चित्तरंजन। संवाददाता। सीएलडब्ल्यू चित्तरंजन के अधिकार क्षेत्र सिमजूरी के भूमि पर अतिक्रमणकारियों द्वारा गैरकानूनी तौर पर निर्मित अनधिकृत 53 दुकानों को बुधवार को पूरी तरह से डेमोलिश किया गया। उक्त डेमोलिशन कार्यक्रम बुधवार को लगभग 10.00 बजे प्रारंभ होकर शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया।
सिमजूरी क्षेत्र के जिन दुकानों का निरीक्षण 08 जनवरी 2024 को किया गया था तथा निरीक्षण के पश्चात उन अनधिकृत दुकानों में रहने वालों को खाली करने के लिए मौखिक तौर पर उसी दिन कहा गया था। एक महीने से ज्यादा पर्याप्त समय देने के बाद मौखिक तौर पर फिर से दोबारा उनको 15.02.2024 को खाली करने के लिए कहा गया था। परन्तु इस पर कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिलने की स्थिति में प्रशासन की ओर से दिनांक 09.03.2024, को नोटिस जारी किया गया। जिसमें अतिक्रमणकारियों को 18.03.2024 तक अनधिकृत दुकानों को हटाने का पर्याप्त समय दिया गया था। प्रशासन ने होली और लोकसभा निर्वाचन को ध्यान में रखते हुए डेमोलिशन का कार्यवाही 04.06.2024 तक लंबित रखा। तत्पश्चात प्रशासन ने 10.06.2024 को अनधिकृत दुकानों को खाली करने के लिए दिशा निर्देश जारी किया गया। परन्तु इस पर कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर प्रशासन की ओर से 19.06.2024 को 53 अनधिकृत दुकानों को डेमोलिश किया गया। प्रशासन की ओर से डीएम पश्चिम बर्धमान को भी सम्पूर्ण जानकारी दी गयी थी।
पुलिस ने बहू के हत्यारोपी सास-ससुर को किया गिरफ्तार
फतेहपुर। संवाददाता। थाना क्षेत्र के सुयाडीह गांव में शुक्रवार 14 जून को पुलिस को एक विवाहिता पुनम मुर्मू का शव साड़ी के फंदे से लटकता बरामद मिला। इधर मृतका की मां सुकोदी टुडू ने थाने में आवेदन देकर सास-ससूर के उपर हत्या का आरोप लगाते हुए दोषी को सजा देने की गुहार लगाई थी। इस मामले को लेकर थाना प्रभारी बिहारी मराण्डी ने गुप्त सुचना के आधार पर पुलिस बल के साथ सुयाडीह गांव में छापेमारी कर हत्या आरोपी सास ससुर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
उपायुक्त ने की जिला ई-गवर्नेंस सोसायटी की समीक्षात्मक बैठक
प्रज्ञा केंद्र में लोगों से निर्धारित सेवा शुल्क के अतिरिक्त अन्य किसी भी प्रकार के शुल्क नहीं लिए जाएं : डीसी
जामताड़ा। संवाददाता। उपायुक्त कुमुद सहाय की अध्यक्षता में जिला ई-गवर्नेंस सोसायटी की मासिक समीक्षात्मक बैठक आहूत की गई। बैठक में आईआरएडी, कॉमन सर्विस सेंटर, झारसेवा, आधार, स्कूल कास्ट सर्टिफिकेट, यूआईडीएआइ, मोबाइल टॉवर, नेक्स्टजैन, ई हॉस्पिटल, एनआईसी सहित अन्य के कार्यान्वित कार्यों की समीक्षा बारी बारी से किया गया। बैठक के दौरान उपायुक्त ने जिले के सभी सीएससी केंद्रों में सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के ऑनलाइन आवेदन आदि से संबंधित स्थिति की जानकारी ली। साथ ही, आवश्यक दिशा निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जो भी कार्य कर रहे हैं उसका प्रतिवेदन हमेशा अद्यतन रखें। उन्होंने सभी प्रज्ञा केन्द्रों के माध्यम से सरकार की योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन में बेहतर तरीके से कार्य करने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि प्रज्ञा केंद्र में आने वाले लोगों से निर्धारित सेवा शुल्क के अतिरिक्त अन्य किसी भी प्रकार के शुल्क नहीं लिए जाएं, इसे सुनिश्चित करें। अगर ऐसी सूचना मिलती है संबंधित प्रज्ञा केंद्र के संचालकों पर नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उपायुक्त ने जाति, आवासीय, आय प्रमाण पत्रों के धीमे निर्गमन को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए अपेक्षित प्रगति लाने का निर्देश दिया गया। वहीं समीक्षा के दौरान नेक्स्ट जेन ई अस्पताल संचालन की जानकारी ली। बताया गया यह अस्पताल 24 घंटे कार्यरत है, इसमें ऑनलाइन फार्मेसी, ऑनलाइन टेस्ट आदि की सुविधा दी गई है। वहीं बताया गया कि आईआरएडी पोर्टल पर ससमय सड़क दुर्घटना से जुड़े आंकड़ों का प्रविष्टि एवं विभिन्न स्टेक होल्डर की ओर से उसका निष्पादन किया जा रहा है। मौके पर उपरोक्त के अलावा पुलिस अधीक्षक अनिमेष नैथानी, उप विकास आयुक्त निरंजन कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी अनंत कुमार, सिविल सर्जन डॉ अभय भूषण प्रसाद, जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी संतोष कुमार, ई डिस्ट्रक्टि मैनेजर बिरजू राम, राजीव कुमार, सलिल कुमार सहित अन्य संबंधित उपस्थित थे।
