गोड्डा। कार्यालय संवाददाता बुधवार को समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में अपर समाहर्ता स्मिता टोप्पो के द्वारा फायर सेफ्टी से संबंधित समीक्षात्मक बैठक आहूत की गई। बैठक के दौरान उन्होंने निर्देश दिया कि जिले में अचानक आग लगने पर काबू पाने के लिए अग्निशमन विभाग के द्वारा निरंतर जागरूकता अभियान चलाए जाएं।
जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में मॉक ड्रिल कर लोगों को चरणबद्ध तरीके से जागरुक किया जाए। इस दौरान गैस सिलिडर, पेट्रोल, डीजल जैसे ज्वलनशील पदार्थ में आग लगने पर इससे निपटने के विशेष योजना के साथ आम लोगों को जागरुक किए जाएं। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में अग्निशमन विभाग होटलों, रेस्टोरेंट, मॉल, बड़ी दुकानों, स्कूलों में आग लगने के दौरान इससे निपटने की उनकी तैयारियों की भी जानकारी अग्निशमन विभाग के पदाधिकारियों से ली गई ।अपर समाहर्ता श्रीमती टोप्पो के द्वारा एक्टिव मोड में अग्निशमन वाहन तैयार रखने के निर्देश दिए गए, ताकि अचानक कहीं भी आग लगने की सूचना प्राप्त होने पर यथाशीघ्र अग्निशमन विभाग के द्वारा सुविधाएं प्रदान की जा सके। बैठक में जिला अग्निशामक पदाधिकारी के द्वारा अग्निशमन विभाग से जुड़ी जानकारियां प्रदान की गई । उन्होंने बताया कि आग जैसी घटना से निपटने के लिए विभाग के द्वारा पूरी तैयारी की जा रही है। इससे निपटने के लिए आम लोगों की भी सहभागिता जरुरी है। जिले के विभिन्न स्थानों पर मॉक ड्रिल कर इससे बचाव के लिए लगातार जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है, ताकि किसी भी क्षेत्र में आग लगने पर काबू पाया जा सके। मौके पर अनुमंडल पदाधिकारी, गोड्डा जेसी विनीता केरकेट्टा , जिला नजारत उप समाहर्ता नागेश्वर साव, सिविल सर्जन डॉ अनंत झा, डाटा मैनेजर धर्मेंद्र कुमार सहित अन्य पदाधिकारीगण मौजूद थे।
कब्रिस्तान की घेराबंदी को लेकर रुंजी गांव में फिर गहराया तनाव
मेहरमा। संवाददाता ठाकुरगंगटी थाना क्षेत्र के रूंजी पंचायत अंतर्गत बस्ता पहाड़ में एक समुदाय के द्वारा कब्रिस्तान की घेराबंदी का कार्य किया जा रहा था। उसी दौरान दूसरे समुदाय के लोगों ने सरकारी जमीन बताकर इसका विरोध किया। जिसके बाद दोनों समुदाय आपस में तन गए। परिणाम स्वरूप दोनों समुदाय के बीच तनाव का माहौल बन गया। स्थानीय प्रशासन ने माहौल को भांपते हुए वरीय अधिकारियों को इसकी सूचना दी। सूचना पाकर महागामा के अनुमंडल पदाधिकारी सौरभ भुवानियां, एसडीपीओ आनंद मोहन सिंह, मेहरमा प्रभाग के पुलिस निरीक्षक बलवीर सिंह समेत मेहरमा, ठाकुरगंगटी, बोआरीजोर थाना समेत अतिरिक्त पुलिस बल को तैनात किया गया।
इधर मामले को लेकर एसडीओ ने दोनों समुदाय से शांति व्यवस्था बनाए रखने का अपील की। उन्होंने दो दिनों के अंदर अनुमंडल कार्यालय कक्ष में कागजात प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। साथ ही जब तक प्रशासन का कोई भी निर्देश नहीं आता है, तब तक किसी प्रकार का कार्य नहीं करने का निर्देश दिया गया है।
बताते चलें कि उक्त स्थान को लेकर बीते कई वर्षो से दोनों समुदाय के बीच विवाद होता आ रहा है। पूर्व में भी कई बार तनाव का माहौल बन चुका है। हालांकि हर एक बार प्रशासन की सूझबूझ से मामले को शांत करा लिया जाता है। अगर प्रशासन इसे गंभीरता से लेकर उचित समाधान नहीं करती है तो कोई भी अप्रिय घटना घट सकती है।