- डीजे पर थिरकते नजर आए युवा
मधुपुर/संवाददाता। अनुमंडल के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र मे नए वर्ष के स्वागत को लेकर लोग उत्साह और जश्न में डूबे रहे। डीजे की संगीत की धुन, शोर-शराबा और नए साल के उत्साह भरे इंतजार के बीच जैसे ही घड़ी की सूई रात 12 बजे पहुंची चारों ओर हैप्पी न्यू ईयर 2025 गूंजने लगा और लोग एक-दूसरे को बधाई देने लगे। प्रमुख होटल, रेस्टोरेंट, पर्यटन स्थल और धार्मिक स्थलों में भी जश्न के साथ नया वर्ष मनाया गया कड़ाके की ठंड के बावजूद कई जगहों पर देर रात तक आतिशबाजी किए। डीजे की धुन पर लोग थिरकते रहे। सोशल मीडिया पर लोग अपने परिजन और मित्र जनों को नववर्ष की बधाई दिए।
फूलों से महका नया साल : नए साल के स्वागत को लेकर बाजार में सभी फूलों की दुकानों में अहले सुबह से भीड़ देखी गई। स्टेशन रोड़, एसआर डालमिया रोड स्थित फूलों की दुकानों से गुलाब, गेंदा समेत रंग-बिरंगे फूलों का गुलदस्ता खरीदने के लिए लोग कतारबद्ध दिखे।
पिकनिक स्पॉटों में उमड़े लोग : नए वर्ष के दिन उम्मीद और उत्साह के साथ घरों से लोग निकले। मधुपुर के सभी पिकनिक स्पॉटों पर लोगों की भीड़ देखी गयी। कई लोगों को ग्रुप बनाकर तो कई लोग सपरिवार पिकनिक करते देखे गए। पथरोल काली मंदिर, फागो काली मंदिर, बुढ़ेश्वरी माता का मंदिर, बूढ़ी बगीचा पतरो नदी घाट, भुभुकदहा गर्म कुंड, बकुलिया झरना, धमनी नदी घाट, जोरिया, जंगल, पुरानी कोठियों समेत अन्य जगहों पर सैकड़ों की संख्या में लोग पिकनिक मनाने पहुंचे थे।
धार्मिक स्थलों पर भी भीड़ : क्षेत्र के संत कोलंबस गिरजाघर, पीएच मिशन गिरजाघर, संत जोसेफ गिरजाघर सहित सभी गिरजाघरों में नए वर्ष के स्वागत को लेकर विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। प्रार्थना सभा के बाद लोगों ने एक दूसरे को हैप्पी न्यू ईयर का बधाई दी। इधर लोग सुबह होते ही मंदिरों में पहुंचकर पूजा अर्चना कर नया साल सुख में होने की प्रार्थना किए।
मीट-मछली का बाजार रहा गरम : नववर्ष को लेकर सुबह से ही मीट- मछली की दुकानों में अधिक भीड़ रही। लोग कतारबद्ध होकर मीट खरीदते रहे। देसी और विदेशी शराब की रिकॉर्ड बिक्री हुई।
करौं भी नए वर्ष का जश्न चरम पर रहा : करौं प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न नदी घाटियों, जंगलों में लोगों ने नववर्ष का उत्साह धूमधाम से मनाया। नववर्ष पर लोगों ने बाबा कर्णेश्वर मंदिर, कोटाल काली मंदिर, धर्मराज मंदिर, गढ़वे बाबा मंदिर, गौसुआ महादेव मंदिर, बसकूपी महादेव मंदिर, पथरोल काली मंदिर, सहित अन्य मंदिरों में पूजा-अर्चना किया। इस अवसर पर लोगों ने अपने-अपने परिवार हित कुटुंब एवं प्रखंडवासियों की मंगल कामना की। नववर्ष पर हजारों लोगों ने प्रखंड क्षेत्र के सीरियां जंगल, महाज़ोर नदी, जयंती नदी, केनबेरिया जंगल, फोफनाद महजोर नदी, आदि जगहों में पिकनिक अपने परिवार के साथ मनाया। करौं थाना प्रभारी अमर कुमार द्वारा पुलिस वलों के साथ गश्त करते दिखे। इस अवसर पर प्रखंड क्षेत्र में कहीं से कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है।
