हनवारा/संवाददाता। आदि शक्ति मां काली को भक्तों ने नम आंखों के साथ विदा किया। काली पूजा में दो दिनों के अनुष्ठान के बाद रविवार को जब माता की विदाई की बेला आई तो मां से दूर होने का गम कमोबेश हर भक्तों के आंखों में दिखायी दे रही थी। इस दौरान श्रद्धालुओं ने मायूसी के साथ माता को विदा किया। वहीं काली पूजा उत्सव को लेकर पूरा गांव मां की अंतिम विदाई के दौरान उमड़ पड़ा। अश्रुपूरित भक्तों की आंखें अंतिम विदाई के दौरान माता से सुख-समृद्धि और निरोग रहने की कामना कर रही थी। हनवारा थाना क्षेत्र के विश्वासखानी गांव में श्रद्धालुओं ने नम आंखों से मां काली को विदाई दी। इस दौरान महिला एवं पुरुष एक-दूसरे को अबीर व गुलाल लगा कर आशीर्वाद लिया। विसर्जन के दौरान श्रद्धालुओं ने मां से सुख समृद्धि की कामना की। इस बाबत गांव के गलियारे से शोभा यात्रा निकाल कर माता के जयकारे लगाए। सुबह से ही पूजा पंडालों में श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। जैसे-जैसे माता की विदाई की बेला करीब आई लोगों की आंखें नम हो गई। विदाई से पहले महिलाओं ने माता का श्रृंगार किया। इस दौरान पंडालों में भावुक करने वाली विदाई गीत बजते रहे। पंडालों का नजारा ऐसा था जैसे मायके से बेटी की विदाई हो रही है। मौके पर पूजा समिति के सदस्य अनूपलाल सिंह, दीपक सिंह, राकेश सिंह, राजकुमार पासवान, विष्णु कुमार ठाकुर, रमेश भगत, पीयूष कुमार, राहुल कुमार एवं हनवारा थाना के पुलिस बल मौजूद थे। ग्रामीण क्षेत्र की प्रतिमाओं को श्रद्धालुओं ने पूरे उत्साह के साथ विसर्जित किया। इससे पहले दुर्गा मंडपों में महिलाओं ने सिंदूर खेल की रस्म को पूरा किया। मां की विदाई के मौके पर मंडपों और पंडालों के भीतर महिलाओं ने एक-दूसरे को सिंदूर लगा कर शुभकामनाएं देती नजर आई। विसर्जन को लेकर चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल मौजूद रहे।
महागामा अनुमंडल क्षेत्र के हनवारा पासी टोला में नहीं पहुंच पायी विकास की किरण
-दूषित पानी से जनजीवन पूरी तरह से हो रही है प्रभावित
हनवारा/संवाददाता। महागामा प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत हनवारा पंचायत के पासी टोला में सड़क पर जमा गंदा पानी निकासी नहीं होने से ग्रामीणों को काफी परेशानी हो रही है। साथ ही मच्छर जनित रोगों का डर भी सता रही है। लेकिन साफ-सफाई को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधि कोई पहल नहीं कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कई महीनों से सड़क पर गंदा पानी जमा है। पास के कई लोग बीमार भी हो गए। साफ-सफाई का तो कोई पहल होते नहीं दिख रहा है। कही जाए तो बारिश का पानी जमा होने से महागामा प्रखंड क्षेत्र में इन दिनों बीमारी जनित मच्छरों का प्रकोप काफी बढ़ने लगी है। वहीं हनवारा पंचायत के हनवारा पासी टोला में बारिश का घर से नहीं निकलने, गंदा पानी सालोंसाल तक निकासी नहीं होने से सड़क पर गंदा पानी जमा हो रहा है। लेकिन उसका निदान अभी तक नहीं हो पाया है। जिस कारण आसपास के लोगों को महामारी होने का भी डर सता रही है। कही जाए तो महागामा प्रखंड क्षेत्र में मच्छरों का प्रकोप तेजी से बढ़ती हुई देखी जा रही