-ग्रामीणों ने की जल्द ट्रांसफॉर्मर बदलने की मांग
बसंतराय। संवाददाता बीते सात दिनों से खराब पड़े ट्रांसफॉर्मर को बदलने की मांग को लेकर धपरा पंचायत अंतर्गत साहुरा गांव के विद्युत उपभोक्ताओं ने मंगलवार को खराब पड़े ट्रांसफॉर्मर को बदलने की मांग की है। पीड़ित गांव वासियों ने कहा कि बीते एक सप्ताह भर से अधिक समय बीत गया है। परंतु बार-बार मांग करने के बावजूद महागामा विद्युत विभाग की ओर से खराब पड़े ट्रांसफॉर्मर को बदला नहीं जा रहा है। कहा कि जहां एक तरफ झारखंड सरकार दावा करती हैं कि 24 घंटे के अंदर आपका खराब ट्रांसफॉर्मर बदल दिया जाएगा, वहीं दूसरी तरफ एक सप्ताह बीत जाने के बावजूद विभाग की ओर से कार्रवाई नहीं की जा रही है। मौजूदा समय में ट्रांसफॉर्मर जला हुआ है। साथ ही ग्रामीणों ने बताया कि हम सभी नियमित रूप से बिजली बिल जमा करते हैं। बिल जमा नहीं करने पर बिजली विभाग की ओर से बिजली (विद्युत) काट दी जाती है। अगर कोई चोरी से टाका फंसा कर विद्युत उपयोग करते हुए पकड़े जाते हैं तो पुलिसया कार्रवाई कर जेल भेजा जाता है। सभी ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा कि बिना बिजली के जीवन जीना मुश्किल हो गया है। बच्चों की पढ़ाई -लिखाई पूरी तरह से बाधित है। ग्रामीणों का कहना है कि बिजली विभाग के अधिकारी को कई बार सूचित किया गया है परंतु कोई कार्रवाई नहीं किया गया है। ऐसे में अगर जल्द सुनवाई नहीं हुई तो मजबूरी में आंदोलन शुरू करके रोड जाम किया जाएगा। मौके पर मौजूद ग्रामीण इजराइल, नौशाद, हजरत अली, रमजनी, फुरकान, तनवीर, कासिम, जमाल, इकबाल आदि ने विभागीय अधिकारियों से जनहित में जल्द से जल्द जले हुए ट्रांसफॉर्मर को बदलने की मांग की है।
मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना को लेकर डीसी ने बीडीओ और मुखियाओं की बुलायी बैठक
गोड्डा। संवाददाता वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गुरुवार को डीसी जिशान कमर ने राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना का जिले में बेहतर क्रियान्वयन एवं शत-प्रतिशत योग्य लाभुकों के आच्छादन को लेकर संबंधित बीडीओ और विभिन्न पंचायतों के मुखियाओं के साथ बैठक आयोजित की गई। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान डीसी कमर ने मुखियाओं को संबोधित करते बताया कि राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत राज्य की महिलाओं को पोषण, स्वास्थ्य और स्वच्छता पर खर्च करने के लिए आर्थिक सहायता के रूप में प्रति माह एक हजार रुपये राज्य सरकार की तरफ से दिए जाएंगे। इस योजना में 21 से 50 उम्र वाली महिलाओं को शामिल किया गया है। 03 से 10 अगस्त, 2024 तक चलने वाले विशेष अभियान के दौरान पंचायत भवनों में तथा शहरी क्षेत्र के चिह्नित स्थानों पर कैंप लगाकर 21 से 50 आयु वर्ग की महिलाओं का आवेदन ऑनलाइन जमा किए जाएंगे। डीसी ने बताया कि इस अभियान के पहले सभी प्रखंड में योग्य लाभुकों का आंगनबाड़ी सेविका, सहिया के द्वारा सर्वे कर घर-घर नि:शुल्क फॉर्म वितरण किया जा रहा है। जिसके आधार पर लाभुक स्वयं कैंप में जरूरी दस्तावेज जैसे बैंक खाता, मतदाता पहचान पत्र और आधार कार्ड, राशन कार्ड, मोबाइल फोन लेकर निबंधन के लिए पहुंचेंगे।
