जसीडीह/संवाददाता। एसपी देवघर के निर्देश पर इंस्पेक्टर सह जसीडीह थाना प्रभारी रवि ठाकुर ने फरार वारंटियों की गिरफ्तारी को लेकर बीती रात जसीडीह थाना क्षेत्र में छापामारी अभियान चलवाया। इस दौरान रूपसागर गांव से दो वारंटी को गिरफ्तार कर बुधवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पुलिस ने बताया गिरफ्तार वारंटियों में एक का नाम गौरी पंडित और दूसरे का नाम श्याम पंडित है। जो जसीडीह थाना के एक कांड का अभियुक्त है और काफी दिनों से पुलिस की नजरों से भागे भागे फिर रहे थे। इसके बाद कोर्ट से दोनों के खिलाफ वारंट निर्गत किया।
गनजोरा में पाये गये चार एमएफ रोगियों किया गया इलाज
जसीडीह/संवाददाता। सीएचसी जसीडीह प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विश्वनाथ चौधरी के निर्देश पर स्वास्थ्य कर्मियों ने बुधवार को जसीडीह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत गनजोरा गांव में पाये गये चार एमएफ रोगियों का इलाज किया। विदित हो कि जिला भीबीडी पदाधिकारी देवघर डॉ अभय कुमार यादव के आदेशानुसार एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विश्वनाथ चौधरी के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य कर्मियों ने 17 से 22 अक्टूबर तक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जसीडीह के अंतर्गत सेंटिनल ग्राम चित्तौलोढ़िया दो एवं रेंडम ग्राम गनजोरा में एमएफ दर को जांचने हेतु रात्रि रक्तपट संग्रह कार्यक्रम चलाया था। जिसका परिणाम में सेंटिनल ग्राम के पांच लोग एमएफ धनात्मक प्राप्त हुए एवं रेंडम ग्राम के चार लोग एमएफ धनात्मक प्राप्त हुए। मार्गदर्शिका के अनुसार सभी एमएफ रोगियों का इलाज करना सुनिश्चित किया जाना था। जिसके तहत चार दिसंबर को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जसीडीह के अंतर्गत रेंडम ग्राम गनजोरा (पंचायत केनमनकाठी) में चलाए गए रात्रि रक्तपट संग्रह कार्यक्रम के दौरान पाए गए एमएफ धनात्मक रोगियों का पूर्ण उपचार चिकित्सक के सलाह एवं उपचार के नए मार्गदर्शिका के अनुसार किया गया। साथ ही पंजी में फ्लो अप रिकॉर्ड का संधारण के साथ एमएमडीपी किट का भी वितरण किया गया। स्वास्थ्य कर्मियों में एमपीडब्ल्यू प्रणय कुमार मिश्र, एमपीडब्ल्यू इरशाद अंसारी एवं एमपीडब्ल्यू धीरेंद्र कुमार दास आदि मौजूद थे।
पंडा धर्मरक्षिणी सभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र
- बाबा बैद्यनाथ मंदिर कॉरिडोर निर्माण की स्थिति स्पष्ट करने का किया आग्रह
देवघर/नगर संवाददाता। पंडा धर्मरक्षिणी सभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सह राष्ट्रीय मंत्री (युवा) अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा चंद्रशेखर खवाड़े ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर बाबा बैद्यनाथ मंदिर हेतु कॉरिडोर निर्माण की तत्कालीन स्थिति स्पष्ट करने का आग्रह किया है। प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि द्वादश ज्योतिर्लिंगों में एक मनोकामना लिंग के नाम से प्रसिद्ध रावणेश्वर बाबा बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर के आसपास निवास करने वाले, व्यापार करने वाले लोगों के बीच कॉरिडोर निर्माण को लेकर आये दिन समाचार पत्रों के माध्यम से देवघर के आम जनमानस में कॉरिडोर