छठ पर्व को लेकर बाबा झुमराज मंदिर में बकरे की बलि चढ़ाने पर पूरी तरह से लगा प्रतिबंध
सोनो। संवाददाता। पिछले एक माह पूर्व धार्मिक न्यास बोर्ड पटना की ओर से गठित जमुई जिले के सोनो प्रखण्ड अंतर्गत बटिया बाजार से सटे पठारी भाग में बसा प्रसिद्ध बाबा झुमराज मंदिर के नये कमेटी सदस्यों ने अपनी लेखा जोखा अथवा आय-खर्च का ब्यौरा पारदर्शिता के साथ दिखाई है। कमेटी के कोषाध्यक्ष लल्लु प्रसाद बरनवाल ने बताया कि आश्विन मास के द्वितीय पक्ष में धार्मिक न्यास बोर्ड पटना की ओर से बाबा झुमराज मंदिर परिसर के अलावा बाबा झुमराज की पूजा अर्चना करने आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए विशेष प्रकार की समुचित व्यवस्था की जायेगी। उन्होंने बताया कि कार्तिक मास में होने वाले हिंदुओं का सबसे महत्वपूर्ण पर्व छठ महापर्व को लेकर बाबा झुमराज मंदिर में बकरे की बलि चढ़ाने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दी गई है। लिहाजा श्रद्धालुओं का आवागमन नहीं के बराबर है, जिस कारण मंदिर में होने वाली आय का श्रोत भी बंद है। इसके बावजूद भी नंगे पड़े बाबा झुमराज मंदिर के प्रांगण में टाइल्स लगाने का कार्य शुभारंभ कर दिया गया है। श्री बरनवाल ने बताया कि कार्तिक मास की समाप्ति से पूर्व बाबा झुमराज मंदिर में टाइल्स लगाने का कार्य पूरा कर लिया जायेगा। उपाध्यक्ष आशीष कुमार बरनवाल ने बताया कि अगहन मास के शुभारंभ से पूर्व यात्रियों के लिए शुद्ध पेयजल की समुचित व्यवस्था कर दी जायेगी। श्री आशीष ने आगे बताया कि नये कमेटी की ओर से खासकर महिलाओं के लिए सबसे पहले कपड़े बदलने के लिए एक दर्जन से अधिक कमरे का निर्माण कराया जायेगा, जहां पर सभी माताओं और बहने स्नान के बाद वस्त्र बदल सकेंगी। वहीं सचिव राकेश कुमार सिंह ने बताया कि मंदिर के चारों ओर सुसज्जित लाइटिंग के साथ सीसीटीवी कैमरे की समुचित व्यवस्था की जायेगी, जिसमें सभी श्रद्धालुओं के अलावा आम जन कैमरे की निगरानी में रहेंगे। ताकि मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के साथ होने वाली किसी भी प्रकार की कठिनाइयों से कमेटी के सदस्यों द्वारा निपटा जा सके। ज्ञात हो कि पिछले 15 वर्षों पूर्व से धार्मिक न्यास बोर्ड पटना की ओर से गठित पुराने कमेटी सदस्यों ने आज तक बाबा झूमराज मंदिर में होने वाली आमद खर्च का ब्यौरा दिखाने में असमर्थता जताई, लेकिन नये कमेटी सदस्यों के आगमन के साथ ही आमद खर्च का ब्यौरा सबों के समक्ष पारदर्शिता के साथ रखा जा रहा है जो बाबा मंदिर के विकास के लिए एक बहुत अहम बात है। कोषाध्यक्ष श्री लल्लु प्रसाद बरनवाल ने पिछले 02 अक्तूबर से 30 अक्तूबर तक कुल 88 हजार 07 सौ 48 रुपये की आमदनी होने का हिसाब आमजनों के बीच जग जाहिर कर दी है।
भगवान चित्रगुप्त की पूजा उत्सवी माहौल में संपन्न
