धान कटनी में किसानों को होगी परेशानी, गांव में पसरा है सन्नाटा
अलीगंज। संवाददाता। सरकार मजदूरों के पलायन को रोकने के लिए मनरेगा जैसी महत्वाकांक्षी योजना चला रही है ताकि मजदूरों को दिहाड़ी मजदूरी मिलते रहे और वे दुसरे प्रदेशों में काम के लिए पलायन नही करें। लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। मनरेगा योजना अब तक मजदूरों का पलायन नही रोक सकी है। पलायन की वजह से धान का कटोरा कहा जाने वाला अलीगंज प्रखंड क्षेत्र के महादलित टोला दुर्गापूजा के पहले से ही खाली हो रहा है। फलत: क्षेत्र के किसानों के खेत में तैयार हो रहे धान की फसल की कटनी प्रभावित हो सकती है। एक माह बाद सभी जगह धान की कटनी शुरू हो जायेगी। इस बार अच्छी बरसात के कारण क्षेत्र के किसानों ने अपने अधिकांश खेतों में धान ही लगाया है, जो लगभग तैयार होने को है। दो से तीन सप्ताह में कटनी शुरू हो जायेगी। बता दें की बरसात के शुरुआती दौर में क्षेत्र से मजदूर दुसरे प्रदेशों के ईट भट्टो पर चले जाते है। वह काम समाप्ति के तीन-चार महीने बाद ही घर लौट आते हैं, जिस कारण धान रोपनी के समय मजदूरों की कमी नही होती है लेकिन जब धान कटनी व दौनी के साथ रबी फसलों की बोआई के समय मजदूरों की जरूरत पड़ती है, तब इनकी कमी साफ अखरती है। हालांकि विकल्प के रूप में क्षेत्र के किसान हार्वेस्टर का सहारा लेते हैं लेकिन खेतों में नमी की वजह से तैयार फसल काटने में परेशानी होती है। ऐसी परिस्थिति में किसानों के खुन पसीने से तैयार फसल प्रत्येक वर्ष मजदुरों की कमी के कारण घर तक लाने में काफी परेशानी होती है। मजदूरों के पलायन के बाद मजदूर टोले में सिर्फ बूढे़ और बीमार मजदूर ही दिखाई पड़ते हैं और टोले में सन्नाटा छा जाता है।
केन्द्र सरकार द्वारा संचालित मजदूरों के सहायतार्थ योजना मनरेगा भी मजदूरों के पलायन को रोक पाने में विफल साबित हो रहा है। मनरेगा योजना की कार्य विवरणी (मास्टर रोल)में सिर्फ कागजों पर मजदूरों का नाम अंकित होता है जबकि योजना का धरातल पर कार्य मजदूर की जगह मशीनें करती है। पूनम मांझी, अर्जुन मांझी,मनोज यादव, जितन राम,हरिराम दास,चकनी देवी, कारी देवी सहित अन्य मजदूरों ने बताया कि मनरेगा के भरोसे घर का चुल्हा चौका चलना मुश्किल है। मजदूरो को पलायन से तीन माह पहले प्रति जोड़ी 50 से 70 हजार रूपये मजदुरों को ठीकेदार दे जाते हैं। फलत: दशहरा से पहला एवं आश्विन पुर्णिमा तक क्षेत्र के सभी युवा मजदुरों का पलायन हो जाता है।
डीएम अभिलाषा शर्मा ने बताया कि मजदूरो का पलायन रोकने के लिए संघर्षरत हैं और मनरेगा में मजदुरो को काम दिया जाता है, फिर भी अगर पलायन हो रही तो इसकी जानकारी नही है।
महाधरना कार्यक्रम की सफलता को लेकर वर्णवाल समाज की बैठक आयोजित
