जामा/निज संवाददाता। थाना क्षेत्र के भैरवपुर गांव की पेट्रोल कांड 2 की मृतका मारुति कुमारी के परिजनों से सोमवार को सांसद सुनील सोरेन मिलकर ढांढस बंधाया। उन्होंने बताया कि पार्टी हर समय मदद के लिए तैयार है। पार्टी की तरफ से जो भी सहयोग होगा वे मदद करने को तैयार हैं। उन्होंने मृतका के परिवार को प्रधानमंत्री आवास उपलब्ध कराने के लिए उपायुक्त से दुरभाष पर बात किया। उन्होंने बताया कि भाजपा घटना के बाद से ही परिजनों के साथ खड़ी है। समाज को जागरुक करने की जरूरत है। जिससे इस तरह के घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो। मौके पर इन्द्रकान्त यादव, शंभु पंडित, प्रमोद मंडल सहित आसपास के ग्रामीण मौजूद थे।
डीआईजी ने पुलिस पदाधिकारियों संग की समीक्षात्मक बैठक
दुमका/निज संवाददाता। एसपी कार्यालय में पुलिस विभाग की समीक्षात्मक बैठक सोमवार को हुई। डीआईजी सुदर्शन मंडल ने केस के अनुसंधानकर्त्ता, विभिन्न थाना के थाना प्रभारी, इंस्पेटक्टर और जिले के एसपी से विभिन्न लंबित अपराधिक घटनाओं को लेकर समीक्षा किया। उन्होंने केश के त्वरित निष्पादन कर न्यायायलय के माध्यम से न्यायिक प्रक्रिया जल्द पूरा कर दोषियों को कठोर सजा दिलाने में सहयोग का निर्देश दिया। खास कर नाबालिग लड़ियों से यौन अत्याचार एवं महिला अत्याचार के मामले में त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। डीआईजी ने बताया कि 5 वर्षो से अधिक समय से लंबित कांडो का समीक्षा किया गया। कई कांडों में छोटी-छोटी कमियां के कारण लंबित पाया गया। केशो के अनुसंधानकर्त्ता, एसआई और एसडीपीओ को आवश्यक निर्देश दिया गया है कि त्वरित गति से कांडो का अनुंसधान पूरा कर मामले का निष्पादन करें। इसके लिए हाई कोर्ट से कई निर्देश जारी किए गये है। पुलिस पदाधिकारियों को खास हिदायत दी गई है कि सीआरपीसी, आईपीसी और पुलिस मनूवल के तहत कर्त्तव्यों का पालन करे। यौन शोषण एवं पोक्सो एक्ट से संबंधित केश एवं महिला अत्याचार के मामले में संवेदनशीलता दिखाते हुए त्वरित निष्पादन करें।
तेलांगना से लौटे मजदूरों ने थाने में दिया धरना
बकाया मजदूरी देने और मेट की गिरफ्तारी की मांग
शिकारीपाड़ा/निज संवाददाता। जिले के शिकारीपाड़ा थाना के रांगा और खाडूकदमा गांव के 8 मजदूर जो प्रताड़ना का शिकार होकर तेलंगाना से रविवार को लौटे हैं। उन्होंने अपनी बकाया मजदूरी और मेट मुजफ्फर अंसारी और उसकी पत्नी सफीना बीवी की गिरफ्तारी को मांग को लेकर सोमवार को शिकारीपाड़ा थाना के मुख्य गेट पर धरना दिया। इन मजदूरों का साथ देने वाले समाज सेवी हाबील मुर्मू ने कहा कि इन लोगों के साथ अन्याय हुआ है। इस मामले में जल्द कार्रवाई होनी चाहिए। हाबिल मुर्मू ने बताया कि ये सभी आठ मजदूरों को पाकुड़ जिले के महेशपुर थाना क्षेत्र के कैराछातर गांव के रहने वाले मेट मुजफ्फर अंसारी और उसकी पत्नी सफीना बीबी तेलंगाना जिले के जहीराबाद में काम कराने ले गए थे। इन मजदूरों को एलेना फूड प्रोसेसिंग प्लांट में 14 हजार रुपये प्रति माह मजदूरी पर काम पर लगाया गया था। एक माह काम करने के बाद जब वे मजदूरी मांगने गए तो कंपनी के ठेकेदार ने बताया कि मुजफ्फर अंसारी और सफीना बेबी उनका 80 हजार रुपये लेकर चले गए हैं। मजदूरों न वहां से भागने का प्रयास किया तो उनकी पिटाई की गई और दोबारा काम पर लगा दिया गया। अंतत: हैदराबाद की प्रवासी सहायता केंद्र के मदद से सभी दुमका लौटे।
07 दिनों में पुलिस करेगी कार्रवाई
शिकारीपाड़ा। मजदूर सनाउल अंसारी का कहना है कि उनके साथ छल हुआ है। परिजनों ने शिकारीपाड़ा थाना में 14 सितंबर को ही शिकायत दर्ज कराया था। लेकिन कार्रवाई नहीं की गयी। इस मामले में शिकारीपाड़ा थाना प्रभारी संजय सुमन का कहना है कि जांच की गई है। तबीयत खराब हो जाने की वजह से मेट मुजफ्फर अंसारी पर कार्रवाई नहीं की जा सकी है। 07 दिनों के अंदर मजदूरों की मांगे पूरी कर दी जाएगी।