है। जिस कारण मच्छर से बीमारी होने से लोगों में भय बना रही है। साथ ही सड़क दूषित पानी के बहाव से टोले की हालत पर जमा गंदा पानी से महामारी का भी भय लोगों में बनी हुई है। ग्रामीण लोगों का कहना है कि सड़क मार्ग पर सालोंसाल बारिश का पानी जमा होने से महामारी होने का डर भी लग रहा है। साथ ही गंदा पानी से मच्छर जनित खतरनाक बीमारी होने का भी डर लग रहा है, लेकिन इसका कोई निदान नहीं किया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि बीमारी से बचाव एवं मच्छर का प्रकोप कम करने के लिए स्वास्थ्य विभाग समय पर डीडीटी छिड़काव नहीं करते हैं। ..और करते भी हैं सिर्फ खानापूर्ति के लिए। कागजों पर सिमट कर रह जाती है। ग्रामीण ने मच्छर से बचाव एवं सड़क पर जमे गंदा पानी निकासी करने की मांग जिला प्रशासन से की है। गौरतलब हो कि क्षेत्र के गांव, मोहल्ले में गंदगी होने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है। गंदगी से पनप रहे मच्छरों ने बुखार, कालाजार, मलेरिया, टाइफाइड, डेंगू, डायरिया बुखार और अन्य बीमारियों को धीरे धीरे घर-घर में फैलने का डर सा बन रहा है। पानी भरे स्थानों पर मच्छरों की भरमार है। आलम यह है कि यह सब जगहों पर नियमित सफाई में भी कोताही बरती गई है। यहां नालियों के अभाव में जल जमाव हुआ है।
10 बजे 10 मिनट पूर्वजों के नाम कार्यक्रम आयोजित
गोड्डा/संवाददाता। प्रत्येक माह के प्रथम रविवार को देश के स्वतंत्रता सेनानियों एवं शहीदों के वंशज व परिजनों की ओर से प्रस्तावित कार्यक्रम 10 बजे, 10 मिनट अपने पूर्वजों के नाम के तहत रविवार को नियत समय पर स्थानीय शहीद स्तम्भ परिसर में कार्यक्रम का आयोजन हुआ। उक्त आशय की जानकारी देते हुए कार्यक्रम के संयोजक व जमनी पहाड़पुर के स्वतंत्रता सेनानी स्व. छेदी प्रसाद झा के पुत्र दिवाकांत झा ने बताया कि कार्यक्रम में शामिल अंग क्षेत्र के प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी पंडित रणजीत झा के पुत्र व विभिन्न खेल संघ सचिव सुरजीत झा, महेशपुर के स्वतंतता सेनानी स्व. रत्नेश्वर झा के पौत्र प्रियव्रत झा, मल्हारा के स्वतंत्रता सेनानी स्व. धनेश्वर पंडित के पुत्र संतोष कुमार पंडित, स्वतंत्रता सेनानी स्व. हलधर वैद्य के पुत्र आशुतोष कुमार वैद्य, करमाटांड़ के स्वतंत्रता सेनानी स्व. गंगा राम ठाकुर के पौत्र जीवकांत ठाकुर, कुसमा ललमटिया के स्वतंत्रता सेनानी शोभा सोरेन की पुत्रवधू रोजमेरी टुडू, पोता- कोहिनूर सोरेन एवं पोती साक्षी सोरेन, महेशपुर के प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी स्व. उत्पल के वंशज सुनील कुमार झा के अलावा भागलपुर के सुमन कुमार, माल रामपुर की प्रिया कुमारी, ट्विंकल कुमारी एवं परीक्षित कुमार ने संयुक्त रूप से राष्ट्रपिता बापू एवं लोकनायक जय प्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि के पश्चात स्वतंत्रता सेनानियों एवं शहीदों के सम्मान में जयकारे लगाकर अपने पूर्वजों के साथ-साथ देश की आजादी में शामिल सभी संग्रामियों के प्रति श्रद्धाभाव एवं आभार प्रकट किया गया। कार्यक्रम का समापन परंपरानुसार राष्ट्रगान से हुआ।
महागामा में कांग्रेस प्रत्याशी की जीत के लिए झामुमो नेताओं ने कसी कमर
