- मेले मे प्रदर्शनी का लोगों ने जमकर उठाया लुफ्त
मधुपुर/संवाददाता। मारवाड़ी महिला समिति द्वारा आयोजित दो दिवसीय सावन मेला के दूसरे दिन रविवार को लोगों ने जमकर लुफ्त उठाया। अग्रसेन भवन में आयोजित मेला में रविवार रहने से लोगों की भीड़ अधिक रही। महिलाओं द्वारा तैयार किया गया आभूषण, बेड शीट, राखी आदि का प्रदर्शनी लगाई गई थी। मेले में नेत्रदान, अंगदान व देहदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए ग्रीन रिब्बन बो लगाया। सावन मेले में मधुपुर के अलावे देवघर, गिरीडीह, पालोजोरी, कोलकाता, रानीगंज आदि जगहों से महिलाएं पहुंची थी।
मेले में विभिन्न प्रकार के आइटम के दर्जनों स्टॉल लगे थे। बता दे दो दिवसीय मेले का उद्घाटन शनिवार को मारवाड़ी पंचायत के अध्यक्ष प्रकाश बयवाल ने फीता काट कर किया था। मेला के सफल आयोजन में मारवाडी महिला समिति अध्यक्ष रीना खेडिया, सचिव शालिनी गुटगुटिया समेत दर्जनों समिति की महिलाओं का योगदान रहा।
विद्यालय का ताला तोड़कर कम्प्यूटर की चोरी
मधुपुर/संवाददाता। मधुपुर अनुमंडल अंतर्गत पाथरोल थाना क्षेत्र के बड़ा संधरा गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में बीती रात अज्ञात चोरों द्वारा विद्यालय का ताला तोड़कर चार कम्प्यूटर की चोरी कर ली गई है ।
इस संबंध मे विद्यालय के प्रभारी प्रधानाचार्य रामचन्द्र दास ने पाथरोल थाना में आवेदन देकर घटना का जानकारी दिया। उन्होंने पुलिस को बताया ै कि विद्यालय में करीब एक माह पूर्व आईसीटी लैब लगाया गया है। जिसमे पांच कम्प्यूटर के साथ अन्य सामाग्री लगी है। रविवार की सुबह विद्यालय की रसोईया गीता देवी ने फोन पर बताया कि विद्यालय का ताला तोड़कर चार कम्प्यूटर की चोरी कर ली गयी है। विद्यालय जाकर घटना की जानकारी लेने के बाद पुलिस को आवेदन देकर शिकायत किया है। शिकायत के बाद पुलिस मामले की छानबीन मे जुट गई है।
अवैध पैथोलॉजी व अस्पताल पर होगा एफआईआर : सीएस
- औचक निरीक्षण के पश्चात सीएस ने दी चेतावनी
- मधुपुर व देवघर क्षेत्र का पोस्टमार्टम अब एम्स में होगा
- रेडियोलॉजिस्ट डॉक्टर की कमी से अल्ट्रासाउंड बंद है
- ब्लड बैंक मशीन को ठीक करने के लिए विभाग को लिखा गया
मधुपुर/संवाददाता। रविवार को देवघर के सिविल सर्जन डॉ. रंजन सिन्हा मधुपुर अनुमंडल अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल की कई समस्याओं के संबंध में डॉक्टर से जानकारी प्राप्त की। निरीक्षण के दौरान प्रसूति वार्ड का गंदगी देखकर सीएस बिफर पड़े। उन्होंने संबंधित अधिकारी को कड़ी फटकार लगाते हुए अस्पताल की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान रखने को कहा। अस्पताल के लेबर रूम की संचिकाओं को भी खंगाला तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिया।
