उपायुक्त की अध्यक्षता में गणतंत्र दिवस के आयोजन को लेकर तैयारियों की बैठक
पैरेड रिहर्सल 18 से प्रारंभ होगा व 24 जनवरी को होगा फुल ड्रेस रिहर्सल
जामताड़ा। संवाददात। समाहरणालय सभागार में उपायुक्त कुमुद सहाय की अध्यक्षता में गणतंत्र दिवस 2025 के आयोजन को लेकर अधिकारियों, विभिन्न विद्यालयों के प्राचार्य सहित अन्य के साथ बैठक आहूत किया गया। बैठक में उपायुक्त ने गणतंत्र दिवस के पूर्व तैयारियों, साफ-सफाई, पैरेड, झांकी, मुख्य समारोह स्थल की रंगाई पुताई, झंडोतोलन, प्रतिमाओं पर माल्यार्पण की व्यवस्था, सांस्कृतिक कार्यक्रम, प्रभात फेरी सहित सभी आवश्यक बिंदुओं पर अधिकारियों संग विमर्श किया गया एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया। बैठक में उपायुक्त ने कहा कि मुख्य समारोह स्थल गांधी मैदान में मुख्य अतिथि एवं अन्य सभी कार्यालयों में कार्यालय प्रधान झंडोत्तोलन करेंगे। वहीं पैरेड पूर्वाभ्यास के संदर्भ में विमर्श करते हुए उपायुक्त ने कहा कि पैरेड रिहर्सल 18 जनवरी से प्रारंभ होंगे एवं 24 जनवरी को फुल ड्रेस रिहर्सल किया जाएगा, जिसमें कुल 14 प्लाटून शामिल होंगे। बैठक के दौरान उपायुक्त ने अधिकारियों से विमर्श करते हुए गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्य समारोह स्थल एवं समाहरणालय के साथ ही शहर की साफ-सफाई, रंग रोगन, प्रतिमाओं की साफ सफाई, माल्यार्पण व्यवस्था, गांधी मैदान में गड्ढों की भराई, पेयजल की व्यवस्था, चलंत शौचालय की व्यवस्था, साउंड सिस्टम की सुदृढ़ व्यवस्था, समुचित चिकित्सा व्यवस्था एवं अग्निशमन दल की प्रतिनियुक्ति आदि के बारे में जानकारी ली एवं निर्देश दिया कि सभी जरूरी व्यवस्थाएं समय से पूर्व सुनिश्चित करें। उपायुक्त ने कहा कि सभी साफ-सफाई एवं रंग रोगन कार्य 20 जनवरी से पूर्व कर लें। साथ ही, यह भी ध्यान रखेंगे कि 26 जनवरी तक पुन: गंदगी न फैले। वहीं बैठक में 14 विभागों की ओर से झांकी प्रदर्शन का निर्णय लिया गया। उपायुक्त ने झांकी निकालने वाले विभाग के संबंधित पदाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि यह सुनिश्चित करेंगे कि झांकी सुसज्जित, आकर्षक और जागरूकतापरक हो ताकि लोगों में उसका सकारात्मक प्रभाव पड़े। बैठक के दौरान उपायुक्त ने पैरेड में सम्मिलित टुकड़ियों, प्लाटूनों एवं झांकियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान करने के लिए परियोजना निदेशक आईटीडीए की अध्यक्षता में चयन समिति बनाने का निर्देश दिया।
उपायुक्त ने मुख्य समारोह स्थल, गांधी मैदान में मेडिकल व्यवस्था के लिए सिविल सर्जन जामताड़ा को कार्यक्रम के अवसर पर विशिष्ट, अतिविशिष्ट अतिथियों, महिलाओं एवं आम लोगों के लिए एंबुलेंस, स्ट्रेचर एवं आवश्यक जीवन रक्षक दवाओं के साथ चिकित्सक दल, महिला चिकित्सक सहित की प्रतिनियुक्ति को लेकर आवश्यक निर्देश दिया। बैठक में बताया गया कि, गांधी मैदान जामताड़ा में गणतंत्र दिवस के दिन अपराह्न में प्रशासन बनाम आम नागरिकों के बीच फ्रेंडली मैच का आयोजन किया जाएगा। वहीं संध्या में एसजीएसवाई सभागार में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। मौके पर पुलिस अधीक्षक डॉ ऐहतेशाम वकारिब, वन प्रमंडल पदाधिकारी राहुल कुमार परियोजना निदेशक आईटीडीए जुगनू मिंज, अपर समाहर्ता पूनम कच्छप, अनुमंडल पदाधिकारी अनंत कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी विकास आनंद लांगुरी सहित अन्य सम्बन्धित पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहे।
