सिद्धू कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय के आठवें दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने उपाधि प्रदान की
कुंडहित। संवाददाता। संथाल परगना के पिछड़े इलाकों में शुमार जामताड़ा जिले के कुंडहित प्रखंड के एक गुरु शिष्य की जोड़ी ने संस्कृत का परचम लहराया है। गुरु शिष्य की प्रतिभा को झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने सम्मानित किया है। जानकारी के अनुसार, कुंडहित स्थित सिंहवाहिनी प्लस टू के शिक्षक डॉ उमेश कुमार पांडे ने क्षेत्र के दर्जनों छात्रों को संस्कृत की शिक्षा से जोड़ने का काम किया है। शिक्षक के मेहनत की वजह से संस्कृत पढ़ रहे उनके छात्र अपनी प्रतिभा का परचम लहरा रहे हैं। गौरतलब है कि 23 सितंबर को झारखंड के उप राजधानी दुमका के सिद्धू कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय में आयोजित आठवें दीक्षांत समारोह के दौरान शिक्षक डॉ उमेश कुमार पांडे को पीएचडी की उपाधि राज्यपाल ने अपने हाथों प्रदान की। वही संस्कृत विषय में विश्वविद्यालय का टॉपर बने कुंडहित प्रखंड के आदिवासी बहुल महेशपुर गांव का रहने वाला सुजीप टुडु को राज्यपाल ने गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया है। गुरु शिष्य की इस जोड़ी ने कुंडहित के साथ-साथ जामताड़ा जिले का मान बढ़ाया है। उल्लेखनीय है कि शिक्षक डॉ उमेश कुमार पांडे ने संस्कृत विभाग के मानविकी संकाय के अंतर्गत संस्कृत कथा साहित्य ‘पंचतंत्र’ में वर्णित मानवीय मूल्यों पर शोध अध्ययन प्रस्तुत किया है, जिसके लिए उन्हें पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई है। वहीं सिंहवाहिनी प्लस टू विद्यालय से इंटर उत्तीर्ण करने के बाद सुजीप टुडू सिद्धू कान्हु मुर्मू विश्वविद्यालय से संस्कृत विषय में स्नातक की पढ़ाई की। पढ़ाई के दौरान उसने पूरे विश्वविद्यालय में सर्वाधिक अंक प्राप्त किया। सुजीप की इस उपलब्धि के लिए दीक्षांत समारोह में राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने अपने हाथों गोल्ड मेडल देकर उसे सम्मानित किया है। गुरु शिष्य के सम्मानित होने को लेकर न सिर्फ उनके परिजन बल्कि उनके तमाम परिचितो के साथ-साथ क्षेत्र के लोग भी काफी खुशी और गर्व का अनुभव कर रहे हैं। राज्यपाल से सम्मानित हुए गुरु शिष्य की जोड़ी ने बताया कि क्षेत्र के युवाओं में संस्कृत के प्रति बढ़ रही रुचि काफी उल्लेखनीय है। सुजीप ने संस्कृत में आगे की पढ़ाई पूरी कर प्रोफेसर बनने की इच्छा जताई है। वहीं पीएचडी उपाधि प्राप्त करने के बाद डॉ उमेश कुमार पांडे ने अपनी संस्कृत यात्रा को आगे बढ़ाने की बात कही है।
चिरेका में ”स्वच्छता ही सेवा” के अंतर्गत चला ”स्वच्छ आहार पहल”
चित्तरंजन। संवाददाता। चित्तरंजन रेलइंजन कारखाना में आयोजित ”स्वच्छता ही सेवा” अभियान के अंतर्गत विभिन्न क्रियाकल्प अपनाया जा रहा है। स्वभाव स्वच्छता-संस्कार स्वच्छता के उद्देश्य के साथ इसी क्रम को जारी रखते हुए 26 सितंबर को ”स्वच्छ आहार” के प्रति जन जागरूकता के बाबत खाने पीने की वस्तु और इनके बिक्री केंद्रों पर इसी पहल को लेकर अभियान चलाया गया। इस मौके पर जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कर्मचारी गण मौजूद थे।
