-तीन दिवसीय भव्य मेला का होता है आयोजन
हनवारा/संवाददाता। छठ पूजा भारत के पवित्र और महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है, जिसे विशेष रूप से बिहार, झारखंड एवं उत्तरप्रदेश के लोग धूमधाम से मनाते हैं। यह पर्व सूर्य देवता और छठी मईया की उपासना के लिए समर्पित होता है। जिसमें व्रती लोग संतान और परिवार की सुख-समृद्धि के लिए इधर महागामा प्रखंड क्षेत्र के विश्वासखानी पंचायत के नरोत्तमपुर गांव स्थित गेरुआ नदी के किनारे छठ मंदिर में करीब 15 वर्षों से छठ पूजा का आयोजन किया जाता है। इस संबंध में पूजा समिति के अध्यक्ष राजेश सिंह, कटकुल सिंह, दिवाकर सिंह, उमेश पासवान, दिलीप सिंह ने बताया कि नरोत्तमपुर में गेरुआ नदी स्थित छठ मंदिर में तीन दिवसीय छठ पूजा का आयोजन किया जाता है। खरना की शाम श्रद्धालुओं की ओर से मंदिर में मध्य रात्रि में मां छठ की प्रतिमा मंदिर में स्थापित कर विधि-पूर्वक पूजा-अर्चना की जाती है। छठ पूजा पर इस वर्ष 7, 8 नवंबर को मंदिर परिसर में तीन दिवसीय भव्य मेला का आयोजन होगा। वहीं रात्रि में गांव के वीणापानी नवयुवक संघ की ओर से जागरण और महादंगल का आयोजन किया जाएगा। 10 नवंबर की सुबह छठी मैया की प्रतिमा का विसर्जन धूमधाम से किया जाएगा। इधर प्रखंड क्षेत्र के नरोत्तमपुर गांव स्थित छठ मंदिर में प्रतिमा निर्माण का कार्य जारी है। वहीं मंदिर की साफ-सफाई, रंग-रोगन कर आकर्षक सजावट की जा रही है। छठ पूजा को लेकर सारी तैयारी लगभग पूरी हो गयी है। इस त्योहार को लेकर ग्रामीणों में एक अलग ही उत्साह देखने को मिल रही है।
ग्रामीणों ने छठ घाटों की सफाई करवाने में सहयोग करने की अपील की
हनवारा/संवाददाता। महागामा प्रखंड क्षेत्र स्थित हनवारा गेरुआ नदी में छठ घाट की सफाई जेसीबी से किया जा रहा है। सोमवार को हनवारा और मिल्की के ग्रामीणों ने छठ घाट की सफाई की। हनवारा गेरूआ नदी के समीप छठ घाट को ग्रामीणों ने साफ किया। इसके अलावा घाट तक आने-जाने वाले रास्ते से गंदगी को भी हटाया गया। समाजसेवी दिलीप पासवान, मिठु कुमार, विजय मोदी, विशु कुमार, नवरतन कुमार, मिलन कुमार, गगन कुमार, चंदन कुमार समेत अन्य ग्रामीणों ने छठ घाटों की सफाई करवाने में सहयोग करने की अपील की। सभी ने आपस में बैठक कर निर्णय लिया कि छठ घाटों की सफाई के अलावा छठ व्रतियों के आने-जाने के लायक रास्ता बना देना है। इसके लिए आपस में चंदा भी किया जा रहा है। बता दें कि उक्त नदी के चारों ओर गांव के लोग शौच करने नदी के आसपास ही जाते हैं। जिससे काफी गंदगी रहती है। वहीं सफाई के बाद लाइटिंग की व्यवस्था की गई है। श्रद्धालुओं की ओर से आस्था के महापर्व छठ का अनुष्ठान किया जाता रहा है। सुरक्षा की दृष्टिकोण से भी इस नदी में छठ व्रतियों को सुविधा होगी।
राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में किया गया ईवीएम का द्वितीय रेंडमाइजेशन
-बूथवार किये गये ईवीएम आवंटित
