हिरणपुर/संवाददाता। प्रखंड के बस्ताडीह स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में नारायणडीह प्राथमिक विद्यालय के सहयोगी शिक्षक रफीक अंसारी को बीईईओ रफीक आलम ने बीते बुधवार को प्रतिनियोजन किया। विद्यालय में बीते पांच वर्षों से एक मात्र पारा शिक्षक कोर्नेलियुस मरांडी कार्यरत है। जिस कारण सभी बच्चों को एक ही कमरे में बैठा कर पढ़ा रहे हैं। बीईईओ ने कहा कि उमवि बस्ताडीह में एक शिक्षक रहने के कारण असुविधा हो रही है। वर्तमान में विद्यालय में 82 बच्चे नामांकित है व प्रतिदिन 60 से 70 प्रतिशत तक उपस्थिति रहती है। उधर बीईईओ ने घाघरजानि उत्क्रमित मध्य विद्यालय को लेकर आदेश दिया है कि विद्यालय में 315 बच्चे नामांकित हैं। जहां प्रतिदिन 150 से 175 की उपस्थिति रहती है। विद्यालय में मात्र दो शिक्षक कार्यरत हैं। जिस कारण बच्चों के पठन-पाठन में दिक्कतें आ रही है। यदि एक शिक्षक कभी अवकाश में चला जाता है तो विद्यालय संचालन करना मुश्किल हो जाता है। इसे देखते हुए उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय दलाईपहाड़ के सहायक अध्यापक वंदना कुमारी को उमवि घाघरजानि में प्रतिनियोजन किया जाता है। दोनों शिक्षक गुरुवार को संबंधित विद्यालय में योगदान किये।
परिसदन भवन में गोपीनाथपुर और तारानगर गांव के पीड़ित लोगों से असम के मुख्यमंत्री मिले
-असम के मुख्यमंत्री हिमंता और राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने केकेएम कॉलेज छात्रावास का किया दौरा
पाकुड़/महेशपुर/संवाददाता। लोकसभा चुनाव के बाद से पाकुड़ जिला में उपजे हालात की जानकारी लेने के लिए गुरुवार को असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा एवं भाजपा के राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने संयुक्त रूप से महेशपुर के गायबथान और पाकुड़ केकेएम कॉलेज छात्रावास का दौरा किया। जिला परिसदन भवन में गोपीनाथपुर और तारानगर गांव के पीड़ित लोगों से मुलाकात कर उन्होंने संवेदना जाहिर की। असम के मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद गोपीनाथपुर गांव जाना चाह रहे थे। लेकिन सुरक्षा कारणों से प्रशासन ने उक्त गांव जाने की अनुमति नहीं दी। महेशपुर थाना क्षेत्र के गायबथान गांव में बीते 18 जुलाई को जमीन विवाद को लेकर दो समुदाय के बीच हुई मारपीट की घटना दिन प्रतिदिन तूल पकड़ती जा रही है। उन्होंने सर्वप्रथम मारपीट की घटना में जख्मी दन्दू हेम्ब्रम एवं होपनी मरांडी के जख्म को देखते हुए उनलोगों से घटना की जानकारी ली। झारखंड सरकार की ओर से दोनों जख्मियों का उपचार नहीं कराए जाने पर उन्होंने बताया कि गरीब होने के कारण यह लोग सही से अपना इलाज नहीं करा पा रहे हैं। दोनों के सिर पर अभी भी गंभीर चोट है। दोनों का बेहतर इलाज एवं कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए पार्टी की तरफ से एक-एक लाख रुपये देने की घोषणा की गई। इस दौरान उन्होंने न्यायालय की ओर से पीड़ित परिवार को दी गई डिक्री की कॉपी देखा। उन्होंने बताया कि न्यायालय के निर्देश पर पीड़ित परिवार को जमीन की डिक्री मिली हुई है। न्यायालय की ओर से एक महीने के अंदर संबंधित प्रशासन से उनके पक्ष में जमीन का हक दिलाने का निर्देश दिया गया था। परंतु स्थानीय प्रशासन के द्वारा दखल दियानी नहीं की गई। जिस कारण यह घटना घटी हैए अगर प्रशासन समय पर अपना काम करती तो