इसके अलावा अभियान के तहत रेल नगरी में विभिन्न कॉलोनियों, तकनीकी प्रशिक्षण केंद्र परिसर, विभिन्न शॉप फ्लोर में भी सफाई अभियान चलाया गया। अभियान के अंतर्गत 29 सितम्बर 2024 को कैंटीन्स और किचन में श्रमदान सह साफ सफाई अभियान कार्यक्रम है। इस स्वच्छता पखवाड़ा अभियान के तहत विभिन्न दफ्तरों, कारखाना और रेलनगरी स्थलों पर विविध स्वच्छता कार्यक्रमों का आयोजन दैनिक रूप से अलग अलग दिवसों पर किया जा रहा है।
कुल्टी विधायक ने चिरेका जीएम से छठ पूजा तक अनाधिकृत दुकानों के विरूद्ध कार्रवाई रोकने का किया अनुरोध
चित्तरंजन। संवाददाता। चित्तरंजन रेल इंजन कारखाना के प्रशासनिक भवन में गुरूवार को कुल्टी के विधायक डॉ अजय कुमार पोद्दार ने चिरेका महाप्रबंधक से मुलाकात कर चिरेका परिसर में अवस्थित अनाधिकृत दुकानों के विरुद्ध कार्यवाही को छठ पूजा तक रोक लगाने की मांग किया, जिसे चिरेका महाप्रबंधक ने मान लिया एवं छठ पूजा तक किसी तरह की कार्यवाही नहीं करने का आश्वासन दिया गया।
परिवर्तन यात्रा झारखंड सरकार को पलटने व रोटी, माटी व बेटी को बचाने का संकल्प : सीएम धामी
कुंडहित स्थित धनुकडीह मैदान में परिवर्तन यात्रा सह सभा का आयोजन
जामताड़ा। संवाददाता। गुरुवार को नाला विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत कुंडहित स्थित धनुकडीह मैदान में परिवर्तन यात्रा के निमित्त विशाल सभा का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और विशिष्ट अतिथि के रूप में निरसा विधायक अपर्णा सेनगुप्ता, देवघर विधायक नारायण दास, रघुनाथपुर विधायक विवेकानंद बावरी, गोड्डा विधायक अमित मंडल, पूर्व सांसद सुनील सोरेन, पूर्व जामताड़ा नगर पंचायत अध्यक्ष सह भाजपा वरिष्ठ नेता वीरेंद्र मंडल सम्मिलित हुए। झारखंड में सत्ता परिवर्तन के साथ रोटी, माटी और बेटी बचाने के संकल्प के साथ हजारों हजार की संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ आम लोग सम्मिलित हुए। मुख्य अतिथि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने परिवर्तन सभा को संबोधित करते हुए कहा कि परिवर्तन संकल्प यात्रा झारखंड में सत्ता परिवर्तन के साथ रोटी, माटी और बेटी बचाने का संकल्प है। कहा कि पिछले लगभग पांच वर्षों से गठबंधन सरकार ने झारखंड की स्वाभिमान, अस्मिता और पहचान को चोट पहुंचाया है। झारखंड के लोगों की पहचान ईमानदारी, सच्चाई और परिश्रम से है, लेकिन हेमंत सरकार ने आज झारखंड को देश और दुनिया में बदनाम कर दिया है। झारखंड की पहचान लूट-खसोट, भ्रष्टाचार, नोटों के पहाड़ की हो गयी है। श्री धामी ने कहा कहा कि यह सरकार बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों की संरक्षक बन गयी है। घुसपैठियों के कारण राज्य की डेमोग्राफी में अप्रत्याशित बदलाव आया है। आदिवासी आबादी तेजी से घटी है और मुस्लिम आबादी बढ़ी है। कहा कि परिवर्तन यात्रा के माध्यम से जनता हेमंत सोरेन जवाब दो, पांच साल का हिसाब दो के नारों के साथ जवाब मांगेगी। श्री धामी ने कहा कि यह परिवर्तन यात्रा सत्ता के साथ व्यवस्था परिवर्तन के लिए है। यह यात्रा जन भावनाओं की अभिव्यक्ति है। कहा कि जनता ने भ्रष्ट कांग्रेस, झामुमो और राजद गठबंधन को सत्ता से बाहर करने का मन बना लिया है। भाजपा वरिष्ठ नेता वीरेंद्र मंडल ने परिवर्तन