देवघर/वरीय संवाददाता। झारखंड प्रदेश इंटक के प्रदेश सचिव अजय कुमार एवं देवघर जिला इंटक के जिला अध्यक्ष अनंत मिश्रा तथा देवघर जिला इंटक के कार्यकारिणी की सदस्य प्रमिला देवी ने कहा कि बजट (2024-25) संतुलित एवं समाज के सभी वर्गों का ख्याल रखने वाला हो।
इंटक के नेताओं ने कहा कि बजट किसानों एवं बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने वाला तथा खासकर महंगाई का बोझ कम करने वाला हो क्योंकि निरंतर बढ़ती महंगाई से राहत पाना ही आम नागरिक की प्राथमिक आवश्यकता है।
महान क्रांतिकारी मंगल पांडे को श्रद्धांजलि
देवघर/वरीय संवाददाता। झारखंड प्रदेश कांग्रेस सेवादल के प्रदेश उपाध्यक्ष अजय कुमार ने जयंती पर 1857 के सिपाही विद्रोह के नायक व महान क्रांतिकारी स्वर्गीय मंगल पांडे को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में मंगल पांडे के बलिदान एवं अमूल्य योगदान को यह देश सदैव याद रखेगा। त्याग, बलिदान एवं देश प्रेम के जीते जागते मिसाल थे स्वर्गीय मंगल पांडे। स्वर्गीय मंगल पांडे की शहादत का ही परिणाम है कि 10 मई 1857 को इस देश के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की नींव पड़ी।
श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य सुविधा को लेकर सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में व्यापक इंतजाम : उपायुक्त
- मेला क्षेत्र में 35 स्थायी व अस्थायी स्वास्थ्य केंद्र की व्यवस्था
देवघर/वरीय संवाददाता। उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी विशाल सागर द्वारा जानकारी दी गई है कि राजकीय श्रावणी मेला, 2024 के दौरान स्वास्थ्य विभाग की ओर से श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य सुविधा हेतु 35 स्थाई व अस्थाई स्वास्थ्य केंद्र बनाये जा रहे हैं। साथ ही स्वास्थ्य शिविरों के सफल संचालन को लेकर चिकित्सकों के अलावा मेडिकल कर्मियों को प्रतिनियुक्त किया जाएगा, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। इसके अलावा सभी शिविर प्रभारी को निर्देशित किया गया है कि शिविर में प्रतिदिन इलाज करने वाले कांवरियों का प्रतिवेदन श्रावणी मेला कार्यालय को उपलब्ध करायें।
इसके अलावा मेला क्षेत्र में दुम्मा, सोमनाथ भवन, नवाडीह, बांक, आध्यात्मिक भवन, सरासनी, खिजुरिया, हिंदी विद्यापीठ, बरमसिया, बीएड कॉलेज, जलसार, नेहरू पार्क, शिवगंगा, क्यू कॉम्प्लेक्स, बाबा मंदिर, सुविधा केंद्र, पुराना सदर अस्पताल, कोठिया बस स्टैंड, कुमैठा स्टेडियम, बाघमारा बस स्टैंड, नंदन पहाड़, हथगगढ़ बस स्टैंड, सदर अस्पताल देवघर, देवघर रेलवे स्टेशन, प्राइवेट बस स्टैंड, बैद्यनाथधाम रेलवे स्टेशन, जसीडीह रेलवे स्टेशन, एपीएचसी तपोवन, एपीएचसी खड़गडीहा, स्वाथ्य केंद्र त्रिकूट पहाड़, स्वास्थ्य उपकेंद्र घोरमारा, मारवाड़ी कांवर संघ, प्राइवेट बस स्टैंड रिखिया, स्वास्थ्य केंद्र चौपा मोड़, दर्दमारा बस स्टैंड में स्थायी एवं अस्थायी स्वास्थ्य केंद्र बनाये जा रहे हैं।
दिव्यांग का फर्जी प्रमाण पत्र बनाकर बन गया शिक्षक
- पीजीटी शिक्षक बहाली में अनियमितता बरतने का मामला
- डीसी ने सिविल सर्जन को बाहर कर बनायी दूसरी जांच कमेटी
- सिविल सर्जन की भूमिका सवालों के घेरे में, दूसरी टीम में एम्स के डॉक्टर भी शामिल