गोड्डा/संवाददाता। विधानसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर संबंधित विधानसभा क्षेत्र के सामान्य प्रेक्षक, जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त, संबंधित निर्वाची पदाधिकारी और विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में ईवीएम का द्वितीय रेंडमाइजेशन समाहरणालय स्थित एनआईसी कक्ष में किया गया। जिसमें बूथवार ईवीएम आवंटित किए गए। रेंडमाइजेशन से पूर्व राजनीतिक दलों को रेंडमाइजेशन की प्रक्रिया के बारे में विस्तार पूर्वक समझाया गया। जिला अंतर्गत 1178 मतदान केंद्रों के लिए रेंडमाइजेशन में जिले के तीन विधानसभा क्षेत्र 16-पोड़ैयाहाट, 17-गोड्डा और 18-महागामा विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्रों की संख्या के अनुसार आरक्षित सहित बैलेट यूनिट, कंट्रोल यूनिट, वीवीपैट का आवंटन किया गया। रेंडमाइजेशन के बाद राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों, प्रत्याशियों से चर्चा करते हुए आदर्श आचार संहिता के प्रावधानों को लेकर विस्तार से जानकारी भी दी गई। मौके पर उपविकास आयुक्त स्मिता टोप्पो, अपर समाहर्ता प्रेमलता मुर्मू, निर्वाची पदाधिकारी सह अनुमंडल पदाधिकारी सदर बैद्यनाथ उरांव, निर्वाची पदाधिकारी सह अनुमंडल पदाधिकारी, महागामा आलोक वरण केसरी, निर्वाची पदाधिकारी सह भूमि सुधार उपसमाहर्ता रितेश जायसवाल, उप निर्वाचन पदाधिकारी पंकज कुमार आदि मौजूद थे।
जिला कुश्ती प्रतियोगिता नौ को
गोड्डा/संवाददाता। सातवीं गोड्डा जिला कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन शनिवार यानी 09 नवंबर को इंडोर स्टेडियम के कुश्ती कक्ष में पूर्वाह्न 10 बजे से होगा। उक्त आशय की जानकारी देते हुए जिला कुश्ती संघ सचिव सुरजीत झा ने बताया कि इस प्रतियोगिता के लिए किसी भी उम्र व वजन भार के मेल एवं फीमेल प्रतिभागी आमंत्रित हैं। प्रतिभागियों को अपने साथ सिर्फ आधार कार्ड की ओरिजिनल कॉपी रखनी है। इस प्रतियोगिता के आधार पर चयनित मेल -फीमेल रेसलर्स आगामी राज्य कुश्ती प्रतियोगिता में जिला का प्रतिनिधित्व करेंगे।
बूथ कमेटी को मजबूती प्रदान करने पर किया गया विचार-विमर्श
सुंदरपहाड़ी/संवाददाता। बांसजोरी पंचायत अंतर्गत पहाड़पुर में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा पंचायत कमेटी की बैठक पंचायत अध्यक्ष जतन सोरेन की अध्यक्षता में बुलाई गई। बैठक में मुख्य रूप से विधानसभा चुनाव प्रभारी प्रो. प्रेमनंदन मंडल एवं पर्यवेक्षक के रूप में प्रखंड सहयोगी सचिव कुर्बान अंसारी उपस्थित हुए। बैठक में बूथ कमेटी को मजबूती प्रदान करने पर विचार-विमर्श किया गया और सभी बूथों पर 50 प्रतिशत महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने का निर्देश प्रेमनंदन ने उपस्थित कार्यकर्ताओं को दिया। बैठक के दौरान एक दर्जन कार्यकर्ताओं ने झामुमो के सिद्धांत से प्रभावित होकर और वर्तमान सरकार की कार्यशैली से प्रभावित होकर भाजपा को छोड़ कर झारखंड मुक्ति मोर्चा में शामिल हुए।
बैठक में प्रखंड सचिव आलम अंसारी, पंचायत सचिव सलीम अंसारी, अल्पसंख्यक मोर्चा प्रखंड अध्यक्ष नईमुद्दीन अंसारी, नसीमुद्दीन अंसारी, मकसूदन मुर्मू, विजय मंडल, विजय कुमार हांसदा, विनय मरांडी, जोहन मरांडी, महाप्रसाद पंडित, फिरोज अंसारी के अलावा दर्जनों कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
डीसी ने विभिन्न कोषांगों के वरीय और नोडल अधिकारियों से ली अद्यतन प्रगति की जानकारी
-डीईओ ने दिया नोडल अधिकारी से निर्वाचन दायित्व को पूर्ण करने का निर्देश
