पाकुड़िया/संवाददाता पाकुड़िया प्रखंड अंतर्गत सिद्पुर मौजा पर गर्म कुंड परिसर में मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर सदियों से हरसाल 14 -15 जनवरी को लगने वाले प्रसिद्ध गरम पानी मेला का आयोजन कोरोना की तीसरी लहर के कारण इस बार स्थगित कर दिया गया है। लेकिन श्रद्धालु कोरोना गाइड लाइन एवं शारीरिक दूरी का पालन करते हुए सीमित संख्या में मकर संक्रांति त्योहार मना सकते हैं। मेला आयोजन पर लगी प्रतिबन्ध के बाद आस्था के इस प्रसिद्ध गर्म कुंड पर मकर संक्रांति त्योहार मनाने की तैयारी पूरी कर ली गयी है। स्थानीय पूजा समिति की ओर से गर्म कुंड के जल को दूषित होने से बचाने के लिए फूल, प्रसाद, छांकने के लिए कुंड के ऊपर बहुत बड़ा नायलॉन जाल लगा दिया गया है। कुंड के पास भगवान सूर्य और उनके सात घोड़े, वीर बजरंगबली का नया पक्का प्रतिमा, आसनसोल के मूर्तिकारों द्वारा निर्माण कर रंग-रोहण कर सुसज्जित कर दिया गया है। इन नव निर्मित प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा साफाहोड़ धर्मगुरु पूजन का कार्य मकर संक्रांति के शुभ मुहूर्त पर करेंगे। इस बार गर्म कुंड के आसपास न ही मिठाई की दुकानें लगेगी न ही पूजन सामग्री व फल फूल, प्रसाद की दुकानें लगेगी। श्रद्धालुओं को पूजन के लिए फल, फूल एवं अन्य पूजन सामग्री तैयारी कर साथ बाहर से ही लाना होगा अन्यथा श्रद्धालुओं का पूजा अनुष्ठान, पूजन सामग्री की कमी से अधूरी रह जाएगी। कुंड के आसपास किसी भी तरह की दुकानें न लगे, इसके लिए पुलिस भी यहां लगातार पहरेदारी कर रही है। आस्था के इस कुंड पर साफाहोड़ श्रद्धालुओं का आना-जाना शुरू हो गया। इसी क्रम में बुधवार को दुमका जिला के पहाड़पुर से साफाहोड़ श्रद्धालुओं का जत्था सिद्पुर गर्म कुंड पहुंची और कुंड में आस्था की डूबकी लगा कर पारम्परिक त्रिशूल, पताका गाड़ कर फल- फूल , प्रसाद चढ़ाते हुए लयबद्ध भजन करते हुए पूजन किया। और पूजन अनुष्ठान संपन्न कर वापस चले गए। पहाड़पुर गांव से पहुंचे श्रद्धालुओं ने बताया कि वे लोग हर साल मकर संक्रांति के तीन दिन पहले ही पूजा करते आ रहे हैं। इस कारण इस बार भी मकर संक्रांति के पूर्व ही पूजन कर वापस लौट रहे हैं।