- बलबड्डा थाना क्षेत्र के छगराहा के पास हुई दुर्घटना
- ऑटो पर सवार लोग एक बीमार का इलाज कराने आ रहे थे महागामा
मेहरमा/ महागामा। संवाददाता । महागामा अनुमंडल के मेहरमा प्रखंड अंतर्गत बलबड्डा थाना क्षेत्र के छगराहा रेलवे क्रॉसिंग के पास ऑटो पलटने से एक महिला की मौत हो गई एवं तीन लोग घायल हो गए। सभी घायलों की स्थिति गंभीर बताई जाती है, जिन्हें बेहतर इलाज के लिए महागामा रेफरल अस्पताल से सदर अस्पताल, गोड्डा रेफर कर दिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को बलबड्डा थाना क्षेत्र के छगराहा रेलवे क्रॉसिंग के समीप ऑटो पलटने से चार लोग घायल हो गए। स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को एंबुलेंस से महागामा रेफरल अस्पताल लाया गया। जहां मौजूद डॉक्टर अभिषेक शानू ने घायलों का प्राथमिक उपचार कराया। इलाज के दौरान ही एक घायल महिला की मौत महागामा अस्पताल में हो गई। मृतक महिला मायावती किस्कू, उम्र करीब 35 वर्ष, पति बाबूराम हांसदा सीमावर्ती बिहार राज्य के कहलगांव थाना क्षेत्र के केरिया गांव की रहने वाली थी। घायलों का नाम बेटाराम मुर्मू, उम्र तकरीबन 30 वर्ष, बाबूलाल हांसदा,उम्र तकरीबन 40 वर्ष एवं संझली मरांडी, उम्र तकरीबन 55 वर्ष है। सभी घायल ठाकुरगंगटी थाना क्षेत्र के निवासी बताए जाते हैं। घटना के संबंध में घायल के परिजनों ने बताया कि बाबूलाल हांसदा बीमार थे। जिन्हें डॉक्टर से दिखाने के लिए महागामा अस्पताल ऑटो से लेकर जा रहे थे। उसी क्रम में अचानक ऑटो का संतुलन बिगड़ गया। जिसके कारण ऑटो पलट गया। घटना की सूचना महागामा थाना प्रभारी अरुण कुमार को दी गई। सूचना पाकर अवर निरीक्षक पल्लवी कुजूर और अवर निरीक्षक रूपेश कोठारी अस्पताल पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने के लिए सदर अस्पताल, गोड्डा भेज दिया।
खाना बनाने के दौरान झुलसी महिला की मौत
मेहरमा। संवाददाता। प्रखंड के बलबड्डा थाना क्षेत्र अंतर्गत कंचनपुर गांव में एक 26 वर्षीया कंचन देवी नामक महिला गुरुवार को खाना बनाने के दौरान बुरी तरह से झुलस गई थी, जिनकी शुक्रवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, घटना के वक्त पीड़िता के घर में कोई नहीं था। खाना बनाने के दौरान अचानक उसकी साड़ी में आग पकड़ लिया। जिसके बाद पीड़िता चिल्लाते हुए घर के समीप एक पोखर में कूद गई। ग्रामीणों की मदद से पीड़िता को इलाज के लिए मेहरमा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए भागलपुर अस्पताल रेफर कर दिया गया। ड्यूटी में तैनात डॉक्टर ने बताया कि महिला 70 प्रतिशत झुलस गई है। स्थिति गंभीर होने के कारण रेफर किया गया है। बताया जाता है कि शुक्रवार को इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई। मामले को लेकर स्थानीय पुलिस जांच में जुट गई है।
कपेटा गांव के तालाब से मिला युवक का शव
- मृतक बिहार के धोरैया थाना क्षेत्र का था रहने वाला
बसंतराय। संवाददाता। थाना क्षेत्र के कपेटा गांव के कोयला तालाब से शुक्रवार को अहले सुबह बसंतराय पुलिस ने करीब 40 वर्षीय व्यक्ति का शव बरामद किया। मृतक की पहचान पड़ोसी राज्य बिहार के धोरैया थाना अंतर्गत रामपुर निवासी सोनू साह, पिता स्वर्गीय तेतर साह के रूप में हुई है। बताया जाता है मृतक बीते गुरुवार को सुबह दस बजे अपने घर से मौसी के घर जाने की बात कह कर निकला था। मृतक का मौसी घर बसंतराय थाना क्षेत्र के कैथपुरा गांव में है। जानकारी हो कि जिस कोयला तालाब में युवक का शव बरामद हुआ है, वह बसंतराय-गोड्डा, भाया महेशपुर मुख्य मार्ग के समीप हरगम्मा कब्रिस्तान के किनारे स्थित है। शव मिलने की सूचना बसंतराय पुलिस को मिलने पर थाना प्रभारी विनीत कुमार दल-बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे और जांच-पड़ताल शुरू कर दिया। शव मिलने की सूचना पाकर आसपास के ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि प्रत्येक दिन देसी शराब का अड्डा भी ठीक इसी जगह पर लगता है। संभवत: युवक के द्वारा अत्यधिक शराब का सेवन कर लिए जाने से उसकी मौत हो गई। युवक का शव पानी से निकाला गया। वहीं पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल गोड्डा भेज दिया है। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। मालूम हो कि बीते दो माह में डूब कर मरने की यह तीसरी घटना है। वहीं थाना प्रभारी विनीत कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला अत्यधिक शराब के सेवन से हुई मौत का प्रतीत हो रहा है। यूडी केस दर्ज किया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मामले का ठीक-ठीक पता चल पाएगा।
जिस योजना के नाम पर मस्टर-रौल निकाला गया है, उन योजना स्थलों पर एक भी मजदूर कार्य करते नहीं दिखे
-ठाकुरगंगटी में सिर्फ कागज पर चल रहा मनरेगा का कार्य
मेहरमा। संवाददाता। ठाकुरगंगटी प्रखंड के कई पंचायतों में मनरेगा योजना के नाम पर लूट मची हुई है। ऐसा लगता है कि कागजी गमले में मनरेगा के झूठे आंकड़ों का कागजी फूल लगाने का कार्य करते हुए सरकारी राशि को चूना लगाने का कार्य किया जा रहा है। बताया जाता है कि प्रखंड क्षेत्र के अधिकतर गांव में मनरेगा के द्वारा मेढ़बंदी योजना का कार्य जोरों से चल रहा है। उसी योजना के नाम पर प्रतिदिन ठाकुरगंगटी प्रखंड में लगभग 06 हजार मजदूर को रोजगार सृजित करने का दावा किया जा रहा है। जबकि इसका हकीकत कुछ और है। ताजा उदाहरण प्रखंड के फुलवरिया पंचायत का है। मनरेगा विभाग के ऑनलाइन डाटा के मुताबिक उक्त पंचायत में 20 जुलाई को बहादुरचक गांव में दाउद अंसारी की जमीन पर डोभा का निर्माण, सरीफन बीबी की जमीन पर डोभा निर्माण, तलु टुडू की जमीन पर डोभा का निर्माण, शहजाद अंसारी की जमीन पर डोभा निर्माण, राजेश मुर्मू की जमीन पर बांध का निर्माण, छजी हेम्ब्रम की जमीन पर बांध की खुदाई, बहादुरचक में डैम बांध की खुदाई कार्य में मजदूर को रोजगार दिया गया। लेकिन जिस योजना के नाम पर मस्टर-रौल निकाला गया है, उन योजना स्थलों पर एक भी मजदूर कार्य करते हुए नहीं देखा गया। इस संबंध में बहादुरचक गांव के कुछ लोगों से पूछे जाने पर बताया कि उनके गांव में डोभा के नाम पर रुपए की निकासी हो रही है और उनलोगों को रोजगार नहीं मिल रहा है। इस संबंध में पंचायत की मुखिया सलोनी मुर्मू से जानकारी लेने का प्रयास किया तो उन्होंने बताया कि प्रखंड प्रशासन के द्वारा 10 जुलाई से ही डोभा की खुदाई योजना में डिमांड बंद करवा दिया गया है। इसके बावजूद बिना कोई सूचना का कंप्यूटर ऑपरेटर या किसी कर्मी की मनमानी के कारण अगर डिमांड हुआ है तो मस्टर-रौल को जीरो किया जाएगा और इसकी सूचना प्रखंड प्रशासन को देंगे। अब सबसे बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है कि पंचायत सचिव एवं मुखिया का डिजिटल हस्ताक्षर के बाद ही मनरेगा का भुगतान संभव हो पाता है। अब देखना दिलचस्प होगा कि सरकारी निर्देश का उल्लंघन कर डिमांड करने वाले कर्मियों के विरुद्ध क्या कार्रवाई होती है।
कांग्रेस ने पीएम का किया पुतला दहन
मेहरमा। संवाददाता। बीते दो माह से अधिक समय से मणिपुर राज्य हिंसा की आग में बुरी तरह झुलस रहा है। इस बीच दो महिलाओं को भीड़ द्वारा निर्वस्त्र घुमाए जाने की घटना से राजनीतिक एवं सामाजिक हलकों में आक्रोश छलक रहा है। राज्य एवं केंद्र में भाजपा की सरकार रहने के बावजूद घटना को रोकने में सरकार की विफलता के कारण राज्य सरकार के साथ ही केंद्र सरकार के खिलाफ लोगों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। मणिपुर की शर्मसार करने वाली घटना के विरोध में शुक्रवार को मेहरमा प्रखंड कांग्रेस कमेटी की ओर से प्रधानमंत्री का पुतला दहन किया गया। उन्होंने सरकार का पुतला जलाते हुए कहा कि उक्त घटना ने देश और मानवता को शर्मसार किया है। मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की। बताते चलें कि इंटरनेट मीडिया पर चार मई का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें मणिपुर के एक समुदाय के पुरुष दूसरे पक्ष की दो महिलाओं को निर्वस्त्र अवस्था में घुमाते दिख रहे हैं। उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं। उसी को लेकर शुक्रवार को मेहरमा प्रखंड परिसर के सामने सड़क पर कांग्रेसी कार्यकर्ता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं गृह मंत्री अमित शाह का पुतला दहन किया। साथ ही संलिप्त आरोपितों की सजा की मांग की गई। पुतला दहन कार्यक्रम में प्रखंड 20 सूत्री अध्यक्ष शशांक शेखर, कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष नंदू शेखर आजाद, वरिष्ठ कांग्रेस नेता अरविंद झा, अंजुलता देवी, परवेज आलम समेत कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।
बाल श्रमिक की जांच करने प्रतिष्ठानों का किया गया निरीक्षण
महागामा। संवाददाता। बाल श्रमिक उन्मूलन के तहत महागामा क्षेत्र के कई कबाड़खाने एवं प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी रितेश कुमार एवं श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी, महागामा गीता कुमारी मौजूद थीं। श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी गीता कुमारी ने बताया कि सूचना मिल रही थी कि छोटे-छोटे बच्चों से कबाड़खाना एवं प्रतिष्ठानों में कार्य करवाया जाता है। सूचना के आधार पर धावा दल के द्वारा कबाड़खाना व प्रतिष्ठानों का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान कबाड़खाना में बच्चे तो नजर नहीं आए। परंतु उनकी मां नजर आयीं। पूछने पर उन्होंने बताया कि वह कचरे चुनने का कार्य करती है। कबाड़खानों में कचरा बेचकर अपना जीवन यापन करती हैं। पदाधिकारियों के द्वारा कबाड़खाना व प्रतिष्ठानों के मालिक को हिदायत दिया गया कि किसी भी बच्चे से कोई सामान न लें तथा न किसी बच्चे से कोई कार्य कराएं। वहीं विभाग के द्वारा कबाड़खाना व प्रतिष्ठानों के मालिकों को एक नोटिस भी दिया गया। जिसमें लिखा था कि उनके प्रतिष्ठान में कोई बाल श्रमिक कार्यरत नहीं है। उन्हें कहा गया इस नोटिस को अपने प्रतिष्ठानों के बाहर लगावें। साथ ही उन्हें जागरूक भी किया गया कि 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों से कोई भी कार्य नहीं कराएं। साथ ही उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि आसपास के बच्चों को स्कूल भेजने का कार्य कराएं।
मनरेगा जेई फेरबदल में हुआ खेला
मेहरमा। संवाददाता। ठाकुरगंगटी प्रखंड में मनरेगा योजनाओं का बेहतर संचालन के लिए चार कनीय अभियंता पदस्थापित हैं। उनका बीच-बीच में फेरबदल होता रहता है। इसी कड़ी में प्रखंड विकास पदाधिकारी राजीव कुमार ने 20 जुलाई को एक पत्र जारी करते हुए चारों जेई को फेरबदल कर अलग-अलग पंचायत आवंटित किया है। पत्र जारी होते चौक-चौराहों एवं चाय दुकानों पर चर्चा का विषय गर्म है। लोगों में चर्चा है कि मनचाहा पंचायत लेने के लिए जेई को समय-समय पर चढ़ावा चढ़ाना पड़ता है। उसके बाद ही मनचाहा पंचायत आवंटित किया जाता है। किसी जेई को पांच पंचायत आवंटित किया गया है, तो किसी जेई को दो पंचायत ही आवंटित किया गया है। पूरे प्रखंड में 16 पंचायत हैं तो फिर 4-4 पंचायत करके आवंटित करने में कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।
अतिक्रमणकारियों पर चला बुलडोजर
- जिला मुख्यालय में कझिया नदी के किनारे सरकारी जमीन पर घर बनाने वालों पर गिरी गाज