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देवघर/नगर संवाददाता। पीजीटी शिक्षक बहाली में एक बोलने और सुनने वाले शख्स योगेंद्र कुमार की नियुक्ति मूक बधिर आरक्षण वाले कोटे में हुई है। रांची के एक न्यूज पोर्टल ने सबसे पहले इसका खुलासा किया था। इसके बाद शिक्षा विभाग ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पूरे मामले की जांच करने का निर्देश देवघर डीसी विशाल सागर को दिया। कहा गया था कि मामले की जांच कर 24 घंटों के अंदर रिपोर्ट विभाग को भेजी जाए। देवघर डीसी ने मामले को लेकर जांच कमेटी बनायी जिसमें देवघर के सिविल सर्जन डॉ रंजन सिन्हा को भी रखा गया था। सूत्रों की माने तो सिविल सर्जन ने अपनी जांच रिपोर्ट डीसी को सौंप दी। लेकिन उस रिपोर्ट को देवघर प्रशासन की तरफ से संदेह के घेरे में रखा गया है। अब फिर से दूसरी जांच कमेटी का गठन हुआ है। इस बार कमेटी में एम्स के डॉक्टरों को रखा गया है। जिससे मामले की जांच निष्पक्ष हो। देवघर डीसी विशाल सागर की तरफ से बनी पहली जांच कमेटी में डॉ रंजन सिन्हा शामिल थे। उन्होंने रिपोर्ट बनाकर डीसी को सौंपी भी दी, लेकिन पूरी जांच रिपोर्ट ही सवालों के घेरे में है। दरअसल डॉ रंजन सिन्हा ने ही योगेंद्र कुमार को मूक बधिर होने का प्रमाण पत्र दिया था। जिसके आधार पर योगेंद्र पीजीटी परीक्षा में शामिल हुआ और उसे नियुक्त मिली। जबकि योगेंद्र कुमार साफ तौर से बोल और सुन सकता है। ऐसे में उस डॉक्टर को कैसे जांच कमेटी में रखा जा सकता है, जिसने खुद ही मूक बधिर होने की पुष्टि की थी, जो कि गलत है। इसलिए अब डीसी की तरफ से दूसरी जांच समिति बनी है, जिसमें एम्स के डॉक्टरों को शामिल किया गया है। देवघर के सिविल सर्जन कार्यालय के सूत्रों की बात करें तो सिविल सर्जन डॉ सिन्हा ने जो रिपोर्ट डीसी को सौंपी थी, वो गलत थी। सूत्रों का कहना है कि इस पूरे मामले में डॉ रंजन सिन्हा फंसते नजर आ रहे हैं। क्योंकि इन्होंने ही योगेंद्र कुमार को मूक बधिर होने का प्रमाण पत्र सौंपा था। सूत्रों का यह भी कहना है कि डॉ रंजन सिन्हा ने जो रिपोर्ट डीसी को सौंपी है। उसमें कहा गया है कि योगेंद्र कुमार पहले मूक बधिर था, लेकिन धीरे-धीरे वह बोल और सुन पा रहा है, जो जांच के घेरे में है। क्योंकि वायरल ऑडियो में साफ सुना जा सकता है कि कैसे योगेंद्र कुमार अच्छी तरह से बोल और सुन सकता है। जन्म से ही जो मूक बधिर हो, वो भला कैसे कुछ ही दिनों में एक आम इंसान की तरह बोल और सुन सकता है। सीएस डॉ रंजन सिन्हा की ऐसी रिपोर्ट के बाद उन्हें वरीय अधिकारियों की डांट भी सुननी पड़ी है। इसके बाद दूसरी जांच टीम का गठन किया गया है।
जांच टीम में एम्स के डॉक्टर, जल्द ही मिलेगी रिपोर्ट : डीसी
इस मामले पर देवघर डीसी विशाल सागर कहा कि चूंकि सिविल सर्जन ने ही योगेंद्र को मूक बधिर होने का प्रमाण पत्र सौंपा था। इसलिए वो जांच टीम में नहीं रह सकते। नयी जांच टीम का गठन किया गया है। इस टीम में एम्स के डॉक्टर भी है। जल्द ही रिपोर्ट विभाग को सौंप दिया जाएगा।
चेन छिनतई की शिकायत