युवा कांग्रेस की ओर से मनाया गया राहुल गांधी का जन्मदिवस
जामताड़ा। संवाददाता। राहुल गांधी के जन्मदिन के अवसर पर जामताड़ा युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष तनवीर आलम के नेतृत्व में करमाटांड़ प्रखंड के आदिवासी बहुल क्षेत्र कदरूडीह गांव में सबसे पहले राहुल गांधी के लिए एक छोटी सी आदिवासी बच्ची ने केक काटा। सभी बच्चों और बच्चियांे के बीच कॉपी-कलम का वितरण किया गया। अंत में संविधान का प्रस्तावना पढ़कर राहुल गांधी ने संविधान बचाने का जो संकल्प लिए उसे युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता अपने क्षेत्र में जिम्मेदारी के साथ जारी रखने का संकल्प लिए।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से जामताड़ा जिला के प्रभारी अनूप सिंह उर्फ डेविड, यूथ कांग्रेस के प्रदेश महासचिव विनोद छेत्री, करमाटांड़ युवा कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष हरि बास्की, उपाध्यक्ष नियाज अहमद, मुजफ्फर आलम, खालिद अंसारी, शूरेस हांसदा, बिकास टुडु, मुजेस मंराडी, जामताड़ा जिला युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
विश्व सिकल सेल एनीमिया दिवस पर कार्यक्रम आयोजित
सिकल सेल एनीमिया एक वंशानुगत बीमारी है, जागरूकता व सतर्कता बचाव का सबसे बेहतर तरीका है : उपायुक्त
जामताड़ा। संवाददाता। विश्व सिकल एनीमिया दिवस के अवसर पर उपायुक्त कुमुद सहाय ने जागरूकता कार्यक्रम का विधिवत दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ सदर अस्पताल में किया गया। उपायुक्त कुमुद सहाय ने आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि इस बीमारी को लेकर हमें जागरूक एवं सतर्क रहना जरूरी है, यह एक वंशानुगत बीमारी है जो बच्चों में उनके माता पिता के जरिए होता है। उन्होंने कहा कि यहां के लोगों में इस बीमारी को लेकर समझ एवं पर्याप्त जागरूकता नहीं है, जिसके कारण उनका सही समय पर सही इलाज नहीं मिल पाता है एवं बीमारी काफी बढ़ जाती है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के प्रत्येक कर्मियों से अपील किया कि अधिक से अधिक लोगों के बीच इस बीमारी के दुष्परिणाम के बारे में जागरूकता फैलाएं, ताकि लोग जागरूक होकर इसका जांच कराएं। वहीं कहा कि अधिक से अधिक जांच कर ऐसे रोगियों की पहचान करें एवं उन्हें जागरुक कर उनकी काउंसलिंग कर बचाव के बारे में जानकारी दें।
वहीं सिविल सर्जन ने बताया कि सिकल सेल रोग एक आनुवंशिक रक्त रोग है, जो प्रभावित रोगी के पूरे जीवन को प्रभावित करता है। यह भारत की जनजातीय आबादी में अधिक है, लेकिन गैर-आदिवासियों में भी यह देखा जा रहा है। यह न केवल एनीमिया का कारण बनता है, बल्कि दर्द, विकास में कमी, फेफड़े, हृदय, गुर्दे, आंख, हड्डियां और मस्तिष्क जैसे कई अंगों को भी प्रभावित करता है।
सिकल सेल एनीमिया के लक्षण एवं बचाव
एनीमिया/पीलापन दिखाई देना बार-बार संक्रमण बीमार होना, थकान, बुखार एवं सूजन तथा कमजोरी महसूस करना।
बचाव के लिए दिन भर ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं। कम से कम 10-15 गिलास, डॉक्टर की सलाह से फॉलिक एसिड गोली प्रतिदिन लें, उल्टी-दस्त, पसीने से शरीर का ज्यादा पानी बाहर निकलने पर डॉक्टर से संपर्क करें।
हर तीन महीने में हीमोग्लोबिन स्तर तथा श्वेत रक्त कोशिकाओं की संख्या की जांच करें।
ज्यादा गर्मी या धूप में बाहर नहीं निकलें। ज्यादा ऊंचाई बाले पहाड़ों, हिल स्टेशन पर न जाएं। ज्यादा ठण्ड में बाहर जाने से बचें और समय-समय पर डॉक्टर की सलाह लें। मौके पर सिविल सर्जन डॉ अभय भूषण प्रसाद, डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि अमित कुमार तिवारी सहित अन्य संबंधित उपस्थित थे।