सभा को संबोधित करते हुए कहा की देश के गृह मंत्री अमित शाह ने संथाल परगना के भोगनाडीह से हेमंत सरकार की वादा खिलाफी, बांग्लादेशी व रोहिंग्या घुसपैठ से राज्य की बदलती डेमोग्राफी के खिलाफ राज्य में परिवर्तन यात्रा का शुभारंभ किया। आज इसी परिवर्तन यात्रा के निमित्त नाला विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत कुंडहित स्थित धनुकडीह मैदान में ऐतिहासिक रूप से विशाल जन सभा का आयोजन हुआ। संथाल परगना आदिवासियों की भूमि है लेकिन यहां बांग्लादेशी घुसपैठियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। हमारे आदिवासी भाई बहनों की संख्या 44 फीसदी से घटकर 28 फीसदी रह गए। क्योंकि खुश बैठी है झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस की वोट बैंक हैं। इसलिए यहां की सरकार जनकल्याण की जगह घुसपैठियों के कल्याण में लगे हुए हैं। इस स्थिति को बदलने के लिए परिवर्तन जरूरी है, यह परिवर्तन मुख्यमंत्री बदलने की ही नहीं बल्कि भ्रष्टाचार मिटाकर अच्छी सरकार लाने का है। आदिवासियों की भूमि बचाने और घुसपैठियों को बाहर करने वाली सरकार लाने का परिवर्तन है। राज्य में रोजगार की व्यवस्था करने वाली सरकार के लिए परिवर्तन है। यहां की जनमानस ने परिवर्तन लाने का मन बना लिया है। आगामी विधानसभा चुनाव में पूरे झारखंड राज्य सहित नाला और जामताड़ा विधानसभा में कमल खिलेगा। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में झारखंड को विकास देने वाली भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन की सरकार बनेगी। मौके पर मुख्य रूप से पूर्व विधायक डॉक्टर लुईस मरांडी, भाजपा जिला अध्यक्ष सुमित शरण, पूर्व विधायक सत्यानंद झा उर्फ बाटुल, राधा रानी सोरेन, माधव चंद्र महतो, प्रवीण प्रभाकर, विष्णु मंडल, किरण बेसरा, दिलीप हेंब्रम, अमित भैया, प्रसनजीत घोष, निपेंद्र सिंह, अभय सिंह, सुखमणि हेंब्रम, वरुण मंडल, प्रभास हेंब्रम, प्रमोद गोस्वामी, सूरज झा, सीटू सिंह सहित हजारों की संख्या में कार्यकर्तागण एवं आमजन उपस्थित रहे।
कुश के बिना पितरों की पूजा अधूरी
फतेहपुर। संवाददाता। बिना कुश के अधूरी मानी जाती है पितरों की पूजा। शरीर की ऊर्जा को जमीन में जाने से रोकता है कुश। वेदों और पुराणों में कुश घास को पवित्र माना गया है। इसे कुशा दर्भ भी कहा गया है। मत्स्य पुराण के अनुसार, भगवान विष्णु के वराह अवतार के शरीर से कुश बनी है। हिंदू धर्म के अनुष्ठान में पूजा पाठ में कुशा का उपयोग किया जाता है। पितृपक्ष में श्राद्ध के दौरान कुशा का उपयोग जरुरी है। इसके बिना तर्पण अधूरा माना जाता है। कुशा को अंगुठी बनाकर उंगली में पहनी जाती है। गं्रथो में बताया गया है कि इसके उपयोग से मानसिक और शारीरिक पवित्रता हो जाती है पूजा पाठ के लिए जगह पवित्र करने के लिए कुश से जल छिड़का जाता है। कुश का उपयोग ग्रहण के समय किया जाता है जिसके पहले खाने पीने के चीजों में कुश डाली जाती है। ग्रहण काल के दौरान खाना खराब ना हो और पवित्र बना रहे, इसलिए ऐसा किया जाता है। अथर्ववेद में कुश घास के लिए कहा गया है कि इसके उपयोग से गुस्से पर कंट्रोल रहता है, इसे अशुभ निवारक औषधि भी कहा गया है। चाणक्य के ग्रंथो से पता चलता है कि कुश का तेल भी निकाला जाता था और उसका उपयोग दवाई के तौर पर किया जाता था। मत्स्य पुराण के अनुसार, कुश घास भगवान विष्णु के शरीर से बनी होने के कारण पवित्र मानी गई है। मत्स्य पुराण के कथा के अनुसार भगवान विष्णु वराह अवतार लेकर हिरण्यकश्यप वध कर पृथ्वी को स्थापित किया, उसके बाद अपने शरीर पर लगे पानी को झाड़ा, तब उनके शरीर से बाल पृथ्वी पर गिरे और कुश के रूप में बदल गए। इसके बाद कुश को पवित्र माना जाता है।
