- सुरक्षित बचपन के तहत एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित
गोड्डा। कार्यालय संवाददाता सुरक्षित बचपन के तहत सामाजिक संगठन साथी एवं जिला बाल संरक्षण इकाई के संयुक्त तत्वावधान में समाहरणालय के सभागार में किशोर न्याय अधिनियम, पोक्सो, बाल विवाह, बाल तस्करी और बाल यौन हिंसा रोकथाम के मुद्दे पर जिला स्तरीय सेवा प्रदाता, कर्तव्य वाहक एवं विभिन्न हितग्राही के साथ जागरूकता के लिए शनिवार को जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष विनय कुमार चौधरी, सदस्य डॉ नीरज कुमार, संदीप दुबे, मुजफ्फर आलम, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी रितेश कुमार ने दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यशाला को संबोधित करते हुए बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष विनय कुमार चौधरी ने कहा कि सभी स्तर पर जागरूकता लाना होगा। खास कर बाल विवाह को रोकने के लिए समाज को आगे आना होगा। इसके लिए हर बच्चों को विद्यालय से जोड़ना होगा। समिति के सदस्य डॉ नीरज कुमार ने कहा कि बाल संरक्षण एक ज्वलंत मुद्दा है। खास कर बाल तस्करी या बाल यौन हिंसा को रोकने के लिए अभियान मोड में काम करना होगा। समाज को बच्चों के प्रति जिम्मेवार नागरिक के रूप में खड़ा करना होगा और ऐसे अपराध को रोकते हुए बच्चों को मुख्य धारा से जोड़ना होगा। इन्होंने कहा कि बच्चों को विद्यालय से जोड़कर रखना होगा। उन्हें आर्थिक गतिविधि से दूर करना होगा।
डॉ नीरज ने कहा कि बच्चों को बाल विवाह, बाल मजदूरी और बाल यौन हिंसा जैसे मामलों से बचाने के लिए सभी हितग्राही को मिलकर काम करना होगा।
जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी रितेश कुमार ने कहा कि गोड्डा जिला अभी बाल विवाह के मामले में झारखंड में तीसरे नंबर है। इस कुरीति को समाप्त करने के लिए सभी को एक साथ रणनीति के साथ काम करना होगा। एलपीओ राजेश कुमार ने बाल संरक्षण के नियम और कानूनी पहलुओं को विस्तार से बताया। इसके साथ साथ बाल अपराध करने वाले को सजा के बारे में भी बताया। किशोर न्याय बोर्ड के ढांचागत व्यवस्था को विस्तार से बताया। कार्यक्रम में बाल कल्याण समिति के सदस्य संदीप दुबे, मुज्जफर आलम, चाइल्ड लाइन के जमील, साथी के अमर ठाकुर, हेमकांत मुर्मू, विभाष चंद्र, मीनू, सहित साथी की टीम मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन कालेश्वर मंडल ने किया।
रत्नेश्वर नाथ महादेव मंदिर के आसपास सफाई कार्य तेज
गोड्डा। कार्यालय संवाददाता। पवित्र सावन माह के मद्देनजर नगर परिषद की ओर से जिला मुख्यालय के प्रसिद्ध श्री रत्नेश्वर नाथ महादेव मंदिर परिसर एवं आसपास के इलाके में शनिवार को सफाई कार्य शुरू किया गया। नगर परिषद के कर्मी सुमन कुमार की देखरेख में मंदिर परिसर के अलावे मंदिर के निकटवर्ती इलाके के नालों की सफाई कराई गई। मालूम हो कि सावन के पावन माह में श्री रत्नेश्वर नाथ महादेव मंदिर में पूजन अर्चन के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ता है। सावन की सोमवारी को भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। शहरी क्षेत्र के अलावे जिला के दूरदराज के गांवों से लोग देवाधिदेव महादेव की पूजा अर्चना के लिए हजारों की संख्या में आते हैं। सोमवार को काफी संख्या में श्रद्धालु भागलपुर के बरारी से गंगाजल डाक बम या सामान्य बम के रूप में लाकर देवाधिदेव को अर्पित करते हैं। सावन के सोमवार को मंदिर परिसर के बाहर मेलानुमा दृश्य रहता है।
उपायुक्त ने डायरिया प्रभावित धमनी पंचायत का किया निरीक्षण
- स्वास्थ्य अधिकारियों को डायरिया प्रभावित गांवों में निरंतर कैंप कर घर-घर जाकर मरीजों का सर्वे करने का दिया निर्देश
- डायरिया प्रभावित गांव के पेयजल स्त्रोतों का किया निरीक्षण