जमुई। संवाददाता। अखिल भारतीय कायस्थ महासभा जमुई जिला इकाई की ओर से महिसौड़ी स्थित सुरेश पुरम आदि चित्रगुप्त मंदिर जमुई में रविवार को भगवान चित्रगुप्त की पूजा उत्सवी माहौल में संपन्न हुआ। कायस्थ समाज के लोगों ने अपने कुलदेवता की पूजा को पूरे विधि विधान और नेम निष्ठा के साथ किया। चित्रगुप्त पूजा को लेकर कायस्थ समाज के लोगों में एक पखवारे पूर्व से ही जोरदार तैयारी चल रही थी। जिला मुख्यालय सहित आसपास के क्षेत्रों से जुटे समाज के लोगों ने जमुई जिला में कायस्थ धरोहर के रूप में विख्यात आदि चित्रगुप्त मंदिर में सामूहिक रूप से पूजा अर्चना की। पूजा के पश्चात उपस्थित लोगों ने भगवान का प्रसाद ग्रहण किया व भगवान से अपने अपने परिवार की खुशियों के लिए आशीर्वाद मांगा। पूजा अर्चना व प्रसाद वितरण के पश्चात समाज के लोगों एवं अन्य आगंतुक लोगों के लिए सहभोज का भी आयोजन किया गया। इस सहभोज में कायस्थ समाज के लोगों ने परिवार सहित भाग लिया। संध्या के समय आदि चित्रगुप्त मंदिर परिसर में सांस्कृतिक कार्यक्रम और भजन का भी आयोजन किया गया। मौके पर उपस्थित अखिल भारतीय कायस्थ महासभा जमुई जिला इकाई के जिला अध्यक्ष अविनाश कुमार सिन्हा एवं महासचिव डॉ मनोज कुमार सिन्हा ने संयुक्त रुप से बताया कि धरती पर समस्त प्राणियों के पाप पुण्य का लेखा जोखा रखने वाले भगवान चित्रगुप्त हम सभी के कुलदेवता और हम सभी उनके वंशज हैं। आदिकाल से ही हम लोग कार्तिक मास के यम द्वितीया के दिन भगवान चित्रगुप्त की पूजा बड़े धूमधाम से करते आ रहे हैं। उन्होंने आगे बताया कि कायस्थ समाज के लोगों के लिए जिला मुख्यालय में यह मंदिर अपनी भव्यता के लिए प्रसिद्ध है। उन्होंने आगे बताया कि अति शीघ्र इस मंदिर के ऊपरी तल में विभिन्न देवी देवताओं के प्रतिमा स्थापित किए जाएंगे। दोनों ने इस पूजन समारोह को सफल बनाने के लिए कायस्थ समाज के तमाम लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया। अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के प्रदेश सचिव अभिषेक सिन्हा एवं संयुक्त सचिव भूपेंद्र सिन्हा ने बताया कि समाज के लोगों के लिए आदि चित्रगुप्त मंदिर में भगवान चित्रगुप्त पूजन उत्सव का आयोजन विशेष आकर्षण का केंद्र होता है। नंदनी पांडे ने वैदिक मंत्र उच्चारण के बीच भगवान चित्रगुप्त की पूजा संपन्न कराई। समारोह के मौके पर कोषाध्यक्ष राजीव कुमार सिन्हा, संयुक्त सचिव राकेश कुमार रंजन, विपिन कुमार सिन्हा, उमाशंकर सिन्हा, चंद्रशेखर सिन्हा, कृष्ण मोहन प्रसाद, राकेश रंजन सिन्हा, अशोक सिन्हा, शशि शेखर सिन्हा, नीरज कुमार सिन्हा, मून सिन्हा, रामप्रकाश अंबस्टा, ऋतुराज सिन्हा, यश राज, शिवेंद्र सिन्हा, गणेश सिन्हा, वीरेंद्र कुमार सिन्हा, प्रशांत सिन्हा, दीपक कुमार सिन्हा, यशराज सिन्हा, कुसुम सिन्हा, सुजाता सिन्हा, जूही सिन्हा आदि कई लोग मौजूद थे।
छठ पूजा के पहले नदियों-तालाबों को साफ सफाई करने का दिया संदेश
