-आगामी 30 नवंबर को सरकार की गलत नीति के विरुद्ध में कर सकती हैं हड़ताल
महेशपुर/संवाददाता। आदिवासी कल्याण छात्रावास परिसर में रविवार को सहिया संघ की बैठक हुई। प्रदेश अध्यक्ष पंपा मंडल ने अध्यक्षता की। बैठक में दर्जनों सहिया और सहिया साथी उपस्थित थी। झारखंड सरकार द्वारा सहिया को तीन श्रेणी गोल्डेन, सिल्वर और ब्रांज में बांटने पर विरोध किया गया। प्रदेश अध्यक्ष पंपा मंडल ने कहा कि झारखंड सरकार सहियाओं को तीन श्रेणी में बांट कर उनका अपमान किया है। बताया कि सभी सहिया अपने कार्य पूरी ईमानदारी के साथ करती हैं। इसके बावजूद भी सरकार सहियाओं के साथ सौतेलापन का व्यवहार कर रही है। सहिया से विभाग 30 दिन काम लेती है और 20 दिन का मानदेय उपलब्ध कराती है, जो दु:ख की बात है। सभी सहिया कोरोना काल में जान जोखिम में डाल कर काम किया, बावजूद उनका मानदेय नहीं बढ़ाया गया। उन्हें बीमा का लाभ भी नहीं मिल रहा है। ऊपर से विभाग सहियाओं को हटाने की मंशा बनाई है। कहा कि सरकार की इस गलत नीति के कारण राज्य के 42 हजार सहिया आगामी 30 नवंबर से सरकार की गलत नीति के खिलाफ अनिश्चितकालीन हड़ताल कर सकती हैं। बैठक में फरीदा यास्मीन, सेनीली मुर्मू, रोजीना खातून, मोनिका देवी, रीना देवी, स्टेनशील हांसदा, निरुपमा दास, सकिमा बेगम सहित दर्जनों सहिया मौजूद थी।