मतपेटी लेकर शिकारीपाड़ा, काठीकुण्ड, गोपीकांदर एवं रामगढ़ रवाना हुए मतदान कर्मी
दुमका/वरीय संवाददाता। दुमका के उग्रवाद प्रभावित चार प्रखण्डों-शिकारीपाड़ा, काठीकुण्ड, गोपीकांदर एवं रामगढ़ में शनिवार को पहले चरण के तहत होनेवाले चुनाव पर पूरे राज्य की नजर रहेगी। पहले चरण में शांतिपूर्ण चुनाव करवाना दुमका जिला प्रशासन के लिए बड़ी चुनौति है। दुमका उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला खुद पूरी व्यवस्था को मॉनिटरिंग कर रहे थे जबकि एसडीएम महेश्वर महतो पोलिंग पार्टी को आवश्यक दिशा निर्देश देते नजर आए। शिकारीपाड़ा प्रखंड के पोलिंग पार्टी का डिस्पैच दुमका के एसपी कॉलेज से किया गया जबकि गोपीकंदर तथा काठीकुंड के पोलिंग पार्टी का डिस्पैच पॉलिटेक्निक कॉलेज से तथा रामगढ़ प्रखंड के पोलिंग पार्टी का डिस्पैच इंजीनियरिंग कॉलेज दुमका से किया गया। जिला निर्वाचन पदाधिकारी (पंचायत) सह उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला ने पहले चरण के पंचायत चुनाव के लिए प्रतिनियुक्त सेक्टर, पेट्रोलिंग मजिस्ट्रेट एवं मतदान कर्मियों को शुक्रवार को अपने मतदान केन्द्र के लिए रवाना किया। उपायुक्त ने कहा कि पहले चरण में गोपीकान्दर, काठीकुण्ड, रामगढ़ एवं शिकारीपाड़ा प्रखंड में होने वाले पंचायत चुनाव के लिए मतदान कर्मियों को मतपेटिका सहित तमाम आवश्यक सामग्री एवं वाहन उपलब्ध करा दिये गये हैं। चारों प्रखंडों के लिए मतदान दल के अलावा सुरक्षित मतदान दल को भी संबंधित प्रखंडों में भेज दिया गया है। साथ ही प्रत्येक मतदान केन्द्र पर दो-दो मतपेटिकायें उपलब्ध कराने के अलावा संबंधित प्रखंडों में आवश्यक अतिरिक्त आरक्षित मतपेटिकायें भी उपलब्ध करायी जा चुकी है। ताकि आवश्यकतावश ससमय मतदान दल या मतपेटिकाओं की अतिरिक्त आवश्यकतायें पूरी की जा सके। शुक्रवार को सभी मतदान कर्मी अपने पुलिस पदाधिकारी के साथ मतदान केन्द्र की ओर प्रस्थान कर गये और शाम तक मतदान केन्द्र भी पहुंच गये। सभी मतदान कर्मियों के लिए बूथों में रहने और खाने-पीने की व्यवस्था प्रशासन की ओर से की गई है। उन्होंने बतलाया कि सभी मतदान कर्मी सेक्टर पदाधिकारी एवं पेट्रोलिंग मजिस्ट्रेट रात्रि विश्राम अपने अपने कलस्टर प्वाईन्ट पर ही करेंगे। उन्होंने कहा कि सभी कर्मियों से दिये गये रूट चार्ट के अनुरूप ही मतदान केन्द्र तक जाने तथा मतदान समाप्ति के पश्चात उपलब्ध कराये गये रूट चार्ट का अनुपालन करते हुए ही अपने क्लस्टर प्वाईन्ट तक वापस आने का निर्देश दिया गया है। तत्पश्चात सेक्टर पदाधिकारी तथा पेट्रोलिंग मजिस्ट्रेट से समन्वय बनाकर उनके साथ ही मतपेटी लेकर बज्रगृह आयेगे। उपायुक्त ने सभी कर्मियों से दिये गये सुरक्षा मानकों का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित करने का निदेश दिया। पुलिस अधीक्षक अंबर लकड़ा ने कहा कि सभी सुरक्षा बलों को अपने-अपने क्षेत्र में लगा दिया गया है। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बलों की पैनी नजर रहेगी। पुलिस अधीक्षक ने सभी पदाधिकारियों से अपना मोबाईल हमेशा स्वीच ऑन रखने को कहा ताकि ससमय आवश्यक सूचनायें मतदान कर्मी तथा कन्ट्रोल रूम तक पहुँचाई जा सके। उन्होंने इस बात की सख्त हिदायत दी कि मतदान कर्मी, सेक्टर तथा पेट्रोलिंग मजिस्ट्रेट कोई भी पदाधिकारी क्लस्टर प्वाईन्ट से आगे चारपहिया वाहनों का उपयोग कर मतदान केन्द्र तक न जाएं।
सुरक्षा के पु,ता इंतजाम, बेखैफ होकर करें मतदान: डीसी
