महिलाओं ने की मां से की अखंड सौभाग्य की कामना
सारठ/संवाददाता। सारठ पुराना बाजार के बंगाली टोला में गंधबनिक समाज की ओर से कई वर्षो से चली आ रही वार्षिक पूजा इस बार भी माता गंधेश्वरी की पूजा बड़ी धूमधाम के साथ पूजा सम्पन्न होने के बाद रविवार को प्रतिमा विसर्जन सारठ बाजार के सभी मुहल्लों का भ्रमण करते हुए काली पोखर में किया गया। सारठ गांव का भ्रमण करने में गंधबनिक समाज की महिला और पुरूषों के अलावा समाज के अन्य लोगों ने भी शरीक होकर विसर्जन की शोभा यात्रा में शामिल होकर विसर्जन की शोभा बढ़ाने में अग्रणी की भूमिका में रहे।
गंधबनिक समाज से जुड़ी आस्था : पूजा से जुड़ी आस्था बहुत ही महत्वपूर्ण मानी जाती है। बतातंे चलें कि समाज के बुजुर्गों से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक महती पुरानी आस्था जुड़ी हुई है, जो समाज के कालांतर में गंधबनिक समाज दैत्य गंधासुर के कोपभाजन बने हुए थे। संकट से उबरने के लिए माता दुर्गा से दुहाई मांगी और माता दुर्गा गंधेश्वरी माता के रूप मे प्रकट होकर गंधबनिक समाज की रक्षा की थी और तभी से गंधबनिक समाज के लोग अपना कुलदेवी मानकर इनकी पूजा-अर्चना बड़ी श्रद्वा के साथ करते हैं। गंधेश्वरी माता मंदिर के आचार्य केशवानन्द पत्रलेख और पंडित जयप्रकाश राजहंस भी बताते हैं कि गंधबनिक समाज के लोग इस विपदा हरण करने वाली माता गंधेश्वरी की पूजा वर्षो से करते चले आ रहे हैं।
सिंदूर खेला कर मां से लिया आशीर्वाद : पूजा समापन के पश्चात प्रतिमा विसर्जन के पूर्व मंदिर में गंधबनिक समाज की महिलाएं मॉ को सिंदूर चढ़ाकर आशीर्वाद पाने के लिए सभी महिलाएं एक-दूसरे की मांग में सिंदूर भरकर और गालों में लगाकर मां से अखंड सौभाग्य की कामना करती है। प्रतिमा विसर्जन के लिए शोभा यात्रा में शामिल होकर महिलाएं विसर्जन के लिए निकल पड़ती है। सिंदूर खेला में गंधबनिक समाज की भारती दे, संध्या दास, नमिता दे, चांदनी दे, शीला दे, शंकु दे, शोभा दे, पायल दे, पुलुल दे, टुम्पा दे, पुलुल चंद, मिनौती दास, सीमा दास, नमिता दास, रिया दे, तनु विष्टु, बुन्नी दे, मोनिका दे, मीता दे, झुमा दे, सीमा दे, सीमा दास समेत अन्य दर्जनों महिलाएं शामिल थीं।
शोभा यात्रा में शामिल लोेग : विसर्जन शोभा यात्रा में शंकर चंद, लगन दे, धीरेन दास, अजीत दे, पंचानंद चंद, कार्तिक दे, संतोष दे, परितोष दे, विमल शर्मा, शक्तिपद दे, गुरूपद दे, सीबन दे, गुणा दे, सुकुमार दास, बीरेन दास, सौदा दे, शिशिर दे, सुबोध दे, रोबिन दे, उज्जवल चंद, पप्पू चंद, अनुप चंद, पांडव चंद, मंटु विष्टु, तपन दे, गौतम दे, सौदा दे, पटल दे, डबल दास, काजल चंद, रोहित दे, मनोज दे, बंटी दे, पवन दे, संजय चंद, राजेश दे, नारायण दे, मिट्ठु दे समेत अन्य श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
नाबालिग को भगाने के मामले में युवक पर प्राथमिकी
मधुपुर/संवाददाता। अनुमंडल के बुढ़ई थाना क्षेत्र के एक गांव से 17 वर्षीय नाबालिग लड़की को बुरी नियत से बहला-फुसलाकर भगा ले जाने का मामला पुलिस ने दर्ज किया है। परिजनों ने पुलिस को बताया कि गत चार मई की देर रात को उसकी नाबालिग बेटी को बुरी नीयत से बहला-फुसलाकर कांसजोर निवासी 35 वर्षीय युवक अलाउद्दीन अंसारी उर्फ़ बाबू भगा ले गया है। नाबालिग बेटी के पास भी मोबाइल है। दोनों की काफी तलाश की गई लेकिन नहीं मिले तब थक हार कर थाना में मामला दर्ज कराया है। परिजनों ने नाबालिग लड़की को बरामद करने और आरोपी युवक पर कठोर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। पुलिस नाबालिग लड़की की बरामदगी और गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है।