महागामा। गोड्डा जिला झामुमो कार्यकारिणी समिति की बैठक सह अभिनन्दन समारोह गुरुवार को ऊर्जानगर महागामा में आयोजित की गयी। अध्यक्षता सह संचालन जिलाध्यक्ष वासुदेव सोरेन ने की। सर्वप्रथम हेमलाल मुर्मू एवं उनके साथ झामुमो में घर वापसी करने वाले प्रेमनन्दन मंडल ने जिला पदाधिकारियों को माला पहना कर स्वागत किया। जिले के सभी प्रखंड अघ्यक्ष ने संगठन एवं सदस्यता अभियान के विषय में विचार व्यक्त किया। उसके बाद जिले के वरिष्ठ पदाधिकारी और केन्द्रीय समिति सदस्य ने सुझाव दिये। सर्वसम्मति से मोर्चा संगठन 15 जून तक गठन करने एवं सदस्यता अभियान युद्ध स्तर पर चला कर दो लाख, नये सदस्य बनाने का निर्णय लिया गया। बैठक समाप्ति से पहले बालासोर ट्रेन हादसा में मरे लोगों एवं शिक्षा मंत्री स्वर्गीय जगरनाथ महतो को श्रद्धांजली स्वरुप दो मिनट का मौन रखा गया। बैठक में सबों ने एक स्वर में कहा पूर्व मंत्री हेमलाल मुर्मू की घर वापसी से झामुमो मजबूत हुआ है। गोड्डा नगर के सक्रिय युवा नेता सूर्य नारायण मंडल ने जिलाध्यक्ष वासुदेव सोरेन के हाथों झामुमो की सदस्यता ग्रहण की। मुख्य रूप से राजेश मंडल, अजीमुद्दीन, मृत्युंजय सिंह, मुन्ना खुर्शीद, बिनोद मुर्मू, तालाबाबू हांसदा समेत सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।
पंचायत भवन में चलंत लोक अदालत का आयोजन
-नशा तमाम अपराधों की है जननी : डालसा
पथरगामा। संवाददाता। जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष सह पीडीजे देवेन्द्र कुमार पाठक के मार्गदर्शन में एवं सचिव डॉ. प्रदीप कुमार के निर्देश पर गुरुवार को पथरगामा प्रखंड के पीपरा गांव में चलंत लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस दौरान डालसा की ओर से गठित टीम के सदस्यों ने ग्रामीणों को जागरूकता का पाठ पढ़ाया। डालसा टीम में पैनल अधिवक्ता कुंदन कुमार ठाकुर, पीएलवी बासुदेव मणीनंदन कुमार, जोबाती मुर्मू, अजय टुडू आदि ने नालसा स्कीम-नशा निषेध सहित अन्य कानूनी बातों की जानकारी दी। बताया कि देश में नशा करने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है तथा नशा करना अपनी शान समझते हैं। नशा का सेवन करने से इसका दुष्परिणाम आपराधिक घटनाएं, खतरनाक बीमारियां, परिवार में तनाव, वाद विवाद, घरेलू हिंसा, आर्थिक तंगी होती है। बच्चों का सही से भरण-पोषण तथा शिक्षित नहीं कर पाना मुश्किल हो जाता है। परिवार में बिखराव का डर, खतरनाक बीमारियों के इलाज करने की समस्या बन जाती है। इस प्रकार जिंदगी नरक बन जाती है। नशा करने करने वाला व्यक्ति चाह कर भी नशा छोड़ नहीं पाता है और धीरे-धीरे इनकी मजबूरी हो जाती है। नशा सिर्फ शराब नहीं बल्कि ड्रग्स, गांजा, दारू, डेंड्राइड, नशीली मेडीसिन, तंबाकू, खैनी, गुटखा आदि अन्य चीजें हैं। इसका सेवन करने से गंभीर परिणाम होते हैं। नशे की लत अब कम उम्र के बच्चे में भी खैनी, गुटखा, सिगरेट, तंबाकू, मेडीसिन दवाई जैसे नशा सेवन करने का डर बना रहता है। नशे की लत में बाल अपराध, पढ़ाई-लिखाई एवं स्कूल का छूट जाना, माता-पिता से झूठ बोलना, माता-पिता, बड़ों का आदर न करना, हमेशा तनाव में रहता है। बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए स्कूल के आसपास या 100 मीटर की दूरी पर नशीला पदार्थ बेचना कानूनी अपराध है। माता-पिता अपने बच्चों के प्रति सजग रहें तथा हरकत पर नजर रखें। नशा करने वाले पीड़ित व्यक्ति को नशा मुक्ति केंद्र के द्वारा इलाज भी किया जाता है तथा विधिक सेवाएं उपलब्ध करायी जाती है। इस अवसर पर दर्जनों ग्रामीण उपस्थित थे।