को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है। कॉरिडोर निर्माण को लेकर मंदिर के अगल-बगल कई एकड़ में जिनकी छोटी-छोटी संपत्ति है। (घर, दुकान, मकान आदि) ऐसे सभी समाज यथा ब्राह्मण, वैश्य, भूमिहार, मारवाड़ी, शर्मा, बनिया, राउत, केसरी आदि परिवारों में एक भय का माहौल कुछ खबरों को लेकर बन रहा है। लोग अपनी संपत्तियों को औने-पौने दामों में दलालों के पास बेचने को आतुर दिख रहे हैं। साथ ही यह सभी लोग अन्य स्थलों पर संपत्ति (घर, दुकान, मकान आदि) खरीदने के लिए दलालों को अथवा संपत्ति मालिकों को उचित से कहीं अधिक मूल्य चुकाने को अपनी विवशता के कारण तैयार दिख रहे हैं। कॉरिडोर निर्माण एक वृहद पैमाने पर लिया जाने वाला निर्णय है। मुझे ऐसा प्रतीत होता है कि इसमें केंद्र और राज्य सरकार दोनों को मिलकर ही निर्णय लेना चाहिए। जिस प्रकार से झारखंड की डेमोग्राफी बदल रही है और सनातन धर्मावलंबियों का दोहन शोषण अल्पसंख्यक कहे जाने वाले लोगों द्वारा लगातार किया जा रहा है। यहां झारखंड सरकार के प्रशासन द्वारा भी सनातनियों के हित में किसी भी प्रकार का सहयोग करने से साफ मना कर रही है। तब कॉरिडोर निर्माण के नाम पर एकमुश्त इकट्ठे हिंदू समाज अपना बसोवास करते हुए अपने जीवन यापन करने के साथ धर्म की रक्षा और यहां की पौराणिकताओं का संरक्षण करते हुए मंदिर को किसी भी आक्रांता अथवा अन्य से बचाने में हमेशा तत्पर रहे हैं। साथ ही उनके एकजुट रहने से बाबाधाम में आने वाले श्रद्धालुओं को भी पूजा पाठ करने में सुविधा होती है और यहां आयें हुए श्रद्धालु, तीर्थयात्री, यात्री अपने आप को धर्मावलंबियों के बीच पाकर सुरक्षित, सहज और प्रसन्न महसूस करते हैं। मेरे विचार से कई अन्य और तथ्यों को राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार को ध्यान में रखने के बाद ही मिलकर आपस में विमर्श करने के बाद ही कॉरिडोर निर्माण अथवा शहर को स्थाई रूप से अतिक्रमण मुक्त करते हुए चौड़ीकरण करने का निर्णय लेना भविष्य के लिए सुरक्षित और सटीक रहेगा। उन्होंने आग्रह किया है कि हमारे देश आर्यावर्त (हिंदुस्तान, भारत) की संस्कृति को सुरक्षित रख संवर्धित करने हेतु समुचित निर्णय लेने की गुहार लगायी है।
तंबाकू मुक्त युवा अभियान 2.0 को ले लखोरिया विद्यालय में चलाया गया जागरूकता अभियान
- भाषण प्रतियोगिता के सफल प्रतिभागियों को किया गया पुरस्कृत
देवघर/नगर संवाददाता। राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत बुधवार को राजकीय कृत आदर्श प्लस टू विद्यालय लखोरिया सारवां में तंबाकू निषेद पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। सिविल सर्जन देवघर डॉ युगल किशोर चौधरी एवं जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी सह एनसीडी नोडल पदाधिकारी डॉ मनोज गुप्ता के निर्देशानुसार कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों को तंबाकू के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूक करना और उन्हें इस खतरनाक आदत से दूर रखना है। कार्यक्रम में बच्चो को तम्बाकू से होने वाले बीमारियों जैसे कैंसर, अस्थमा, लकवा, श्वास संबधित बीमारी के बारे में चर्चा की गयी तथा इससे होने वाले आर्थिक और सामाजिक दुष्प्रभाव के बारे मे भी बतलाया गया। विद्यालयों के अंदर और बाहर दोनों स्थानों पर साकारात्मक परिवर्तन लाने का प्रयास