महागामा/संवाददाता। महागामा विधानसभा क्षेत्र से इंडिया गठबंधन समर्थित कांग्रेस प्रत्याशी की जीत के लिए झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने कमर कस ली है। आपसी गिला शिकवा भुलाकर झामुमो नेताओं ने कांग्रेस प्रत्याशी दीपिका पांडेय सिंह की जीत के लिए काम करने का संकल्प लिया है। महागामा विधानसभा स्तरीय झारखंड मुक्ति मोर्चा कार्यकर्ता सम्मेलन महागामा प्रखंड के मोहनपुर चौक अवस्थित एक होटल में की गई। बैठक की अध्यक्षता जिला झामुमो अध्यक्ष बासुदेव सोरेन ने किया। संचालन जिला सचिव अजीमुद्दीन ने की। बैठक में उपस्थित महगामा प्रखंड, मेहरमा एवं ठाकुरगंटी प्रखंड के अध्यक्ष, सचिव के साथ-साथ सक्रिय दर्जनों कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। सभी पदाधिकारी से लेकर कार्यकर्ताओं ने महागामा विधायक से नाराजगी व्यक्त करते हुए समाधान का सुझाव दिया। सभी कार्यकर्ताओं ने कहा कि हम सभी लोग गठबंधन के प्रत्याशी दीपिका पांडेय सिंह को विधायक बना कर हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री बनने के लक्ष्य को साकार करेंगे। लेकिन झामुमो कार्यकर्ताओं की अनदेखी ना हो इसके लिए गठबंधन विधायक को एक झामुमो का विधानसभा प्रतिनिधि नियुक्त करना होगा। इसी संदर्भ में बैठक को संबोधित करते हुए केंद्रीय समिति सदस्य सह प्रवक्ता जिला झामुमो गोड्डा राजेश मंडल ने कहा आज भारतीय जनता पार्टी हमारे हेमंत सोरेन का सबसे बड़ा दुश्मन है, जिसे हम गठबंधन दलों के सभी कार्यकर्ताओंं को एकजुट होकर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को परास्त कर जिले के तीनों विधानसभा सीटों पर गठबंधन प्रत्याशी को विजयी बनाना है। छोटी मोटी घर की बातों को भुलाकर हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री कैसे हों उसके लिए मार्ग प्रशस्त करना ही हमारा कर्तव्य होना चाहिए। इसी बीच महागामा विधानसभा महागठबंधन प्रत्याशी दीपिका पांडेय सिंह भी बैठक में उपस्थित हुई। उन्होंने सभी झामुमो कार्यकर्ताओं से गीले शिकवे दूर कर अपने पक्ष में वोट कराने में अपना पूर्ण सहयोग देने का प्रार्थना करते हुए कहा -आगे आप सभी झामुमो कार्यकर्ताओं का मान सम्मान के विषय में कोई कोर कसर नहीं रखी जाएगी। उनके संबोधन मात्र के बाद ही सभी झामुमो कार्यकर्ताओं ने रात दिन एक कर चुनाव प्रचार-प्रसार में अपना योगदान देने का वचन देते हुए हेमंत सोरेन जिंदाबाद, दीपिका पांडेय सिंह जिंदाबाद का नारा लगाया। वहीं बैठक में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता धर्मोंडीह निवासी जयंत कुणाल एवं निरंजन यादव ने जिला अध्यक्ष बासुदेव सोरेन के हाथों झारखंड मुक्ति मोर्चा की सदस्यता ग्रहण किया। बैठक में मुख्य रूप से प्रधान सोरेन, लम्बोदर महतो, सुबाल मुर्मू, अकीदत अंसारी, ताला टुडू, राजू मंडल, पंकज उदास, वरिष्ट नेता महेंद्र हांसदा, शत्रुघ्न सिंह, सोशल मीडिया प्रभारी, बीबी जैतून, सुरेंद्र सोरेन, जाहिद, मनोरंजन पासवान, जिला छात्र मोर्चा अध्यक्ष देवराज कुमार, बिट्टू यादव, आदि उपस्थित हुए। बैठक समाप्ति के बाद सभी कार्यकर्ताओं ने अपने साथी राजेश मंडल का केक काटकर जन्मदिन मनाया।