प्रभातेश्वर तिवारी को मिली प्रोन्नति, बने सहायक अभियंता
पालोजोरी/संवाददाता। सारठ विद्युत प्रमंडल के कनीय अभियंता प्रभातेश्वर तिवारी को विभाग ने प्रोन्नति दी है। अब वह सहायक अभियंता हो गए हैं। जानकारी हो कि प्रभातेश्वर तिवारी एक सक्रिय कनीय अभियंता के रूप में सारठ प्रमंडल के तहत सारठ, पालोजोरी और सारवाँ में काम कर रहे हैं। उपभोक्ताओं की समस्याओं को भी वह गंभीरता से लेते हैं और आवश्यक सहयोग करते हैं। राजस्व संग्रह में भी उनकी उपलब्धि अच्छी मानी जाती है। कर्मी वीरेंद्र कुमार, दुलाल मंडल, केशव कुमार, ओमियो मंडल, वंशीधर राय, इम्तियाज अंसारी, रेहान, सरवर, अक्षय यादव सहित अन्य ने उन्हें बधाई दी है।
नववर्ष पर निकली निशान यात्रा, शहर में भक्ति का माहौल
मधुपुर/संवाददाता। नववर्ष पर बुधवार को श्याम मित्र मंडली द्वारा भव्य निशान यात्रा शहर के पुलपार दुर्गा मंदिर परिसर से सुबह निकाली गयी। इस दौरान बाबा श्याम का जयकारा लगाते हुए श्रद्धालु झूमते-नाचते यात्रा में शामिल हुए। निशान यात्रा में सैकड़ों की संख्या में महिला व पुरूष श्रद्धालु हाथों में निशान लिए शहर के प्रमुख मार्गों का भ्रमण करते हुए कुंडू बंगला व पंच मंदिर स्थित श्याम मंदिर पहुंचकर श्याम बाबा को निशान अर्पित किया। इसके साथ ही निशान यात्रा का समापन किया गया। बताया जाता है कि मधुपुर में प्रतिवर्ष नए साल के आगमन पर विश्व शांति, लोक कल्याण के लिए निशान यात्रा निकाली जाती है। वहीं निशान यात्रा में शामिल भक्तों का जगह-जगह स्वागत किया गया।निशान यात्रा में सैकड़ों महिलाएं व पुरुषों ने हिस्सा लिया। गाजे-बाजे के साथ निकाली गई निशान यात्रा में महिलाओं का उत्साह देखते ही बन रहा था। खाटू श्याम के नारे लगाए जा रहे थे। भक्ति गीतों और नगाड़ों पर भक्त थिरक रही थीं। निशान यात्रा में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन मुस्तैद थे।
नववर्ष पर मंदिरों में उमड़ी लोगों की भीड़
सारवां/संवाददाता। प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न मंदिरों में नववर्ष पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी पड़ी। प्राचीन आस्था के रूप में प्रख्यात विशनपुर दुर्गा मंदिर गहवर, दुखियानाथ महादेव मंदिर सारवां, बाबा दुबे मंदिर, जियामाता मंदिर में अहले सुबह से ही ग्रामीणों का तांता लगा रहा। ग्रामीणों ने मां व बाबा से परिवार की खुशहाली की कामना की। कहा जाता है कि नये साल के प्रारंभ पूजा अर्चना से किया जाय तो सालों भर जीवन मंगलमय रहता है। वहीं नववर्ष पर क्षेत्र के डकाय जंगल, तुतरा पहाडी, घोरपरास जंगल में पिकनिक मनाने को लेकर लोगों ने वनभोज किया। इधर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर थाना प्रभारी एसके भगत के साथ पुलिस बल के जवान मुस्तैद रहे।