जमुई। संवाददाता। छठ को प्राकृतिक पूजा के रूप में देखा जाता है, इसमें स्वच्छता और पवित्रता बनाए रखना होता है। यह पर्व हमें हमेशा स्वच्छ रखने का संदेश भी देता है। उक्त बातें साईिकल यात्रा एक विचार के सदस्य पंकज कुमार ने कार्यक्रम का नेतृत्व करते हुए कहा कि इसके पूर्व साईिकल यात्रा एक विचार जमुई की ओर से 461वीं यात्रा श्री कृष्ण सिंह स्टेडियम से साईिकल यात्रा निकली गई, जो शास्त्री कॉलोनी, सतगामा होते हुए नगर परिषद के खैरमा ग्राम पहुंची, जहां सतेंद्र सिंह के निजी जमीन पर दो दर्जन पौधारोपण किया गया। बताया गया कि छठ पूजा के अवसर पर पूजा करने के लिए नदियों तालाबों पर ही निर्भर रहा जाता है फिर भी जिस प्रकार सालों भर इस स्थल में गंदगी फैली रहती है, उससे ना केवल श्रद्धालु को कई प्रकार की दिक्कत होती है बल्कि नदियों का अस्तित्व खत्म होते जा रहा है। इतना ही नहीं लोग अपने साथ लाए कचरे और प्लास्टिक को भी प्रवाह कर देते हैं, जो ना नदियों के सेहत के लिए सही है, ना ही श्रद्धालुओं को पवित्रता पूर्व पर्व मनाने का। इससे बचने के लिए सभी लोग को सामूहिक निर्णय लेना होगा कि नदियों में कचरे और प्लास्टिक को प्रवाह ना करें।
इस अवसर पर सचिराज पद्माकर, विवेक कुमार, कुंदन सिन्हा, राकेश कुमार, पंकज कुमार, सुमित कुमार, सतेंद्र सिंह, अनीता देवी सहित कई ग्रामीण उपस्तिथ थे।
सड़क निर्माण कार्य में घटिया मैटेरियल के प्रयोग का ग्रामीणों ने आरोप लगाकर जताया विरोध
जमुई डीएम से टेलीफोन पर शिकायत कर की जांच की मांग
गिद्धौर। संवाददाता। गिद्धौर प्रखंड अंतर्गत पतसंडा पंचायत में मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 95 लाख रुपए की लागत से हो रहे महुली से गिद्धौर-मौरा प्रधानमंत्री रोड तक पथ निर्माण कार्य में बरती जा रही अनियमितता पर स्थानीय ग्रामीणों ने सवाल उठाया है। ग्रामीणों ने चल रहे निर्माण कार्यस्थल पर विभाग व संवेदक के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए जमुई डीएम अभिलाषा शर्मा से सड़क निर्माण कार्य में प्रयोग किए जा रहे बालू और सीमेंट के जांच की मांग की है। ग्रामीण मिट्टी से सने बालू मिलाकर किए जा रहे गुणवत्ता विहीन ढलाई कार्य से नाराज हैं। बता दें कि ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल झाझा की देखरेख में उक्त पीसीसी सड़क का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है। जो विभागीय जेई और संवेदक के आपसी सांठगांठ से घटिया मेटेरियल का उपयोग कर सड़क का ढलाई कार्य करा सरकारी राशि के बंदरबांट में लगे हुए हैं। आलम यह है कि गुणवत्ता विहीन कार्य के धड़ल्ले से जारी रहने के कारण उक्त महत्वपूर्ण निर्माणाधीन सड़क पर भ्रष्टाचार की चादर बिछाई जा रही है। जिसके कुछ ही महीनों में टूट जाने का खतरा स्थानीय ग्रामीणों को सता रहा है। जबकि गुणवत्ता विहीन कार्य किए जाने कि सूचना ग्रामीणों द्वारा लगातार संबंधित विभाग के जेई को दी जा रही है। बावजूद इसके निर्माण कार्य में किसी प्रकार का सुधार संवेदक द्वारा नहीं किया जा रहा है, जिसकी वजह से स्थानीय ग्रामीणों में विभाग व संवेदक के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश है। स्थानीय ग्रामीण विभूति सिंह, इंद्रदेव साह, लक्ष्मण साह, अंगद सिंह पालन, त्रिवेणी सिंह, धनंजय कुमार, अकबर खान, सुशील सिंह, विकास कुमार सहित दर्जनों ग्रामीणों ने कहा कि मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना के तहत ग्रामीण कार्य विभाग झाझा की देखरेख में इस सड़क का निर्माण कार्य विभागीय नियमों को ताक पर रख विभाग के चहेते संवेदक द्वारा जैसे तैसे किया जा रहा है।
