चित्तरंजन। संवाददाता। रेलवे बोर्ड एवं भारत सरकार के पदेन सचिव रूपा श्रीनिवासन, सदस्य वित्त ने 12 जनवरी को चित्तरंजन रेलइंजन कारखाना का दौरा किया। अपने भ्रमण कार्यक्रम के दौरान रूपा श्रीनिवासन ने सर्वप्रथम गणपति हट से अपने यात्रा की शुरुआत करते हुए शॉप नंबर 16 और 19 का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने वित्तीय वर्ष 2024-25 का चिरेका उत्पादित 500वां रेल इंजन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके बाद चिरेका की गौरवशाली विरासत देशबंधु लोको पार्क पहुंचकर वहां की जानकारी प्राप्त की तथा इस महत्वपूर्ण स्थल की सराहना की। इस पश्चात रेल नगरी स्थित कस्तूरबा गांधी अस्पताल का जायजा लिया। इसके बाद प्रशासनिक कार्यालय स्थित हेरिटेज म्यूजियम गैलेरी का भ्रमण किया। तत्पश्चात प्रशासनिक भवन स्थित बैठक कक्ष सभागार में महाप्रबंधक सह सभी प्रधान अध्यक्ष और मुख्य अधिकारियों संग विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की। इस दौरान रूपा श्रीनिवासन को उपस्थित अधिकारी ने पीपीटी के माध्यम से चिरेका के तकनीकी विकास और मुख्य योजनाओं की जानकारी दी, जिसकी इन्होंने सराहना की। दोपहर बाद रेलवे कर्मचारी और संगठनों के सदस्यों के साथ आयोजित बैठक में रूपा श्रीनिवासन ने हिस्सा लिया।
महाप्रबंधक, चिरेका विजय कुमार के साथ उनके कार्यालय में सुश्री श्रीनिवासन ने बैठक कर विविध विषयों पर चर्चा की।
सदस्य वित्त का चिरेका दौरा कार्यक्रम के दौरान ग्महाप्रबंधक विजय कुमार, प्रमुख वित्त सलाहकार अंगशुमन सरकार सहित विभिन्न विभागों के प्रमुख विभागाध्यक्ष, वरीय अधिकारीगण मुख्य रूप से उपस्थित थे।
स्वामी विवेकानंद जयंती पर गायत्री महायज्ञ व युवा चेतना दिवस का आयोजन
जिले भर में मनाया गया राष्ट्रीय युवा दिवस
जामताड़ा। पंच टीम। अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में 12 जनवरी को मिहिजाम के कुर्मीपाड़ा पाइपलाइन के पास 24 कुंडीय शक्ति संवर्धन गायत्री महायज्ञ का भूमिपूजन किया गया। इस अवसर पर पांच कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन भी किया गया, जिसमें सैंकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। कार्यक्रम में झंडोत्तोलन भी किया गया।
भूमिपूजन के साथ-साथ स्वामी विवेकानंद की 162वीं जयंती युवा चेतना दिवस के रूप में मनाई गई। इस अवसर पर युवाओं को अपने परिवार, समाज और देश के लिए सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए प्रेरित किया गया। उन्हें यह सिखाया गया कि वे अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत और समग्र प्रबंधन कैसे करें। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता शांतिकुंज के परिवाजक उपजोन प्रतिनिधि बुधन प्रसाद वर्मा और जामताड़ा शक्तिपीठ के पुरोहित ट्रस्टी विपिन कुमार मंडल थे। इस अवसर पर नारी सशक्तीकरण वर्ष के उपलक्ष्य में 24 कुंडीय यज्ञ का आयोजन किया गया।