सहजकर्ता दल का प्रशिक्षण संपन्न
सारवां/संवाददाता। सारवां प्रखंड सभागार में जीपीडीपी कार्यक्रम के तहत बीडीओ रजनीश कुमार की देखरेख में सहजकर्ता दल का आयोजित प्रशिक्षण बुधवार को संपन्न हुआ। प्रशिक्षक सह मोहनपुर रढिया पंचायत मुखिया मुकेश कुमार, अभिषेक आनंद द्वारा सात पंचायतों से चयनित सहजकर्ता दल को कार्यक्रम के तहत गांव में बाल सभा, महिला सभा व विशेष ग्राम सभा करने के साथ 15वीं वित से प्राथमिकता के आधार पर योजना चयन करने की प्रक्रिया की जानकारी दी गई। मौके पर प्रभारी बीपीआरओ दिलीप कुमार राय,पंचायत सेवक मोइन अंसारी, संजय मंडल, विक्रम कुमार, वीरेन्द्र यादव, निभा कुमारी, मीना देवी, श्यामसुंदर यादव, भोला मंडल, क्यूम अंसारी, जागेश्वर मिर्धा आदि सहजकर्ता दल के सदस्य थे।
महिला ने लगाया मारपीट का आरोप
सारवां/संवाददाता। सारवां थाना के बेजुकूरा पंचायत के दुलीडीह गांव की महिला ने सारवां थाना में आवेदन देकर गांव के ही शिरोमनी यादव सहित 30 से 35 लोगों पर जबरन घर पर पत्थरबाजी करने, दरवाजा तोड़ने और जान मारने की धमकी देने की शिकायत पुलिस से की है। आवेदन में कहा है कि इसके पूर्व भी तीन बार आरोपी मारपीट कर चुके हैं।
शौर्य गाथा सप्ताह जागरूकता रथ को मंत्री ने किया रवाना
- आज ही के दिन महार जाति के सैनिकों ने अंग्रेजों के दांत कर दिये थे खट्टे : हफीजुल
- 28 हजार अंग्रेज सैनिकों पर भारी पड़े थे 500 सैनिक
मधुपुर/संवाददाता। स्थानीय कोर्ट मोड़ अंबेदकर चौक से बुधवार को नववर्ष पर गांव बचाओ समिति की ओर से शौर्य गाथा सप्ताह यात्रा जागरूकता रथ को सूबे के मंत्री सह स्थानीय विधायक हफीजुल हसन ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
यात्रा प्रारंभ होकर भगवानपुर, सलैया, नवापतरो, बियाहीगढ़ा, माधोपुर, घसको, बलनाडीह, रुपाबाद, और संघरा गांव का दौरा करते हुए ग्रामीणों को जागरूक करेगा। यात्रा के अंतिम दिन संघरा में भव्य कार्यक्रम आयोजन किया जाएगा। इस दौरान मंत्री ने संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेदकर के आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए उन्हें नमन किया। कहा कि देश में फिरकापरस्त लोगों द्वारा संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेदकर को अपमानित किया जा रहा है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कहा कि 1 जनवरी 1818 को महाराष्ट्र के पुणे के पास स्थित भीमा नदी के किनारे हुए संघर्ष में अछूत माने जाने वाली महार जाति के लगभग 500 सैनिकों ने अंग्रेजों के साथ मिलकर पेशवा की 28,000 सैनिकों की सेना को शिकस्त दी थी। इस ऐतिहासिक युद्ध में जीत ने दलित समुदाय की आत्म-गरिमा को नई दिशा दी और पेशवा शासन के जातिवाद के खिलाफ महत्वपूर्ण संदेश दिया।