गोड्डा/संवाददाता। समाहरणालय स्थित डीएमएफटी सभाकक्ष में सोमवार को 16-सामान्य प्रेक्षक, पोड़ैयाहाट विधानसभा क्षेत्र उदयभानू त्रिपाठी (भाप्रसे), सामान्य प्रेक्षक, 18-महागामा विधानसभा क्षेत्र नितीन कुमार पाटिल (भाप्रसे), ने जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त जिशान कमर एवं गठित विभिन्न कोषांगों के वरीय एवं नोडल अधिकारियों से अद्यतन प्रगति की जानकारी ली गई। बैठक के क्रम में सामान्य प्रेक्षक ने सभी कोषांगों की ओर से किए जा रहे कार्यों की क्रमवार से समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को सुनियोजित तरीके से कार्य करने का निर्देश दिया। इस दौरान सामान्य प्रेक्षक ने सभी कोषांगों की समीक्षा करते हुए स्वतंत्र, निष्पक्ष व भयमुक्त निर्वाचन को लेकर अधिकारियों को विभिन्न बिंदुओं पर दिशा निर्देश दिया। उन्होंने सभी को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने का निर्देश दिया। इसके अलावा उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि सभी मतदान केंद्रों पर न्यूनतम मूलभूत सुविधाओं का उपलब्ध कराया जाए। साथ ही साथ उनके माध्यम से प्रशिक्षण कोषांग की ओर से दिए जा रहे प्रशिक्षण से जुड़ी जानकारी, वाहन कोषांग के तहत वाहनों की पर्याप्त उपलब्धता, ईवीएम, वीवीपैट की उपलब्धता सहित अन्य सभी बिंदुओं पर तैयारियों की अद्यतन स्थिति की जानकारी प्राप्त की गई।
इसके अलावा उन्होंने आदर्श आचार संहिता की निगरानी, मीडिया प्रमाणन और निगरानी समिति, राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों ने व्यय पर सतर्कता, सी-वीजिल, पोस्टल बैलेट, स्वीप गतिविधि, पेड न्यूज से संबंधित विषयों पर तैयारियों की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने सभी कोषांग के वरीय एवं नोडल अधिकारी से भारत निर्वाचन आयोग की ओर से जारी अनुदेशों का अक्षरश: पालन करते हुए निर्वाचन दायित्व को पूर्ण करने का निर्देश दिया।
इस मौके पर उपविकास आयुक्त स्मिता टोप्पो, अपर समाहर्ता प्रेमलता टुडू, निर्वाची पदाधिकारी सह अनुमंडल पदाधिकारी गोड्डा, बैद्यनाथ उरांव, निर्वाची पदाधिकारी सह अनुमंडल पदाधिकारी आलोक वरण केसरी, निर्वाची पदाधिकारी सह भूमि सुधार उपसमाहर्ता रितेश जायसवाल, उप निर्वाचन पदाधिकारी पंकज कुमार, जिला परिवहन पदाधिकारी सह जिला जनसंपर्क पदाधिकारी कंचन कुमारी भूदोलिया, जिला खेल पदाधिकारी डॉ. प्राण महतो सहित अन्य संबंधित पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।
विस चुनाव के लिए मतदान कर्मियों का दूसरा रेंडमाइजेशन हुआ संपन्न
गोड्डा/संवाददाता। विधानसभा चुनाव के लिए मतदान कर्मियों का दूसरा रेंडमाइजेशन समाहरणालय स्थित एनआईसी में संपन्न हो गया। इस दौरान निर्वाचन आयोग के विशेष सॉफ्टवेयर से विधानसभावार रेंडमाइजेशन कराते हुए मतदान दल बनाए गए। जिले के सभी 1178 मतदान केन्द्रों के लिए विधानसभावार मतदान दल गठित किए गए। सामान्य प्रेक्षक, 16-पोड़ैयाहाट विधानसभा क्षेत्र के लिए उदयभानु त्रिपाठी (भाप्रसे), सामान्य प्रेक्षक,18 महागामा विधानसभा क्षेत्र के लिए नितीन कुमार पाटिल (भाप्रसे) एवं जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त जिशान कमर की उपस्थिति में रेंडमाइजेशन प्रक्रिया संपन्न हुई। इस दौरान 5200 कर्मचारियों में 1290 प्रजाइडिंग ऑफिसर, 1290 प्रथम