कैंप के दौरान विधि-व्यवस्था एवं भीड़ नियंत्रण के लिए स्थानीय पुलिस प्रशासन के साथ सम्नवय करने के लिए बीडीओ को निर्देश दिया गया कि विधि व्यवस्था संधारण के लिए पूरी तैयारी कर लिए जाएं। साथ ही प्रज्ञा केंद्र यूआइडी तथा बैंक सेवा प्रदाताओं को शिविर के दौरान पर्याप्त संख्या में मानव बल एवं आवश्यक मशीनरी संसाधन, पावर बैकअप सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। इस मौके पर जिला समाज कल्याण पदाधिकारी आलोक वरण केसरी सहित संबंधित प्रखंड के बीडीओ, संबंधित पंचायत के मुखिया गण मौजूद रहे।
नवजात के लिए मां के दूध से बेहतर कुछ और नहीं : सीएस
-मां के पीले गाढ़े दूध में कई प्रकार के होते हैं पोषक तत्व
-जन्म के साथ ही नवजात को करायें स्तनपान
गोड्डा। संवाददाता सिविल सर्जन कार्यालय में गुरुवार को विश्व स्तनपान दिवस का उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ. अनंत कुमार झा, डीआरसीएचओ डॉ. खालिद अंजुम ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। सिविल सर्जन डॉ. झा ने कहा कि नवजात के लिए मां के दूध से बेहतर कुछ और नहीं है। जिले के तमाम सरकारी अस्पतालों में भी कार्यक्रम किए जा रहे हैं। नवजात बच्चे के लिए मां का दूध सबसे उत्तम आहार है। विभिन्न प्रकार की बीमारियों से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है। इसके लिए जागरूकता अभियान शुरू किए गए हैं। सिविल सर्जन ने कहा कि जन्म के एक घंटे के भीतर मां के पीले गाढ़े दूध में कई प्रकार के पोषक तत्व होते हैं। यह दूध बच्चों में शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है। ऐसे में प्रसव के तुरंत बाद डॉक्टरों और कर्मचारियों को यह प्रशिक्षण दिया जाता है कि नवजात को तुरंत दूध जरूर पिलाएं। ऐसा करने से मां और बच्चों में आत्मीय लगाव भी बढ़ता है। बोतल बंद दूध बच्चे के लिए खतरनाक, प्रचार-प्रसार पर है रोक
बोतलबंद दूध और बोतल बच्चों के लिए खतरनाक माना गया है। बोतल में दूध पिलाने से बच्चों में कई तरह की बीमारियां घर कर लेती है। बोतल संक्रमण के स्रोत होते हैं और अतिसार उत्पन्न कर सकते है। बोतल का दूध पिलाने से बच्चा उल्टी, दस्त, निमोनिया आदि से ग्रस्त हो सकता है। ऐसे बच्चे जल्दी-जल्दी बीमार होते हैं। शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता भी घटता है। एसीएमओ डब्लूएचओ ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, मां को बच्चे के जन्म के एक घंटे के अंदर ही उसे दूध पिलाना शुरू कर देना चाहिए। मां को अगले 06 महीने तक लगातार बच्चे को दूध जरूर पिलाना चाहिए। इसके बाद बच्चे के 02 साल के होने तक उसे कभी-कभी दूध पिलाते रहने चाहिए। यह बच्चे और मां की इच्छा पर आधारित होता है। बच्चे को दूध