भीम आर्मी के प्रदेश संगठन प्रभारी राजेश कुमार दास ने कहा कि संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेदकर की प्रेरणा के रूप में भीमा कोरेगांव शौर्य दिवस ने भारतरत्न डॉ. भीमराव अंबेदकर को प्रेरित किया। महार जाति के लोग पर उस समय मनुस्मृति कानून लागू था। जिससे परेशान होने के बाद इष्ट इंडिया कंपनी नामक सासन से मिलकर महायुद्ध हुआ था। जिसमें मात्र पांच सौ महार जातियों ने 28 हजार बाजीराव पेशवा सेना को मारकर झुकने पर मजबूर कर दिया। उसी दिन पर बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेदकर ने कहा कि यह हमारा शान है, इस महाराष्ट्र के पुन: भीमा कोरेगांव आदों के रूप में सदैव जीवित शौर्य चक्र दिवस हम सभी को मनाना है। तब से लाखों करोड़ों महार दलित जातियों जीत व शौर्य दिवस मनाने का काम करते हंै।
मौके पर संतोष बौद्ध, कुंदन भगत, प्रकाश दास, राजेन्द्र दास, इंद्राणी देवी,अर्जुन दास, बृज नंदन दास, मराजु, गंगा दास, हलिम अंसारी, पंकज दास, बबलू दास, किशोर दास, राजू दास, शिबू दास, राजीव दास, दिलीप समेत दर्जनों लोग मौजूद थे।
पालोजोरी के पिकनिक स्पॉट पर उमड़ी भीड़
- पिकनिक स्पॉट पर सुविधा की मांग
पालोजोरी/संवाददाता। पालोजोरी के पिकनिक स्पॉट पर नए साल के अवसर पर बुधवार को सैलानियों की भीड़ उमड़ पड़ी। पालोजोरी के दमगी पहाड़ी, फुलजोड़ी पहाड़, प्रखंड से सटे गुमरो पहाड़ सहित अन्य पिकनिक स्पॉट पर पालोजोरी सहित आसपास के गांवों से पिकनिक मनाने के लिए लोग पहुंचे। अलग-अलग समूह में आये लोगों ने भोजन तैयार कर भोजन का आनंद लिया। दोपहर के बाद सैकड़ों की संख्या में लोग पहुँचे। म्यूज़िक सिस्टम की धुन पर लोग जमकर थिरक रहे थे। पिकनिक मना रहे लोगों ने बताया कि जिस तरह से पालोजोरी के पिकनिक स्पॉट पर लोगों की भीड़ बढ़ रही है, यहां सुविधाएं बहाल होनी चाहिए। उन्होंने स्थानीय विधायक से इस बारे में संज्ञान लेने की मांग रखी। पालोजोरी और खागा पुलिस प्रशासन की नजर पिकनिक स्पॉट पर बनी रही।
पुलिस ने अवैध बालू उठाव करते ट्रैक्टर पकड़ा
मधुपुर/संवाददाता। मधुपुर अनुमंडल के करौं प्रखंड क्षेत्र के मदनकट्टा के जयंती नदी घाट से अवैध बालू उठाव करते एक ट्रैक्टर को पुलिस ने पकड़ा है। पुलिस ने बुधवार को गुप्त सूचना पर कार्रवाई की है। पुलिस ट्रैक्टर को जब्त कर थाना लायी है। थाना प्रभारी अमर कुमार ने बताया कि पकड़ा गया ट्रैक्टर के मालिक और चालक की खोज कर रही है।
सैलानियों से गुलजार रहा त्रिकुट और तपोवन
- पहाड़ी के तलहटी में लोग पिकनिक का खूब उठाया आनंद
मोहनपुर/संवाददाता। प्रखंड क्षेत्र के अंतर्गत त्रिकुट पर्वत व तपोवन पहाड़ में नये साल के पहले दिन को यादगार बनाने के लिए प्रकृति के बीच हसीन वादियों में बड़ी संख्या में सैलानी पहुंचे। इन स्थानों पर अप्रिय घटना न हो, इसके लिए मोहनपुर थाना प्रभारी प्रियरंजन कुमार दलबल के साथ अलर्ट मोड पर थे। साथ ही शराब पीकर वाहन चलाने वाले पर नजर रखी जा रही है। पिकनिक स्थान पर लोग डीजे पर बजने वाले गाने पर लोग थिरकते नजर आये। पिकनिक स्थल पर बच्चों को खेलने के लिए झूले समेत कई प्रकार के मनोरंजन का साधन उपलब्ध कराया गया था।
