सरैयाहाट/निज संवाददाता। हंसडीहा गैस टैंकर ब्लास्ट मामले में पीड़ितों की मदद को लेकर स्थानीय विधायक प्रदीप यादव की मांग पर घोषणा के अनुरूप मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को रांची में विधायक को मुख्यमंत्री राहत कोष से 34 पीड़ितों के लिए 9.5 लाख रुपए का चेक सौंपा। मुख्यमंत्री ने विधायक को गैस टैंकर ब्लास्ट में हताहत 30 परिवार के सदस्यों के लिए पच्चीस-पच्चीस हजार रुपए का चेक और रिम्स में इलाजरत चार लोगों के लिए पचास-पचास हजार रुपए का चेक दिया है। इस बावत विधायक प्रदीप यादव ने बताया कि हंसडीहा में हुए इस भयावह हादसे के बाद उन्होंने घटनास्थल पर पहुंच कर जायजा लिया था। रिम्स के डॉक्टरों की टीम को घायलों के ईलाज के लिए दुमका बुलाया था। उन्होंने मुख्यमंत्री से राहत की मांग की गई थी। उन्होंने जानकारी दी की शुक्रवार को वह धावाटांड़ गांव पहुंच कर सभी पीड़ितों को चेक सौपेंगे। ज्ञात हो की बीते दिनों हंसडीहा के धावाटांड़ गांव के पास टैंकर दुर्घटनाग्रस्त होकर ब्लास्ट हो गयाथा। जिसमंे टैंकर चालक जिंदा जल गया था। जबकि तीन दर्जन के करीब लोग झुलस कर घायल हो गए थे। इस हादसे में तीन बसें भी जलकर खाक हो गई थी।
मनरेगा कार्यों की जांच केंद्रीय टीम ने की
गोपीकांदर/निज संवाददाता। गोपीकांदर प्रखंड में मनरेगा कार्यों की जाँच करने पहुँची केंद्रीय जाँच टीम बुधवार को खरौनी बाजार पंचायत पहुँची। जाँच टीम खरौनी बाजार और मुसना पंचायत में वर्ष 2016-17 में हुए मनरेगा योजनाओं की जाँच की। डोभा और तालाबों का जांच किया गया। जांच टीम खरौनी बाजार पंचायत के तरनी गांव पहुंचा। तरनी गांव में वर्ष 2016-17 में दिवान किस्कू, सिगराई मुर्मू और गोपिन टुडू के जमीन पर बने डोभा का जांच किया। दिवान किस्कू से जॉब कार्ड, डोभा निर्माण के वर्ष, मजदूरी भुगतान और बैंक डिटेल लिया गया। टीम तरनी, खरौनी, कसाईपहाड़ और कारूडीह में डोभाओं की जांच कर मुसना पंचायत की ओर रूख किया। टीम के द्वारा मुसना पंचायत के पिपरा, लखीबाद, काजीकेद, रामगढ़, मुसना, भददिघा, पुरणाखोड़ा, पहाड़पुर सहित विभिन्न गांवों में मनरेगा और नरेगा से बने डोभा और तालाबों का निरीक्षण किया। पिपरा गांव के संथाल टोला में बने कुआं को टीम के द्वारा देखा गया, जहां पर गन्दा पानी ग्रामीणों को पीते हुए देखा गया। पेजयल की समस्या ग्रामीणों ने टीम के सदस्यों को बताया। टीम के सदस्यों ने आश्वासन दिया कि केन्द्र में प्रखंड के पेयजल की समस्याओं के बारे में बताया जाएगा। केन्द्रीय जांच टीम के प्रोजेक्ट मैनेजर रिया मडवा ने बताया कि वर्ष 2016-17 में मनरेगा और नरेगा के माध्यम से बने डोभा और तालाबों के जांच किया गया। जांच की रिपोर्ट केन्द्र में सौंपी जाएगी। मौके पर प्रोजेक्ट ओफिसर पंकज राणा, अंकिता शर्मा, डाटा ऑफिसर संजोली गुप्ता, बीडीओ अनन्त कुमार झा, मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी कुमार प्रणव, प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी विशाल कुमार, सहायक अभियंता अनन्त कुमार भंडारी, कंनीय अभियंता भागवत कुमार, मुखिया संगीता मुर्मू, पंचायत सचिव जर्नादन मंडल, रोजगार सेवक कालीदास मुर्मू सहित ग्रामीण उपस्थित थे।