उपायुक्त की अध्यक्षता में चौकीदार नियुक्ति समिति की हुई बैठक
जामताड़ा। संवाददाता। उपायुक्त कुमुद सहाय की अध्यक्षता में चौकीदार नियुक्ति समिति की बैठक आहूत की गई। बैठक के क्रम में उपायुक्त ने जामताड़ा जिलान्तर्गत चौकीदार की सीधी नियुक्ति को लेकर पूर्व में दिए निर्देश के अनुपालन का समीक्षा किया। उपायुक्त ने बैठक में सभी अंचल से राजस्व अभिलेख/अन्य दस्तावेज के पूर्ण प्रमाण के आधार पर प्राप्त रिक्त बीट संख्या एवं संबद्ध ग्रामों का नाम संबंधी प्रतिवेदन की समीक्षा कर विभिन्न बिंदुओं पर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक एवं उचित दिशा निर्देश दिया। मौके पर पुलिस अधीक्षक डॉ एहतेशाम वकारिब, अनुमंडल पदाधिकारी अनंत कुमार, प्रभारी पदाधिकारी सामान्य शाखा सह भूमि सुधार उप समाहर्ता ओम प्रकाश मंडल, सभी संबंधित अंचल अधिकारी के अलावा प्रधान लिपिक संतोष कुमार एवं अन्य मौजूद रहे।
दो को मिली इंस्पेक्टर रैंक में प्रोन्नति
जामताड़ा। संवाददाता। शुक्रवार को पुलिस केन्द्र जामताड़ा में दो एसआई को इंस्पेक्टर रैंक में प्रोन्नति मिलने पर बेज प्रदान किया गया। पुलिस केंद्र में आयोजित कार्यक्रम में एसपी डॉ एहतेशाम वकारिब, डीएसपी जामताड़ा की उपस्थिति में दोनों प्रोन्नत इंस्पेक्टर की कोटी में आए शशिभूषण कुमार एवं अविनाश कुमार को बेच लगाकर उत्साहवर्धन किया। साथ ही, भविष्य में बेहतर कार्य करने की शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम में एसडीपीओ विकास आनंद लागूरी, परिचारी प्रवर जामताड़ा तथा पुलिस मेन्स एसोसियेशन के सदस्य मौजूद थे।
फाइलेरिया लाभुकों को एमएमडीपी किट का वितरण
जामताड़ा। संवाददाता। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रांगण में फाइलेरिया प्रभावित रोगियों को एएम एएमडीपी किट वितरित करने का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर प्रथम चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. निलेश कुमार और एमपीडब्ल्यू मनोज तिवारी ने किट का वितरण किया और रोगियों को इसके सही इस्तेमाल की जानकारी दी। डॉ. निलेश कुमार ने किट का उपयोग करने के विषय में सभी लाभुकों को डेमो दिखाकर बताया। उन्होंने कहा कि यह किट फाइलेरिया से प्रभावित अंगों की सफाई में सहायक होगी और इससे वेक्टर इंफेक्शन का खतरा कम होगा। वहीं, एमपीडब्ल्यू मनोज तिवारी ने रोगियों को किट का सही तरीके से इस्तेमाल करने की सलाह दी और यह निर्देश दिया कि प्रभावित अंगों को साफ रखना बेहद आवश्यक है। कार्यक्रम के दौरान सभी सहिया और सहिया साथियों को भी यह निर्देश दिए गए कि वे अपने क्षेत्रों में जितने भी फाइलेरिया से ग्रसित रोगी हैं, उन्हें एमएमडीपी किट उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही, फाइलेरिया से संबंधित दवाओं का वितरण समय-समय पर करते रहने की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया। इस कार्यक्रम में एमपीडब्ल्यू रूपेश कुमार, कालीपद दास, प्रवीण कुमार, कुणाल कुमार, ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर रणधीर शर्मा और अन्य स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित थे।
डीएसओ एवं डीसीओ ने किया लैम्पस का निरीक्षण
जामताड़ा। संवाददाता। समर्थन मूल्य पर धान खरीदारी में तेजी को लेकर आपूर्ति विभाग की ओर से लगातार प्रयास किया जा रहा है। विभिन्न लैंपसों का पदाधिकारी की ओर से लगातार निरीक्षण और अनुश्रवण का काम तेजी से हो रहा है। इसी कड़ी में शुक्रवार को जिला आपूर्ति पदाधिकारी राजशेखर कुमार, डीसीओ ने जामताड़ा जिला में बंदरचुआ लैंपस और नावाडीह लैंपस के गोदाम का निरीक्षण किया।