पिलाने वाली मां के स्तनपान कराने के कई फायदे मिलते हैं। बच्चे को जन्म के बाद स्तनपान कराने से हीलिंग प्रोसेस तेज हो जाता है। ब्रेस्टफीड कराने के दौरान कैलोरी बर्नआउट होता है जो पोस्टपार्टम वेट जल्दी घटने में मददगार है। हड्डियों में होने वाली दिक्कतें जैसे ओस्टियोपोरोसिस और आर्थराइटिस का खतरा कम होता है। बच्चे को दूध पिलाना इमोशनल सैटिसफेक्शन को बढ़ावा देता है। जिससे पोस्टपार्टम डिप्रेशन कम होने में मदद मिलती है। इसके अलावा स्तनपान कराते वक्त बच्चे और मां में होने वाले स्किन-टू-स्किन कोंटेक्ट दोनों के लिए अच्छा होता है। यह बच्चे से भावनात्मक रिश्ता मजबूत करने का भी एक तरीका है। मौके पर खालिद अंजुम, डीआरसीएचओ सुमन डेओरी, शिशु विशेषज्ञ सदर अस्पताल, जिला कार्यक्रम प्रबंधक लॉरेटस ट्रिकी, डीपीसी आरिफ हैदर, सहिया, महिला आरोग्य समिति के सदस्य और स्वास्थ्य कर्मचारी उपस्थित थे।
झारखंड अनुसचिवीय कर्मचारी संघ के आह्वान पर सरकार का हृदय परिवर्तन सप्ताह का आयोजन
गोड्डा। संवाददाता राज्य स्तरीय संघ के आह्वान पर सरकार का हृदय परिवर्तन सप्ताह का आयोजन पूरे राज्य भर में झारखंड अनुसचिवीय कर्मचारी संघ समाहरणालय संवर्ग की ओर से मनायी जा रही है। जिसके तहत सर्वधर्म समभाव की अवधारणा के अनुरूप प्रतिदिन विभिन्न पूजा स्थलों पर जाकर सरकार का हृदय परिवर्तन होने एवं नौ सूत्री मांगों की पूर्ति के लिए प्रार्थना का कार्यक्रम निर्धारित किया गया है। पहले दिन के कार्यक्रम के अनुसार गुरुवार को गंगटा स्थित सरना स्थल पर जाकर हड़ताली कर्मचारियों की ओर से सरकार का हृदय परिवर्तन के लिए पूजा और प्रार्थना की गई। संघ के जिला अध्यक्ष शीतलाल सोरेन के नेतृत्व में पूरे विधि विधान के साथ सरना स्थल में प्रार्थना की गई। मौके पर देवीलाल सोरेन, महेंद्र सोरेन, जिसू मुर्मू, सविता मुर्मू, राकेश कुमार झा, आलोक कुमार, श्मशाद आलम, संजीर हसन, प्रिंस कुमार, अनिता हेंब्रम, आरती झा, कैलाश प्रसाद साह, सीमा कुमारी, आसिफ नसीम, प्रदीप रजक, फ्रांसिस मुर्मू, निरंजन कुमार, अशोक कुमार पंडित, कविता देवी, श्याम प्रसाद सिंह, नर्मदेश्वर पंडित, शबनम मुर्मू, अनिता किस्कू, रंजित कुमार, सुनील टुडू, संदीप टुडू सहित दर्जनों हड़ताली कर्मचारी मौजूद थे। गौरतलब हो कि झारखंड अनुसचिवीय कर्मचारी संघ समाहरणालय संवर्ग अपनी नौ सूत्री मांग को लेकर पिछले 22 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। हड़ताल के 11वें दिन भी सरकार की ओर से वार्ता के लिए कोई पहल नहीं किए जाने के कारण कर्मचारी सरकार की असंवेदनशीलता से निराश हैं। वहीं शुक्रवार को मस्जिद में प्रार्थना की जाएगी। कार्यक्रम की जानकारी देते हुए संघ के उपाध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने बताया कि यह कार्यक्रम पूरे राज्य में चलाया जा रहा है। सभी जिला मुख्यालय में गुरुवार को सरना स्थल पर सरकार का हृदय परिवर्तन के लिए प्रार्थना की गई है।
भाजपा गोड्डा जिला इकाई की ओर से मुख्यमंत्री का पुतला जला किया गया विरोध-प्रदर्शन