निरीक्षण के पश्चात पत्रकारों को सीएस डॉ सिन्हा ने कहा कि मधुपुर क्षेत्र में अवैध रूप से चल रहे पैथोलॉजी और अस्पताल के रोकथाम के लिए समय-समय पर विभाग द्वारा छापेमारी की जाती है। वर्तमान में निर्देश के बाद भी अवैध अस्पताल और पैथोलॉजी संचालन की सूचना मिल रही है। इन लोगों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराया जाएगा। मधुपुर में ब्लड बैंक का मशीन खराब है उसे ठीक करने के लिए संबंधित विभाग को लिखा गया है। अस्पताल में अल्ट्रासाउंड की मशीन है लेकिन रेडियोलॉजिस्ट डॉक्टर नहीं मिलने के कारण अल्ट्रासाउंड नहीं हो पा रहा है। प्रत्येक माह पांच लाख देने के बावजूद रेडियोलॉजिस्ट डॉक्टर नहीं मिल रहे हैं। श्रावणी मेला के बाद अनुमंडल अस्पताल में आउटसोर्सिंग से चार ट्रॉली मैन उपलब्ध कराया जाएगा। मधुपुर का पोस्टमार्टम हाउस चालू करने के सवाल पर सीएस ने कहा कि अब मधुपुर में पोस्टमार्टम हाउस चालू नहीं हो पाएगा। मधुपुर और देवघर क्षेत्र का पोस्टमार्टम अब एम्स में होगा। सीएस ने बताया सूबे के कैबिनेट मंत्री हफीजुल हसन से मिलकर अस्पताल की समस्याओं से अवगत कराया हूं। अस्पताल के विकास के लिए वह निरंतर प्रयासरत है। मौके पर डॉक्टर इकबाल अंसारी, मंत्री के स्वास्थ्य प्रतिनिधि मो. शाहिद उर्फ फेकू समेत विभाग के कई लोग मौजूद थे।
विश्व आदिवासी दिवस मनाने को लेकर बैठक
मधुपुर/संवाददाता। मधुपुर कॉलेज परिसर स्थित आदिवासी कल्याण छात्रावास मे विश्व आदिवासी दिवस मनाने को लेकर संताल जूमिद गांवता व आदिवासी कल्याण छात्रावास ने तैयारी बैठक किया।
बैठक मे आगामी नौ अगस्त को आदिवासी दिवस को धूमधाम से मनाने का निर्णय लिया। इस अवसर पर विभिन्न संगठनों एवं युवा आदिवासी द्वारा संताली सिने स्टार की सहभागिता एवं कला का प्रदर्शन हेतू बंगाल, उड़ीसा एवं झारखंड के कलाकार मौजूद रहेंगे। आयोजन मे सूबे के कैबिनेट मंत्री हफीजुल हसन बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई है। मौके पर संताल जूमिद गांवता के अध्यक्ष डीआर सोरेन , बासुदेव बेसरा, प्रो. होरेन हांसदा, तिमोथी मुर्मू, वकील सोरेन, शिवशंकर मरांडी, जोसेफ टुडू, श्रवण मरांडी, सर्वेश्वर किस्कू, जीतलाल मुर्मु, पवन सोरेन आदि मौजूद थे।
शहरी जलापूर्ति योजना चालू करने को लेकर बैठक
मधुपुर/संवाददाता। मधुपुर शहरी जलापूर्ति योजना के कार्य में विलंब होने को लेकर नगर प्रशासक सतेन्द्र किस्कू ने शनिवार को नगर परिषद सभागार में जुडको के अधिकारियों और पूर्व पाषर्दो के साथ बैठक कर विचार-विमर्श किया। बैठक में अब तक हुए कार्यो की जानकारी ली। जलापूर्ति योजना के दूसरे फेज के कार्यो मे हो रही कमी को दूर करने को कहा गया। इधर पूर्व पाषर्दो से बारी-बारी से जानकारी लिया गया। पूर्व पार्षदों ने बताया की वार्ड 1 से 4 तक वार्ड में गड्ढा कर छोड़ दिया गया है। जबकि वार्ड 14 से 18 तक में पाइप बिछाया ही नही गया है। पूर्व पाषर्दो ने बताया की कई रिहायसी इलाकों में पाइप बिछाने के लिए गड्ढा कर छोड़ दिया है। इससे कई बार दुर्घटना हुई है। गड्ढो को भरने को कहा गया। मौके पर प्रशासक सत्येन्द किस्कू ने बताया कि अधिकारियों को जल्द कमियों को दूर कर योजना चालू करने को कहा गया है। ताकि शहरवासियों को योजना का लाभ मिल सके। शहर में कई ड्राइ जोन इलाका है जहां लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। मौके पर सतीश कुमार सिंह डिजाइनर इंजीनियर, नप एई कृपा शंकर, सहायक जावेद इकबाल समेत कई लोग मौजूद थे।