इस क्रम में धान अधिप्राप्ति केंद्रों की आवश्यक पंजियों का संधारण करते हुए पाया गया। उक्त धान अधिप्राप्ति केन्द्रों को अपने पोषक क्षेत्र में अधिक से अधिक किसानों का निबंधन करने का निर्देश दिया। साथ ही, अधिक से अधिक किसान को लैंपस के माध्यम से धान विक्रय करने के लिए प्रोत्साहित करने का निर्देश दिया। ताकि सरकार की ओर से निर्धारित किए गए लक्ष्य की पूर्ति समय पर हो सके। जिला आपूर्ति पदाधिकारी राजशेखर कुमार ने किसानों से भी अनुरोध किया कि बिचौलियों से सावधान रहें। सरकार धान की अच्छी कीमत दे रही है। इसलिए सभी किसान लैंपस के माध्यम से ही धान बेंचे।
सोहराय पर्व प्रारंभ होने से संपूर्ण क्षेत्र में हर्षोल्लास का माहौल
आदिवासियों में सोहराय पर्व का है विशेष महत्व
बिंदापाथर। नाला। संवाददाता। आदिवासी समाज का महान पर्व बंदना-सोहराय को लेकर बिंदापाथर थाना मुख्यालय सहित संपूर्ण क्षेत्र में हर्षोल्लास का माहौल बना हुआ है। आदिवासी समाज की प्राचीन संस्कृति काफी रोचक व अनूठी होती है। शांत चित्त स्वभाव के लिए परिचित आदिवासी समुदाय प्रकृति पूजक होते हैं। संथाल परगना प्रमंडल सहित पूरे प्रदेश में आदिवासियों का महान पर्व सोहराय पर्व का विशेष महत्व है। सोहराय पर्व में गोधन पूजन पर्व भी माना जाता है। आदिवासियों में सोहराय पर्व की उत्पति की कथा भी काफी रोचक है। इस बारे में आदिवासी समाज के धर्म गुरु एवं अन्य निपुण जानकारों के अनुसार जब मंचपुरी अर्थात मृत्युलोक में मानवों की उत्पति होने लगी तो बच्चों के लिए दुग्ध की जरुरत महसूस होने लगी। उस कालखंड में पशुओं का सृजन स्वर्गलोक में होता था। मानव जाति की इस मांग पर मारांगबुरु अर्थात शिवजी स्वर्ग पहुंचे और अयनी गाय, बयनी गाय, सुगी गाय, सांवली गाय, करी गाय, कपिल गाय व सिरे रे वरदा बैल से मृत्युलोक में चलने की अपील की। लेकिन ये नहीं माने। तो शिवजी ने कहा कि मंचपुरी में मानव युगों युगों तक तुम्हारी पूजा करेगा। तब वे लोग राजी होकर धरती में आए। उसी गाय बैल की पूजा के साथ सोहराय पर्व की शुरुआत हुई। पर्व में गाय बैल की पूजा आदिवासी समाज काफी उत्साह होकर करते हैं। दूसरी ओर मुख्य फसल धान की पैदावार होने तथा मेहनत करने वाले बैल को सजाकर इस पर्व में भक्तिभाव से पूजा किया जाता है। मुख्य रुप से यह पर्व छह दिनों तक मनाया जाता है जिसकी धूम पूरे क्षेत्र में देखने को मिलता है। पर्व के पहले दिन गड् पूजा पर चावल गुंडी के कयी खंड का निर्माण कर पहला खंड में एक अंडा रखा जाता है। गाय बैलों को इकठ्ठा कर छोड़ा जाता है। जो गाय या बैल अंडे को फोड़ता या सूंघता है। उसकी भगवती के नाम पर पहली पूजा की जाती है तथा उन्हें भाग्यवान माना जाता है। इस अवसर पर मांदर की थाप पर नृत्य और पारंपरिक गीत प्रस्तुत किया जाता है। इसी दिन से बैल गायों के सिंग पर प्रतिदिन तेल लगाया जाता है। दूसरे दिन गोहाल पूजा पर मांझी थान में नायकी यानी पुजारी के द्वारा पूजा के बाद युवकों द्वारा लठखेल का प्रदर्शन किया जाता है। रात्रि को गोहाल में पशुधन की पूजा की जाती है। खानपान के बाद फिर नृत्य गीत का दौर चलता है। तीसरे दिन खुंटैउ पूजा पर प्रत्येक घर के द्वार में बैलों को बांधकर पीठा पकवन का माला पहनाया जाता है और ढोल ढाक बजाते हुए पीठा को छीनने का खेल