बिहार के पूर्व मंत्री ने कांग्रेस कार्यालय का किया उद्घाटन
महागामा/संवाददाता। एकीकृत बिहार के पूर्व मंत्री अवध बिहारी सिंह ने महागामा कांग्रेस कार्यालय का उद्घाटन किया। समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि महागठबंधन ने जनहित में अनेक योजनाओं को लागू किया है, जिनका लाभ सीधे जनता तक पहुंचा है। उन्होंने राज्य में महागठबंधन सरकार के कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि इस सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क निर्माण और बेरोजगारी जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जिससे जनता को राहत मिली है। उन्होंने विशेष रूप से यह जोर दिया कि महागठबंधन सरकार की योजनाओं और कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए उनकी पुत्रवधू कांग्रेस प्रत्याशी दीपिका पांडेय सिंह को फिर से जीताना आवश्यक है और उनके पक्ष में जनता जनार्दन से मतदान करने की अपील की। अवध बिहारी सिंह ने बताया कि महागामा विधानसभा क्षेत्र की जनता के सहयोग से महागठबंधन एक मजबूत विकल्प बनकर उभरा है और अगर क्षेत्र की जनता का पूरा समर्थन मिला तो आने वाले समय में महागामा और राज्य में विकास की गति और तेज होगी।
साथ ही उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे महागठबंधन की विचारधारा को समझें और भविष्य की उन्नति के लिए कांग्रेस प्रत्याशी दीपिका पांडेय सिंह के पक्ष में मत दें। महिला सशक्तीकरण, कृषि सुधार और आर्थिक उन्नति जैसे मुद्दों पर भी महागठबंधन की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि जनता का समर्थन ही सही दिशा में राज्य के भविष्य का निर्माण कर सकता है।
विस चुनाव के मद्देनजर झारखंड-बिहार बॉर्डर के चेकपोस्ट पर बढ़ी चौकसी
-सीमा सुरक्षा बल के जवान कर रहे वाहनों की गहन जांच
गोड्डा/संवाददाता। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जिले भर में पुलिस प्रशासन एक्टिव मोड पर है। विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आती जा रही है वैसे-वैसे प्रशासनिक गतिविधि तेज हो रही है। वैसे तो पूर्व से ही चौकसी बढ़ गई है। किंतु इनदिनों काफी चौकसी बढ़ा दी गई है। बता दें कि जिला के कई ऐसे सीमावर्ती क्षेत्र हैं जो बिहार से जुड़ते हैं। खास तौर पर इस जिले से भागलपुर काफी लोगों का आना-जाना होता रहता है क्योंकि भागलपुर बाजार काफी बड़ा बाजार है। यहां के व्यवसायी भी अपने कारोबार के सिलसिले में भागलपुर आया-जाया करते हैं। उल्लेखनीय है कि झारखंड-बिहार के सीमावर्ती इलाका खतनई और पंजवारा पड़ता है। दोनों ही सीमावर्ती पॉइंट पर पूरे साल जिला पुलिस बल के जवानों की चेकिंग रहती है। मगर विधानसभा चुनाव के मद्देनजर खटनई सीमा पर सुरक्षा बल के जवानों को तैनाती कर दी गई है। इन जवानों की ओर से बिहार से झारखंड और झारखंड से बिहार की ओर जाने वाली वाहनों का काफी मुस्तैदी से चेकिंग किया जा रहा है। इतना ही नहीं यहां पर जिला पुलिस प्रशासन की ओर से एक एएसआई की प्रतिनियुक्ति जवानों के साथ रहती है। दूसरी और विधि-व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए यहां पर मजिस्ट्रेट की भी प्रतिनियुक्ति की गई