दुमका/नगर संवाददाता। जिला निर्वाचन पदाधिकारी (पंचायत) सह उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला ने कहा कि 14 मई को होनेवाले पहले चरण के पंचायत चुनाव के लिए सुरक्षा के इंतजाम व्यापक किया गया हैं। उन्होंने मतदाताओं से अपील है कि वे गांव की सरकार को चुनने के लिए बेखैफ होकर अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करें। उन्होंने कहा कि शनिवार की सुबह 7:00 बजे से मतदान शुरू हो जाएगा। शाम 3 बजे तक कतार में लग जानेवाले सभी मतदाताओं को मतदान का मौका दिया जायेगा। उपायुक्त ने बताया कि मतदानकर्मी सही ढंग से पोलिंग बूथ तक पहुंचे इसके लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। उनके साथ सुरक्षा बल हैं। इसके अलावा बूथों पर भी जवानों की तैनाती की गयी है। इस चुनाव में जिला पुलिस बल के अलावा एसआईआरबी, एसएसबी के जवानों को भी तैनात किया गया है। उपायुक्त ने बताया कि चुनाव शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न हो इसके लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। जिला के एसपी के साथ मिलकर सिक्योरिटी प्वाइंट पर काफी एक्सरसाइज की गयी है। उपायुक्त ने कहा कि हमारा प्रयास भयमुक्त वातावरण में शांतिपूर्ण और स्वच्छ चुनाव संपन्न कराने का है।
2015 में चारों प्रखण्डों में हुआ था शांतिपूर्ण चुनाव
दुमका/नगर संवाददाता। आम चुनाव में मतदान के दिन दुमका में नक्सली हिंसा का इतिहास रहा है। 2009 में के विधान सभा चुनाव और 2014 के लोकसभा चुनाव में नक्सली हिंसा हुई थी। 2014 के लोस चुनाव के दिन शिकारीपाड़ा प्रखंड में मतदान संपन्न कराकर लौट रहे पोलिंग पार्टी को नक्सलियों ने अपना निशाना बनाया था। नक्सलियों ने पूरे बस को विस्फोट कर उड़ा दिया था. इस घटना में कुल आठ मतदान और सुरक्षाकर्मी की मौत हुई थी। 2015 में भी पहले चरण में शिकारीपाड़ा, काठीकुण्ड, गोपीकांदर एवं रामगढ़ में पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ था। पिछले कुछ वर्षों से दुमका जिला में नक्सली वारदात नहीं होने से ऐसी संभावना है कि पहले चरण का चुनाव शांतिपूर्ण होगा।
चुनाव कार्य में महिला मतदान कर्मी भी हैं शामिल
दुमका/नगर संवाददाता। महिला मतदान कर्मियों में दिखा उत्साहरू इस बार के पंचायत चुनाव में काफी संख्या में महिला मतदान कर्मियों को लगाया गया है। उन्हें भी मतपेटी के साथ बूथों तक भेजा गया। वे सभी काफी उत्साहित नजर आ रही थी। महिला मतदानकर्मियों ने कहा कि वह बहुत अच्छा अनुभव हासिल कर लौटेंगे। स्वच्छ और शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न कराएंगे। भले ही यह मतदान कर्मी नक्सली इलाकों में वोट कराने जा रहे हैं लेकिन, इन्हें इस बात की खुशी है कि लोकतंत्र के इस महापर्व में उन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है।
नक्सल प्रभावित सभी बुथों पर सशस्त्र सुरक्षा बल
शिकारीपाड़ा/निज संवाददाता। शिकारीपाड़ा प्रखंड में पंचायत चुनाव 2022 के प्रथम चरण में 14 मई को मतदान किया जाएगा। यह देखते हुए कि शिकारीपाड़ा प्रखंड नक्सल प्रभावित है। यहां सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की जा रही है। सुरक्षा व्यवस्था पर खुद एसडीपीओ नूर मुस्तफा नजर बनाए हुए हैं। वह क्लस्टर में जाकर सुरक्षा कर्मियों को मतदान केंद्र के लिए रवाना किया। उन्होंने बताया कि सिक्योरिटी पॉइंट से काफी एक्सरसाइज किया गया है। पिछले कुछ दिनों से नक्सल प्रभावित इलाके में लगातार अभियान चलाया जा रहा था। निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देश के अनुसार इन नक्सल प्रभावित बुथों में पर्याप्त सुरक्षा बल लगाए जायेगें हैं। एसडीपीओ ने कहा कि मतदाता भयमुक्त वातावरण में सुरक्षा और शांतिपूर्ण तरीके से मतदान करेंगे, यह सुनिश्चित किया जा रहा है।