जेएसएससी सीजीएल पेपर लीक मामले में सीएम का किया गया पुतला दहन
जामताड़ा। संवाददाता। हाल ही में झारखंड में हुए जेएसएससी सीजीएल परीक्षा में हुई धांधली (पेपर लीक) को लेकर गुरूवार को जिला मुख्यालय के मां चंचला मंदिर चौक में युवा विरोधी सरकार के विरोध में भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष कुणाल सिंह के नेतृत्व में राज्य के भ्रष्ट मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन किया गया। कुणाल सिंह ने कहा कि झारखंड के भ्रष्ट मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने पूरे कार्यकाल में युवाओं को सिर्फ छला है, पिछले विधानसभा चुनाव के पहले हेमंत सोरेन ने युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था और जिसको नौकरी नहीं दे पाएंगे उसको बेरोजगारी भत्ता देने का वादा वादा किया था लेकिन इस पूरे कार्यकाल में किसी तरह का परीक्षा सफलतापूर्वक नहीं ले पाया है और ना किसी युवाओं को नौकरी दे पाया है। हाल ही में संपन्न हुए जेएसएससी सीजीएल परीक्षा में भी पेपर लीक हो गया और धांधली भी की गई। इसी के विरोध में भारतीय जनता युवा मोर्चा जनता के नेतृत्व में हेमंत सोरेन का पुतला दहन किया गया।
भाजपा जिला अध्यक्ष सुमित शरण ने कहा कि इस भीषण गर्मी में उत्पाद सिपाही के नाम पर झारखंड के युवाओं को दौड़ाया गया। दौड़ने के क्रम में लगभग दर्जनों युवाओं की मौत हो गई और फिर जेएसएससी के परीक्षा के बहाने अपने नाकामियों को छुपाने के लिए इंटरनेट सेवा तक बंद कर दिया गया और कहा गया कि इंटरनेट सेवा बंद रहेगा तो प्रश्न पेपर लिक नहीं होगा लेकिन फिर भी उनके प्रशासन द्वारा प्रश्न पेपर लिक कर दिया गया। हजारों छात्रों का भविष्य फिर से अंधेरा में लटक गया। मौके पर मुख्य रूप से जिला महामंत्री मितेश शाह, जामताड़ा विधानसभा प्रभारी सुनील अग्रवाल, जिला मंत्री मोहन शर्मा तथा सुजाता सिंह भैया, सह मिडिया प्रभारी प्रदीप राउत, प्रवासी देवशीष भट्टाचार्य, भाजपा नेता विनोद मंडल, सतीश सिंह, अनिकेत शर्मा, सुप्रकाश चौधरी, अमन कुमार उपस्थित रहे।
राज्य स्तरीय दो सदस्यीय टीम ने किया सदर अस्पताल का निरीक्षण
टीम के निरीक्षण में राशि गबन का मामला आया सामने
जामताड़ा। संवाददाता। सदर अस्पताल का निरीक्षण करने के लिए राज्य स्तरीय दो सदस्यीय टीम पहुंची, जिसमें पवन कुमार, परियोजना निदेशक झारखंड राज्य एड्स नियंत्रण समिति और डॉक्टर वीरेंद्र प्रसाद सिंह, निदेशक परिवार कल्याण योजना शामिल थे। निरीक्षण टीमों ने सदर अस्पताल के सभी विभागों में जाकर वहां के वास्तु स्थिति का जायजा लिया। साथ ही, मरीज से भी इलाज की जानकारी प्राप्त किया। वही निरीक्षण के क्रम में रजिस्ट्रेशन शुल्क राशि गबन का मामला भी सामने आया है। निदेशक पवन कुमार ने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य