डॉ.रंजीत कुमार को मिला दो कॉलेजो में बर्सर का प्रभार
मधुपुर/संवाददाता। मधुपुर महाविद्यालय के हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. रंजीत कुमार को मधुपुर महाविद्यालय और मधुपुर महिला महाविद्यालय का बर्सर नियुक्त किया है। इससे पूर्व भी मधुपुर महाविद्यालय में ये बर्सर का पद बखूबी निभा चुके हैं। ज्ञातव्य हो की इनकी नियुक्ति 2008 में सहायक प्राध्यापक के पद पर रघुनंदन तिवारी महाविद्यालय, धमड़ी, गोड्डा में हुई थी। जहां से 2009 में इनका स्थानांतरण मधुपुर महाविद्यालय में हुआ था। तब से लेकर आज तक इन्होंने महाविद्यालय में रूटीन इंचार्ज, नैक समन्वयक, रुसा समन्वयक, एआईएसएचई समन्वयक आदि अनेक पदों को सुशोभित किया है। इसके अतिरिक्त ये मधुस्थली बीएड. कॉलेज में विश्वविद्यालय प्रतिनिधि के रूप में भी कार्य कर चुके हैं। इनके बर्सर बनने से कॉलेज के शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों में हर्ष का माहौल है।
छात्राओं के बीच मंत्री ने किया साइकिल का वितरण
- रानी मंदाकिनी उवि में रूआर कार्यक्रम का आयोजन
मधुपुर/संवाददाता। समग्र शिक्षा अभियान के तहत करौं रानी मंदाकिनी उच्च विद्यालय मंे रुआर कार्यक्रम के तहत एक दिवसीय प्रखंडस्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन सूबे के कैबिनेट मंत्री हफीजुल हसन एवं जिला परिषद सदस्य ललन कुमार सिंह ने दीप जलाकर किया। कार्यक्रम के माध्यम से प्रखंड के 600 छात्राओं के बीच नि:शुल्क साइकिल का वितरण किया।
मौके पर मंत्री हफीजुल हसन ने कहा अभिभावक एवं जनप्रतिनिधि अपने-अपने बच्चों को नियमित रूप से विद्यालय भेजे। सरकार द्वारा छात्र-छात्राओं के लिए अनेकों योजनाएं चल रही है। कहा कि उनके द्वारा किए गए वादे के अनुसार विकास को एक-एक करके पूरा किया जा रहा है। आने वाले समय में विकास का काम तेज किया जाएगा। उन्होंने रानी मंदाकिनी विद्यालय में सौंदर्यीकरण का काम का अति शीघ्र चालू करने की बात कही। करौं मैं आईटीआई कॉलेज का अति शीघ्र उद्घाटन कराकर छात्र-छात्राओं को पठन-पाठन करने का मौका देंगे। उन्होंने कहा कि करौं के मालडाबरा गांव में शीघ्र ही डिग्री कॉलेज शिलान्यास होगा। जिसके लिए जमीन चिह्नित कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि समय बहुत कम है उनके अनुरूप आने वाले चुनाव के पूर्व कार्य को धरातल पर उतरने का प्रयास किया जाएगा।