गोड्डा। कार्यालय संवाददाता। जिला मुख्यालय में कझिया नदी के किनारे सरकारी जमीन का अतिक्रमण कर घर बनाने वालों पर गिरी प्रशासन की गाज। शुक्रवार को अंचल अधिकारी की अगुवाई में अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया गया। मौके पर कई घरों को तोड़ा गया। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार,यह अभियान आगे भी चलेगा। अतिक्रमणकारियों को जमीन खाली करने के लिए पूर्व में कई बार नोटिस निर्गत किया गया था। बावजूद इसके अतिक्रमणकारी जमीन खाली नहीं कर रहे थे। गुरुवार को प्रशासन की ओर से 24 घंटे के अंदर अतिक्रमण हटाने की अंतिम चेतावनी दी गई थी। शुक्रवार को प्रशासन ने पूरी तैयारी के साथ बुलडोजर से घर ढहाने का काम शुरू किया। अतिक्रमण हटाओ अभियान शिवपुर मोहल्ले में कझिया नदी के किनारे शुरू किया गया। अनेक गरीबों की झोपड़िया तोड़ी गई। कुछ लोगों ने नदी के किनारे अतिक्रमण कर पक्का निर्माण कर लिया था। अवैध निर्माण को जेसीबी चलाकर तोड़ा गया। मालूम हो कि अतिक्रमणकारियों के कारण जीवनदायिनी कझिया नदी का स्वरूप बिगड़ता जा रहा है। नदी के पश्चिमी तट पर स्थित शहरी क्षेत्र में अतिक्रमण का सिलसिला तेज गति से हो रहा था। कच्चे-पक्के निर्माण से सरकारी जमीन हड़पने का कार्य वर्षों से जारी था। वहीं ग्रामीण क्षेत्र में पड़ने वाले नदी के पूर्वी तट पर अवैध ढंग से ईंट भट्टा लगाने का काम किया जा रहा है।
जन्म-मृत्यु निबंधन प्रक्रिया में तेजी लायें : अपर समाहर्ता
गोड्डा। कार्यालय संवाददाता। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शुक्रवार को अपर समाहर्ता स्मिता टोप्पो की अध्यक्षता में जन्म मृत्यु के शत-प्रतिशत निबंधन को लेकर समीक्षात्मक बैठक आहूत की गई। वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान अपर समाहर्ता टोप्पो के द्वारा बताया गया कि जिले में 14 जुलाई से 14 अगस्त तक जन्म-मृत्यु पंजीकरण का विशेष अभियान चलाया जा रहा है। उक्त अभियान को लेकर जिले के प्रखंड विकास पदाधिकारियों को निर्देश दिए गए कि अपने-अपने प्रखंडों में टास्क फोर्स का गठन कर जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र के निबंधन प्रक्रिया में तेजी लाई जाए। उनके द्वारा जानकारी दी गई कि जन्म प्रमाण पत्र, जन्म तिथि का प्रमाणिक दस्तावेज है। स्कूल में दाखिले, राशन कार्ड, वोटर कार्ड, पासपोर्ट आदि बनाने में यह उपयोगी है। उसी तरह मृत्यु प्रमाण पत्र मृत्यु की तारीख का प्रमाणित दस्तावेज है। टोप्पो के द्वारा बताया गया कि अब तक छूटे हुए जन्म-मृत्यु शत-प्रतिशत निबंधन के लिए विशेष अभियान प्रखंड स्तर पर चलाए जा रहे हैं। उक्त अभियान को सफल बनाने के लिए जन-जागरुकता अभियान चला कर आमजनों को जन्म-मृत्य के निबंधन के महत्व के बारे में जागरूक किए जाएं, ताकि अधिक से अधिक संख्या में निबंधन किया जा सके। इस कार्य में जन्म-मृत्यु निबंधन से जुड़े निबंधकों, आंगनबाड़ी सेविकाओं, सहिया, सरकारी विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवं अन्य संबंधित पदाधिकारियों की भूमिका महत्वपूर्ण है। 0 से 5 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों, जिनका अब तक जन्म प्रमाण पत्र नहीं बन पाया है। वैसे बच्चों की सूची विद्यालय के प्राचार्य के द्वारा उपलब्ध करायी जाए, ताकि उसी आधार पर बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र बनाया जा सके। 0 से 5 वर्ष के आयु के बच्चों का संबंधित आंगनबाड़ी केंद्र में पंजीकृत बच्चों का सर्वेक्षण कर उनकी सूची तैयार की जाए। अपंजीकृत बच्चे जिनका जन्म घर में हुआ हो या आंगनबाड़ी क्षेत्र के अंदर निजी संस्थान में हुआ है वैसे सभी बच्चों का आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, एएनएम और स्कूल के प्रधानाध्यापक द्वारा फॉर्म-01 भरने तथा संबंधित लाभुक अभिभावक से स्व घोषित शपथ पत्र एवं आधार कार्ड की छायाप्रति (आधार कार्ड नहीं होने पर वोटर कार्ड / ड्राइविंग लाईसेंस की छायाप्रति) प्राप्त कर प्रमाणपत्र बनाने के लिए आवश्यक जांच प्रतिवेदन दर्ज करेंगे। मौके पर जिला योजना पदाधिकारी राज शर्मा, विभिन्न प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी सहित अन्य पदाधिकारीगण मौजूद थे।