वहीं मामले के संदर्भ में आरडब्लूडी, झाझा के जेई अभिजीत कुमार ने कहा कि ग्रामीणों कि शिकायत पर संवेदक को अविलंब बालू बदलने का निर्देश दिया गया है। चल रहे सड़क ढलाई कार्य का स्थल निरीक्षण मेरे द्वारा भी किया गया है। विभागीय नियमानुसार ही सड़क ढलाई का कार्य करवाया जाएगा।
भैया दूज पर बहनों ने रखा व्रत, पूरे विधि-विधान से की पूजा
हर्षोल्लास के साथ मनाया गया बहन-भाई के प्रेम का प्रतीक पर्व भैया दूज
बहन ने भाई की लंबी आयु को लेकर ईश्वर से की कामना
गिद्धौर। संवाददाता। प्रखंड क्षेत्र में भाई बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक पर्व भैया दूज हर्षोल्लास व उत्साह के साथ मनाया गया। इस दौरान प्रखंड क्षेत्र के पतसंडा, रतनपुर, पूर्वी गुगुलडीह, मौरा, कोल्हुआ, सेवा, गंगरा, कुंधुर सहित अन्य पंचायतों में भैया दूज पर्व पर बहन ने पर्व के विधि विधान के अनुरूप अपने भाइयों के माथे पर तिलक लगाकर उनके सलामती व दीर्घायु होने की ईश्वर से कामना की। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भैया दूज के दिन बहनें व्रत रहने के साथ कथा सुनती हैं। कथा में बहन, भाई को श्राप देती है। उसके बाद बहन उस श्राप से मुक्ति की कामना भी करती है। कथा सुनने के बाद बहनें, भाई को मिठाई खिलाने के बाद व्रत को पूरा करती है और भाई की लंबी उम्र की प्रार्थना करती है। भाई दूज को लेकर खरीदारी करने के लिए महिलाओं और युवतियों की भीड़ गिद्धौर बाजार में लगी रही। मिठाइयों से लेकर आकर्षक तोहफों की भी खरीदारी की गई। बहन भाई के प्रेम को दर्शाता भैया दूज का यह त्योहार धूमधाम से विधि विधान के अनुसार पूजा अर्चना के बीच संपन्न हो गया।
नवीन मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के साथ हुई चित्रगुप्त पूजा
चकाई। संवाददाता। प्रखंड के उरवा गांव स्थित नवनिर्मित चित्रगुप्त मंदिर में भगवान चित्रगुप्त की संगमरमर की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई। वैदिक मंत्रोच्चार और विधि विधान से पूजा अर्चना की गई। पूजा के लिए कायस्थ समाज के श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान लोगों ने भगवान चित्रगुप्त की पूजा-अर्चना की। पूजा के बाद प्रसाद का वितरण किया गया। मौके पर प्रो. विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि भगवान चित्रगुप्त जीवों के धर्म कर्म का हिसाब रखते हैं। इस दौरान चित्रगुप्त कथा का भी पाठ किया गया। साथ ही, उपस्थित लोगों ने कथा का श्रवण किया। पंडित श्यामसुंदर पांडेय और रामकृष्ण पांडेय ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा अर्चना करवाया। मौके पर पुजारी सुनील सिन्हा, विजय कुमार सिन्हा, उपेंद्र प्रसाद, बमशंकर अम्बष्ट, बुल्लू कुमार सिन्हा, नरेश प्रसाद लव कुमार सिन्हा, रविंद्र प्रसाद, धनंजय सिन्हा, बिपिन सिन्हा, रुपेश कुमार सिन्हा, विनय सिन्हा, सलेन्द्र सिन्हा, राकेश प्रसाद सिन्हा, राजीव सिन्हा, मनीष सिन्हा, गोलू सिन्हा, अभिषेक सिन्हा आदि लोग मौजूद थे।