मौके पर उन्होंने कहा कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास की रोशनी पहुंचाना उनका लक्ष्य है। चाहे जो भी कुर्बानियां देना पड़े देने को तैयार है। इस अवसर पर उन्होंने अबुवा आवास योजना का स्वीकृति पत्र, ट्राई साइकिल, किशोरी समृद्धि योजना का मंजुरी पत्र, स्वयं सहायता समूह के बीच चार लाख का चेक वितरण किया। मौके पर जिला परिषद सदस्य ललन कुमार सिंह, बालवीर राय, प्रखंड विकास पदाधिकारी हरि उरांव, अंचलाधिकारी चंद्रशेखर तिवारी, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी रॉबिन चंद मंडल, मंत्री प्रतिनिधि गुलाम असरफ राजू, मंत्री के जिला मीडिया प्रभारी समीर आलम, मनोज कुमार सिंह, कविता कुमारी, राकेश कुमार राय, लेखपाल शशि प्रकाश सिंह आदि मौके पर मौजूद थे।
मधुपुर व मारगोमुंडा में 14.12 करोड़ की लागत से नौ सड़कों का होगा निर्माण
मधुपुर/संवाददाता। झारखंड सरकार के कैबिनेट मंत्री हफीजुल हसन के अथक प्रयास से मधुपुर व मारगोमुंडा प्रखंड में 14 करोड़ 12 लाख की लागत से नौ सड़कों का होगा निर्माण। मुख्यमंत्री ग्राम सड़क सुदृढ़ीकरण योजना के तहत ग्रामीण कार्य विभाग ने स्वीकृति दिया है।
मंत्री ने कहा कि चुनाव के समय जनता से किए गए वादे को निभाया जा रहा है। ख़ुशी की बात है कि मधुपुर विधानसभा क्षेत्र में लगभग 14 करोड़ रुपये की लागत से करीब 31 किलोमीटर लंबी 9 सड़कों का निर्माण कार्य किया जायेगा। झारखंड सरकार ग्रामीण कार्य विभाग ने इसकी स्वीकृति प्रदान कर दी है। मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत इन सड़कों का निर्माण किया जायेगा। शीघ्र ही टेंडर की प्रक्रिया पूर्ण कर निर्माण कार्य प्रारंभ किया जायेगा। विधानसभा क्षेत्र को आदर्श विधानसभा के रूप में विकसित करना मेरी प्राथमिकता है। मधुपुर विधानसभा क्षेत्र में बिजली, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, पानी व अन्य बुनियादी सुविधाओं के प्रति हमारी सरकार सजग और गंभीर है।
- महान समाज सुधारक ईश्वर चंद्र विद्यासागर पर विशेष
पंडित ईश्वरचंद्र विद्यासागर के विचार आज भी हमारे लिए प्रासंगिक : बिद्रोह
मधुपुर/संवाददाता। पंडित ईश्वरचंद्र विद्यासागर सामान्य ज्ञान और मातृप्रेम के साथ उन्नीसवीं सदी के पुनर्जागरण
के अग्रदूतों मे एक थे। झारखंड बंगाली समिति के प्रदेश अध्यक्ष बिद्रोह कुमार मित्रा ने कहा कि पुनर्जागरण के चार मुख्य तत्व है आधुनिक शिक्षा, स्त्री शिक्षा, समाज सुधार और बांग्ला गद्य साहित्य में आधुनिकता का सृजन। इसके हर पहलू मंे विद्यासागर के योगदान का हमलोग सदैव ऋणी है। उन्होंने बंग्ला साहित्य मे आधुनिक गद्य-शैली का विकास किया। जिससे बंग्ला साहित्य को विशेष प्रोत्साहन मिला। उन्होंने 1847 मे बंग्ला भाषा ‘बेताल-पंचविंसती पुस्तक लिखी।
19वंी शताब्दी के महान शिक्षाशास्त्री और समाज़ सुधारक हुए ईश्वरचंद्र विद्यासागर। इनका जन्म 1820 ई मे पश्चिम बंगाल के मिदनापुर जिले के “वीरसिंह” गांव मे एक निर्धन ब्राह्मण परिवार में हुआ। वे सरकारी संस्कृत कॉलेज कोलकाता में शिक्षा प्राप्त की और इसी कॉलेज में प्राध्यापक के पद पर नियुक्त हुए बाद मे इसी कॉलेज में प्राचार्य बन गए। पंडित जी ने भारतीय समाज में अज्ञान को दूर करके उसमें नव जागृति तथा नये विचारों