-स्थानीय रैयत परियोजना को अब कोयला उत्खनन के लिए जमीन देने के लिए तैयार नहीं
ललमटिया। संवाददाता ईसीएल की राजमहल परियोजना ललमटिया प्रबंधन की विस्थापन एवं पुनर्वास नीति संबंधी विसंगतियों के कारण भू-दाताओं का असंतोष थमने का नाम नहीं ले रहा है। भूदाताओं के प्रति परियोजना प्रबंधन की गलत नीति का खामियाजा परियोजना को जमीन संकट के रूप में भुगतना पड़ रहा है। स्थानीय रैयत परियोजना को अब कोयला उत्खनन के लिए जमीन देने के लिए तैयार नहीं हो रहे हैं। परिणाम स्वरूप ईसीएल की सर्वाधिक उत्पादन क्षमता वाली राजमहल परियोजना का उत्पादन जमीन के अभाव में लगातार गिरता जा रहा है। बुधवार को भी क्षेत्र के आदिवासी रैयतों ने डुगडुगी बजा कर परियोजना प्रबंधन के खिलाफ विरोध का स्वर बुलंद किया। हरार्खा गांव के आदिवासी ग्रामीणों द्वारा राजमहल परियोजना के पूर्वी क्षेत्र बसडीहा-भेरेण्डा सड़क किनारे लाल झंडी लगा कर विरोध-प्रदर्शन किया गया। बोआरीजोर प्रमुख के पति जितेन्द्र किस्कू, रमेश मुर्मू, राजेन्द्र मरांडी, अजीत हेम्ब्रम एवं अन्य सैकड़ों ग्रामीणों के द्वारा अपनी हरार्खा मौजा की जमीन पर लाल झंडी लगा कर सीमांकित किया गया तथा परियोजना प्रबंधन को चेतावनी दी गई कि रैयतों की सहमति के बगैर मुख्य सड़क के किनारे मिट्टी न गिराया जाए। मौके पर उपस्थित प्रमुख पति जितेन्द्र किस्कू ने कहा कि परियोजना की ओर से मुख्य सड़क से ठीक सटे जमीन पर कोयला उत्खनन का कार्य किया जा रहा है जो कानून सम्मत नहीं है। साथ ही इससे दुर्घटना की संभावना भी बनी रहती है। इसलिए जिला प्रशासन तथा परियोजना प्रबंधन इस विषय को गंभीरता से ले ।
एसडीओ ने छठ पूजा को लेकर की बैठक
महागामा। नगर संवाददाता अनुमंडल कार्यालय में एसडीओ सौरव कुमार भुवानिया की अध्यक्षता में छठ पूजा को लेकर बुधवार को बैठक हुई। छठ घाटों की साफ-सफाई को लेकर बैठक आयोजित की गई। महागामा अनुमंडल क्षेत्र के कई लोग उपस्थित थे। बैठक का मुख्य उद्देश्य अनुमंडल क्षेत्र में छठ घाटों की साफ-सफाई और पर्व के दौरान शांति व्यवस्था थी। बैठक में एसडीओ ने संबंधित अधिकारियों एवं कर्मियों को निर्देश दिया कि छठ घाटों पर किसी तरह की कोई समस्या न हो। बैठक में कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। मौके पर नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी राजीव मिश्रा, सिटी मैनेजर प्रतीक खुर्द, नगर पंचायत के सफाई पर्यवेक्षक फिरोज अंसारी, 20 सूत्री समिति के प्रखंड उपाध्यक्ष विपिन बिहारी सिंह, सूरज जायसवाल, रवि यादव आदि उपस्थित थे।