कांग्रेस जिलाध्यक्ष को सौंपा मांग पत्र
देवघर/वरीय संवाददाता। झारखंड राज्य जल सहिया कर्मचारी संघ जिला शाखा देवघर के संरक्षक कमल बर्मा तथा कोषाध्यक्ष कुमारी भारती के नेतृत्व में जिले के सभी प्रखंडों से आयीं जलसहियाओ ने अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर देवघर जिला कांग्रेस कार्यालय का घेराव किया और कांग्रेस जिलाध्यक्ष-सह- जिला बीस सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति के उपाध्यक्ष मुन्नम संजय को एक मांग पत्र सौंपा। मांग पत्र में कहा गया है कि जल सहिया का चयन वर्ष 2011 में हुआ और पेयजल आपूर्ति एवं स्वच्छ भारत अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रही है। चयन से 2018 तक मानदेय की लड़ाई लड़ी। तब जाकर 25 फरवरी 2019 को तत्कालीन राज्य सरकार ने प्रत्येक माह 1000 रुपये मानदेय तथा विभागीय कार्य के अनुरूप प्रोत्साहन राशि तथा वर्ष में दो बार पोशाक देने का घोषणा किया। साथ ही चार माह का मानदेय भुगतान भी किया। इसके बाद 2019 तक मात्र सात माह का ही मानदेय मिला। जल सहिया काफी मन लगाकर काम करते आ रही है और अपने परिवार और बच्चे के लिए कुछ कर नहीं पाती है। जिससे सिर्फ निराशा ही हाथ लगता है। यह 50 प्रतिशत आबादी के साथ कैसा न्याय है। जल सहियाओं ने मांग किया है कि इनके द्वारा किए हुए काम 36 माह का बकाया मानदेय, पोशाक तथा प्रोत्साहन राशि सर्वप्रथम दिया जाए। मुख्य मांग को गंभीरता पूर्वक लेते हुए यथाशीघ्र सरकार के घोषणा पत्र के आलोक में न्यूनतम मजदूरी दर पर प्रत्येक माह-13084 रुपये देने, जलसहिया का सेवा नियमावली तैयार करने सलाना दो बार पोशाक देने, प्रत्येक जलसहिया का पांच लाख की बीमा किये जाने, नगर निगम एवं नगर परिषद में जलसहिया की छंटनी पर रोक लगाते हुए छंटनी ग्रस्त जलसहिया को सेवा में पुन: वापस लेने की मांग की गयी है। इधर, जिला अध्यक्ष मुन्नम संजय ने जल सहिया संघ को आशान्वित करते हुए कहा कि आप की मांग आपके कार्य के अनुरूप जायज प्रतीत होता है। आपके मांग पत्र यथाशीघ्र सरकार के पास भेजकर आपके साथ न्यायोचित निर्णय करने का आग्रह करेंगे।
इस दौरान कांग्रेस मीडिया प्रभारी-सह-जिला बीस सूत्री सदस्य दिनेश कुमार मंडल, देवघर प्रखंड बीस सूत्री अध्यक्ष राजीव रंजन, ऐतवारी महतो के साथ जिला के विभिन्न ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति की जलसहिया चांदनी देवी,ललिता देवी,मनोरमा देवी,अनिता देवी,किरण देव्या, कनिका देवी,वीणा देवी,ममता कुमारी, सांड्रा बीबी, जयंती कुमारी, साधमनी मुर्मू, कुमारी सुनिता यादव, सिंधु देवी, यशोदा देवी, इंदू देवी, पिंकी देवी, सियावली कुमारी सहित दर्जनों जलसहिया मौजूद थीं।