मतदान पदाधिकारी, 1330 द्वितीय मतदान पदाधिकारी एवं 1290 तृतीय मतदान पदाधिकारी बनाए गए। मौके पर उपविकास आयुक्त स्मिता टोप्पो, अपर समाहर्ता, प्रेमलता मुर्मू, निर्वाची पदाधिकारी सह अनुमंडल पदाधिकारी बैद्यनाथ उरांव, निर्वाची पदाधिकारी सह अनुमंडल पदाधिकारी ,महागामा आलोक वरण केसरी, निर्वाची पदाधिकारी सह भूमि सुधार उपसमाहर्ता रितेश जायसवाल, उप निर्वाचन पदाधिकारी पंकज कुमार, संबंधित विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधिगण मौजूद थे।
गठबंधन उम्मीदवार के पक्ष में चुनाव प्रचार-प्रसार करने की रणनीति पर किया गया विचार-विमर्श
गोड्डा/संवाददाता। गोड्डा जिला अंतर्गत पथरगामा प्रखंड झामुमो समिति की बैठक सोमवार को बाराबांध गांधी ग्राम में की गई। गोड्डा विधानसभा चुनाव में गठबंधन उम्मीदवार के पक्ष में चुनाव प्रचार-प्रसार करने की रणनीति पर विचार-विमर्श किया गया। उपस्थित 19 पंचायत के पंचायत अध्यक्ष, सचिव एवं सक्रिय कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने सुझाव दिए। सभी कार्यकर्ताओं के सुझाव सुनने के बाद मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित जिला झामुमो समिति अध्यक्ष बासुदेव सोरेन ने कहा इस बार हर हाल में गोड्डा विधानसभा गठबंधन उम्मीदवार जो राष्ट्रीय जनता दल के संजय यादव है, जिनका चुनाव चिन्ह लालटेन छाप है। उन्हें जीताकर फिर से हेमंत सोरेन सरकार बनाना ही हम कार्यकर्ता का लक्ष्य है। वहीं केंद्रीय समिति सदस्य सह प्रवक्ता जिला झामुमो गोड्डा राजेश मंडल ने कार्यकर्ताओं को बताया कि झामुमो कार्यकर्ताओं को प्रत्याशी का निमंत्रण का आसरा ना रखते हुए,अपने बल पर गांव-गांव, घर-घर प्रचार में लगते हुए हेमंत सरकार के किए गए काम को जनता के सामने रख कर गोड्डा विधानसभा में 20 नवंबर को लालटेन छाप पर बटन दबाना है। गोड्डा से जब गठबंधन का विधायक जीत कर विधानसभा जाएगा तो हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री बनाने का काम करेगा। जिला अल्पसंख्यक मोर्चा अध्यक्ष डॉ. क्यूम अंसारी ने कहा पथरगामा प्रखंड में 16 हजार अल्पसंख्यक वोट है जो 100 प्रतिशत गठबंधन उम्मीदवार को दिलाना है। बैठक की अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष राजू हंसदा ने किया। संचालन प्रखंड सचिव विजय महतो ने किया। बैठक में मुख्य रूप से सुबोध हेंब्रम, नुनूलाल हांसदा, जाकिर अंसारी, ओम प्रकाश ठाकुर, सैलून मुर्मू, सनत सोरेन, सुशील टुडू, जतन मरांडी, रामेश्वर हांसदा, रामचंद्र सोरेन, त्रिभुवन हांसदा आदि दर्जनों झामुमो कार्यकर्ता उपस्थित थे।
जिसने किया है विकास, उसे हीं देंगे वोट
-एकीकृत बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री के गांव कसबा में कांग्रेस प्रत्याशी के क्रियाकलापों से जनता खुश
- महागामा में भाजपा प्रत्याशी के 15 साल के विकास पर कांग्रेस प्रत्याशी का पांच साल का विकास भारी
गोड्डा। अभय पलिवार