जामताड़ा शहर के प्रतिष्ठित सेंट एंथोनी विद्यालय में रविवार को राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर स्वामी विवेकानंद की जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इस दिन का आयोजन विद्यालय के मुख्य संरक्षक डॉ. दुर्गा दास भंडारी और निदेशक डॉ. चंचल भंडारी की उपस्थिति में हुआ, जिन्होंने स्वामी विवेकानंद की प्रतिकृति पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के प्राचार्य अरूप कुमार यादव, उप-प्राचार्य लारेब खान, विजन-इ के सचिव अपर्णा भंडारी, शिक्षक-शिक्षिकाओं और छात्रों ने स्वामी विवेकानंद की मूर्ति पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर की। इस अवसर पर विद्यालय के बालिका प्लाटून ने मार्च पास्ट भी किया, जो कार्यक्रम की विशेषता रही। स्वामी विवेकानंद का व्यक्तित्व धर्म, दर्शन, कला, सामाजिक विज्ञान, साहित्य और इतिहास के क्षेत्र में एक महान उदाहरण है। उनके विचार आज भी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बने हुए हैं। स्वामी जी ने अपने जीवन में राष्ट्रनिर्माण, अध्यात्म, कर्तव्यपरायणता और राष्ट्रवाद का संदेश दिया। यही कारण है कि हर साल उनकी जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। स्वामी विवेकानंद की शिक्षाएं और राष्ट्र निर्माण का संदेश कार्यक्रम के दौरान मुख्य संरक्षक डॉ. दुर्गा दास भंडारी ने स्वामी विवेकानंद के जीवन और उनके योगदान पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने विद्यार्थियों को स्वामी जी के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी और कहा, “स्वामी जी ने भारतीय संस्कृति को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई। उनकी शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक हैं और हमें राष्ट्र-निर्माण के लिए उनके बताए रास्ते पर चलने की आवश्यकता है। विद्यालय के निदेशक डॉ. चंचल भंडारी ने अपने संबोधन में स्वामी विवेकानंद के प्रेरणादायक विचारों की सराहना की और कहा, “युवाओं को आलस्य और नकारात्मकता को त्यागकर राष्ट्र निर्माण के कार्य में अग्रसर होना चाहिए। केवल तभी ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ का निर्माण संभव हो सकेगा।
नेहरू युवा केंद्र जामताड़ा के निर्देश पर रविवार को स्वामी विवेकानंद यूथ क्लब दुलाडीह के सदस्यों ने स्वामी विवेकानंद की जयंती धूमधाम से मनाई। मौके पर क्लब के सदस्यों ने स्वामी विवेकानंद के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस कार्यक्रम का एक विशेष पहलू स्वच्छता अभियान रहा, जो क्लब के सदस्यों ने दुलाडीह स्थित आंगनबाड़ी केंद्र के आसपास आयोजित किया। सदस्यगण ने मिलकर गंदगी को साफ किया और गांव को स्वच्छ रखने का संकल्प लिया। स्वामी विवेकानंद यूथ क्लब के सदस्य राकेश मिर्धा ने बताया कि नेहरू युवा केंद्र जामताड़ा के निर्देश पर इस वर्ष स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर स्वच्छता अभियान चलाया गया। उन्होंने कहा, “स्वच्छता से ही हम स्वस्थ और सुखी रह सकते हैं, और हमारा उद्देश्य गांव के सभी नागरिकों को यह संदेश देना था कि वे अपने घर और आस-पास के स्थान को स्वच्छ रखें।
कुंडहित संवाददाता के अनुसार, रविवार को कुंडहित मुख्यालय स्थित मॉडर्न पब्लिक आवासीय विद्यालय सहित कई स्थानों पर स्वामी विवेकानंद की जयंती मनाई गई। मौके पर स्वामी विवेकानंद की तस्वीर पर माल्यार्पण कर विद्यालय के शिक्षको एवं छात्र-छात्राओं ने पुष्पांजलि अर्पित किया। सभा को संबोधित करते हुए विद्यालय के प्रधानाध्यापक भजहरि मंडल ने कहा कि स्वामी विवेकानंद का बचपन का नाम नरेंद्र नाथ दत्त दत्ता था उनका जन्म 12 जनवरी 1864 ई में कोलकाता में हुआ था। स्वामी विवेकानंद के गुरु का नाम रामकृष्ण परमहंस था। स्वामी विवेकानंद एक कुशल शिक्षाविद राजनेता समाज सुधारक दर्शनशास्त्र के विद्वान थे उन्होंने देश के