देवघर/संवाददाता। नगर थाना क्षेत्र स्थित राजा बगीचा मोहल्ला की रहने वाली आयुष्मिता कश्यप के गले से बाइक सवार बदमाशों ने सोने की चेन छिनतई की घटना को अंजाम दिया है। मामले को लेकर पीड़िता ने नगर थाना में शिकायत दर्ज कराई है। उसका कहना है कि वह एमआरटी चौक के समीप लगे डिजनीलैंड घूमने गई थी। घूमने के बाद वह घर जा रही थी। उसी दौरान दो बदमाश बाइक से उसके पास पहुंचे। वह कुछ समझ पाती, इससे पहले बाइक पर पीछे बैठा एक बदमाश ने उसके गले से सोने का चेन छीन लिया। घटना को अंजाम देने के बाद दोनों तेजी से फरार हो गए। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।
झांसे में लेकर 10 हजार की ठगी
देवघर/संवाददाता। साइबर अपराधी लोगों को झांसे में लेकर शिकार बनाने के लिए रोज नये तरीके आजमाते रहते हैं। ऐसा ही मामला बुढ़ई थाना क्षेत्र मानिकपुर निवासी नितेश कुमार के साथ हुई। ठगी का शिकार बने नीतीश ने मामले की शिकायत साइबर थाना में दर्ज कराया है। उसका कहना है कि उसके मोबाइल पर एक अनजान नंबर से फोन आया फोन करने वाले ने एक एप डाउनलोड करने को बोला। उसके उक्त एप को डाउनलोड कर लिया। डाउनलोड के उपरांत उसका मोबाइल हैक हो गय। हैकर के द्वारा उसके मोबाइल से फोटो निकालकर गलत ढंग से प्रसारित की धमकी देकर 10 हजार रुपए एकाउंट में ट्रांसफर करा लिया। उपरांत उससे और रुपए का डिमांड किये जाने पर वह शिकायत देने साइबर थाना पहुंचा। शिकायत लेकर साइबर थाना पुलिस जांच में जुट गयी है।
मोाबइल एवं पर्स की पॉकेटमारी
देवघर/संवाददाता। मीना बाजार में सब्जी खरीदने के दौरान कुंडा थाना क्षेत्र के रहने वाले वासुदेव राव का पर्स व मोबाइल फोन की पॉकेटमारी कर ली गई है। मामले को लेकर पीड़ित ने नगर थाना में शिकायत दर्ज कराया है। पीड़ित का कहना है कि वह सब्जी खरीदने मीना बाजार गया था। सब्जी खरीदने के उपरांत जब उसने पॉकेट से पर्स निकालकर दुकानदार को पैसा देना चाहा तो पर्स गायब था। साथ ही पॉकेट में रखा मोबाइल भी गाया था। पर्स में तीन हजार रुपये नकद सहित कुछ जरूरी कागजात भी रखा हुआ था। इधर-उधर खोजबीन करने के बाद भी कुछ भी पता नहीं चला। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।
घर का एस्बेस्टस तोड़कर लाखों की संपत्ति की चोरी
देवघर/संवाददाता। नगर थाना इलाके के नंदनपहाड़ बिचकोड़िया इलाके में एक घर का एस्बेस्टस तोड़कर चोरों ने लाखों की संपत्ति की चोरी कर ली। इसे लेकर रमेश पंजियारा ने नगर थाना में शिकायत दर्ज कराया है। बताया जाता है कि सभी घर के सदस्य दूसरे कमरे में सोये थे। देर रात को चोरों ने दूसरे कमरे का एस्बेस्टस तोड़कर घर के अंदर प्रवेश कर गया। कमरे में रखे बक्शे का ताला तोड़कर उसमें रखे 40 हजार नकद और 40 भर चांदी का जेवरात की चोरी कर ली। बताया कि कुछ दिन पूर्व ही उसके भाई की शादी हुई थी उसी शादी का जेवरात भी बक्शे में रखा था। इधर नगर पुलिस शिकायत लेकर मामले की छानबीन में जुटी है।
दो बाइक की चोरी
देवघर/संवाददाता। नगर थाना इलाके के दो अलग- अलग स्थानों से दो बाइक की चोरी कर लिये जाने का मामला सामने आया है। चोरों ने बरमसिया मस्जिद के पास स्थित एक अपार्टमेंट से बाइक की चोरी कर ली इसे लेकर थाना में अभिषेक सिंह ने मामला दर्ज कराया है। वहीं दूसरी बाइक चोरी की घटना पुरनदाहा इलाके का बताया जाता है। इसे लेकर पुरनदाहा निवासी संजय कुमार ने थाना में शिकायत दर्ज कराया है। कहा है कि वह अपनी बाइक को घर के सामने लगाया था। बाइक लगाने के बाद वह घर के अंदर चला गया। कुछ देर बाद जब बाहर निकला तो देखा की बाइक गायब है। आसपास काफी खोजबीन किया लेकिन बाइक नहीं मिली। नगर पुलिस शिकायत लेकर जांच में जुट गयी है।