का समावेश किया। भारतीय समाज में व्याप्त बुराइयों और अंधविश्वासों के विरुद्ध जमकर संघर्ष किया। समाज में बाल-विवाह, कन्या-वध, छुआ-छूत, बहू-विवाह, विधवाओं के विवाह पर रोक, सती प्रथा तथा नारी जाति की दुर्दशा आदि कई बुराईयां व्याप्त थीं। इन कुरीतियों को दूर करने के प्रयास मे वे हिन्दुओं के कोपभाजन बने। परंतु इन कुरीतियों को उखाड़ फेंकने के लिए कट्टरपंथियों से जमकर लड़ने वालों में ईश्वरचंद्र विद्यासागर का नाम सबसे ऊपर आता है।
राजा राम मोहन राय द्वारा चलाए गए समाज-सुधार के कार्यो विशेष रूप से नारी-उत्थान के कार्य को समर्थन दिया। पंडित ईश्वरचंद्र विद्यासागर नारी जाति मे जागृति लाना चाहते थे। अत: उन्होंने 25 के लगभग बालिका विद्यालयों की स्थापना किया। कहा जाता था कि स्त्री का शिक्षा से क्या संबंध है?नौकरी तो करना नहीं है या शास्त्रो का अध्ययन भी करना नहीं है। उनकी शिक्षा का अर्थ है उन्हे अनावश्यक स्वतंत्रता देना। जिसका प्रतिफल अच्छा नहीं होगा । इसी कारण स्त्रियों को पर्दे में रखा जाता था। उन्हे कहीं आने-जाने की स्वतंत्रता नही थी। परन्तु ईश्वरचंद्र विद्यासागर की शिक्षा दृष्टि एवं चरित्र शक्ति के सामने यह सब बाधाएं विफल हो गयी। अभिभावक मंडल को हार स्वीकार करनी पड़ी। जीवन के शेषकाल में भी उन्होने ‘बीर सिंह’ ग्राम में नारियों के लिए ‘भगवती विद्यालय’ की स्थापना की।
अपने जीवन के आखिरी समय मे करमाटांड़ में रहकर यहाँ के आदिवासी असहाय लोगों की मदद की। यहां के संथाल समुदाय के साथ गहरी रिश्तदारी होने के कारण वे जब कोलकाता से करमाटांड़ के लिए प्रस्थान करते थे तो साथ में उनलोगों के लिए कपड़े, कम्बल, भोजन और दवाईया लाते थे। सहज, सरल, इमानदार संथाल से विद्यासागर दिल और आत्मा से प्यार करते थे। उनके कर्मभूमि नंदन कानन करमाटांड़ को देखने आज भी दूर-दराज से लोग आते रहते हैं। जीवन के शेषकाल में नाना प्रकार के रोग-यंत्रणा को सहन करने के बाद कोलकाता में 29 जुलाई 1891 को उन्होने अपने नश्वर शरीर को त्याग दिया।
किसानों के बीच किया गया बीज का वितरण
मोहनपुर/संवाददाता। प्रखंड क्षेत्र के अंतर्गत घोंघा पंचायत के नावाडीह गांव में रविवार को आदिवासी बहुल क्षेत्र में कृषि के लिए महिला किसानों को वैकल्पिक कृषि की तैयारी को लेकर महिला को खेती के लिए जागरूकता किया गया। खेती में मूंग, सोयाबीन, नैनो यूरिया एवं कीटनाशक का नि:शुल्क वितरण किया गया। इस अवसर पर बाबा धाम फीड फार्मर कंपनी बसडीहा वितरण किया गया। मौके पर कंपनी बोर्ड के डायरेक्टर टीनी कुमारी, सीसी दुर्गा मुर्मू, अकाउंटेंट विभाग कर पंजियारा, सूरज मुनि मुर्मू समेत कई किसान सदस्य उपस्थित थे।
एक दिवसीय खरीफ कार्यशाला में किसानों को दी गयी जानकारी