किया गया। साथ ही कोटपा अधिनियम से संबंधित प्रावधनों को लेकर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें बताया गया की तंबाकू नियंत्रण अधिनियम कोटपा 2003 के मुख्यत: चार धाराओं के बारे में बिस्तर से बताया गया। बच्चों को सर्व प्रथम धारा 4 के बारे में बतलाया गया कि तंबाकू नियंत्रण अधिनियम की धारा 4 के अनुसार किसी भी सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करना प्रतिबंधित है तथा इसके उल्लंघन करने पर दो सौ तक का जुर्माना वसूला जा सकता है। धारा 5 में बताया गया कि तंबाकू नियंत्रण अधिनियम की धारा 5 के अनुसार किसी भी तंबाकू उत्पादकों के प्रत्यक्ष एवं प्रत्यक्ष विज्ञापन प्रोत्साहन एवं तंबाकू कंपनियों द्वारा किसी इवेंट का प्रयोजन करना अथवा स्पॉन्सरशिप करना प्रतिबंध है। इसके उल्लंघन करने पर एक हजार तक का जुर्माना अथवा 2 साल तक का करवास अथवा दोनों हो सकता है। धारा 6 ए तंबाकू नियंत्रण अधिनियम की धारा 6ए के अनुसार किसी भी अवयस्क या बच्चों को तंबाकू उत्पादन बेचना या उसके द्वारा बेचवाना प्रतिबंध है। इसके लिए उल्लंघन करता को 200 तक का जुर्माना लिया जा सकता है। तंबाकू नियंत्रण अधिनियम की धारा 6बी के अनुसार किसी भी शिक्षण संस्थान के 100 गज के दायरे में तंबाकू उत्पादन बेचना अपराध है। उल्लंघनकर्ता के द्वारा 200 तक का जुर्माना वसूला जा सकता है। तंबाकू नियंत्रण अधिनियम की धारा 7 के अनुसार किसी भी तंबाकू उत्पादकों के पैकेट के मुख्य भागों पर 85 प्रतिशत हिस्से पर चित्रित स्वास्थ्य चेतावनी के बिना नहीं बचा जा सकता है। ऐसे उल्लंघन करने पर 5000 तक का जुर्माना तथा 2 वर्ष तक का कारावास या दोनों हो सकता है। साथ ही बच्चों के बीच तम्बाकू निषेद पर भाषण प्रतियोगिता कराई गई। कार्यक्रम के अंत में बच्चों को तंबाकू सेवन नहीं करने की शपथ भी दिलाई गई। कार्यक्रम के दौरान स्कूली बच्चों को तंबाकू दुष्परिणाम के बारे में बड़े ही रोचक तरीके से समझाया गया। साथ ही बच्चों के बीच तम्बाकू निषेद पर भाषण प्रतियोगिता कराई गई। जिसमें प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले बच्चे प्रियंका कुमारी, अस्फाक आलम, राधिका कुमारी एवं अन्य पांच को एनसीडी कोषांग देवघर द्वारा पुरस्कृत किया गया। साथ ही तंबाकू नहीं खाने की शपथ भी दिलाई गई। कार्यशाला में स्कूल के प्रचार्य कविता कुमारी शिक्षक धनंजय कुमार झा, जयप्रकाश नारायण एवं राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के जिला परामर्शी अभिमन्यु दांगी, विजय सिंह एवं अन्य शामिल थे।
रिखिया पीठ में बह रही है भक्ति की अविरल धारा
मोहनपुर। संवाददाता। विश्व योग गुरु ब्रह्मलीन परमहंस स्वामी सत्यानंद सरस्वती की तपोभूमि विद्यापीठ में पांच दिवसीय शतचंडी महायज्ञ से क्षेत्र में भक्ति की अविरल धारा बह रही है। परमहंस स्वामी सत्यानंद के उत्तराधिकारी पद्म भूषण परमाहंस स्वामी निरंजनानंद सरस्वती व रिखिया पीठदेश्वरी साध्वी सत्संगानंद सरस्वती की उपस्थिति में वाराणसी के पंडितों द्वारा मंत्रोच्चार के बीच अनुष्ठान किया जा रहा है। बुधवार को आश्रम कि कन्याओं एवं बटुक ने नृत्य प्रस्तुत कर भक्तों का मन मोह लिया। भक्तों के बीच प्रसाद स्वरूप घरेलू सामान का वितरण किया गया। वहीं ललिता शर्मा ने भजन से समां बांध दिया। भजन की शुरुआत गुरु वंदना से की गयी।