मारपीट व छिनतई को लेकर काउंटर केस
देवघर/संवाददाता। नगर थाना में मारपीट जानलेवा हमला एवं छिनतई कर लिये जाने को लेकर काउंटर मामला दर्ज किया गया है। एक पक्ष की ओर से कल्याणपुर निवासी बद्री ठाकुर ने मामला दर्ज कराया है। जिसमें रवि वर्मा, उदय कुमार, सचित वर्मा, यशोदा देवी, कल्पना देवी को आरोपी बनाया है। कहा है कि उपरोक्त लोगों द्वारा जान मारने की नीयत से रड एवं लाठी-डंडा से हमला कर दिया गया। इस घटना में उसके सिर में गंभीर चोट लग गयी। मारपीट के दौरान महिलाओं का जेवरात भी छिन लिया गया। वहीं दूसरे पक्ष कि ओर से रवि कुमार वर्मा ने मामला दर्ज कराया है। मामले में बद्री ठाकुर, धीरू ठाकुर, सूरज ठाकुर और बिजली देवी को आरोपी बनाया है। उपरोक्त सभी पर मारपीट करने एवं दांत काट लेने का आरोप लगाया है। नगर पुलिस मामला दर्ज कर छानबीन में जुट गयी है।
पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज
देवघर/संवाददाता। जिले के देवीपुर थाना में पोक्सो एक्ट एवं मारपीट करने को लेकर मामला दर्ज कराया गया है। यह मामला एक किशोरी के मां ने दर्ज कराया है। मामले में चार लोगों को आरोपी बनाया है। मामले में कहा है कि किशोरी शौच के लिये गयी थी। रास्ते में एक आरोपी ने उसे रोककर छेड़खानी करने लगा। वह किसी तरह से भाग कर घर पहुंची और घटना की जानकारी दी। उपरांत वे सपरिवार आरोपी के घर गये तो उसके परिवार वालों ने गाली-गलौज करते हुए मारपीट कर दिया। इधर मामला दर्ज कर देवीपुर पुलिस जांच में जुट गयी है।
एएनएम की सीधी नियुक्ति का मार्ग हुआ प्रशस्त
- सीएस ने रोस्टर क्लीयरेंस कराते हुए अधियाचना विभाग को भेजा
देवघर/नगर संवाददाता। आखिरकार लंबे आंदोलन के बाद सिविल सर्जन डॉ रंजन सिन्हा के द्वारा जिला स्तरीय पद एएनएम के सीधी नियुक्ति हेतु रोस्टर क्लियरेंस कराते हुए अधियाचना विभाग को भेजा गया। भेजे गए अधियाचना के अनुसार देवघर जिले में एएनएम का स्वीकृत पद 211 है। जिसमें 119 एएनएम कार्यरत हैं और 92 पद रिक्त हैं। वहीं स्वास्थ्य कार्यरत के भी 48 पद रिक्त हैं। इस तरह इस प्रकृति के देवघर जिले में कुल 140 पद रिक्त हैं। जिसके सीधी नियुक्ति हेतु सिविल सर्जन के द्वारा विभाग को अधियाचना भेजा गया है। ज्ञात हो कि गत वर्ष लगातार 42 दिन के आंदोलन के बाद स्वास्थ्य मंत्री से वार्ता के बाद नियमितीकरण के मुद्दे पर सहमति बनने के बाद आंदोलन समाप्त हुआ था।
जिसके बाद विभाग के द्वारा राज्य स्तरीय पद एग्रेड नर्स, फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन और एक्सरे टेक्निसियन के लिए कर्मचारी चयन आयोग के द्वारा विज्ञापन निकाला गया सितम्बर में जिसके लिए परीक्षा संभावित है। एएनएम का पद जिला स्तरीय होने के कारण सभी जिलों से अधियाचना की मांग की गई थी। कई विभागीय स्मार पत्र के बावजूद अधियाचना नहीं भेजने पर झारखंड चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष मनोज कुमार मिश्र के नेतृत्व में अनुबंध एएनएम के द्वारा आंदोलन किया गया था। तब सिविल सर्जन के द्वारा रविवार तक अधियाचना भेजने के आश्वासन के बाद आंदोलन स्थगित किया गया था। संघ के जिलाध्यक्ष मनोज कुमार मिश्र ने इसके लिए सिविल सर्जन देवघर सहित रोस्टर क्लियरेंस करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले लिपिक तरूण तिवारी