जिला की हॉट विधानसभा सीट में शुमार महागामा विधानसभा क्षेत्र में चुनावी सरगर्मी तेज होती जा रही है। अनेक राजनीतिक दिग्गजों की जन्मस्थली एवं कर्मस्थली महागामा विधानसभा क्षेत्र के चुनावी अखाड़े में रोचक चुनावी मुकाबला का समां दृष्टिगोचर हो रहा है। राजनीतिक विचारधारा से ऊपर उठ कर इस बार चुनाव क्षेत्र में ‘विकास’ प्रमुख मुद्दा बनता जा रहा है। चुनावी दंगल के दो प्रमुख दिग्गजों के 50 साल बनाम 15 साल के विकास कार्यों की तुलना इस चुनाव क्षेत्र के शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण इलाकों में गंभीरता पूर्वक की जा रही है। महागामा विधानसभा क्षेत्र के चुनावी अखाड़े में 2024 के चुनाव में 10 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं। लेकिन मुख्य मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी सह निवर्तमान विधायक दीपिका पांडेय सिंह एवं भाजपा प्रत्याशी पूर्व विधायक अशोक कुमार के बीच होने के प्रबल आसार हैं। कांग्रेस प्रत्याशी दीपिका पांडेय सिंह लगातार दूसरी बार एवं भाजपा प्रत्याशी अशोक कुमार भगत चौथी बार विधानसभा में इस सीट का प्रतिनिधित्व करने के लिए जनता की अदालत में दस्तक दे रहे हैं। क्षेत्र की मतदाता इन दोनों प्रत्याशियों के विकास कार्यों का गंभीरता पूर्वक मूल्यांकन कर रही है। विधायक के रूप में कांग्रेस प्रत्याशी के 05 वर्ष के कार्यकाल एवं भाजपा प्रत्याशी के 15 वर्ष के कार्यकाल का सूक्ष्म लेखा जोखा कर रही है जनता। एकीकृत बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री रहे स्वर्गीय भागवत झा आजाद का पैतृक गांव कसबा इसी विधानसभा क्षेत्र के मेहरमा प्रखंड अंतर्गत पड़ता है। महागामा विधानसभा क्षेत्र का यह प्रतिष्ठित गांव है। जंगे आजादी के दौरान इस गांव को स्वतंत्रता संग्राम के दीवानों का गांव कहा जाता था। आजादी मिलने के बाद दशकों तक यह गांव कांग्रेस के गढ़ के रूप में चर्चित रहा। लेकिन 2000 से यह गांव धीरे-धीरे भारतीय जनता पार्टी के गढ़ के रूप में तब्दील होने लगा। लेकिन 2024 के चुनाव में इस गांव की फिजां बदली-बदली लग रही है। गांव की गलियों से लेकर चौपालों पर हो रही चर्चा में राजनीतिक विचारधारा के बदले विकास प्रमुख मुद्दा बन गया है। ग्रामीणों का कहना है कि जिसने विकास किया है, वोट उसे ही देंगे। ग्रामीणों का दर्द है कि इस गांव के मतदाता 2000 के विधानसभा चुनाव से लगातार भाजपा प्रत्याशी अशोक कुमार की झोली वोटों से भरते रहे। लेकिन तीन बार विधायक बनने के बावजूद भाजपा के तत्कालीन विधायक एवं प्रत्याशी अशोक कुमार ने इस गांव के लोगों को विकास का कोई तोहफा नहीं दिया। उल्टे इस गांव की अपेक्षा करते रहे। लेकिन वहीं 05 वर्ष पूर्व विधायक निर्वाचित होने वाली कांग्रेस प्रत्याशी दीपिका पांडेय सिंह ने इस गांव को जमकर विकास की सौगात दिया। जबकि पिछले चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को भाजपा प्रत्याशी की तुलना में काफी कम वोट इस गांव से मिले थे। बताते चलें कि कसबा गांव में कुल चार मतदान केंद्र हैं। मतदाताओं की संख्या 3500 से 4000 के करीब बताई जाती है। ग्रामीणों का कहना है कि विकास के पैमाने पर कांग्रेस प्रत्याशी के 05 साल का कार्यकाल भाजपा प्रत्याशी के 15 वर्ष के कार्यकाल पर काफी भारी पड़ रहा है। इस गांव के मतदाता सुधांशु मिश्रा का कहना है कि महागामा विधायक सह कांग्रेस प्रत्याशी दीपिका पांडेय सिंह बहुत प्रगतिशील हैं। उन्होंने पार्टी के भेदभाव से ऊपर उठकर कसबा के विकास के लिए जो कार्य किया है, उसे भुलाया नहीं जा सकता है। मिश्र कहते हैं कि कसबा गांव के भाजपा के एक समर्पित