-मामला विस में भाजपा विधायकों के निलंबन का
गोड्डा। संवाददाता भाजपा गोड्डा जिला इकाई की ओर से गुरुवार को जिला अध्यक्ष संजीव मिश्रा के नेतृत्व में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला जला कर विरोध-प्रदर्शन किया गया। हेमंत सोरेन हाय, हाय, हेमन्त सोरेन मुर्दावाद, हेमंत सोरेन होश में आओ आदि नारा लगाया गया। पाकुड़ की घटना और बांग्लादेशी घुसपैठ को लेकर लगातार भारतीय जनता पार्टी के विधायक विधानसभा में अपनी मांगों को लेकर बात रख रहे थे। विधानसभा के अंदर सभी भारतीय जनता पार्टी के विधायक सदन के अंदर विधानसभा अध्यक्ष के आसन के सामने धरना और बात रख रहे थे। हेमंत सोरेन के इशारे से बिजली कट किया गया। इस भीषण गर्मी में कई घंटों तक सभी विधायक विधनसभा में रहे और भाजपा के कई विधायकों को निलंबित किया गया। इसी निलंबन के विरोध के कारण भाजपा गोड्डा के सभी नेता और कार्यकर्ताओं ने कारगिल चौक में हेमंत सोरेन का पुतला जलाने का कार्य किया। गुरुवार को कार्यक्रम में उपस्थित पूर्व जिला अध्यक्ष राजीव मेहता, जिला के दोनों महामंत्री कृष्ण मुरारी चौबे और कृष्ण कन्हैया, किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष पवन झा, एसटी मोर्चा के जिला अध्यक्ष प्रबोध सोरेन, जिला मीडिया प्रभारी बिमंत साह, जिला युवा मोर्चा के महामंत्री सूरज सिंह, सौरभ सुमन, मनोज साह आदि उपस्थित थे।
जोहार कलमकार मंच के बैनर तले प्रेमचंद जयंती समारोह आयोजित
-कथा सम्राट की साहित्यिक कृतियों को याद करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित
गोड्डा। संवाददाता जोहार कलमकार मंच झारखंड की गोड्डा जिला शाखा की ओर से बुधवार शाम गांधी मैदान स्थित इंडोर स्टेडियम में प्रेमचंद जयंती समारोह का आयोजन कर कथा सम्राट को उनके साहित्यिक कृतियों को याद करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित की गई। मंच के संरक्षक सर्वजीत झा की अध्यक्षता एवं जिलाध्यक्ष सुरजीत झा के कुशल संचालन में आयोजित कार्यक्रम के तहत उपस्थित साहित्यकार एवं साहित्य प्रेमियों ने प्रेमचंद की तस्वीर पर पुष्पांजलि के पश्चात बतौर मुख्य वक्ता साहित्यकार शिव कुमार भगत, अभय पलिवार एवं निरभ किशोर ने उपन्यास सम्राट के जीवन सफर एवं कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। उनकी रचनाओं को कालजयी बताते हुए ना सिर्फ सर्वकालीन प्रासंगिक बताया बल्कि बीतते हुए वक्त व युग के साथ और भी अधिक प्रासंगिक होने वाली अमर रचना कहा। वहीं गीतकार डॉ. ब्रह्मदेव कुमार ने प्रेमचंद की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए उनपर लिखी अपनी कविता का पाठ किया। इस अवसर पर डॉन बोस्को स्कूल निदेशक अमित राय, हॉकी गोड्डा के अध्यक्ष मनोज कुमार पप्पू, युवा साहित्यकार मनीष कुमार सिंह, साहित्य प्रेमी अखिल कुमार झा, शिवेंद्र झा, दयाशंकर, नीतीश आनंद, अनंत तिवारी, राहुल कुमार, मिथिलेश चौधरी, सचिन कुमार झा, गायिका शगुन, शुभांगी, आदि उपस्थित थे।