का संघ के तरफ से आभार प्रकट किया है। वहीं श्रावणी मेले के समय में जिला स्तरीय पद पर बड़ी संख्या में मनमाने तरीके से चलाये जा रहे स्थानांतरण उद्योग पर रोक लगाने की मांग की मांग की है। श्री मिश्र ने कहा कि जब स्थानांतरण के लिए तीन च्वाइस के साथ अभ्यावेदन की मांग की गई थी तो मनमाने तरीके से स्थानांतरण बंद हो और यदि मनमानी बंद नहीं कर महिला कर्मचारियों को बेवजह परेशान किया गया तो मजबूरन मेले में पूरी स्वास्थ्य व्यवस्था ठप्प कर सभी कर्मचारी आंदोलन में कूद जाएंगे और विषम परिस्थिति के जिम्मेदार सिविल सर्जन होंगे।
विहिप ने की बाबा बैद्यनाथ मंदिर को सरकारी तंत्र से मुक्त करने की मांग
देवघर/नगर संवाददाता। विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल झारखंड सरकार से मांग की है कि विश्व प्रसिद्ध बाबा बैजनाथ मंदिर को सरकारी तंत्र से मुक्त करें तभी बाबा बैद्यनाथ मंदिर की व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त हो सकता है। विहिप जिला मंत्री विक्रम सिंह एवं बजरंग दल जिला संयोजक अभिषेक मिश्रा ने संयुक्त बयान जारी कर कहां की जैसे अयोध्या में राम मंदिर की देखरेख के लिए सरकारी तंत्र से मुक्त ट्रस्ट बनाकर कार्य किया जा रहा है। इस प्रकार से बाबा बैद्यनाथ मंदिर को भी सरकारी तंत्र से मुक्त स्थानीय लोगों को शामिल कर ट्रस्ट का निर्माण करें। विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले में विश्व के कोने-कोने से शिव भक्त जल अर्पण करने के लिए बाबाधाम आते हैं और सुविधा के नाम पर यहां कुछ नहीं है। ना कोई नि:शुल्क लंगर चलाया जाता है। यहां मंदिर का चढ़ावा (पैसा, सोना चांदी) सरकार दूसरे फंड में खर्च करती है, जो कि सरासर गलत है। मंदिर का पैसा मंदिर के निर्माण और मंदिर के देखरेख में ही लगना चाहिए। मंदिर का पैसा से कोई नि:शुल्क बड़ा हॉस्पिटल, गोशाला, धर्मशाला आदि होना चाहिए। मंदिर की व्यवस्था बिल्कुल ही गड़बड़ है मंदिर में आए दिन गौ मांस खाने वाले व्यक्ति बेधड़क मंदिर में प्रवेश करते हैं। इन्हें रोकने वाला कोई नहीं है। अयोध्या में कोषों कोष दूर तक मांस मदिरा की दुकान नहीं मिलेगा और यहां हर चौक चौराहे पर मांस मदिरा की दुकान खुलेआम आपको देखने को मिल जाएगा। बांग्ला सावन प्रवेश कर चुका है बंगाल एवं नेपाल के शिव भक्त बाबा मंदिर पूजा करने आने लगे है और यहां अभी तक आधा अधूरा तैयारी हो पाया है। यह बिफलता की जवाबदेही झारखंड सरकार की है। झारखंड सरकार हिंदुओं के साथ भेदभाव की राजनीति कर रही है। विश्व प्रसिद्ध मेले में आए हुए शिव भक्तों की सेवा में हर साल समाजसेवी द्वारा लगए जाने वाले नि:शुल्क सेवा शिविर संचालित करने में बढ़ाएं पहुंचा रही है। झारखंड सरकार जानबूझकर हिंदुओं के साथ खिलवाड़ कर रही है। बाबा बैद्यनाथ के दर्शन के लिए लाखों लाख लोग प्रतिदिन जल अर्पण करने आते हैं और देवघर के जन-जन तक उनके सेवा में लगे हुए रहते हैं तभी तो मेला सफल होता है, लेकिन सरकार की मनसा कुछ और है। वर्तमान झारखंड सरकार के सह पर उपराजधानी दुमका सहित आनेकों को जिले में फिलिस्तीन का झंडा गर्व से फहराया जा रहा है। इससे साफ जाहिर है की आतंकवादी संगठन फिलिस्तीन तथा आईएसआईएस की जड़े झारखंड सहित देवघर में पांव पसारने लगा है। अत: ऐसी गतिविधियों पर शीघ्र अंकुश लगाने की आवश्यकता है।