चकाई। संवाददाता। बिहार सरकार की ओर से बरनवाल समाज के साथ किए जा रहे उपेक्षा के विरोध में आगामी 20 अक्टूबर को पटना में बरनवाल महासभा की ओर से आयोजित महाधरना कार्यक्रम की सफलता को लेकर बरनवाल समाज की एक बैठक चकाई बाजार स्थित बरनवाल सेवा सदन में विजय कुमार बरनवाल की अध्यक्षता में आयोजित की गई। मौके पर बड़ी संख्या में उपस्थित बरनवाल समाज के लोगों को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित बिहार प्रदेश बरनवाल महासभा के प्रदेश संरक्षक ब्रजेश बरनवाल ने कहा कि सरकार द्वारा आर्थिक, सामाजिक एवं राजनीतिक रूप से कमजोर समाज को देश एवं राज्य स्तर पर अलग-अलग आरक्षण की सुविधा दी गई है ताकि देश के विकास में सभी समाज की भागीदारी हो सके। परंतु दुखद बात यह है कि बरनवाल जाति को देश या राज्य स्तर पर कोई भी लाभ नहीं मिल पा रहा है। आजादी के 74 वर्ष बीत जाने के बाद भी बरनवाल समाज सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक और राजनीतिक रूप से अत्यंत पिछड़ा हुआ है। बिहार सरकार की नौकरियों, योजनाओं एवं शैक्षणिक सहायता आदि का लाभ बरनवाल समाज को नहीं मिल पाया है। उन्होंने कहा कि इस दौरान सरकार से बरनवाल जाति को बिहार में बीसी 1 एवं केंद्रीय आरक्षण सूची ओबीसी में शामिल करने की मांग की जाएगी। साथ ही बरनवाल जाति की जनसंख्या को 21 जातियों के कोड के बजाय अलग जाति कोड के साथ जारी करने की मांग भी की जाएगी ताकि बरनवाल जाति की वास्तविक जनसंख्या का पता चल सके। ऐसे में आगामी 20 अक्टूबर को पटना के गर्दनीबाग में बरनवाल महासभा के बैनर तले विशाल एक दिवसीय महाधरना कार्यक्रम का आयोजन किया गया है ताकि बरनवाल समाज को उनका वाजिब हक मिल सके। मौके उमेश वर्णवाल, रामेश्वर वर्णवाल, राजेश कुमार वर्णवाल, बाल्मीकि वर्णवाल, नंदलाल वर्णवाल, रिंकू वर्णवाल, पवन वर्णवाल, रंजीत वर्णवाल, मुन्ना वर्णवाल, बिनोद वर्णवाल, प्रमोद वर्णवाल बिशुनदेव वर्णवाल, सुनील वर्णवाल लट्टू वर्णवाल, मुकेश वर्णवाल सहित कई अन्य लोग उपस्थित थे।
नल में सूखा, कुआं बुझा रही है प्यास
पांच महीने में भी खराब मोटर दुरुस्त नहीं कर सका विभाग
तीन कुआं और एक चापाकल पर निर्भर है 600 लोग
चंद्रमंडी। संवाददाता। लोगों की प्यास बुझाने में नल जल योजना फेल साबित हो रहा है। अब भी चापाकल कुआं ही लोगों का सहारा बना है। चंद्रमंडी पंचायत के वार्ड नंबर 8 में नल से पिछले 5 महीने से पानी गायब है और लोग चापाकल कुआं से प्यास बुझा रहे हैं, जिससे 600 से अधिक लोगों को काफी दिक्कत हो रही है। ग्रामीण चेतलाल वर्मा, वीरेंद्र वर्मा, मुकेश वर्मा, नारायण वर्मा, चतुर्गुण राम, केशो तांती, नजीर अंसारी ने बताया कि पीएचईडी विभाग के संवेदक ने 3 साल पहले वार्ड नंबर आठ में नल जल योजना लगाकर पानी आपूर्ति प्रारंभ की। लोगों को लगातार पानी मिलता रहा लेकिन 5 महीना पहले मोटर खराब हो गया है, तब से मोटर बंद पड़ा है। कई बार ग्रामीणों ने विभाग और संवेदक को सूचना दिया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
पंप चालक भुवनेश्वर वर्मा ने बताया कि कई बार विभाग और संवेदक को सूचना देकर खराब मोटर की मरम्मती करने को कहा गया लेकिन सिर्फ आश्वासन दिया गया की 8 से 10 दिन में बना देंगे लेकिन अब तक नहीं बनाया गया है।