जोरिया में पुल नहीं रहने से ग्रामीण परेशान, बारिश में होती है दिक्कत
ग्रामीणों को चार किमी अधिक तय करनी पड़ती है दूरी
बिंदापाथर। संवाददाता फतेहपुर प्रखंड क्षेत्र के डुमरिया पंचायत अंतर्गत शहरबेड़िया सिमलडुबी पंचायत के नामुजलाई गांव के बीच स्थित जोरिया पर पुलिया की व्यवस्था नहीं रहने से ग्रामीणों को आवागमन करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। विशेष कर बरसात के मौसम में इस जोरिया के रास्ते होकर आवाजाही करने में काफी असुविधा होती है। यह जोरिया कभी नदी तो कभी तालाब का रूप ले लेती है, जिससे महिला है। पुरुष, किसान, मजदूर सहित आमजनों को इधर से उधर पार करने में कठिनाइयां होती हैं। बरसात के मौसम में छोटे-छोटे बच्चे तो चार-पांच फीट जलजमाव का नजारा देखकर ही किनारे पर रुक जाते हैं। इतना ही नहीं बरसात के समय तीन महीने तक लोगों को तीन से चार किलोमीटर की अधिक दूरी तय कर आना जाना करना पड़ता है। स्थानीय लोगों का इस स्थल पर पुलिया निर्माण की मांग वर्षों पुरानी है, लेकिन अब तक पुलिया का निर्माण नहीं हो सका
इस कारण यहां के लोगों की परेशानी आज भी जस की तस बनी हुई है। यहां की समस्या के बारे में लोगों का कहना है कि शहरबेड़िया एवं नामुजलाई गांव के बीच स्थित जोरिया पर पुलिया की व्यवस्था नहीं रहने से शहरबेड़िया, नामुजलाई के अलावा डुमरिया, आबाबांक पड़ासी, बड़वा, हरिराखा, जलाई सहित आसपास के ग्रामीणों को बरसात के मौसम में अन्य रास्ते से होकर लगभग तीन से चार किलोमीटर की अधिक दूरी तय कर आना-जाना करना पड़ता है। कहा कि जोरिया पर पानी नहीं रहने पर किसी तरह से साइकिल एवं बाइक से आर-पार हो जाते हैं, पर बड़े वाहनों का आवागमन पूरी तरह बाधित रहता है। समस्या के निदान के लिए ग्रामीणों ने संबंधित विभाग एवं जनप्रतिनिधियों के पास आवाज पहुंचाने का लगातार प्रयास किया है, लेकिन इन प्रयासों के बावजूद स्थिति यथावत बनी हुई है।
40 वर्ष तक के उम्र वाले लोगों की होगी जांच : एमओआईसी
कुंडहित। संवाददाता। बुधवार को कुंडहित मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सिकल सेल एनीमिया पखवाड़े का उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अपलाइन मरांडी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर 19 जून से सिकल सेल एनीमिया पखवाड़े का शुभारंभ किया गया है। इस दौरान विशेष का जनजातीय समुदाय के लोगों में पाई जाने वाली अनुवांशिक बीमारी सिकल सेल एनीमिया को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाई जाएगी। साथ ही, 40 वर्ष तक के उम्र के लोगों की जांच की जाएगी उन्होंने कहा कि समय पर बीमारी का पता लगने, इसे काबू करने और नियंत्रण पाने में सहूलियत मिलती है। उन्होंने कहा कि यह एक अनुवांशिक बीमारी है, जो एक पीढ़ी से दूसरे पीढ़ी में हस्तांतरित होती है। कहा कि इस बीमारी को लेकर हमें जागरूक एवं सतर्क रहना जरूरी है। यह एक वंशानुगत बीमारी है, जो बच्चों में उनके माता पिता के जरिए होता है। उन्होंने कहा कि यहां के लोगों में इस बीमारी को लेकर समझ एवं पर्याप्त जागरूकता नहीं है, जिसके कारण उनका सही समय पर सही इलाज नहीं मिल पाता है एवं बीमारी काफी बढ़ जाती है। उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों से अपील करते हुए कहा कि अधिक से अधिक लोगों के बीच इस बीमारी के दुष्परिणाम के बारे में जागरूकता फैलाएं, ताकि लोग जागरूक होकर इसका जांच कराएं। वहीं कहा कि अधिक से अधिक जांच कर ऐसे रोगियों की पहचान करें एवं उन्हें जागरुक कर उनकी काउंसलिंग कर बचाव के बारे में जानकारी दें। बताया कि सिकल सेल रोग एक आनुवंशिक रक्त रोग है, जो प्रभावित रोगी के पूरे जीवन को प्रभावित करता है। यह भारत की जनजातीय आबादी में अधिक है, लेकिन गैर-आदिवासियों में भी यह देखा जा रहा है। बताया कि इस बीमारी से ग्रसित रोगियों में मुख्य रूप से एनीमिया/पीलापन दिखाई देना, बार-बार संक्रमण होना, थकान, बुखार एवं सूजन तथा कमजोरी महसूस करने जैसे लक्षण आमतौर पर दिखाई पड़ते हैं।