रेनबो ने दी विभूतियों को स्वरांजलि
गोड्डा। संवाददाता रेनबो म्यूजिकल ग्रुप की ओर से आयोजित व इवेंट इलेक्ट्रिक स्कूटी तथा द थेरेपिस्ट द्वारा प्रायोजित “स्वरांजलि” संगीतमयी संध्या के तहत बुधवार को गायक कलाकारों ने जहां पुण्यतिथि के मौके पर स्वर सम्राट रफी को, जयंती के अवसर पर उपन्यास सम्राट प्रेमचंद को, शहादत दिवस पर सरदार उधम सिंह को तथा कारगिल के अमर शहीदों को गीतों के माध्यम से स्वरांजलि दी। वहीं निदेशिका आरती सिंह के नेतृत्व में गुरुकुल डांस एकेडमी के बच्चों एवं डॉल्फिन की गार्गी ने अपने मनमोहक नृत्य से कारगिल विजय का स्मृति जश्न धूमधाम से मनाया। स्थानीय गांधी मैदान में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि अनुमंडल पदाधिकारी बैद्यनाथ उरांव तथा अति विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित जिला खेल एवं कला-संस्कृति पदाधिकारी डॉ. प्राण महतो ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस अवसर पर बतौर विशिष्ट अतिथि पूर्व नगर अध्यक्ष अजीत सिंह, जिला परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि सूरज कुमार सिंह, लोक मंच सचिव सर्वजीत झा, ज्ञानस्थली के निदेशक समीर कुमार दुबे, डोन बोस्को स्कूल निदेशक अमित राय, हॉकी गोड्डा के अध्यक्ष मनोज कुमार पप्पू, रेनबो के अध्यक्ष सुरजीत झा व सचिव मनीष कुमार सिंह, वरीय पत्रकार चांद चौबे, दुमका जिला कुश्ती संघ एवं हॉकी दुमका के सचिव संदीप कुमार जय, इवेंट इलेक्ट्रिक स्कूटी एवं द थेरेपिस्ट के प्रोपराइटर सुभाष चंद्र दास, वरीय पूर्व क्रिकेटर अमित बोस, रेनबो के उपाध्यक्ष अखिल कुमार झा, आशुतोष झा, अमित सिंह, संयुक्त सचिव दया शंकर एवं नीतीश आनंद, सदस्य पूनम रंजन, मुकेश चौधरी, ऋषितोश झा, राहुल कुमार, अनंत तिवारी, सचिन कुमार झा, मिथिलेश चौधरी, मुकेश कुमार, चंद्रशेखर झा, किरण कुमारी एवं कवि शैलेंद्र राम सहित बड़ी संख्या में संगीत प्रेमी श्रोता एवं दर्शक उपस्थित थे। एसडीओ उरांव ने कहा कि गोड्डा कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में जितनी जीवंत है उतनी झारखंड का कोई और जिला नहीं। डीएसओ डॉ. महतो ने भी कहा कि किसी क्षेत्र की सर्वांगीण तरक्की का पैमाना है वहां की कला – संस्कृति और खेलकूद की स्थिति। कार्यक्रम के दौरान मनीष कुमार सिंह, कौशल किशोर मिश्रा, कुमार विकास, अंकिता दुबे, अपराजिता राय, शगुन, ब्रजेश कुमार मंडल, शाहबाज, कालू, राज के अलावा बाल गायक आदित्य राय एवं दुवंश ने अपने बेहतरीन गायन से देर रात तक श्रोताओं को मंत्र मुग्ध करते हुए मंच से जोड़े रखा। कार्यक्रम के दौरान स्थापित परंपरानुसार गीत एवं संगीत के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए मनीष कुमार सिंह, कौशल किशोर मिश्रा एवं कालू को ट्राफी एवं सम्मान पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। मंच संचालन वरिष्ठ उद्घोषक राजीव कुमार ने तथा धन्यवाद ज्ञापन मनीष सिंह ने किया।