कार्यकर्ता थे अमित कुमार ऊर्फ फूल झा। बीमारी की स्थिति में रहने के बावजूद उन्होंने बीते लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा प्रत्याशी एवं निर्वाचित सांसद निशिकांत दुबे के पक्ष में दिन-रात एक किया था। भाजपा के पूर्व विधायक तथा प्रत्याशी अशोक कुमार के चुनाव में भी बढ़-चढ़कर भागीदारी निभाते थे। लेकिन बीते लोकसभा चुनाव के बाद जब बीमार पड़ कर रांची रिम्स में भर्ती हुए तो भाजपा के किसी भी जनप्रतिनिधि ने उनकी कोई मदद नहीं की। वहीं उनके असामयिक निधन की खबर सुनकर कांग्रेस विधायक एवं वर्तमान प्रत्याशी दीपिका पांडेय सिंह कसबा गांव पहुंचीं और फूल झा के शव को कंधा देने का काम किया। ऐसा करके कांग्रेस विधायक ने भाजपा समर्थकों का दिल भी जीत लिया है। सुधांशु मिश्रा कहते हैं कि कांग्रेस प्रत्याशी ने विधायक के रूप में गांव के मुख्य-मुख्य जगह पर हाईमास्ट लाइट की व्यवस्था की है, जिसका ग्रामीणों को लाभ मिल रहा है। वर्षों से उपेक्षित कसबा-डोमनचक सड़क का निर्माण कार्य प्रगति पर है जो दीपिका पांडेय सिंह की देन है। ग्रामीण राजेश कुमार मिश्रा कहते हैं कि विधायक पांडेय के कार्यकाल में गांव में हुए कामकाज से अधिकांश ग्रामीण बेहद संतुष्ट हैं। गांव में पूर्व मुख्यमंत्री भागवत आजाद के नाम से स्थापित उच्च विद्यालय को इंटर स्तरीय उच्च विद्यालय का दर्जा दिलाकर विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने ग्रामीणों को शिक्षा के क्षेत्र में बहुत बड़ा सौगात दिया है। जबकि पूर्व विधायक एवं वर्तमान भाजपा प्रत्याशी अशोक कुमार ने 15 वर्ष के कार्यकाल के दौरान इस गांव के विकास के लिए कुछ भी नहीं किया। वे कहते हैं कि महागठबंधन की सरकार ने कई जन कल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारा है। जैसे मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना, बिजली बिल माफी योजना, कृषि ऋण माफी योजना इत्यादि प्रमुख है, जिसका लोगों को लाभ मिला है। वीणा झा वर्तमान विधायक के कामकाज से काफी प्रसन्न हैं। उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में हुए विकास कार्य आईना की तरह दिख रही है। उन्होंने महिलाओं को जो सम्मान दिलाया है, वह कभी भी किसी दूसरे जनप्रतिनिधियों ने नहीं किया था। अभीम शंकर ठाकुर ने कहा, कोरोना काल के समय को छोड़ दिया जाए तो उसके बाद के समय में दीपिका ने जो काम किया है उससे वे संतुष्ट हैं। व्यक्तिगत रूप से उन्हें तो कुछ खास लाभ नहीं मिला है,परंतु उनके समाज को काफी लाभ मिला है। जैसे महिलाओं को मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना का लाभ, किसानों का कृषि ऋण माफी, बिजली बिल का माफ होना प्रमुख रूप से शामिल है। इसके आलावा खासकर कसबा-डोमनचक सड़क का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। जिससे डोमनचक के लोगों के साथ कसबा गांव के लोगों को भी लाभ है। बहरहाल, कसबा ग्राम के मतदाताओं के रुझान के कारण भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के साथ ही पार्टी के जिला अध्यक्ष संजीव मिश्रा की परेशानी भी बढ़ गई है। मिश्रा का पैतृक गांव कसबा ही है। मिश्र दावा करते हुए कहते हैं कि उनके गांव का अधिकांश वोट भाजपा प्रत्याशी को ही मिलेगा, इसके लिए प्रयास जारी है।