युवाओं के लिए कहा उठो जागो तब तक चलते जाओ जब तक अपने लक्ष्य की प्राप्ति ना हो। स्वामी विवेकानंद ने अपने गुरु के देहांत के बाद रामकृष्ण मिशन की स्थापना करके भारत में शिक्षा का ज्योति जलाने का प्रयास किया है, ऐसे महान पुरुष पर पूरा भरोसा भारत गर्व महसूस करता है। मौके पर विद्यालय के शिक्षक निमाई मंडल गोपीनाथ मंडल, सुभाष रजक मालती मुर्मू की अलावे विद्यालय के छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। इधर कुंडहित के युवाओं ने मध्य विद्यालय परिसर में स्थापित स्वामी विवेकानंद के मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया।
देवलेश्वर में शिवरात्रि महोत्सव को लेकर बैठक
नाला। संवाददाता। 26 फरवरी से शुरू होने वाले चार दिवसीय शिवरात्रि महोत्सव को लेकर आज देवलेश्वर धाम में मंदिर प्रबंधन कमेटी की बैठक हुई। महोत्सव का शांतिपूर्ण संचालन एवं दोनों राज्यों से पहुंचने वाले कीर्तन, भजन, लोकगीत और बाउल शिल्पियों के ठहरने संबंधी आवश्यक बिंदुओं पर विचार विमर्श किया गया है। गौरतलब है कि आसन्न शिवरात्रि महोत्सव के लिए बंगाल और झारखंड से रविवार को बाबाधाम पहुंचे कीर्तन शिल्पियों का चयन लॉटरी के माध्यम से किए जाने की जानकारी दी गई। अनुष्ठान की तिथि अंकित बंद पर्चियों को शिल्पियों द्वारा स्वयं खोला गया तथा निर्धारित तिथि के बारे में जानकारी प्राप्त किया है। इस पारदर्शिता पूर्ण प्रक्रिया के तहत जामताड़ा जिला के ललिता दास एवं अंतरा घोष, पश्चिम वर्धमान के कोयल धीबर एवं कृष्णा दास तथा बंगाल के वीरभूम जिला के नारायण चंद्र धीबर, झुमुर दास, तिथि भट्टाचार्य, श्रेया घोष, संतोष अधिकारी, अनुराधा पंडित, शुभोजित बनर्जी, राधा रानी पान, सुचित्रा माजी आदि शिल्पियों का चयन किया गया है। बताया गया है कि उक्त धार्मिक अनुष्ठान के चौथे दिन ब्रजांगना घोष के द्वारा कुंजविलास कीर्तन प्रस्तुत किया जाएगा। ध्यान देने योग्य बात यह है कि शिवरात्रि महोत्सव के पावन अवसर पर बाबाधाम में पहुंचने वाले कीर्तन शिल्पी अपनी कलाकारिता का नि:शुल्क प्रस्तुतिकरण करते हैं। अनुष्ठान के प्रत्येक दिन आधा दर्जन से अधिक कीर्तन टीम भाग लेंगी। भगवान श्री कृष्ण और चैतन्य महाप्रभु के कीर्तन तथा मधुर प्रसंग का आस्वादन करने के लिए जामताड़ा जिला के अलावा दुमका, देवघर, वर्धमान और वीरभूम जिले के निकटवर्ती क्षेत्र से कीर्तन प्रेमी काफी संख्या में उपस्थित होते हैं। इस मौके पर कमेटी के अध्यक्ष राम हांसदा, सचिव मागाराम विद, कोषाध्यक्ष प्रफुल्ल कुमार विद के अलावा जितेंद्र नाथ ठाकुर, यामिनी चक्रवर्ती, मंटू मोहन पाल, श्यामा पद मंडल, तपन कुमार झा, प्रभाकर पाल, राजकुमार रक्षित, लक्ष्मण चंद्र माजि, समीर कुमार नंदी, जितेंद्र नाथ मंडल, विजय आनंद झा, कृष्णमय पाल, प्रकाश चंद्र माजी, दिवाकर कर, आल्हाद पाल, राधा माधव माजी, पल्लव पाल, हाराधन कर, शांत कुमार दास, निरामय पाल, रतन कुमार दास, प्रकाश चंद्र झा आदि कमेटी के सदस्य उपस्थित थे।
ईसीसी कोचिंग सेंटर में धूमधाम से मनाया गया सोहराय महापर्व
पारंपरिक नृत्य से सजा कार्यक्रम