गोड्डा। कार्यालय संवाददाता। उपायुक्त जिशान कमर ने जिले के सुंदरपहाड़ी प्रखंड के धमनी पंचायत अंतर्गत डायरिया प्रभावित जबरदाहा गांव का दौरा किया। उन्होंने पीड़ित परिवारों के घर पहुंचकर उनसे मुलाकात की। उनसे चर्चा कर जानना चाहा कि आखिर इलाका विशेष में ही डायरिया का प्रकोप क्यों हुआ। मालूम हो कि धमनी पंचायत के जबरदाहा गांव में डायरिया के 5 मरीज पाए गए हैं। जिनका इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, सुंदरपहाड़ी में किया जा रहा है। डायरिया प्रभावित मरीजों की स्थिति खतरे से बाहर बताई गई है। उपायुक्त ने अस्पताल में भर्ती मरीजों से भी भेंटकर उपचार व्यवस्था का जायजा लिया। चिकित्सकों को अच्छे से इलाज करने के निर्देश दिए। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, सुंदरपहाड़ी में डायरिया पीड़ितों के स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हो रहा है। स्थिति को त्वरित संज्ञान में देते हुए उपायुक्त ने जबरदाहा गांव के सभी के घर-घर पहुंचकर मरीजों के सर्वे करने के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य विभाग निरंतर कैंप के माध्यम से सर्वे कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि जरा भी डायरिया के लक्षण मिले तो उन्हें अस्पताल में भर्ती कर इलाज कराएं। निरीक्षण के उपरांत उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को आपसी तालमेल के साथ सतत निगरानी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने आम नागरिकों को भी सचेत किया कि साफ पानी एवं स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
उन्होंने चिकित्सा अधिकारियों से कहा कि मरीज के पूरी तरह ठीक होने के बाद ही अस्पताल से छुट्टी दिए जाएं। प्रभारी स्वास्थ्य पदाधिकारी, सुंदरपहाड़ी ने बताया कि अस्पताल में सभी तरह की दवाइयां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। उपायुक्त ने डायरिया प्रभावित गांव भ्रमण के दौरान पेय जलापूर्ति, नाली एवं इससे होकर गुजरे पाईप लाइन का निरीक्षण किया। उन्होंने नलकूप के जल का ही प्रयोग करने के निर्देश दिए, ताकि संक्रमण पर रोक लगाई जा सके ।
उपायुक्त ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुंदरपहाड़ी में डायरिया को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सचेत रहने के निर्देश दिए। उपायुक्त ने गांव वालों से पानी उबालकर पीने का अनुरोध किया। गांव में साफ सफाई एवं ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किए जा रहे हैं, ताकि डायरिया की स्थिति नियंत्रण में लाई जा सके। मौके पर सिविल सर्जन डॉ अनंत कुमार झा, अनुमंडल पदाधिकारी, गोड्डा बैद्यनाथ उरांव, प्रखंड विकास पदाधिकारी सुंदरपहाड़ी सोमनाथ बनर्जी, एमओआईसी, सुंदरपहाड़ी, बीपीएम सुंदरपहाड़ी सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे।
नौ सूत्री मांगों के समर्थन में कर्मचारियों ने निकाला कैंडल मार्च
गोड्डा। कार्यालय संवाददाता झारखंड अनुसचिवीय कर्मचारी संघ, समाहरणालय संवर्ग की ओर से शनिवार को 9 सूत्री मांगों के समर्थन में पुराने समाहरणालय परिसर के गेट से शहीद स्तंभ तक कैंडल मार्च का आयोजन किया गया। संघ की ओर से 22 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की गई है। कैंडल मार्च की अगुवाई संघ के जिला मंत्री मुजाहिदुल इस्लाम कर रहे थे। मौके पर सितलाल सोरेन, राकेश कुमार झा, आलोक कुमार, निरंजन कुमार, अनूप बेसरा, अनिता किस्कू, प्रिंस कुमार, कायम अंसारी, रंजीत कुमार, पूनम हांसदा, अनुराधा कुमारी, पूनम मरांडी, अनिता टुडू, शमशाद आलम आदि शामिल थे।
गोड्डा कॉलेज में होगी एंथ्रोपोलॉजी में ऑनर्स की पढ़ाई
गोड्डा। संवाददाता। गोड्डा कॉलेज, गोडू में एंथ्रोपोलॉजी विषय में ऑनर्स की पढ़ाई को विश्वविद्यालय की स्वीकृति मिलने से शिक्षाविदों एवं छात्रों में हर्ष का माहौल है।
पूर्व में गोड्डा कॉलेज में एंथ्रोपोलॉजी विषय में स्नातक स्तर पर केवल पास कोर्स चलाने की अनुमति थी। जिस कारण यहां के छात्र एंथ्रोपोलॉजी में मेजर या ऑनर्स में नामांकन नहीं ले पाते थे। लेकिन अब, सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय, दुमका की 19 जुलाई 2024 की एकेडमिक कौंसिल की बैठक में एंथ्रोपोलॉजी विषय की मेजर या ऑनर्स स्तर की पढ़ाई को अनुमति दे दी गई है। अब छात्र गोड्डा कॉलेज में एंथ्रोपोलॉजी विषय की मेजर की पढ़ाई कर सकेंगे। साथ ही, एंथ्रोपोलॉजी विषय के पाठ्यक्रम को भी अनुमोदित कर दिया गया।
एंथ्रोपोलॉजी के अंतर्गत मानव तथा उसकी संस्कृति, समाज, जनजाति, आनुवंशिकी, पुरातात्विक, जैविकीय उत्पति और विकास तथा उन सभी क्षेत्रों का वैज्ञानिक और व्यावहारिक अध्ययन किया जाता है जो मानव से संबंधित है। सम्पूर्ण अर्थ में एंथ्रोपोलॉजी मानव का समग्र अध्ययन करता है। यह विषय प्रतियोगी परीक्षाओं के साथ ही अनुसंधान के लिए बहुत उपयोगी है। कॉलेज के वरिष्ठ प्राध्यापक डीआर विवेकानंद सिंह ने बताया कि छात्र इसी सत्र 2024-2028 से ही एंथ्रोपोलॉजी मेजर में नामांकन ले सकते हैं।