छठ घाटों की साफ-सफाई का जायजा लेने पहुंचे नगर परिषद के निवर्तमान अध्यक्ष डबलू बाउरी
कुमारधुबी। संवाददाता। लोक आस्था का महापर्व छठ व्रत नजदीक आ गया है, लेकिन बराकर नदी में अभी तक चिरकुंडा नगर परिषद की ओर से साफ सफाई नहीं किये जाने के कारण चिरकुंडा नदी किनारे रह रहे स्थानीय लोगों में काफी नाराजगी देखी गई। बताते चलें की शनिवार की दोपहर चिरकुंडा नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत पड़ने वाली छठ घाटों के साफ-सफाई का जायजा लेने चिरकुंडा नगर परिषद के निवर्तमान अध्यक्ष डब्लू बाउरी बराकर नदी पहुंचे और सफाई नहीं होने से नाराज दिखे। साथ ही, उन्होंने राज्य की हेमंत सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि सरकार की ओर से चुनाव नहीं कराए जाने के कारण ही आज क्षेत्र की जनता परेशान है। साफ-सफाई और विकास कार्य पूरी तरह से ठप है। आस्था का महापर्व छठ पर भी साफ-सफाई नहीं शुरू हो पाया है। उन्होंने कहा कि दूरभाष पर कार्यपालक पदाधिकारी से इस संबंध में बात किए है, कल से साफ-सफाई का काम शुरू कर दिया जाएगा।
महागठबंधन के घटक दलों की बैठक संपन्न
कुमारधुबी। संवाददाता। आईएनडीआईए गठबंधन में शामिल दलों की बैठक रविवार को निरसा पंजाबी मिलन में झामुमो जिला अध्यक्ष लखी सोरेन की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में महागठबंधन के भाकपा-माले प्रत्याशी अरूप चटर्जी मौजूद थे। बैठक में महागठबंधन में शामिल सभी दलों के नेताओं ने एक स्वर में महागठबंधन के प्रत्याशी को भारी मतों से विजयी बनाने का संकल्प लिया। साथ ही, समन्वय समिति बनाने का भी निर्णय लिया गया। मौके पर इंडिया गठबंधन सह माले प्रत्याशी पूर्व विधायक अरूप चटर्जी ने कहा कि वोटों के बिखराव होने के कारण भाजपा को लाभ मिलता है। हम सभी लोगों का प्रयास होना चाहिए कि वोटों का बिखराव ना हो, ताकि भाजपा को सत्ता में आने से रोका जा सके। झारखंडियों के भलाई के लिए स्थाई सरकार जरूरी है। सभी लोग अपने-अपने स्तर से बूथ कमेटी को मजबूत करें। आम जनता के बीच जाकर सरकार के कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दें तथा महागठबंधन के प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करने के लिए प्रेरित करें। बैठक को भाकपा-माले के उपेंद्र सिंह, जगदीश शर्मा, कांग्रेस के डीएन प्रसाद यादव, सुधांशु शेखर झा, राजद के दहारु यादव, ब्रह्मदेव यादव इत्यादि ने भी अपने विचार रखें।
जमुई में वैदिक रीति रिवाज से पूजे गए चित्रगुप्त भगवान
कलमजीवियों ने चरणों में झुकाया शीश
