गोलीकांड : 12 घंटे के भीतर पुलिस ने किया उद्भेदन
- सात अपराधी गिरफ्तार, दो देशी पिस्टल समेत कारतूस बरामद
- आशीष मिश्रा एवं छोटू श्रृंगारी ने हत्या करने के लिए उपलब्ध कराया था हथियार : एसपी
- रोहित ने चलायी थी गोली
देवघर/संवाददाता। देवघर पुलिस ने मनीष झा की हत्या एवं शोभित आनंद नारौने को गोली मारकर घायल करने के मामले का घटना के 12 घंटे अंदर पर्दाफाश कर दिया है। इस मामले पुलिस ने सात अपराधी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जेल गये बदमाशों के पास से दो देशी पिस्टल सहित 7.65 एमएम का सात जिंदा कारतूस व मैगजीन बरामद किया गया है। गुरुवार को प्रेसवार्ता कर एसपी सुभाषचन्द्र जाट ने विशेष रूप से जानकारी दी। बताया कि मनीष झा और शोभित आंनद नरौने को गोली कुंडा थाना क्षेत्र के बंधा बैजनाथपुर निवासी रोहित कुमार ने मारी थी। उस वक्त उसके साथ घोड़दौड़ा निवासी अपराधी उपेन्द्र राउत उर्फ टाइगर भी था। बताया कि मनीष बाबा परिहस्त गैंग का सदस्य था। रोहित आशीष मिश्रा एवं छोटू श्रृंगारी ग्रुप का सदस्य है। मनीष द्वारा रोहित को प्रताड़ित किया जाता था। मनीष की हत्या करने के लिये आशीष मिश्रा और छोटू श्रृंगारी ने मिलकर रोहित को पिस्टल व कारतूस उपलब्ध कराया था। बताया कि इस घटना के बाद एक छापेमारी टीम का गठन किया गया। जिसमें सदर एसडीपीओ पवन कुमार, नगर थाना प्रभारी पुनि नागेन्द्र कुमार मंडल, पुनि रतन कुमार सिंह, कुंडा थाना प्रभारी प्रवीण कुमार, एसआई रामानुज सिंह तथा एसआई मदन चौधरी सहित जवानों को शामिल किया गया था। गुप्त सूचना पर छापेमारी टीम ने पहले कुंडा थाना क्षेत्र के घोडदौड़ा स्थित उपेन्द्र राउत उर्फ टाइगर के घर से रोहित कुमार को गिरफ्तार किया। उसके पास से हत्या में प्रयुक्त किये गये पिस्टल को भी बरामद किया गया। एसपी ने बताया कि शहरी क्षेत्र में आज से डिजिटल गश्ती व्यवस्था को चालू किया जायेगा।
शहरी क्षेत्र में गोली चलाकर दहशत फैलाने वाले पांच अपराधी गिरफ्तार : छापेमारी टीम ने शहरी क्षेत्र में फायरिंग कर आमजनों को नुकसान पहुंचाने एवं दहशत फैलाने वाले पांच अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इनके पास से एक देशी ऑटोमेटिक पिस्टल, खोखा 03, 7.65 एमएम का जिंदा कारतूस चार बरामद किया गया। गिरफ्तार अपराधियों में राहुल मिश्रा शिवपुरी बालभारती स्कूल छत्तीसी, दीपक कुमार बगझोपा थाना सोनारायठाढ़ी, सौरभ यादव बैजनाथपुर चौक, अभिनव आनन्द गौशाला के सामने, आशीष कुमार बैजनाथपुर गांधीनगर का नाम शामिल है।
घायल शोभित आनंद के बयान पर जानलेवा हमला करने को लेकर मामला दर्ज : नगर थाना में गोली लगने से गंभीर रूप से घायल शोभित आनंद नरौने के बयान में जानलेवा हमला करने को लेकर मामला दर्ज किया गया है। कहा है कि वह दिल्ली एनसीआर में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में कार्यरत है। 30 सितंबर को छुट्टी में घर आया था। 19 अक्टूबर को अपने पिता दिनेश नाथ नरौने के साथ रात आठ बजे आलमारी खरीदने शिक्षा सभा चौक गये थे। 8.15 बजे के आसपास अचानक बाजार में भगदड़ मच गयी। वह पिता के साथ बचने के लिये भागने लगा उसी क्रम में दायें पैर पर दो गोली लग गयी। उसके बाद उसके पिता स्थानीय लोगों के सहयोग से उसे इलाज के लिये सदर अस्पताल पहुंचाया। कहा है कि कुछ अज्ञात अपराधियों ने जान मारने कि नीयत से उस पर गोली चलायी।
मृतक मनीष के पिता के बयान पर हत्या का मामला दर्ज
देवघर/संवाददाता। नगर थाना में मृतक मनीष झा के पिता शिक्षा सभा चौक निवासी अरविन्द झा के बयान पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है। कहा है 19 अक्टूबर की रात आठ बजे मनीष अपनी मां से यह कहकर घर से निकला था कि वह नाश्ता करने जा रहा है। घर से 200 कदम की दूरी पर मोमो दुकान में वह मोमो खा रहा था। करीब 8.30 बजे एक व्यक्ति उसके दरवाजे पर आया और कहा कि बेटे को कोई गोली मार दिया है। सुनते ही वे परिजन के साथ घटनास्थल पहुंचे तो देखा की मनीष तड़प रहा है। तुरंत उसे इलाज के लिये सदर अस्पताल पहुंचाया। जहां देखने के बाद ऑन ड्यूटी डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