सारठ/संवाददाता। सारठ प्रखंड के सभागार में कृषि विभाग द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ 20 सूत्री अध्यक्ष इश्तियाक मिर्जा, प्रखंड कृषि पदाधिकारी शशांक शेखर, बीटीएम राजेश वर्मा, कृषक मित्र नसीम अहमद, गणेश प्रसाद सिंह और महानंद मंडल द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। प्रखंड कृषि पदाधिकारी श्री शेखर ने कहा कि वर्षा के अभाव में किसानों को वैकल्पिक खेेती पर विशेष ध्यान देने की बात कही। ऐसी स्थिति को देखते हुए किसानों को मकई, मड़ुवा, बाजरा जैसे मोटे अनाज की खेती कर हुई क्षति को भरपाई कर सकते हैं। कहा कि कम बारिश के कारण धान की खेती सही ढंग से किसान नहीं कर पाने की स्थिति में उपज की संभावना कम दिख रही है। कम वर्षापात होने से धान की खेती काफी प्रभावित हुई है। बताया कि किसान समृद्धि योजना के तहत किसानों को 2 एचपी के चलंत सोलर पंप सेट एवं 5 एचपी के सोलर पंप सेट के लिए किसानों के बीच प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। इस बाबत सरकार 90 प्रतिशत अनुदान पर यह उपकरण उपलब्ध करा रही है, जो मात्र 10 किसानों को लगाना है। 20 सूत्री अध्यक्ष इश्तियाक मिर्जा द्वारा कृषि विभाग द्वारा पूर्व में संचालित सभी योजनाओं के बारे मंे भी विशेष जानकारी उपलब्ध करायी गई तथा किसानों को समयानुकूल परिस्थितियों से भागने नहीं बल्कि जूझने की जरूरत पर बल दिया। कार्यशाला के अंत में बीएओ श्री शेखर ने बताया कि जो किसान इच्छुक है, वे फॉर्म भर कर कार्यालय में कार्यरत जनसेवक संजू कुमारी के पास जमा कर दें। किसानों को फॉर्म के साथ अपना आधार कार्ड, राशन कार्ड, बैंक पासबुक, जमीन के कागजात तथा सिंचाई स्त्रोत का फोटो संलग्न करना होगा। मौके पर कई कृषक मित्र और कई किसान मौजूद थे।
मांगों को लेकर संयुक्त ट्रेड यूनियन मोर्चा ने किया गेट मीटिंग
- प्रबंधन के खिलाफ की गई नारेबाजी
चितरा/संवाददाता। एसपी माइंस चितरा कोलियरी स्थित मुख्य वर्कशॉप के समक्ष कोलकर्मियों द्वारा अपनी मांगों को लेकर संयुक्त ट्रेड यूनियन मोर्चा के बैनर तले रविवार को गेट मीटिंग किया गया। साथ ही कोलकर्मियो ने मांग पूरा नहीं किए जाने का आरोप लगाते हुए कोलियरी प्रबंधन के खिलाफ जोरदार तरीके से नारेबाजी भी किया। मौके पर श्रमिक संगठन के नेता पशुपति कोल, श्याम सुन्दर तिवारी, दिनेश महतो सहित अन्य ने कहा कि कोलियरी प्रबंधन कोलकर्मियों को लगभग 10-12 सालों से प्रोन्नत नहीं किया जा रहा है। जिससे कोयला कर्मियों को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि बारिश के मौसम के पूर्व सुरक्षा से संबंधित रैन कोट, टोपी और जूता आदि का भी वितरण किया जाना था, लेकिन अभी तक नहीं किया गया है। जिससे खदान में काम करने वाले कोलकर्मी अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। कहा कि कोलियरी औषधालय में डॉक्टर और दवा की कमी है। चितरा कोलियरी में चलने वाली एंबुलेंस खुद बीमार है। इसके जगह पर नया एंबुलेंस दिया जाय। इस मौके पर अरुण पांडेय, षष्टी महतो, गणपति महतो, लक्ष्मण दास, जनार्दन मंडल, राम प्रसाद दास, प्रभु दास, श्याम मिर्धा, शशि बाउरी, प्रभु कोल, समसुल अंसारी, शेख समीर, रतन कोल सहित दर्जनों कोलकर्मी उपस्थित थे।