नगर निगम ने वार्ड-14 में चलाया अभियान
- बड़े बकायादारों को शीघ्र टैक्स जमा करने का दिया गया निर्देश
देवघर/नगर संवाददाता। बुधवार को देवघर नगर निगम के प्रशासक के आदेशानुसार नगर निगम क्षेत्र के वार्ड नंबर 14 के होल्डिंग के बड़े बकायेदारों के यहां निगम कर्मियों द्वारा विजिट किया गया। जिसमें पता चला कि बहुत ऐसे होल्डिंग धारक ऐसे हैं जिनका टैक्स लाखों में बकाया है। इन लोगों को नगर निगम के द्वारा अंतिम चेतावनी दी गई है की अपना बकाया टैक्स जल्द जमा करें, अन्यथा झारखंड म्युनिसिपल एक्ट 2011 की धारा 184 के तहत क़ानूनी कार्यवाही की जाएगी। नगर निगम की ओर से बड़े बकायेदारों के नाम की सूची भी जारी की गई है। जिसमें मनोज कुमार सिंह 32333 रूपया, पंकज कुमार भूषण 25800 रुपए, आशा देवी 20939 रुपए, विजय कुमार 20340 रुपए, बसंती देवी, फुलमानिया देवी, कांति देवी 20636 रुपए सहित अन्य बड़े बकायादारों ने पिछले 5 से 6 साल टैक्स जमा नहीं किया है। नगर निगम की ओर से सभी होल्डिंग धारकों से अपील की गई है कि वो अपना होल्डिंग टैक्स समय पर जमा करें एवं जुर्माने से बचें। साथ ही जानकारी दी गई कि कल 5 दिसंबर को भी टैक्स के लिए अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान में नगर निगम के पदाधिकारी सहित पीएमयू के विनय जारीवाल, एसपीएस के मोहित मिश्रा, हरेराम यादव, अमर देव, अवकाश देव, अमित वाजपेयी मौजूद थे।
रेल कर्मचारी संगठनों की मान्यता दिलाने को ले तीन दिवसीय चुनाव प्रारंभ
- पहले दिन 845 मतदाताओं में 331 मत पड़े
- एईएन कार्यालय को बनाया गया मतदान केन्द्र
- मतदान केन्द्र की सुरक्षा सीसीटीबी की निगरानी व सीआरपीएफ के जिम्मे
मधुपुर/संवाददाता। रेल कर्मचारी संगठन की मान्यता प्राप्त को लेकर तीन दिवसीय मतदान को लेकर पहले दिन बुधवार को चुनाव को लेकर मतदान की प्रक्रिया प्रारम्भ हुई। इसको लेकर रेल प्रशासन की ओर से बूथ संख्या 02, सहायक अभियंता कार्यालय मे मतदान केन्द्र बनाया गया था। जहां मधुपुर, गिरीडीह, महेशमुंडा, जगदीशपुर, मदनकट्टा और मथुरापुर के रेल कर्मी शामिल है। रेल यूनियन संगठन के मान्यता के लिए मतदान मे मधुपुर से कुल 845 रेलकर्मी अपने मताधिकारी का प्रयोग करेंगे। जिसमंे पहले दिन बुधवार को कुल 331 रेलकर्मचारियों ने मतदान किया। मतदान केन्द्र पर वोटरों की सुविधा के लिए प्रवेश व निकास के लिए अलग-अलग द्वार बनाए गए थे। बता दें कि यह मतदान केन्द्र को संवेदशील घोषित किया गया था। जिस कारण यहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। पूरे मतदान की सुरक्षा व्यवस्था आरपीएसएफ के जिम्मे था। सीसीटीवी कैमरा की निगरानी मे पूरे मतदान की प्रक्रिया चल रही थी। प्रत्येक मतदाता को पहचान पत्र के जरिए प्रवेश कराया जा रहा था। यहां कुल पांच संगठन अपनी मान्यता की लड़ाई लड़ रहा है। जिसमें पूर्व रेलवे कर्मचारी यूनियन, पूर्व रेलवे मेंस यूनियन ,पूर्व रेलवे मेंस कांग्रेस, पूर्व रेलवे त्रिमूल मेंस कांग्रेस व पूर्व रेलवे कर्मचारी संघ शामिल है।
संगठन ने झोंकी ताकत : रेल कर्मचारी संगठन की मान्यता को लेकर तमाम यूनियन ने अपनी पूरी ताकत झोंक दिया है। हालांकि चुनाव में पांच कर्मचारी संगठन मैदान में है। सभी नीतियों और सिद्धांतों का हवाला देकर वोटरों को अपने संगठन के पक्ष में वोट करने की अपील कर रहे हैं। जुलूस नुक्कड नाटक तथा डोर टू डोर प्रचार किया जा रहा है। कर्मचारियों के बीच पर्चा का वितरण कर अपने संगठन के पक्ष में करने की पुरजोर कोशिश की जा रही है। ईआरएमसी के अध्यक्ष