होता है। चौथा दिन जाली माहा पूजा पर घर घर में चंदा उठाकर गांव के मांझी हड़ाम (प्रधान) को दिया जाता है और सोहराय के नृत्य गीत चलता है। पांचवा दिन हांकु काटकम कहलाता है। इस दिन आदिवासी समाज के लोग मछली व ककड़ी पकड़ते हैं। छठे दिन समाज के लोग झूंड में शिकार के लिए निकलते हैं। यह अनुष्ठान वीरता का प्रतीक माना जाता है। शिकार में प्राप्त खरगोश, तीतर आदि जन्तुओं को मांझीथान में इकठ्ठा कर घर घर प्रसादी के रुप में बांटा जाता है। संक्रांति के दिन को सांकरात या बेझा तुय कहा जाता है। इस दिन गांव के बाहर नायकी अर्थात पुजारी सहित अन्य लोग ऐराडम पेंड़ को गाड़कर तीर चलाते हैं। सोहराय में गीत नृत्य का अपना एक विशेष महत्व है तथा अनुष्ठान के दौरान संस्कृति गीत के माध्यम से झलकती है। सोहराय पर्व के दौरान मिट्टी के बर्तन अभिन्न अंग माना जाता है। प्राचीन परंपरा के अनुसार, मरांग बुरु, जाहिर एरा, मोड़ेको, तुरूईको आदि देवी-देवताओं की पूजा अर्चना के लिए मिट्टी से बने बर्तन को काफी पवित्र माना जाता है। यही कारण है कि पर्व के दौरान नायकी यानी पुजारी के द्वारा इस तरह के बर्तन का उपयोग करते हुए देवी देवताओं से मन्नतें भी की जाती है। मालूम हो कि मिट्टी बर्तन के शिल्पकार इन दिनों बर्तन बनाकर आदिवासी गांव टोला में पहुंचाने लगे हैं।
नाला संवाददाता के अनुसार, नाला प्रखंड क्षेत्र में सोहराय पर्व को लेकर अपार उत्साह का वातावरण बना हुआ है। स्थानीय बाजार से लेकर ग्रामीण क्षेत्र के चौक चौराहा में भी रौनक बदल गई है। खासकर आदिवासी गांव में घर आंगन की साफ सफाई से लेकर आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई है। शनिवार को उम अर्थात पवित्र स्नान के साथ इस पर्व का आगाज हो गया है और इसके साथ ही ढोल मांदर की मधुर आवाज चारों ओर गूंजती रही है। इस पर्व में ढोल और मांदर के साथ-साथ पारंपरिक नृत्य गीत पांच दिवसीय उत्सव का अभिन्न अंग माना जाता है। ऐसे में ढोल मांदर बनाने वाले शिल्पकार भी समर्पण भाव से जुड़े हुए हैं। इस संबंध में ब्लॉक मुख्यालय में एक छोटा सा गुमटी में कारोबार चलाने वाले सुबल रुइदास कहते हैं कि इस पुश्तैनी कारोबार में मांदर, नगाड़ा, मृदंग, खोल, ढोलक, तबला, डुगडुगी आदि तैयार करते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले लगभग 25 साल से इस कारोबार में शामिल है तथा किसी तरह से परिवार चल जाता है। सोहराय पर्व में मांदर नगाड़ा की मांग बढ़ जाती है लेकिन साल भर सन्नाटा पसरा रहता है। सरकार और प्रशासन की ओर से न तो किसी प्रकार का प्रशिक्षण दिया जाता है और ना ही प्रोत्साहन मिलता है।
विकास योजनाओं को लेकर समीक्षात्मक बैठक
जामताड़ा। संवाददाता। शुक्रवार को जामताड़ा प्रखंड सभागार में विकास योजनाओं को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रवीण चौधरी ने की। इस बैठक में पंचायत स्तर पर विकास कार्यों की समीक्षा की गई और भविष्य में होने वाले कार्यों के लिए दिशा-निर्देश दिए गए। बीडीओ प्रवीण चौधरी ने सभी पंचायतों से खेल को बढ़ावा देने के लिए खेल मैदान निर्माण के लिए समतल भूमि चिन्हित करने को कहा। उन्होंने कहा कि चयनित खेल मैदानों का अभिलेख जल्द से जल्द प्रखंड कार्यालय में जमा किया जाए। इसके साथ ही, पूर्व में बने खेल मैदानों में 15वीं वित्त आयोग से चेंजिंग रूम और शौचालय का निर्माण कराया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि जरूरतमंद लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास की स्वीकृति के लिए आवेदन प्रखंड कार्यालय में जल्द से जल्द समर्पित करें। बैठक में आंगनबाड़ी केंद्रों में किचन गार्डन योजना को लागू करने पर भी चर्चा की गई। यह योजना आंगनबाड़ी केंद्रों में पौधारोपण और छोटे स्तर पर कृषि कार्यों को बढ़ावा देने के लिए शुरू की जाएगी। बैठक में प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी अशोक कुमार चौधरी, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी प्रदीप टोप्पो और सभी पंचायत सचिव और रोजगार सेवक उपस्थित थे।
मां चंचला त्रिदिवसीय वार्षिक महोत्सव की तैयारियों को लेकर बैठक सम्पन्न
जामताड़ा। संवाददाता। मा चंचला मंदिर प्रांगण में शुक्रवार को मां चंचला त्रिदिवसीय वार्षिक महोत्सव की तैयारियों को लेकर महोत्सव समिति की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में महोत्सव समिति के अध्यक्ष वीरेंद्र मंडल उपस्थित रहे। बैठक के दौरान 16 जनवरी से शुरू होने वाले इस महोत्सव के कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की गई। महोत्सव का शुभारंभ 16 जनवरी को मां चंचला की भव्य कलश शोभा यात्रा से होगा। इसके बाद 17 और 18 जनवरी को विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया जाएगा।
बीडीओ ने किया मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण
कुंडहित। संवाददाता। शुक्रवार को प्रखंड विकास पदाधिकारी जमाले राजा ने प्रखंड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुंडहित का औचक निरिक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने डॉक्टर नर्स एवं स्वास्थ्य कर्मियों के उपस्थिति की जानकारी ली। साथ ही, दवाओं की उपलब्धता का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान आने वाले एवं भर्ती मरीजों के उपचार का भी अवलोकन किया। बीडीओ श्री राजा ने बताया कि निरीक्षण के क्रम में कर्मियों की उपस्थिति एवं व्यवस्था संतोषजनक पाया गया एवं निदेश दिया गया कि स्वास्थ्य से सम्बंधित सारी सुविधाएं आम जनता तक पहुंचे एवं जरूरतमंद लाभान्वित हो। मौके पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ उपलेन मरांडी, प्रभारी बीपीएम सलीम खान एवं स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे।
बाघाशोला में लगा विशेष पशु चिकित्सा शिविर
कुंडहित। संवाददाता। शुक्रवार को प्रखंड के बाघाशोला गांव में पशुपालन विभाग की ओर से विशेष पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में बाघाशोला के अलावे आसपास के दर्जनों पशुपालकों की भागीदारी रही। प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी डॉ विनय कुमार ने कुल 180 पशुओं का इलाज किया। साथ ही, इलाज के दौरान नि:शुल्क दवा वितरण किया गया। शिविर के दौरान डॉ कुमार ने कहा कि झारखंड सरकार की ओर से मोबाइल वेटरनरी आरंभ किया गया है जिसमें 1962 पर कॉल करने पशुपालन नि:शुल्क चिकित्सा का लाभ ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि जिला पशुपालन कार्यालय के निर्देश अनुसार 10 जनवरी से 29 जनवरी तक बाघाशोला, पहाड़गोड़ा, हल्दीडिह, ग्वालडांगाल, सपसपिया, रामपुर थालपोता, पांचमोहली, अमलादही कालीपाथर, बागडेहरी, चरकाडिह, जामबाद, महुला, भेलाडिह आदि गांव में शिविर का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने क्षेत्र के पशुपालको से शिविर में भाग लेने के लिए अपील की। मौके पर पशुपालन कर्मी मृणाल कुमार मंडल के अलावे ग्रामीण पशुपालक उपस्थित थे।