डॉ एके कॉलेज में कदाचार मुक्त माहौल में संपन्न हो रही है खंड दो की परीक्षा
शुक्रवार को परीक्षा में कुल 29 परीक्षार्थी हुए शामिल
चकाई। संवाददाता। डॉ अरविंद कुमार डिग्री महाविद्यालय विशनपुर में मुंगेर विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित खंड दो की सब्सिडीयरी विषय की परीक्षा शुक्रवार को शांतिपूर्ण एवं कदाचार मुक्त माहौल में संपन्न हुयी। इस दौरान कुल 29 परीक्षार्थी शामिल हुए। जानकारी देते हुए परीक्षा नियंत्रक प्रो महेंद्र प्रसाद राय ने बताया कि विश्वविद्यालय के निर्देश पर शुक्रवार को भी परीक्षा आयोजित की गयी। इसके तहत प्रथम पाली में बॉटनी विषय में 10 परीक्षार्थी शामिल हुए। वहीं वाणिज्य संकाय के पीईडीआई विषय में 19 परीक्षार्थी शामिल हुए। जबकि दूसरी पाली में मनोविज्ञान विषय की परीक्षा में कोई भी परीक्षार्थी शामिल नहीं हुए। प्रो राय ने बताया कि डॉ अरविंद कुमार डिग्री कॉलेज में स्थानीय फाल्गुनी प्रसाद यादव महाविद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं का परीक्षा केंद्र बनाया गया है। परीक्षा के सफल आयोजन के लिए परीक्षा नियंत्रक प्रो महेंद्र प्रसाद राय सहित प्राचार्य प्रो कुमार प्रसून्न रामाकृष्णन, प्रो संजय कुमार पांडेय, प्रो दयानंद कश्यप सहित महाविद्यालय परिवार के अन्य लोग उपस्थित थे।
नीतीश की पार्टी को तगड़ा झटका, जदयू के दर्जनों साथी राजद में शामिल
लालू-तेजस्वी पर जताया विश्वास
जमुई। संवाददाता। बिहार में लालू-तेजस्वी की पार्टी राजद के कुनबे में बढ़ोतरी हुई है। जमुई में पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की उपस्थिति में जदयू के जिला उपाध्यक्ष रविंद्र मंडल के नेतृत्व में दर्जनों साथियों ने राजद की सदस्यता ले ली। राजद नेता और बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने जदयू का साथ छोड़कर आने वाले इन नेताओं का पार्टी में स्वागत किया है। तेजस्वी यादव ने राजद में शामिल होने वाले लोगों को दल की सदस्यता पर्ची देकर उन्हें पार्टी का सिपाही बनाया। कहा कि राजद की नीतियों से प्रभावित होकर इन नेताओं ने दल का दामन थामा है। नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि वे और उनके समर्थक कह रहे थे कि राजद टूट जाएगी, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव परिणाम ने उनकी जुबान पर ताला लगा दिया है। जदयू में भगदड़ की स्थिति बनी हुई है।
उन्होंने आगे कहा कि राजद में आए जदयू के कई नेता पार्टी के संस्थापक सदस्य रहे हैं, लेकिन जदयू के क्रिया-कलाप को देखते हुए इन नेताओं ने राजद में शामिल होना बेहतर समझा। इन नेताओं के राजद में आने से पार्टी मजबूत हुई है। 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए यह एक शुभ संकेत है।
बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी, पूर्व विधायक अजय प्रताप सिंह, लोकसभा की पूर्व प्रत्याशी अर्चना रविदास आदि नेता इस अवसर पर उपस्थित थे।