यह घटना नहीं घटती। उन्होंने स्थानीय प्रशासन पर यह भी आरोप लगाया कि इतनी बड़ी घटना घट जाने के बावजूद भी अभी तक प्रशासन की ओर से उनलोगों का जमीन का दखल नहीं दी गई। उन्होंने बताया कि एसपीटी एक्ट के तहत आदिवासियों की जमीन खरीद नहीं की जा सकती है। पाकुड़ और साहिबगंज में घुसपैठियों की ओर से आदिवासियों की जमीन को हड़पा जा रहा है। जबकि एक आदिवासी मुख्यमंत्री चुप्पी साधे हुए है। जिस सरकार के मुख्यमंत्री आदिवासी हो उसके राज्य में आदिवासी के ऊपर अत्याचार हो रहा है और उन लोगों को न्याय नहीं मिल रहा है तो वे लोग कहां जाएंगे। पाकुड़, साहिबगंज के अलावा पूरे संथालपरगना में बांग्लादेशी घुसपैठियों के कारण डेमोग्राफी चेंज हो रही है, यह सोचने वाली बात है। उन्होंने बताया कि भारतीय जनता पार्टी पीड़ित परिवार के समक्ष खड़ी है। पीड़ित परिवार को हर संभव मदद के अलावा कानूनी लड़ाई में साथ दिया जाएगा। उन्होंने पीड़ित परिवार के लोगों को आश्वासन दिया कि उनलोगों की जो भी कानूनी लड़ाई है अब भाजपा उनलोगों के साथ लड़ेगी। उनलोगों को उनका हक दिलाते हुए अगली बार ग्रामीणों के साथ चाय पर भी बैठा जाएगा।
गोपीनाथपुर गांव का दौरा रद्द होना दु:ख की बात
मुख्यमंत्री ने बताया कि गोपीनाथपुर गांव का दौरा किया जाना था लेकिन झारखंड के मुख्यमंत्री ने कहा कि उस गांव में नहीं जा सकते हैं। अगर देश का मुख्यमंत्री घुसपैठियों के डर से अपने ही इलाके में नहीं जा सकते हैं तो यह सोचने वाली बात है कि झारखंड की हालत कितनी बिगड़ गई है। उन्होंने कहा कि जबरदस्ती उस गांव में नहीं जाना चाहेंगे। उन्होंने कहा कि उनके राज्य असम में झारखंड के मुख्यमंत्री कभी भी आएं, कहीं भी जाएं कोई रोक टोक नहीं है। लेकिन झारखंड की कहानी ही बदल चुकी है। उन्होंने कहा कि अगली बार जरूर गोपीनाथपुर का दौरा करेंगे। सरकार को जो करना है करें। अभी जाकर मैं माहौल खराब नहीं करना चाहते हैं। इसलिए अगली बार गोपीनाथपुर का दौरा जरूर करेंगे। मौके पर पूर्व मंत्री लुईस मरांडी, पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष बाबूधन मुर्मू, भाजपा नेता दुर्गा मरांडी, मिस्त्री सोरेन, देवीधन टुडू, सुपल मरांडी, सांपा साहा सहित दर्जनों भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे।
पीड़ित छात्रों से भी मिले असम के मुख्यमंत्री
पाकुड़। संवाददाता। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा और भाजपा के राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने शहर के केकेएम कॉलज स्थित छात्रावास पहुंच कर बीते शुकवार को पुलिस और छात्रों के बीच हुए विवाद में घायल हुए छात्रों से मुलाकात की और मामले की विस्तृत जानकारी भी ली। उन्होंने कहा कि यह घटना दु:खद है। प्रशासन चाहती तो ऐसी घटना नहीं घटती। लेकिन इस प्रकार की घटना सुनियोजित तरीके से किया गया और छात्रों पर झूठा मुकदमा भी दर्ज करवाया गया। यह चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि जब तक छात्रों को न्याय नहीं मिलता तब तक आंदोलन जारी रहेगा। वहीं परिसदन भवन में असम के मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार पर जमकर निशान साधते हुए कहा कि झारखंड राज्य में एसपीटी और सीएनटी एक्ट लागू है। इसके बवजूद आदिवासियों को उनकी जमीन से बेदखल किया जा रहा है। कोर्ट से न्याय मिलने के बावजूद कब्जे से उनके जमीन को छुड़ाया नहीं जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठियों की ओर से यह सारा साजिश रचा जा रहा है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठियों के कारण डेमोग्राफी चेंज हो रहा है। आने वाले दिनों में स्थिति और भयानक होगी। उन्होंने कहा कि प्रशासन आदिवासियों को मदद नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि वे गृह मंत्री अमित शाह से मिलकर उन्हें वस्तुस्थिति की जानकारी देंगे। असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि वे यहां के मुख्यमंत्री से अनुरोध करेंगे कि वे यहां के आदिवासी छात्रों को न्याय दिलाने का कार्य करें। मौके पर कई स्थानीय नेता भी मौजूद थे।
बांग्लादेशी घुसपैठियों को बाहर करे राज्य सरकार :दीपक
पाकुड़/संवाददाता। पौने पांच साल की सरकार में हेमंत सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार जब से झारखंड में आई है तब से तृष्टीकरण की राजनीति की पराकाष्ठा हो चुकी है। उक्त बातें परिसदन भवन में भाजपा के राज्यसभा के सांसद दीपक प्रकाश ने कही। बीते दिनों शुक्रवार को केकेएम कॉलेज के हॉस्टल में छात्र और पुलिस के बीच हुए विवाद को लेकर हुए छात्रों से मिलने जिला मुख्यालय पहुंचे हुए थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कई जिले और प्रखंडों में हिंदू अल्पमत में और मुस्लिम बहुमत में आ चुका है और मुस्लिम कौन जो बांग्लादेशी घुसपैठ है। बांग्लादेशी घुसपैठ संथालपरगना के जामताड़ा, दुमका, पाकुड़, साहिबगंज समेत अन्य जिला में आकर यहां के आर्थिक संसाधनों पर कब्जा करने का काम किया है। यहां के आदिवासी और मूलवासी समाज के रोजगार पर हमला करने का काम किया है और हद तो तब हो गई जब यहां के आदिवासी बहनों के साथ जमीन और जमीर के साथ खिलवाड़ करने का काम किया गया। उनके साथ शादी विवाह रचा कर भ्रम में डाल कर जमीन पर काबिल होने का काम किया। यहां पर ऐसे कई संगठन काम कर रहे हैं जो देश के खिलाफ काम करते हैं। पहले पीएफआई जो बैंड हो चुका है वह नया रूप नए नाम पर हर गांव में पहुंचने का काम कर रहा है। यह धर्मांतरण नहीं राष्ट्रांतरण है। यह झारखंड की समस्या नहीं देश की समस्या है। देश की अस्मिता आज खतरे में है और सबसे ज्यादा आदिवासी समाज जो मूल संस्कृति का परिचायक है। हम स्वाभिमानी हैं। हम यहां के आदिवासी और मूलवासी हंै। आज खतरे में हंै और हेमंत सोरेन की सरकार बंशी बजा रही हैं। यहां से बांग्लादेशी घुसपठियों की पहचान की जाए। फर्जी वोटर कार्ड और आधार कार्ड बना कर जिनका वोटर कार्ड में नाम आया है उसकी पहचान की जाए और गर्दन पकड़ कर बाहर किया जाए। मौके पर भाजपा जिला अध्यक्ष अमृत पांडेय, पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष बाबूधन मुर्मू, पूर्व विधायक बेनी प्रसाद गुप्ता, मिस्त्री सोरन, दुर्गा मरांडी, शर्मिला रजक, विक्रम मिश्रा समेत दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे।
डॉ. कलानंद ठाकुर पीड़ितों से मिले, बोले किसी भी हाल में न्याय मिलना चाहिए