सरोज मिश्रा ने बताय की चार से छह दिसम्बर तक रेलकर्मचारी अपनी सुविधा अनुसार वोट डालंेगे। ताकि रेल का काम प्रभावित नहीं हो।
छह साल पर सरकार कराती है चुनाव : भारत सरकार रेल कर्मचारियों के संगठन की मान्यता को लेकर हर एक छह साल में चुनाव करती है। यह चुनाव 2019 में होना था परंतु कोरोना के कारण समय पर चुनाव नहीं हो सका था। इसके बाद विभिन्न कर्मचारी संगठन की मांग पर अब यह चुनाव हो रहा है। इसके तहत प्रावधान है कि उसी कर्मचारी संगठन को भारत सरकार मान्यता देगी जो चुनाव में कम से कम 35 प्रतिशत वोट प्राप्त करेगा। इससे कम वोट वाले संगठन को सरकार मान्यता नहीं देगी।
देवघर में ‘मनोन्याय’ इकाई का हुआ शुभारंभ, मानसिक रूप से बीमार और बौद्धिक विकलांग व्यक्तियों को मिलेगी कानूनी सहायता
देवघर/वरीय संवाददाता। नालसा (कानूनी सेवाएं मानसिक रूप से बीमार व्यक्तियों और बौद्धिक रूप से विकलांग व्यक्तियों को) योजना, 2024 के तहत नवगठित कानूनी सेवा इकाई ‘मनोन्याय’ का दो दिवसीय अभिमुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन 4 दिसंबर से 5 दिसंबर, 2024 तक न्याय सदन देवघर में किया गया। इस इकाई का गठन मानसिक रूप से बीमार और बौद्धिक विकलांग व्यक्तियों को कानूनी सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से किया गया है।
कार्यक्रम का उद्घाटन अशोक कुमार, मुख्य जिला एवं सत्र न्यायाधीश-सह-अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने किया। इस अवसर पर विजय कुमार श्रीवास्तव, जिला एवं सत्र न्यायाधीश 9, कुमारी जीव, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, दीपक कुमार, सिविल जज सीनियर डिवीजन, समा रोशनी कुल्लू, सिविल जज सीनियर डिवीजन, श्रृष्टि घई, न्यायिक मजिस्ट्रेट और प्रतिक रंजन, प्रभारी न्यायाधीश भी उपस्थित रहे।
विशेषज्ञों ने दिए व्याख्यान : कार्यक्रम में डॉ. दीपक कुमार, एसोसिएट प्रोफेसर, विभाग ऑफ पीएमआर और डॉ. सोम्या मिश्रा, एसोसिएट प्रोफेसर, विभाग ऑफ मनोचिकित्सा ने व्याख्यान दिए। डॉ. दीपक कुमार ने मानसिक बीमारी और बौद्धिक विकलांगता वाले व्यक्तियों के अधिकारों और कानूनी सेवा संस्थानों द्वारा की जाने वाली हस्तक्षेपों के बारे में विस्तार से बताया। वहीं, डॉ. सोम्या मिश्रा ने विकलांगजन अधिकार अधिनियम, 2016 और मानसिक स्वास्थ्य देखभाल अधिनियम, 2017 के बारे में जानकारी दी।
मनोन्याय इकाई के प्रमुख उद्देश्य : मानसिक बीमारी और बौद्धिक विकलांगता वाले व्यक्तियों की विशिष्ट कानूनी और सामाजिक आवश्यकताओं के प्रति कानूनी सेवाओं को संवेदनशील बनाना।
- सभी नागरिक, प्रशासनिक, आपराधिक या संबंधित मामलों में मानसिक बीमारी और बौद्धिक विकलांगता वाले व्यक्तियों के लिए कानूनी सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित करना।
- प्रत्येक जिले में पैनल वकीलों और पैरा-लीगल स्वयंसेवकों की एक विशेष इकाई बनाना, जिनके पास मानसिक बीमारी और बौद्धिक विकलांगता वाले व्यक्तियों की विशेष जरूरतों के बारे में आवश्यक ज्ञान हो।
- यह सुनिश्चित करना कि मानसिक बीमारी और बौद्धिक विकलांगता वाले व्यक्तियों को योजनाओं, कार्यक्रमों, सुविधाओं या सेवाओं तक समान पहुंच हो।
