कुंडहित। संवाददाता। शुक्रवार की रात को कुंडहित पुलिस द्वारा चलाए गए नियमित छापामारी अभियान के दौरान तीन फरार वारंटियों को गिरफ्तार किए जाने की खबर है। जानकारी के अनुसार, कुंडहित के थाना प्रभारी पंकज कुमार, एएसआई राकेश कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने शुक्रवार की रात को थाना क्षेत्र के विभिन्न गांव में नियमित छापेमारी अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस टीम ने विभिन्न मामलों में फरार चल रहे कुल तीन वारंटियों को धर दबोचा। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में कोईबाद निवासी कांतो हेम्ब्रम, फराकुसुम निवासी लखीराम हांसदा तथा झाबदाहा के रहने वाले दिलीप ढेकारो शामिल हैं। तीनों अलग अलग मामलों में लंबे समय से फरार चल रहे थे। पुलिस गिरफ्त में आए कांतो के विरुद्ध उसकी पत्नी द्वारा न्यायालय में केस दर्ज किया गया था। उस पर दो दो शादी करने का आरोप है। फराकुसुम के रहने वाले लखीराम पर जानलेवा हमला व मारपीट करने के आरोप में मामला लंबित चल रहा है। वही झाबदाहा के दिलीप के विरुद्ध अपहरण के आरोप में मामला दर्ज है। गिरफ्तार किए गए वारंटियों को शनिवार की सुबह चिकित्सीय जांच के उपरांत न्यायिक अभिरक्षा में जामताड़ा कोर्ट में पेश कर दिया गया है।
दो माह का राशन से वंचित कार्डधारियों ने जमकर काटा बवाल
जल्द राशन बंटवाने का किया मांग
फतेहपुर। संवाददाता। सरकार एक ओर से जहां गरीबों के उत्थान के लिए हर महीने में जन वितरण प्रणाली के माध्यम से राशन मुहैय्या करा रही है जिससे सुखाड़ ग्रस्त लोगों को दो वक्त का अनाज सुलभता से मिल सके, लेकिन डीलर की मनमानी रवैये के कारण सरकार की महत्वाकांक्षी योजना से आम लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। ताजा मामला फतेहपुर प्रखंड के अगैया सरमुंडी पंचायत के जियेर झरना स्वयं सहायता समूह संचालित डीलर का है। जिसपर कैराबनी सरमुंडी आदि गांवों के दर्जनों कार्डधारकों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए अभिलंब जुलाई व सितंबर महीने का राशन दिलाने की मांग प्रशासन से किया है। इसको लेकर खाद्य आपूर्ति विभाग झारखंड के टॉल फ्री नंबर पर ऑनलाइन शिकायत व प्रखण्ड खाद्य आपूर्ति पदाधिकारी के पास लिखित शिकायत दर्ज किया है। लेकिन अब तक कार्रवाई नहीं हुई है। कार्डधारी निर्मल पंडित, राजेंद्र टुडू, कौशल्या देवी, अमर चंद्र पंडित, खिरोद भंडारी आदि ने बताया कि जुलाई महीने का पीएम कोटा व सितंबर महीने का राज्य सरकार व पीएम दोनों कोटे का चावल प्रखण्ड से उठाव कर नही वितरित किया है। जब कार्डधारी राशन लेने पहुंचते हैं तो कई प्रकार के बहाने बनाकर लौटा दिया जाता है। बताया कि खाद्य आपूर्ति के साईट पर हर महीने डीलर का राशन प्राप्त का तारीख भी दर्ज है फिर भी जियेर झरना डीलर नहीं आया है कि बात कहकर टालते रहते हैं। शनिवार को दर्जनों कार्डधारकों ने विरोध जताते हुए जल्द अनाज बंटवाने व दूसरे जन वितरण डीलर के पास नाम शिप्ट कराने की मांग की है। इस संदर्भ में प्रखण्ड खाद्य आपूर्ति पदाधिकारी का अतिरिक्त प्रभार लिए प्रखण्ड विकास पदाधिकारी मुकेश कुमार बाउरी से पूछने पर बताया कि ग्रामीणों का शिकायत मेरे पास आया है, जल्द जांच कर कार्रवाई की जाएगी। मौके पर सदानंद पंडित, जयदेव पंडित, सरवन पंडित, नेपाल पंडित, कृष्ण पंडित, शिवलाल पंडित, सुशीला देवी, उमेश पंडित, मधुसूदन हेंब्रम, मुरारी मंडल, पंचानन भंडारी, भुवन पंडित, धर्मेंद्र भंडारी, पूरण मंडल, सूची देवी, सुभाष मंडल, भोला नाथ पंडित, अंशु पंडित, रेखा पंडित, दशरथ मंडल आदि दर्जनों कार्डधारी उपस्थित रहे।
सेल टेक्स अधिकारी पहुंचने की झुठी खबर को लेकर दुकान बंद
फतेहपुर। संवाददाता। फतेहपुर में 8 अक्टूबर 22 को सेल टेक्स पदाधिकारी की गाड़ी को देखते ही पूरे फतेहपुर में हड़कंप मच गई। देखते ही देखते चंद मिनटों में सभी दुकान के शटर धड़ाधड़ बंद हो गया। ग्राहक इधर उधर भटकने लगे। पूरे फतेहपुर बाजार में सन्नाटा पसर गया। कई दिन पूर्व बड़े बड़े दुकानदारों ने ग्राहकों को लुभाने के लिए बड़ी बड़ी कूपन के माध्यम से अपनी सेल बढ़ाते रहा। इस क्षेत्र में खेती पर निर्भर करने वाले किसान जबकि मायूस हैं। आशा के अनुकूल खेती नहीं हो पाई है। ठीक उसके विपरीत किसानों ने दुर्गा पूजा में खरीददारी बढ़ चढ़कर किया। दुर्गा पूजा के पहले सभी कपड़ा दुकानों में खरीददार का तांता लग गया था। मानो प्रतिदिन करोड़ों रुपया का कपड़ा बेच डाले हो। कई रातें 12.00 बजे 1.00 बजे तक दुकानदारी करते रहे। शनिवार को ऐसा आलम बन गया है कि सन्नाटे के बीच सभी अपने अपने दुकान के समीप कुर्सी चेयर लगाकर पदाधिकारी का पार होने का इंतजार करते रहे। आखिरकार पदाधिकारी पहुंचे नहीं। प्राप्त जानकारी के अनुसार पता चला कि कोई पदाधिकारी का गाड़ी बाजार में पार हुई है, उसी से सेल टैक्स चुराने वाले व्यवसाईयों में हड़कंप मच गया। बुद्धिजीवियों की अगर मानें तो उन सभी का राय है कि गरीब दो पैसा अगर दे नहीं पाया तो वह बेईमान हो जाता है और जो लाखों का टैक्स गटर जाता है, वह क्या ईमानदार है, ऐसे व्यवसायी के प्रति सरकार को कड़ी से कड़ी कार्रवाई करना चाहिए, जिससे टैक्स में बढ़ोतरी होगा और चोरी करने वाले सावधान हो जाएंगे।