों को यूनिवर्सल पेंशन योजना के लाभ से लाभान्वित करने की आवश्यकता : इसके अलावा वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान उपायुक्त ने नवनिर्वाचित मुखियाओं से बातचीत करते हुए कहा कि वर्तमान में सबसे अधिक आवेदन पेंशन से जुड़े होते हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री जी द्वारा युनिवर्सल पेंशन योजना लाभ सभी को दिया है, जिसके तहत वृद्धा, विधवा, दिव्यांग पेंशन के अलावा परित्यक्त महिलाओं को पेंशन के लाभ से लाभान्वित किया जाना है। वर्तमान में सबसे महत्वपूर्ण है कि जिले का कोई भी ऐसा पंचायत न रहे जहां वृद्धा, विधवा, दिव्यांग पेंशन के अलावा परित्यक्त महिलाओं को पेंशन योजना का लाभ न मिल रहा हो। इस कड़ी में आप सभी 194 पंचायतों के मुखिया की भूमिका अतिमहत्वपूर्ण है।
योजनाओं के लाभ लेने में बिचौलियों की भूमिका पर एफआईआर करते हुए करें कड़ी कार्रवाई : इसके अलावे परित्यक्त महिलाओं के सुविधा हेतु दस्तावेज के रूप में गांव के पांच लोगों द्वारा लिखित प्रमाणित दस्तावेज को मुखिया द्वारा सत्यापित कराकर योजना का लाभ लिया जा सकता है। साथ ही दिव्यांग पेंशन हेतु दिव्यांगता प्रमाण पत्र के साथ युडीआईडी बनाकर योजना का लाभ लिया जा सकता है। ऐसे में देवघर जिला अन्तर्गत वर्तमान में लगभग 15 हजार प्रमाण पत्र बनाने की आवश्यकता है, जिसे पूरा करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग, समाजिक सुरक्षा कोषांग, समाज कल्याण विभाग के समन्यव से कार्य किया जा रहा है, ताकि इसे पूरा किया जा सके। ऐसे में यूनिवर्सल पेंशन योजना के शत-प्रतिशत कार्य में आप सभी पंचायतों के मुखिया की भूमिका महत्वपूर्ण है। साथ ही जिन पंचायतों में बेहतर प्रदर्शन कर योग्य लाभुकों को वृद्धा, विधवा, दिव्यांग, परित्यक्त पेंशन योजना से लाभान्वित किया जायेगा। उन टॉप टेन मुखिया को जिला स्तर पर प्रशस्ति देकर सम्मानित किया जाएगा। आगे उन्होंने इन योजनाओं के लाभ लेने में बिचौलियों की भूमिका और संलिप्तता पर एफआईआर करते हुए कड़ी कार्रवाई करने का निदेश सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को दिया, ताकि पारदर्शी तरीके से योजना का लाभ लाभुकों को मिले। साथ ही बैठक के दौरान संबंधित अधिकारियों को निदेशित करते हुए कहा कि सभी नवनिर्वाचित मुखिया, उप मुखिया व अन्य जनप्रतिनिधियों को सुरक्षित गांव, हमर गांव ग्रुप से जोड़ने की बात कही, ताकि राज्य सरकार व जिला प्रशासन की गतिविधियों के साथ पंचायत स्तर पर हो रहे कार्यों की निगरानी की जा सके।
इस दौरान उप विकास आयुक्त डॉ. कुमार ताराचन्द, जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक एसएल बैठा, जिला कृषि पदाधिकारी कमल कुमार कुजूर, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी रवि कुमार, उप परियोजना निदेशक मंटु कुमार, सभी प्रखण्डों के प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, डीसी सेल से चिन्मय पाटिल, सभी प्रखण्डों के बीटीएम व एटीएम, जनसेवक, कृषक मित्र एवं 194 पंचायतों से 350 से अधिक जनप्रतिनिधि व संबंधित विभाग के अधिकारी कर्मी आदि उपस्थित थे।