अखिल भारतीय आदिम जनजाति समिति ने की हिल एसेंबली पहाड़िया महासभा
-पत्थर के दोहन से हो रहे प्रदूषण से पहाड़िया जनजाति का अस्तित्व खतरे में
बोरियो। संवाददाता। प्रखंड परिसर में शुक्रवार को अखिल भारतीय आदिम जनजाति समिति ने हिल एसेंबली पहाड़िया महासभा का आयोजन किया। इसकी अध्यक्षता समिति के महासचिव शिवचरण मालतो ने की। उन्होंने कहा कि पत्थर माफिया अवैध पत्थर कारोबार कर राजमहल की पहाड़ियों को नेस्तनाबूद करने की फिराक में हैं। पत्थर के दोहन से हो रहे प्रदूषण से पहाड़िया जनजाति का अस्तित्व खतरे में हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय धरोहर राजमहल की पहाड़ियों में अनाधिकृत रूप से पत्थर उत्खनन हर हाल में बंद होना चाहिए। उन्होंने ईडी की कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि भू-माफियाओं से अगर ईडी राशि जब्त करती है तो उसे भूमि मालिकों को बांट देना चाहिए। उन्होंने झारखंड कैबिनेट से स्वीकृत आदिम जनजाति प्राधिकरण व आयोग का गठन करने, दामिन क्षेत्र के छह विधानसभा तथा दो लोकसभा को पहाड़िया के लिए विशेष आरक्षित करने, अनुसूचित जनजाति के कोटे से 25 प्रतिशत आरक्षण आदिम जनजाति के लिए सुरक्षित करने, आदिम जनजाति पेंशन 1,000 से बढ़ा कर 5,000 करने एवं संसदीय कानून पेसा 1996 के 23 प्रावधानों की नियमावली बना कर इसे सख्ती से जारी करने की मांग की। सभा के उपरांत प्रतिनिधि मंडल से बोरियो बीडीओ टुडू दिलीप को राष्ट्रपति के नाम का ज्ञापन सौंपा। मौके पर जिला अध्यक्ष तिमोती मालतो, युवा अध्यक्ष मारकुस मालतो, धर्मदेव पहाड़िया, फागु पहाड़िया, मैसा पहाड़िया, संचा पहाड़िया, डेविड मलतो, रुबन मालतो, सोमा पहाड़िया, रामसुंदर पहाड़िया, मर्शीला मालतो, मैसा पहाड़िया सहित दर्जनों आदिम जनजाति के महिला, पुरुष मौजूद थे।