थाना प्रभारी के बयान पर आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज
देवघर/संवाददाता। कुंडा थाना में प्रभारी प्रवीण कुमार के बयान पर आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज किया गया है। जिसमें घोड़दौड़ा निवासी उपेन्द्र राउत उर्फ टाइगर और बंधा बैजनाथपुर निवासी रोहित कुमार को आरोपी बनाया गया है। कहा है कि मनीष झा की हत्या के बाद देवघर पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी की दो अपराधी एक साथ हथियार लेकर जा रहे हैं। उक्त सूचना पर एसडीपीओ के नेतृत्व में छापामारी टीम घोड़दौड़ा पहुंची और उपेन्द्र राउत उर्फ टाइगर के घर को चारों ओर से पुलिस बल द्वारा घेर लिया गया। उसके बाद दरवाजा खोलवाया गया। पुलिस को देखते ही दोनों भागने का प्रयास करने लगे। जवानों ने दोनों को दबोच लिया। जब तलाशी ली गयी तो रोहित के पास से लोडेड 7.65 एमएम का पिस्टल बरामद किया गय वहीं उपेन्द्र के पॉकेट से 7.65 एमएम का दो जिंदा कारतूस बरामद किया गया। जब दोनों से कड़ाई से पूछताछ किया गया तो बताया कि आशीष मिश्रा, छोटू श्रृंगारी और आदर्श तिवारी उसका बॉस है और इनलोगों का बाबा परिहस्त गिरोह से पुरानी दुश्मनी है। बताया कि बीते कुछ दिनों पहले शिवगंगा के पास के बाबा परिहस्त गिरोह के जय गिरी, बुरूशली और मनीष झा के साथ मारपीट हुआ था और उसके बॉस को गाली-गलौज किया था। इसकी शिकायत उसने बॉस से की थी। उसके बाद आशीष मिश्रा ने आपस में योजना बनाकर कहा कि तुम जाकर छोटू श्रृंगारी से पिस्टल ले लो और आदर्श तिवारी से कारतूस। उसके बाद उनलोगों को मार दो। उसके बाद से तीनों की हत्या करने की ताक में था। 19 अक्टूबर को शिक्षा सभा चौक पर तीनों पर हमला कर दिये जिसमें मनीष झा मारा गया बाकि जय गिरी और बुरूशली बच कर भाग निकला।
कुख्यात डकैत व साइबर अपराधी कड़वा गिरफ्तार
- दिल्ली पुलिस द्वारा छोड़ने के बाद देवघर पुलिस ने किया गिरफ्तार
देवघर/संवाददाता। देवघर एसपी सुभाषचन्द्र जाट को मिली गुप्त सूचना पर मधुपुर एसडीपीओ के नेतृत्व में गठित छापेमारी टीम ने कुख्यात डकैत व साइबर अपराधी मारगोमुंडा थाना क्षेत्र के दुधानी निवासी इनामुल हक उर्फ कड़वा को गिरफ्तार कर पूछताछ के बाद जेल भेज दिया। वह मारगोमुुंडा थाना कांड संख्या 34/21, करौं थाना कांड संख्या 31/21 तथा 21/21 में डकैती एवं आर्म्स एक्ट का आरोपी था। वहीं वह साइबर अपराध के मामले में 2015 में साउथ दिल्ली पुलिस ने उसे जेल भेज चुकी है। बताते चलें कि कुछ दिन पूर्व ही दिल्ली पुलिस द्वारा उसे पकड़कर फिर छोड़ने को मामला काफी सुर्खियों में रहा था। दिल्ली पुलिस पर मोटी रकम लेकर छोड़ने का आरोप लगा था। इसे लेकर एसपी सुभाषचन्द्र जाट ने गुरूवार को एक प्रेसवार्ता कर विशेष रूप से जानकारी दी। बताया कि यह एक कुख्यात अपराधी रहा है जो काफी दिनों से फरार चल रहा था। एक सवाल के जबाव में एसपी ने बताया कि इसे दिल्ली पुलिस ने पकड़ कर छोड़ दिया था इसे लेकर मधुपुर एसडीपीओ से जांच करायी गयी थी। वहीं दिल्ली पुलिस के दो एसआई से भी पूछताछ की गयी थी, लेकिन उन्होंने रुपये लेन-देन कर छोड़ने की बात को सिरे से खारिज कर दिया था। बताया कि दिल्ली पुलिस ने देवघर पुलिस को बताया कि कड़वा को वे लोग स्पाई के रूप में इस्तेमाल करते थे। हालांकि एसपी ने यह भी बताया कि बाद में जब कड़वा मौलवी को गिरफ्तार कर पूछताछ किया गया तो उसने कुछ ट्रांजेक्शन की बात बतायी है। जिसकी जांच मधुपुर एसडीपीओ विनोद कुमार रवानी से करायी जा रही है। कहा कि इसमें कितनी सच्चाई है जांच के बाद ही पता चल पायेगा। मौके पर मधुपुर एसडीपीओ विनोद रवानी, मरागोमुंडा थाना प्रभारी अनुरंजन समेन्द्र समद, करौं थाना प्रभारी चंदन कुमार दूबे सहित कई पदाधिकारी उपस्थित थे।