बिहार में लागू शराबबंदी एक ढोंग है : तेजस्वी
नीतीश जी जहरीली शराब से मरने वालों के प्रति शोक संवेदना तक नहीं व्यक्त कर रहे
जदयू सहित अन्य दलों के कई लोगों ने थामा राजद का दामन
जमुई। संवाददाता। जमुई में पार्टी कार्यक्रम के लिए पहुंचे राजद के नेता एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मौजूदा नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला। तेजस्वी ने जमुई में मीडिया से रूबरू होते हुए शराबबंदी पर बड़ा सवाल करते हुए करते हुए सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। तेजस्वी ने कहा कि आम लोगों को यह पता है कि कहां शराब बनती है और कहां बिकती है फिर सरकार और प्रशासन को यह कैसे नहीं मालूम हो रही है। बिहार में जहरीली शराब से दर्जनों लोग मर रहे हैं और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शोक संवेदना तक व्यक्त करना भी उचित नहीं समझ रहे हैं। बिहार में हर छोटे बड़े पुलिस और प्रशासन के अधिकारी की मिली भगत से शराब का निर्माण और बिक्री धड़ल्ले से हो रही है जिससे लोगों की जान जा रही है।
बता दें कि इन दोनों जहरीली शराब से बिहार के सिवान और सारण जिले में लगभग तीन दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। जिसे बिहार की राजनीति काफी कार्रवाई हुई है और विपक्षी दलों द्वारा बिहार सरकार पर शराबबंदी को लेकर लगातार हमला बोला जा रहा है।
वहीं पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को व्यवसाय प्रकोष्ठ के अध्यक्ष मुकेश शाह ने चांदी का मुकुट पहनाकर उनका स्वागत किया। इसके बाद जदयू और जन सुराज के कार्यकर्ता एवं पुराने नेता रविंद्र कुमार मंडल श्रीकांत यादव, इरफान खान के साथ कई लोगों ने आरजेडी का दामन थामा। जदयू के पुराने कार्यकर्ता रविंद्र कुमार मंडल ने कहा कि जदयू के हम पहले युवा जिला अध्यक्ष व उपाध्यक्ष भी रह चुके थे लेकिन अब तेजस्वी प्रसाद यादव के नेतृत्व में बिहार को आगे बढ़ाने का काम करेंगे। व्यवसाय प्रकोष्ठ के अध्यक्ष मुकेश शाह ने कहा कि हम लोग युवा हैं और तेजस्वी प्रसाद के आने से बिहार के युवाओं में काफी उत्साह है और इस बार बदलाव जरूर देखने को मिलेगा। डॉ नीरज शाह समाजसेवी ने कहा कि आरजेडी अति पिछड़ों के हक के लिए आवाज उठाएगी तो हम जरूर साथ देंगे।
डीएम ने जनता दरबार लगाकर सुनी लोगों की समस्या
कुछ को सुलझाया तो कुछ को त्वरित निपटान का दिया निर्देश
जमुई। संवाददाता। डिस्ट्रक्टि मजिस्ट्रेट अभिलाषा शर्मा ने समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में शुक्रवार को जनता दरबार लगाया। इस दरम्यान उनसे 73 से ज्यादा लोगों ने मिलकर अपनी समस्याओं को रखा। डीएम ने आमजनों की समस्याओं को गौर सुना और कई मामलों का ऑन द स्पॉट निष्पादन भी किया। नामित विभागों को कुछ प्रकरणों के विधि-सम्मत ढंग से निपटान का निर्देश भी दिया। अंकित करने वाली बात है कि डीएम प्रत्येक शुक्रवार