है। हर आने जाने वालों को मजिस्ट्रेट के समक्ष अपने-अपने वाहनों का नंबर, मोबाइल नंबर और नाम रजिस्टर में दर्ज करना पड़ता है। जानकारी के मुताबिक यहां पर ड्यूटी रोटेशन के हिसाब से अलग-अलग मजिस्ट्रेट के साथ सीमा सुरक्षा बल एवं जिला पुलिस बल के जवान तथा गृह रक्षक ड्यूटी में तैनात रहते हैं। मोटे तौर पर कहें तो बिहार-झारखंड की सीमा पूरी तरह से विधानसभा चुनाव को लेकर सील हो गया है। अवैध गतिविधि पर अंकुश लगाने की दिशा में प्रशासन की यह कवायद है। बताया जाता है कि समय के अंतराल पर इस चेकपोस्ट का सामान्य प्रेक्षक की ओर से भी गहन निरीक्षण किया जाता है। सीमावर्ती इलाकों का जांच अभियान एक चुनावी प्रक्रिया का हिस्सा है, मगर इस राह से आने-जाने वाले आमलोगों को किसी तरह की कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ रहा है।
विस चुनाव के मद्देनजर प्रशासन ने पुलिस ठहराव केंद्र का किया निरीक्षण
पथरगामा/संवाददाता। विधानसभा चुनाव को लेकर प्रखंड में जिला प्रशासन ने पुलिस ठहराव केंद्र का निरीक्षण किया। इस दौरान गोड्डा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अशोक रविदास, महागामा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी चंद्रशेखर आजाद एवं थाना प्रभारी रामसूरत यादव दल-बल के साथ निरीक्षण स्थल पर पहुंचे। वहीं निरीक्षण के दौरान गोड्डा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी एवं महागामा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने संयुक्त रूप से केंद्र में स्थित शौचालय, पानी, बिजली और अन्य आवश्यक सुविधाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने पथरगामा एनजी उच्च विद्यालय, बालिका उच्च विद्यालय, बालक मध्य विद्यालय, इंटर कॉलेज, एसबीएसएसपीएस पथरगामा कॉलेज और चिहारी पहाड़ विवाह भवन जैसे स्थानों का भी निरीक्षण किया। वहीं बताया गया कि निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य विधानसभा चुनाव को देखते हुए ठहराव केंद्रों की तैयारियों और सुविधाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करनी है। क्योंकि चुनाव के दौरान बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी यहां आते हैं। इसलिए जिला प्रशासन ने सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने पर जोर दिया।
जिसने किया है विकास, उसे हीं देंगे वोट
-एकीकृत बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री के गांव कसबा में कांग्रेस प्रत्याशी के क्रियाकलापों से जनता खुश
- महागामा में भाजपा प्रत्याशी के 15 साल के विकास पर कांग्रेस प्रत्याशी का पांच साल का विकास भारी
गोड्डा। अभय पलिवार जिला की हॉट विधानसभा सीट में शुमार महागामा विधानसभा क्षेत्र में चुनावी सरगर्मी तेज होती जा रही है। अनेक राजनीतिक दिग्गजों की जन्मस्थली एवं कर्मस्थली महागामा विधानसभा क्षेत्र के चुनावी अखाड़े में रोचक चुनावी मुकाबला का समां दृष्टिगोचर हो रहा है। राजनीतिक विचारधारा से ऊपर उठ कर इस बार चुनाव क्षेत्र में ‘विकास’ प्रमुख मुद्दा बनता जा रहा है। चुनावी दंगल के दो प्रमुख दिग्गजों के 50 साल बनाम 15 साल के विकास कार्यों की तुलना इस चुनाव क्षेत्र के शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण इलाकों में गंभीरता पूर्वक की जा रही है। महागामा विधानसभा क्षेत्र के चुनावी अखाड़े में 2024 के चुनाव में 10 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं। लेकिन मुख्य मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी सह निवर्तमान विधायक दीपिका पांडेय सिंह एवं भाजपा प्रत्याशी पूर्व विधायक अशोक कुमार के बीच होने के प्रबल आसार हैं। कांग्रेस प्रत्याशी दीपिका पांडेय सिंह लगातार दूसरी बार एवं भाजपा प्रत्याशी अशोक कुमार भगत चौथी बार विधानसभा में इस सीट का प्रतिनिधित्व करने के लिए जनता की अदालत में दस्तक दे रहे हैं। क्षेत्र की मतदाता इन दोनों प्रत्याशियों के विकास कार्यों का गंभीरता पूर्वक मूल्यांकन कर रही है। विधायक के रूप में कांग्रेस प्रत्याशी के 05 वर्ष के कार्यकाल एवं भाजपा प्रत्याशी के 15 वर्ष के कार्यकाल का सूक्ष्म लेखा जोखा कर रही है जनता। एकीकृत बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री रहे स्वर्गीय भागवत झा आजाद का पैतृक गांव कसबा इसी विधानसभा क्षेत्र के मेहरमा प्रखंड अंतर्गत पड़ता है। महागामा विधानसभा क्षेत्र का यह प्रतिष्ठित गांव है। जंगे आजादी के दौरान इस गांव को स्वतंत्रता संग्राम के दीवानों का गांव कहा जाता था। आजादी मिलने के बाद दशकों तक यह गांव कांग्रेस के गढ़ के रूप में चर्चित रहा। लेकिन 2000 से यह गांव धीरे-धीरे भारतीय जनता पार्टी के गढ़ के रूप में तब्दील होने लगा। लेकिन 2024 के चुनाव में इस गांव की फिजां बदली-बदली लग रही है। गांव की गलियों से लेकर चौपालों पर हो रही चर्चा में राजनीतिक विचारधारा के बदले विकास प्रमुख मुद्दा बन गया है। ग्रामीणों का कहना है कि जिसने विकास किया है, वोट उसे ही देंगे। ग्रामीणों का दर्द है कि इस गांव के मतदाता 2000 के विधानसभा चुनाव से लगातार भाजपा प्रत्याशी अशोक कुमार की झोली वोटों से भरते रहे। लेकिन तीन बार विधायक बनने के बावजूद भाजपा के तत्कालीन विधायक एवं प्रत्याशी अशोक कुमार ने इस गांव के लोगों को विकास का कोई तोहफा नहीं दिया। उल्टे इस गांव की अपेक्षा करते रहे। लेकिन वहीं 05 वर्ष पूर्व विधायक निर्वाचित होने वाली कांग्रेस प्रत्याशी दीपिका पांडेय सिंह ने इस गांव को जमकर विकास की सौगात दिया। जबकि पिछले चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को भाजपा प्रत्याशी की तुलना में काफी कम वोट इस गांव से मिले थे। बताते चलें कि कसबा गांव में कुल चार मतदान केंद्र हैं। मतदाताओं की संख्या 3500 से 4000 के करीब बताई जाती है। ग्रामीणों का कहना है कि विकास के पैमाने पर कांग्रेस प्रत्याशी के 05 साल का कार्यकाल भाजपा प्रत्याशी के 15 वर्ष के कार्यकाल पर काफी भारी पड़ रहा है। इस गांव के मतदाता सुधांशु मिश्रा का कहना है कि महागामा विधायक सह कांग्रेस प्रत्याशी दीपिका पांडेय सिंह बहुत प्रगतिशील हैं। उन्होंने पार्टी के भेदभाव से ऊपर उठकर कसबा के विकास के लिए जो कार्य किया है, उसे भुलाया नहीं जा सकता है। मिश्र कहते हैं कि कसबा गांव के भाजपा के एक समर्पित कार्यकर्ता थे अमित कुमार ऊर्फ फूल झा। बीमारी की स्थिति में रहने के बावजूद