जमुई। संवाददाता। शहर स्थित ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल के समीप अवस्थित मंदिर में मुख्य यजमान डॉ. मनोज कुमार सिन्हा और उनकी धर्मपत्नी कुसुम सिन्हा के सौजन्य से भगवान चित्रगुप्त जी महाराज का विधि-विधान से पूजन और वंदन किया गया। श्रद्धालुओं का समूह इस अवसर पर उपस्थित होकर धार्मिक अनुष्ठान में हिस्सा लिया और अपने को धन्य किया। पूजा-अर्चना के बाद महाप्रसाद का वितरण हुआ, जिसका पान करने के लिए लोगों को पंक्तिबद्ध होना पड़ा। मौके पर सहभोज का भी आयोजन किया गया, जिसका लोगों ने जमकर रसास्वादन किया।
झारखंड, सिमडेगा के जिला जज राजीव कुमार सिन्हा, डीडीसी सुमित कुमार, डॉ. अंजनी कुमार सिन्हा, डॉ.एस. एन. झा, डॉ. रिंकी, स्वामी आत्मस्वरुप, जिला विधिज्ञ संघ के महासचिव अमित कुमार, पूर्व अध्यक्ष अश्विनी कुमार यादव, पूर्व महासचिव विपिन कुमार सिन्हा, अधिवक्ता मनोज कुमार सिंह, उमाशंकर प्रसाद, दीपक कुमार सिन्हा, रूपेश कुमार सिंह, राजीव कुमार सिन्हा, चंद्रशेखर सिन्हा, शिक्षाविद ऋतुराज सिन्हा, शिवांगी शरण, यश राज, मानस मृणाल, अंशिका राज, जूही राज, जय शौर्य, सुजाता कुमारी, राकेश रंजन सिन्हा, भूपेंद्र सिन्हा, अभिषेक सिन्हा, अप्पू जी समेत सैकड़ों गणमान्य लोगों ने पूजनोत्सव का हिस्सा बने और भगवान चित्रगुप्त जी महाराज के चरणों में शीश झुकाकर उनका पूजन और वंदन किया।
अंकित करने वाली बात है कि भगवान चित्रगुप्त परम पिता ब्रह्मा जी के अंश से उत्पन्न हुए हैं और यमराज के सहयोगी हैं। इनकी कथा इस प्रकार है कि सृष्टि के निर्माण के उद्देश्य से जब भगवान विष्णु ने अपनी योग माया से सृष्टि की कल्पना की तो उनकी नाभि से एक कमल निकला, जिस पर एक पुरूष आसीन था चुंकि इनकी उत्पत्ति ब्रह्माण्ड की रचना और सृष्टि के निर्माण के उद्देश्य से हुआ था अत: ये ब्रह्मा कहलाए। इन्होंने सृष्ट की रचना के क्रम में देव-असुर, गंधर्व, अप्सरा, स्त्री-पुरूष और पशु-पक्षी को जन्म दिया। इसी क्रम में यमराज का भी जन्म हुआ , जिन्हें धर्मराज की संज्ञा प्राप्त हुई क्योंकि धर्मानुसार उन्हें जीवों को सजा देने का दायित्व दिया गया। धर्मराज ने जब एक योग्य सहयोगी की मांग ब्रह्मा जी से की तब वे ध्यानलीन हो गए और एक हजार वर्ष की तपस्या के बाद एक पुरूष उत्पन्न हुआ। चित्रगुप्त भगवान जिन्हें वेदों में परब्रह्म बताया गया उनका जन्म ब्रह्मा जी की काया से हुआ था अत: वे कायस्थ कहलाए और इनका नाम चित्रगुप्त पड़ा। भगवान चित्रगुप्त जी के हाथों में कर्म की किताब, कलम, दवात और करवाल है। वे कुशल लेखक हैं और इनकी लेखनी से जीवों को उनके कर्मों के अनुसार न्याय मिलता है। कार्तिक शुक्ल द्वितीया तिथि को भगवान चित्रगुप्त की पूजा का विधान है। इस दिन भगवान चित्रगुप्त और यमराज की मूर्ति स्थापित करके अथवा उनकी तस्वीर रखकर श्रद्धा पूर्वक सभी प्रकार के फल, फूल, अक्षत, कुमकुम, सिन्दूर एवं भांति-भांति के पकवान, मिष्टान एवं नैवेद्य सहित इनकी पूजा की जाती है। इसके बाद जाने-अनजाने हुए अपराधों के लिए इनसे क्षमा याचना की जाती है। यमराज और चित्रगुप्त की पूजा एवं उनसे अपने बुरे कर्मों के लिए क्षमा मांगने से नरक का फल भोगना नहीं पड़ता है। सनातनी लोग कार्तिक शुक्ल पक्ष द्वितीया को नरक से एक्स मुक्ति के साथ सुख-समृद्धि के लिए भगवान चित्रगुप्त जी महाराज की आराधना करते हैं और उनसे स्वस्थ एवं कुशल जीवन की कामना करते हैं।