पाकुड़/संवाददाता। डॉ. कलानंद ठाकुर, अशोक यादव और डॉ. हुडिंग मरांडी ने जिले के महेशपुर प्रखंड स्थित गायबथान गांव पहुंच कर पीड़ितों से मिलकर अपनी संवेदना व्यक्त की और हाल चाल जाना । ज्ञात हो कि आदिवासियों की जमीन हड़पने के लिए दानदू हेंब्रम और प्रमेशोल हेंब्रम के परिजनों पर विशेष समुदाय की ओर से जानलेवा हमला किया था और उन्हें जमीन को छोड़ने के लिए धमकी देकर दबाव बनाया था। आज घटना स्थल पहुंच कर पीड़ित परिवार से मिलकर आश्वस्त किया कि उन्हें न्याय जरूर मिलेगा। कलानंद ठाकुर ने कहा कि किसी भी हाल में पीड़ित को न्याय मिलना चाहिए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही प्रशासन को नहीं करनी चाहिए। अगर ऐसा होता तो न्यायालय का सहारा जिस भी स्तर का लेना होगा लिया जाएगा। उनलोग पूरी तरह से पीड़ित परिवार के साथ हैं।
अभाविप ने हेमंता विस्वा शर्मा को सौंपा ज्ञापन
पाकुड़/संवाददाता। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने परिषद भवन पहुंच कर असम के मुख्यमंत्री डॉ. हेमंता विस्वा शर्मा से मुलाकात कर बीते 26 जुलाई, 2024 की रात केकेएम कॉलेज हॉस्टल में आदिवासी छात्रों के ऊपर किए गए हमले और इसके बाद उन पर किए गए दर्ज मामले के विभिन्न धाराओं को हटाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। मौके पर विभाग संयोजक अमित साहा, नगर मंत्री हर्ष भगत, पूर्व प्रदेश कार्य समिति सदस्य राहुल मिश्रा जिला एसएफएस संयोजक विशाल भगत, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सत्यम भगत, जिला एसएफडी संयोजक सानू राज आदि मौजूद रहे।
बकरी चोरी के आरोप में ग्रामीणों ने बोलेरो वाहन को जब्त करते तीन लोगों को पकड़ा
हिरणपुर/संवाददाता। कथित रूप से बकरी चोरी का आरोप लगाते हुए गुरुवार को गम्हरिया गांव के ग्रामीणों ने बोलेरो वाहन सहित तीन लोगों को पकड़ा। मिली जानकारी के अनुसार बोलेरो वाहन संख्या जेएच 16एच 0239 गम्हरिया ग्रामीण पथ से गुजर रहा था कि एक मुर्गा को कुचल दिया। जिससे आक्रोशित ग्रामीणों ने वाहन को रोका। जिसमें चार बकरी पाए जाने पर चोरी का आरोप लगाते हुए ग्रामीण भड़क उठे व वाहन में सवार तीन लोगों से मारपीट भी की। इसमें से एक व्यक्ति अमड़ापाड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत बांसकेन्द्री निवासी शमशेर अंसारी है। वहीं अन्य दो लोगों का नाम पता नहीं चल पाया है। इसकी सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस भी पहुंची और तीनों व्यक्ति को अपने कब्जे में लेने का प्रयास किया। आक्रोशित ग्रामीणों ने साफ इनकार कर दिया। समाचार लिखे जाने तक तीनों आरोपी को ग्रामीण अपने कब्जे में रखा हुआ था।
मारपीट को लेकर थाना में की गयी शिकायत
महेशपुर/संवाददाता। थाना क्षेत्र के अस्कंधा गांव में अबुआ आवास की गड़बड़ी की शिकायत करने से केताबुल शेख के साथ छह लोगों ने एक मत होकर मारपीट किया। घटना को लेकर केताबुल शेख ने थाना में लिखित शिकायत देकर कार्रवाई करने की मांग की है।
जिला स्तरीय खरीफ कर्मशाला का आयोजन
पाकुड़/संवाददाता। संयुक्त कृषि भवन में गुरुवार को सदर प्रखंड परिसर में जिला स्तरीय खरीफ कर्मशाला 2024 का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन जिला परिषद उपाध्यक्ष अशोक कुमार भगत, जिला कृषि पदाधिकारी अरुण कुमार, भूमि संरक्षण पदाधिकारी सुचित कुमार एक्का, जिला सहकारिता पदाधिकारी, डीडीएम नाबार्ड, जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक, वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान कृषि विज्ञान केंद्र, जिला उद्यान पदाधिकारी, पणन सचिव ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। मौके पर किसानों को कई अहम जानकारी दी गई। जिला कृषि पदाधिकारी अरुण कुमार एवं वरीय