रोपवे हादसा के बाद सैलानियों में कमी देखी गयी। साल के पहले दिन में इन स्थानों पर सैलानी दूर-दूर से आते थे। पिकनिक के साथ रोपवे का आनंद का लुफ्त उठाते थे। रोपवे के माध्यम से त्रिकुट पहाड़ के चोटी पर पहुंच कर सैर-सपाटा लगते थे। वहीं इस दौरान सीता दीपक, रावण गुफा देखकर आकर्षित होते थे।
तपोवन पहाड़ अपने साथ आध्यात्मिक व धार्मिक इतिहास भी समेटे हुए है। मंदिर के पुजारी सुधीर झा ने बताया कि तपोवन बालानंद ब्रह्मचारी की 44 वर्ष की कठोर तपस्या से खुश होकर भगवान शंकर ने उन्हें खुद दर्शन दिया था। बालानंद ब्रह्मचारी महाराज ने 1882 में पहाड़ की गुफा में आकर तपस्या शुरू की थी और 1926 में उन्हें भगवान भोलेनाथ के दर्शन भी हुए थे। बालानंद महाराज मूल रूप से उज्जैन के रहने वाले थे। उनकी तपस्या के दौरान दो बाघ उनके रक्षक थे। उन बाघों की अस्थियां भी पहाड़ पर मौजूद है। तपोवन पहाड़ का धार्मिक महत्व रामचरित मानस से भी जुड़ा हुआ है। लोगों का कहना है कि प्रभु श्रीराम 14 वर्ष का वनवास काटने के बाद अयोध्या लौटे। इसके बाद देश में चार तपोवन का दर्शन करने राम, लक्ष्मण, सीता व हनुमान आये थे। उसी दौरान हनुमान ने सीता माता को बताया था कि जब रावण शिवलिंग ले जाने में कामयाब नहीं हुआ था तो उसने शिवलिंग ले जाने के लिए तपोवन पहाड़ पर आकर तपस्या शुरू की थी। देवताओं के कहने पर हनुमानजी ने उनकी तपस्या भंग की थी। इस स्थान पर दर्शन के साथ-साथ पिकनिक मनाने सैलानी की भीड़ बढ़ती ही जा रही है।
प्रखंड के पिकनिक स्पॉटों पर उमड़ी लोगों की भीड़
- नववर्ष पर चारों तरफ दिखा जश्न का माहौल
मारगोमुंडा/संवाददाता। प्रखंड क्षेत्र में बुधवार को नववर्ष को जश्न और उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर क्षेत्र के युवा, महिला, पुरुष, बच्चे पिकनिक मनाने के लिए तैयारियां कर टीकोपहाड़ी, ग्रीनजोरी गांव स्थित पहाड़ी, द्वारपहाड़ी गरम जलकुण्ड, रामपुर द्वार पहाड़ी स्थित सुरंगी पहाड़ी, मुरलीपहाड़ी गांव स्थित पहाड़ी, मोजियाटांड़ गांव स्थित पहाड़ी, खमरबाद खद्दान, नोनियाद जयंती नदी, लालपुर जयंती नदी यादि के अलावा नदी, जोरिया व झाड़ियों में वनभोज किया। नववर्ष 2025 का लोगों ने गर्मजोशी से स्वागत किया।
वहीं टिकोपहाड़ी गांव स्थित टिकोपहाड़ी जो प्रखंड के धरोहर स्थल के रूप में जो पहाड़ी पिकनिक स्थल के लिए सर्वोच्च माना जाता है। यहां क्षेत्र के महजोरी, भंडारों, मार्गोमुंडा, बाघाडाबर, बरोटाड, बेजुटाड, ताराटीला, अर्जुनका अहरासोल यादि दर्जनों गांवों से लोग व प्रखंड क्षेत्र के अलावा दूरदराज से लोग पिकनिक मनाने पहुंचे। इधर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर थाना प्रभारी तरुण बाखला सदलबल पिकनिक स्थलों ा निरीक्षण किया।