प्रधानमंत्री 15 नवंबर को जमुई में करेंगे ”जनजातीय गौरव दिवस” समारोह का शुभारंभ
भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर होगा आयोजन
जमुई। संवाददाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 नवंबर को जमुई आएंगे। वे जिले के खैरा-सोनो सड़क पर किऊल नदी के तट पर स्थित विशाल भूखंड पर आयोजित होने वाले जनजातीय गौरव उत्सव का उद्घाटन करेंगे। भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर यह आयोजन किया जा रहा है। अंत:पुर के नारद मुनि ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि जनजातीय समाज की संस्कृति में गहरी आध्यात्मिकता छिपी है। इस समाज का अपना एक गौरवशाली इतिहास रहा है। आदिवासी समाज से आज पूरी दुनिया को सीखने की जरुरत है। प्रकृति के बीच रहने वाले आदिवासी समुदाय के लोग प्रकृति की पूजा करते हैं। प्रकृति को अपना भगवान मानते हैं। आदिवासी समाज हमेशा से देश और दुनिया को प्रकृति के संरक्षण और संवर्धन का रास्ता दिखाता रहा है। जनजातीय समाज के लोगों से आज जीवन जीने की कला आमजनों को सीखनी चाहिए। आदिवासी समाज में किसी तरह का भेदभाव नहीं होता है। सभी को समान भाव से देखा जाता है। प्रेम और भाईचारे का संदेश हमेशा से आदिवासी समाज दुनिया को देता रहा है। आदवासी समाज में जन्मे भगवान बिरसा मुंडा के शौर्य और बलिदान से हमें प्रेरणा मिलती है। बिरसा मुंडा के बताए मार्ग पर चलने की जरुरत है। भगवान बिरसा मुंडा ने शोषण मुक्त समाज का सपना देखा था हमें उस सपने को साकार करना चाहिए।
नारद मुनि ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री निर्धारित कार्यक्रम दरम्यान जनमन योजना के लाभार्थियों से संवाद करेंगे। पीएम मोदी इस योजना के जरिए आदिवासी और पिछड़ी जाति के लोगों का जीवन संवारने की कोशिश कर रहे हैं। समाज में समृद्धि और समानता लाने की कोशिश भी पीएम मोदी के द्वारा शुरु किए गये योजना से की जा रही है।
नारद मुनि के मुताबिक पीएम मोदी तय कार्यक्रम के तहत 6500 करोड़ की विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी करेंगे। साथ ही उनके द्वारा ट्राइबल हाट में संवाद तथा सामग्री के क्रय का कार्यक्रम भी निर्धारित है। प्रधानमंत्री मोदी जनजातीय गौरव दिवस के जरिए 30 राज्य मुख्यालयों तथा 100 जिला मुख्यालयों से भी संवाद करेंगे। साथ ही, इस कार्यक्रम में 549 जिलों की भी सहभागिता होगी। नारद मुनि कहते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावे कई हस्ती जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे और इसे भव्यता प्रदान करेंगे।