- यह सुनिश्चित करना कि मानसिक बीमारी और बौद्धिक विकलांगता वाले व्यक्तियों को उनके कानूनी अधिकारों के बारे में जानकारी उनके अनूठी जरूरतों के अनुरूप तरीके से प्राप्त हो।
- सरकारी संस्थानों और विभागों, गैर-सरकारी संगठनों, विश्वविद्यालयों आदि के साथ सहयोग करके मानसिक बीमारी और बौद्धिक विकलांगता वाले व्यक्तियों के अधिकारों की रक्षा करने वाले कानूनों, योजनाओं और नीतियों के कार्यान्वयन के लिए पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करना।
इकाई के सदस्य : इस इकाई में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव, सात पैनल वकील और 10 पारा लीगल स्वयंसेवक शामिल हैं।
भारतीय नौसेना सभ्यता और संस्कृति की रक्षक : डॉ. प्रदीप
देवघर/वरीय संवाददाता। भारतीय नौसेना दिवस प्रत्येक वर्ष 4 दिसम्बर को मनाया जाता है। यह 1971 की जंग में भारतीय नौसेना की पाकिस्तानी नौसेना पर जीत की याद में मनाया जाता है। मौके पर स्थानीय विवेकानंद शैक्षणिक, सांस्कृतिक एवं क्रीड़ा संस्थान के केंद्रीय अध्यक्ष डॉ. प्रदीप कुमार सिंह देव ने कहा कि 3 दिसंबर को भारतीय सेना पूर्वी पाकिस्तान जो अब बांग्लादेश में है, में पाक सेना के खिलाफ जंग की शुरुआत कर चुकी थी। वहीं ‘ऑपरेशन ट्राइडेंट’ के तहत 4 दिसंबर, 1971 को भारतीय नौसेना ने कराची नौसैनिक अड्डे पर भी हमला बोल दिया था। इस यु्द्ध में पहली बार जहाज पर मार करने वाली एंटी शिप मिसाइल से हमला किया गया था। नौसेना ने पाकिस्तान के तीन जहाज नष्ट कर दिए थे। इसमें भारतीय नौसेना का आई.एन.एस. खुकरी भी पानी में डूब गया था। इसमें 18 अधिकारियों सहित लगभग 176 नौसैनिक सवार थे। नौसेना प्रमुख एडमिरल एस.एम. नंदा के नेतृत्व में ऑपरेशन ट्राइडेंट का प्लान बनाया गया था। इस टास्क की जिम्मेदारी 25वीं स्क्वॉर्डन कमांडर बबरू भान यादव को दी गई थी। 4 दिसंबर, 1971 को नौसेना ने कराची स्थित पाकिस्तान नौसेना हेडक्वार्टर पर पहला हमला किया था। एम्यूनिशन सप्लाईिशप समेत कई जहाज नेस्तनाबूद कर दिए गए थे। इस दौरान पाक के ऑयल टैंकर भी तबाह हो गए। भारतीय नौसैनिक बेड़े को कराची से 250 किमी की दूरी पर रोका गया और शाम होने तक 150 किमी और पास चले जाने का आदेश दिया गया। हमला करने के बाद सुबह होने से पहले तेज़ीसे बेड़े को 150 किमी वापस आ जाने को कहा गया, ताकि बेड़ा पाकिस्तानी बमवर्षकों की पहुंच से दूर हो जाए। हमला भी रूस की ओसा मिसाइल बोट से किया किया। ऑपरेशन ट्राइडेंट के तहत पहले हमला निपट, निर्घट और वीर मिसाइल बोट्स ने किया। सभी बोट्स चार-चार मिसाइलों से लैस थीं। बबरू भान यादव खुद निपट बोट पर मौजूद थे। पहले पी.एन.एस. खैबर, उसके बाद पीएनएस चैलेंजर और पीएनएस मुहाफिज को मिसाइल से बर्बाद कर पानी में डुबो दिया। इस हमले के बाद पाक नेवी सतर्क हो गई। उसने दिन-रात कराची पोर्ट के चारों तरफ छोटे विमानों से निगरानी रखनी शुरू कर दी। कराची तेल डिपो में लगी आग की लपटों को 60 किलोमीटर की दूरी से भी देखा जा सकता था। ऑपरेशन खत्म होते ही भारतीय नौसैनिक अधिकारी विजय जेरथ ने संदेश भेजा, ‘फॉर पीजन्स हैप्पी इन द नेस्ट. रीज्वाइनिंग।’ इस पर उनको जवाब मिला, ‘एफ 15 से विनाश के लिए; इससे अच्छी दिवाली हमने आज तक नहीं देखी।’ कराची के तेल डिपो में लगी आग को सात दिनों और सात रातों तक नहीं बुझाया जा सका।