उन्होंने बीते लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा प्रत्याशी एवं निर्वाचित सांसद निशिकांत दुबे के पक्ष में दिन-रात एक किया था। भाजपा के पूर्व विधायक तथा प्रत्याशी अशोक कुमार के चुनाव में भी बढ़-चढ़कर भागीदारी निभाते थे। लेकिन बीते लोकसभा चुनाव के बाद जब बीमार पड़ कर रांची रिम्स में भर्ती हुए तो भाजपा के किसी भी जनप्रतिनिधि ने उनकी कोई मदद नहीं की। वहीं उनके असामयिक निधन की खबर सुनकर कांग्रेस विधायक एवं वर्तमान प्रत्याशी दीपिका पांडेय सिंह कसबा गांव पहुंचीं और फूल झा के शव को कंधा देने का काम किया। ऐसा करके कांग्रेस विधायक ने भाजपा समर्थकों का दिल भी जीत लिया है। सुधांशु मिश्रा कहते हैं कि कांग्रेस प्रत्याशी ने विधायक के रूप में गांव के मुख्य-मुख्य जगह पर हाईमास्ट लाइट की व्यवस्था की है, जिसका ग्रामीणों को लाभ मिल रहा है। वर्षों से उपेक्षित कसबा-डोमनचक सड़क का निर्माण कार्य प्रगति पर है जो दीपिका पांडेय सिंह की देन है। ग्रामीण राजेश कुमार मिश्रा कहते हैं कि विधायक पांडेय के कार्यकाल में गांव में हुए कामकाज से अधिकांश ग्रामीण बेहद संतुष्ट हैं। गांव में पूर्व मुख्यमंत्री भागवत आजाद के नाम से स्थापित उच्च विद्यालय को इंटर स्तरीय उच्च विद्यालय का दर्जा दिलाकर विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने ग्रामीणों को शिक्षा के क्षेत्र में बहुत बड़ा सौगात दिया है। जबकि पूर्व विधायक एवं वर्तमान भाजपा प्रत्याशी अशोक कुमार ने 15 वर्ष के कार्यकाल के दौरान इस गांव के विकास के लिए कुछ भी नहीं किया। वे कहते हैं कि महागठबंधन की सरकार ने कई जन कल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारा है। जैसे मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना, बिजली बिल माफी योजना, कृषि ऋण माफी योजना इत्यादि प्रमुख है, जिसका लोगों को लाभ मिला है। वीणा झा वर्तमान विधायक के कामकाज से काफी प्रसन्न हैं। उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में हुए विकास कार्य आईना की तरह दिख रही है। उन्होंने महिलाओं को जो सम्मान दिलाया है, वह कभी भी किसी दूसरे जनप्रतिनिधियों ने नहीं किया था। अभीम शंकर ठाकुर ने कहा, कोरोना काल के समय को छोड़ दिया जाए तो उसके बाद के समय में दीपिका ने जो काम किया है उससे वे संतुष्ट हैं। व्यक्तिगत रूप से उन्हें तो कुछ खास लाभ नहीं मिला है,परंतु उनके समाज को काफी लाभ मिला है। जैसे महिलाओं को मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना का लाभ, किसानों का कृषि ऋण माफी, बिजली बिल का माफ होना प्रमुख रूप से शामिल है। इसके आलावा खासकर कसबा-डोमनचक सड़क का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। जिससे डोमनचक के लोगों के साथ कसबा गांव के लोगों को भी लाभ है। बहरहाल, कसबा ग्राम के मतदाताओं के रुझान के कारण भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के साथ ही पार्टी के जिला अध्यक्ष संजीव मिश्रा की परेशानी भी बढ़ गई है। मिश्रा का पैतृक गांव कसबा ही है। मिश्र दावा करते हुए कहते हैं कि उनके गांव का अधिकांश वोट भाजपा प्रत्याशी को ही मिलेगा, इसके लिए प्रयास जारी है।