को दोपहर 12:00 बजे से अपराह्न 02:00 बजे तक जनता दरबार आयोजित कर जिलेवासियों की समस्याओं को सुनती हैं। जन शिकायत से संबंधित सुनवाई के क्रम में भूमि विवाद, अतिक्रमण, मनरेगा, आंगनबाड़ी में बहाली , जमीन की नापी, बिजली, शिक्षा, पक्की नली गली, बासगीत पर्चा, अवैध निकासी, जमाबंदी, मानदेय भुगतान, वृद्धा पेंशन, विकलांग पेंशन, प्रधानमंत्री आवास, स्थानांतरण, स्वास्थ्य सेवा, रस्ता अवरुद्ध, राशि गबन आदि से संबंधित मामले छाये रहे। इसके अलावे नल जल, अनुकंपा, सामाजिक सुरक्षा लाभ, जीविका समूह आदि से संबंधित मामले भी आए।जिलाधिकारी ने उप विकास आयुक्त को निर्देश दिया कि वैसे लाभुक जिनका प्रधानमंत्री आवास योजना की सूची में नाम दर्ज हो गया है और उनके पास आवास निर्माण के लिए जमीन नहीं है। इस सम्बंध में कानून-सम्मत कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी से सूची मंगा लें। जिले में कितने लाभुकों को जमीन उपलब्ध नहीं है, इसकी जानकारी लें। एक साथ सभी लाभुकों को संबंधित प्रखंडों और पंचायतों में जमीन क्रय कर उन्हें आवास के लिए भूखंड उपलब्ध कराएं। जिलाधिकारी ने फरियादियों को निर्बल, असहाय या कमजोर नहीं समझने का संदेश देते हुए कहा कि जिला प्रशासन आपके हितों की रक्षा के लिए कटिबद्ध है। समस्या को देखकर हिम्मत नहीं हारना है बल्कि इसके समाधान के लिए अन्त तक प्रयास करना है और अपने जीवन को खुशहाल बनाना है।
एडीएम सुभाष चंद्र मंडल, डीडीसी सुमित कुमार, जिला जन शिकायत निवारण पदाधिकारी राम दुलार राम, नजारत उप समाहर्ता अमु अमला समेत कई संबंधित पदाधिकारी जनता दरबार में उपस्थित थे।
मैथन बॉर्डर पर लगभग तीन लाख रुपये समेत तीन पेटी शराब जब्त, जांच में जुटी पुलिस
कुमारधुबी। संवाददाता। झारखंड में चुनाव का बिगुल बज चुका है और आदर्श आचार संहिता लग चुकी है जिसे देखते हुए मैथन चेक पोस्ट पर वाहन जांच अभियान शुरू हो चुकी है। बताते चलें कि शुक्रवार की सुबह वाहन जांच के दौरान मैथन पुलिस ने 2 लाख 75 हजार नौ सो चालीस रुपये नगद बरामद किए। वहीं दूसरी कार के डिक्की से तीन पेटी शराब जब्त किया गया व तीसरी कार से पचास हजार नगद बरामद किया गया। वही मैथन पुलिस ने जानकारी देते हुए कहा कि मछली व्यवसायी से दो लाख 25 हजार नौ सौ चालीस रूपये नगद बरामद किया गया है, वही पूछताछ में मछली व्यवसाय ने बताया कि वह मछली व्यवसाई है, चितरंजन से मछली बेचकर धनबाद जा रहा था। वही दूसरा व्यक्ति आकाश कुमार है जिसके कार से पचास हजार नगद बरामद हुआ है। पूछताछ में उसने अपने आप को ठेकेदार बताया है और तीसरा व्यक्ति के कार के डिक्की से तीन पेटी शराब जब्त किया गया है जो चिरकुंडा के चौधरी ब्रदर्स के अभिषेक गाडयाण का है। वही कार चालक मोहब्बत शमीम ने बताया कि वह सुबह मालिक के बच्चों को आसनसोल स्कूल छोड़कर वापस चिरकुंडा आ रहे थे, शराब डिक्की में पहले से रखा हुआ था। इस संबंध में उसे कोई जानकारी नहीं था। मैथन पुलिस कार को जब्त कर जांच में जुट गई है।