जामताड़ा। संवाददाता। गांधी मैदान के समीप स्थित ईसीसी कोचिंग सेंटर में रविवार को प्रकृति का महापर्व सोहराय धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर छात्रों और छात्राओं ने सोहराय मिलन समारोह का आयोजन किया, जिसमें आदिवासी परंपराओं का पूरा पालन करते हुए पूजा अर्चना की गई और प्रसाद का वितरण किया गया। सोहराय महापर्व के अवसर पर कोचिंग सेंटर के निर्देशक मो इब्राईल आलम मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। कार्यक्रम की शुरुआत में बच्चों ने पारंपरिक आदिवासी तरीके से अतिथियों का स्वागत किया। इसके बाद कोचिंग सेंटर में पूजा अर्चना की गई, जिसमें छात्र-छात्राओं ने मिलकर प्रसाद का वितरण किया। इस आयोजन में आदिवासी समाज के नर्तक दल ने पारंपरिक नृत्य प्रस्तुत किया, जिससे सभी दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। सोहराय मिलन समारोह में कोचिंग सेंटर के निर्देशक मो इब्राईल आलम ने अपने संबोधन में कहा सोहराय महापर्व को लेकर हम सभी को एक दूसरे को बधाई और शुभकामनाएं देते हैं। झारखंड में आदिवासी समाज प्रकृति से जुड़कर उसकी पूजा करता है, जो एक अलग और महत्वपूर्ण पहलू है। यह समाज हमें यह सिखाता है कि हमें प्रकृति को कैसे संरक्षित करना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि आज के समय में आदिवासी समाज का प्रकृति संरक्षण में अहम योगदान है और हमें इसे अपनी जिम्मेदारी समझते हुए इसे बचाने के लिए काम करना चाहिए। इस कार्यक्रम में मो इब्राईल आलम ने झारखंड के लोगों से अपील की कि वे इस पर्व के उद्देश्य को समझें और प्राकृतिक संरक्षण के साथ-साथ भाई-बहन के बीच प्रेम और सौहार्द को बढ़ावा देने का प्रयास करें। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से बच्चों में समाज की परंपराओं और संस्कृति को समझने का अवसर मिलता है, जो भविष्य में उनके व्यक्तित्व को आकार देने में सहायक होगा। सोहराय मिलन समारोह की सफलता में कोचिंग के छात्र और छात्राओं की अहम भूमिका रही। उनके सक्रिय योगदान से इस कार्यक्रम को साकार रूप मिला। इस आयोजन के माध्यम से ईसीसी कोचिंग सेंटर ने न केवल आदिवासी संस्कृति और परंपराओं को संजोने की कोशिश की, बल्कि बच्चों को प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण और सामाजिक सौहार्द की भी शिक्षा दी। कार्यक्रम में शिव सर सोरेन, प्रतिम मुर्मू, बबलूनाथ मुर्मू, प्रवीण सोरेन, मंटू टुडू, लक्ष्मी हेंब्रम, राधिका हेंब्रम, रीमा मुर्मू, मिताली हांसदा, प्रिया टुडू और अन्य शिक्षक-शिक्षिकाएं भी उपस्थित थे।
नौ दिवसीय मारुति नंदन महायज्ञ की सफलता को लेकर बैठक
नारायणपुर। संवाददाता। रविवार को श्री राम जानकी सह हनुमंत मंदिर के प्रांगण में जामताड़ा के चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज की अध्यक्ष संजय अग्रवाल की अध्यक्षता में श्री श्री 1008 नौ दिवसीय मारुति नंदन महायज्ञ के सफल संचालन को लेकर बैठक की गई जिसमें यज्ञ के सफल संचालन के लिए समीक्षात्मक बैठक की गई। जिसमें बकाया सहयोग राशि पर विशेष चर्चा की गई। वहीं 100 सक्रिय सदस्य बनने पर भी सहमति बनी। संचालन समिति को विभिन्न दायित्व सौंपा गया। बैठक में 2 मार्च को भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी जिस पर विशेष रूप से चर्चा की गई और तीन मार्च से 11 मार्च तक हवन, प्रवचन और सांस्कृतिक कार्यक्रम पर भी विचार विमर्श किया गया।समिति के सदस्यों ने 10 मोटरसाइकिल निकालकर यज्ञ के प्रचार प्रसार एवं आर्थिक सहयोग के लिए विभिन्न गांवों का दौरा करने का निर्णय लिया। मौके पर आचार्य धीरज मिश्र, मिथिलेश कुमार सिंह, सतीश नारायण सिंह,दीपक कुमार, तीरथ सिंह, भीम पंडित, सुबल सिंह, अजीत कुमार सिंह, चंदन कुमार पंडित, अभिमन्यु कुमार आदि उपस्थित थे।
विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन
जनता को मिली नि:शुल्क विधिक सहायता की जानकारी
जामताड़ा। संवाददाता। जिला विधिक सेवा प्राधिकार जामताड़ा की ओर से जामताड़ा प्रखंड के जियाजोरी पंचायत के बागजोरी बस्ती में एक विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर झालसा रांची के निर्देशानुसार और जिला विधिक सेवा प्राधिकार जामताड़ा के अध्यक्ष एवं सचिव के दिशा-निर्देश पर आयोजित किया गया। इस शिविर के माध्यम से लोगों को 90 दिवसीय विशेष जागरूकता शिविर सह आउटरीच कार्यक्रम के तहत विभिन्न विधिक जानकारियां दी गई। शिविर में शहरडाल पंचायत की पीएलवी पारामेडिकल लीगल वोलंटियर आरिफा खातून और मिहिजाम थाना की पीएलवी अल्ताफ अंसारी ने मुख्य रूप से भाग लिया। इन दोनों ने उपस्थित लोगों को जिला विधिक सेवा प्राधिकार जामताड़ा द्वारा प्रदान की जाने वाली निशुल्क विधिक सहायता, नालसा और झालसा के विभिन्न योजनाओं, सड़क दुर्घटना दावा वाद, हिट एंड रन के तहत मिलने वाली मुआवजा राशि, महिलाओं की सुरक्षा अधिनियम, केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित महत्वकांक्षी योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। यह शिविर खासतौर पर ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए था, जिन्हें अब तक इन विधिक सेवाओं और योजनाओं के बारे में कम जानकारी थी। आयोजकों ने बताया कि इस तरह के शिविरों से लोगों को अपनी कानूनी अधिकारों के प्रति जागरूक किया जा रहा है और उनका जीवन बेहतर बनाने में मदद मिल रही है। शिविर में उपस्थित लोगों ने बताया कि नालसा और झालसा की यह पहल उन्हें बहुत पसंद आई है और वे इसके जरिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं और विधिक सहायता का लाभ उठा सकेंगे। स्थानीय समुदाय के लिए यह शिविर एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रहा है, जो उन्हें कानूनी मामलों में सहायता प्रदान करेगा और उनके जीवन को सरल और बेहतर बनाएगा। जिला विधिक सेवा प्राधिकार जामताड़ा के इस प्रयास को क्षेत्रीय लोगों ने सराहा और इसे समाज में कानूनी जागरूकता बढ़ाने के लिए एक सराहनीय कदम बताया।
कई गांवों में हुआ विशेष कानूनी जागरूकता शिविर आयोजन
कुंडहित संवाददाता। रविवार को प्रखंड के विभिन्न गांवों में जिला विधिक सेवा प्राधिकार जामताड़ा के निर्देशानुसार कानूनी जागरूकता शिविरों का आयोजन किया गया। जानकारी के अनुसार झालसा के निर्देश पर जिले भर में पारा लीगल वॉलिंटियरों के माध्यम से 90 दिवसीय विशेष जागरूकता शिविर आयोजित किया जा रहा है। रविवार को पीएलवी नादिया खां और गोपीनाथ घोष के द्वारा कुंडहित प्रखंड अंतर्गत गायपाथर विजयपुर एवं दलचक गांव में वही पल वी गोराचांद सिंह एवं सीमा घोष द्वारा प्रखंड के महुला, बेड़ा, मुर्गापाथर में उपस्थित ग्रामीणों को जिला विधिक सेवा प्राधिकार से मिलने वाली नि:शुल्क सहायता के साथ घरेलू हिंसा, बाल- विवाह, दहेज प्रथा रोकथाम के साथ साथ आधार कार्ड /राशन कार्ड/ दिव्यांग प्रमाण पत्र सहित सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। साथ ही ग्रामीणों से अपनी समस्याओं के निदान के लिए डीएलएसए के सेवाओं का लाभ उठाने की अपील की गई। साथ ही पीएलबी ने कहा कि कानूनी सहायता मुफ्त में लेने के लिए 15100 कॉल कर सकते हैं। मौके पर संबंधित गांवो के काफी संख्या में ग्रामीण महिला पुरुष उपस्थित थे।