वैज्ञानिकों ने संभावित सुखाड़ के मद्देनजर वैकल्पिक खेती अपनाने के लिए कम अवधि की फसलों की जानकारी दी। विभाग की ओर से संचालित योजनाओं का ससमय क्रियान्वयन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया। मृदा स्वास्थ्य कार्ड का प्रयोग करते हुए संतुलित एवं अनुशंसित मात्रा में उर्वरक प्रयोग की जानकारी दी गई। सरकार की महत्वाकांक्षी योजना केसीसी एवं झारखंड कृषि ऋण माफी योजना के लक्ष्य को ससमय पूर्ण करने का निर्देश दिया गया। साथ ही प्रखंडों में प्रखंड स्तरीय खरीफ कर्मशाला का आयोजन करते हुए ग्रामीणों को अधिक से अधिक योजनाओं का लाभ देने के लिए प्रचार-प्रसार करने का निर्देश प्रखंड स्तरीय कर्मचारियों को दिया गया। मौके पर उप परियोजना निदेशक आत्मा एवं सभी प्रखंड के प्रखंड कृषि पदाधिकारी उपस्थित थे।
13 दिवसीय कॉस्ट्यूम ज्वेलरी प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन
पाकुड़/संवाददाता। ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान की ओर से आयोजित 13 दिवसीय कॉस्ट्यूम ज्वेलरी प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन हुआ। प्रशिक्षण प्राप्त 34 महिलाओं को जिला अग्रणी प्रबंधक धनेश्वर बेसरा और निदेशक आरसेटी राजेश कुमार मिश्रा ने संयुक्त रूप से प्रमाण पत्र दिए। बेसरा ने दीदियों के उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी। उन्होंने दीदियों को व्यवसाय करने के लिए यथासंभव बैंक से सहायता करने की बात कही। वहीं मिश्रा ने प्रशिक्षण का लाभ उठा कर व्यवसाय शुरू करने की अपील की। उन्होंने कहा कि जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए आर्थिक रूप से समृद्ध होना जरूरी है। आरसेटी के वरिष्ठ संकाय सह कार्यक्रम समन्वयक अमित कुमार वर्धन ने कहा कि दीदियों को कॉस्टयूम ज्वेलरी जैसे हुनर की जानकारी दी गई। इसके अलावा उन्हें प्रोजेक्ट रिपोर्ट, बैंकिंग, बीमार आदि से संबंधित जानकारी दी गई। आरसेटी की ओर से ऐसे कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं जो ग्रामीण बेरोजगार युवाओं को आत्मनिर्भर बनती है। प्रशिक्षकों को अगले दो सालों तक फॉलोअप किया जाएगा ताकि उनके आत्मनिर्भर बनने में होने वाली समस्याओं का निराकरण हो सके। मौके पर संकाय बापी दास, कार्यालय सहायक शिबू कुनाई और मोतीलाल साहा मौजूद थे।
गोपीनाथपुर और तारानगर के पीड़ितों ने असम के मुख्यमंत्री से की मुलाकात
पाकुड़/संवाददाता। परिसदन भवन पहुंचे असम के मुख्यमंत्री डॉ. हेमंता विस्वा शर्मा से बीते माह सदर प्रखंड के गोपीनाथपुर गांव और तारानगर गांव में हुए हिंसा के पीड़ित ग्रामीणों ने मुलाकात की और अपनी पीड़ा से उन्हें अवगत कराया। मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने कहा कि अभी भी गांव में भय का माहौल है। अधिकतर परिवार अभी भी गांव नहीं जा पा रहे हैं। मौके पर मौजूद जिला परिषद की सदस्य पिंकी मंडल ने भी ग्रामीणों की समस्या से उन्हें रू ब रू करवाया और वर्तमान हालत की जानकारी दी। असम के मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों की ओर से दी गई जानकारी के बाद घटना पर अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि यह घटना चिंता का विषय है। प्रशासन को इस पर संज्ञान लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भाजपा पीड़ितों के साथ है और उन्हें हर हाल में न्याय दिलाया जाएगा।