सुविधा को बेहतर करने के लिए संकल्पित है। जिसको लेकर कमिश्नरी वाइज स्टेट टीम का गठन किया गया है। कहा कि दो चरणों में स्वास्थ्य सुविधा को बेहतर किया जाएगा, जिसको लेकर टीम सभी जिले में जाकर सदर अस्पतालों का निरीक्षण कर वहां की वस्तु स्थिति का जानकारी प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल जामताड़ा में उपलब्ध व्यवस्था का अवलोकन कर और बेहतर कैसे किया जाए, इसका रिपोर्ट तैयार कर एम्स देवघर को भेजा जाएगा। इसके बाद एम्स की टीम फिर से निरीक्षण कर बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था को कैसे किया जाए, इसका रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजेगा। जिसके बाद राज्य सरकार की ओर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करेगी। उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल जामताड़ा में डॉक्टर, फार्मासिस्ट और सभी स्तर में मैन पावर की कमी है। उस रिक्तियों को अति शीघ्र पूरा किया जाएगा। वहीं उन्होंने कहा कि जांच के क्रम में पाया गया है कि लाखों रुपए रजिस्ट्रेशन शुल्क राशि का गबन किया गया है। जिसको लेकर उन्होंने सिविल सर्जन और डीएस को निर्देश दिया है कि इस संबंध में संबंधितों के ऊपर कानूनी कार्रवाई की जाए। साथ ही, राशि की भी वसूली की जाए। साथ ही, उन्होंने कहा कि इसका रिपोर्ट भी किया जाएगा। वहीं बीते दिनों करमाटांड़ थाना क्षेत्र में पहाड़िया समुदाय के व्यक्तियों की मृत्यु पर उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच कर संबंधितों पर कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि सदर अस्पताल में नई व्यवस्था के तहत 28.9. 2023 से रजिस्ट्रेशन शुल्क 10 लिए जा रहे हैं। 28.9 2023 से 26. 9 2024 तक एक बार 34800 और 61060 रुपए बैंक में जमा किया गया है। वहीं इस संबंध में हॉस्पिटल मैनेजर डॉ पंकज कुमार ने कहा कि कंप्यूटर ऑपरेटरो की ओर से मुझे रजिस्ट्रेशन शुल्क राशि नहीं दी गई है। मेरे ऊपर झूठा आरोप लगाया जा रहा है।
जेएसपीएलपीएस के महिला कर्मी मानदेय से नाखुश
नाला/संवाददाता जेएसएलपीएस के अधीन काम करने वाले महिला समूह को मिल रहे मानदेय से वे संतुष्ट नहीं है। यही वजह है कि गुरुवार को कुलडंगाल आजीविका महिला संकुल के माध्यम से सीएलएफ अधिकारी को एक ज्ञापन सोपा गया है। सौंप गए ज्ञापन में कहा गया है कि ग्रामीण स्तर पर निर्धारित सभी तरह के कार्य को ईमानदारी पूर्वक करते आ रहे हैं । हम कैडरों से 30 दिन का काम भी लिया जाता है लेकिन बढ़ रही महंगाई के दौर में मिल रहे अल्प मानदेय से परिवार की आवश्यकता पूर्ति करने में भारी कठिनाई हो रही है। कहा है कि शुरुआती दौर में हमें आश्वासन भी मिला था की समय के साथ-साथ मानदेय में बढ़ोतरी होगी और अन्य सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी । लेकिन लंबे समय के बाद भी एक जैसी स्थिति बनी हुई है जिससे भविष्य को लेकर सभी कैडर काफी चिंतित रहते हैं। इस कारण से महिला समूह द्वारा मानदेय एवं अन्य सुविधा मुहैया कराने के लिए सरकार से भी जोरदार तरीके से मांग किया गया है । इस मौके पर सुपर्णा पाल, किरण झा, उमा गोराई, रोशना बीबी, ममता मंडल, त्रिलोकी मोहली, रूपाली मंडल, निशा सोरेन, सुचित्रा मंडल आदि उपस्थित थे।