एक माह में मिले डेंगू के 12 मरीज, तीन किये गये रेफर
दुमका/नगर संवाददाता। डेंगु अब केवल दिल्ली या पटना की बीमारी नहीं रही बल्कि यह दुमका में भी तेजी से अपना पैर पसार रहा है। पिछले साल के मुकाबले दुमका में डेंगू मरीज की संख्या में बढ़ोत्तरी दर्ज की गयी है। 04 अगस्त से 11 सितम्बर तक दुमका जिला में डेंगु के 12 मरीज मिले हैं जिनमें से 8 मरीज तो इलाज के बाद स्वस्थ्य हो चुके हैं पर तीन को बेहतर इलाज के लिए बाहर जाना पड़ा है। ये तीनोंअब तक इलाजरत बताये जाते हैं हलांकि उनकी स्थिति पहले से बेहतर बतायी जा रही है। यह सरकारी आंकड़ा है। लेकिन जिले में कहीं इससे ज्यादा डेंगू से संक्रमित मरीज पाए जाने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। क्योंकि जिले में कई नसिंर्ग होम है जहाँ डेंगू का इलाज होता है। फूलो झानो मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉ ए के पूर्ति की माने तो एक महीने में पीजेएमसीएच में डेंगू पीड़ित 12 मरीज का इलाज किया गया। अधीक्षक का कहना है कि डेंगू के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह मुस्तैद है। न बेड की कमी है और न ही दवाई की। उन्होंने आम लोगों से अपने घर के आसपास सफाई रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि डेंगू का लारवा साफ पानी में होता है। इसलिए लोगों का यह प्रयास होनी चाहिए कि जल जमाव न हो। गमला, कूलर के पानी का नियमित बदलाव जरूरी है। उन्होंने कहा कि लक्षण दिखने पर जांच जरूर कराएं। लापरवाही प्राण घातक हो सकता है। यहां बता दें कि विभाग द्वारा डेंगु मच्छरों की पहचान के लिए हाल में ही सर्वेक्षण भी किया गया जिसके दौरान कई स्थानों पर डेंगू के मच्छर पाये गये।
आमतौर पर डेंगू की वजह से जब बुखार होता है तो इसमे शरीर का तापमान 104 डिग्री और इससे भी ज्यादा हो जाता है। बुखार के साथ ही सिर में होना डेंगू बुखार का लक्षण है। खासतौर पर आंखों के आसपास और पीछे के हिस्से में हो रहा दर्द डेंगू की वजह से हो सकता है। गंभीर जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द, थकान, जी मिचलाना आदि भी डेंगु के लक्षण हैं। गंभीर डेंगू बुखार से फेफड़े, लीवर या दिल को नुकसान पहुंचता है। मरीज बेहोश हो जाता है। कभी-कभी ब्लड प्रेशर अचानक खतरनाक स्तर पर नीचे चला जाता है कि जिससे मरीज को शॉक लग जाता है और कुछ मामलों में इससे मौत भी हो सकती है। जिन लोगों को पहले से कोई बीमारी हो उनमें गंभीर डेंगू होने का खतरा ज्यादा होता है।
सोरेन परिवार ने सुंदर झारखंड को बर्बाद कर दिया: सुनील सोरेन
भाजपा सांसद ने शिकारीपाड़ा प्रखण्ड में चलाया मेरी माटी, मेरा देश अभियान
शिकारीपाड़ा/निज संवाददाता। मेरी माटी मेरा देश अभियान चलाकर भाजपा एक तीर से दो शिकार कर रही है। अभियान के बहाने आम लोगों से जुड़ कर केंद्र सरकार की उपलब्धियां गिना रही है तो राज्य सरकार पर हमला भी बोल रही है। दुमका सांसद सुनील सोरेन ने शिबू सोरेन के परिवार पर तीखा निशान साधा है। शिकारीपाड़ा प्रखंड में आयोजित मेरी माटी, मेरा देश कार्यक्रम में भाग लेने आए सुनील सोरेन ने कहा कि हमारे सुंदर झारखंड राज्य को इस सोरेन परिवार ने बर्बाद कर दिया। उन्होंने कहा कि वर्तमान की हेमंत सरकार जनता के लिए कुछ करने वाली नहीं है। यहां पर लूट खसोट का माहौल है। राज्य में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति पूरी तरह से चरमरा गई है। ब्लॉक से लेकर थाना या अन्य सभी सरकारी कार्यालय में भ्रष्टाचार का आलम है। इस सिस्टम में लोगों का शोषण हो रहा है। खास तौर पर आदिवासी शोषित हो रहे हैं। भले ही हेमंत सोरेन आदिवासी समाज से आते हैं पर वह कभी आदिवासियों का भला नहीं चाहते। सांसद सुनील सोरेन ने कहा कि आज हेमंत सोरेन ईडी के सामने उपस्थित नहीं होना चाहते। ऐसे में उन पर कानूनी कार्रवाई हो सकती है क्योंकि कानून से बड़ा कोई नहीं। चाहे वह फोर्थ ग्रेड स्टाफ हो या फिर मुख्यमंत्री, सभी को कानून के दायरे में आना होगा। कानून के अनुसार चलना होगा।
मेरी माटी मेरा देश अभियान के तहत सुनील सोरह ने शिकारीपाड़ा प्रखंड के कई गांव का दौरा किया। वह शिकारीपाड़ा बाजार के साथ जामुगड़िया, बरमसिया, मोहलपहाड़ी सहित कई गांव में गये और मिट्टी का संग्रह किया। इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष विनोद कुमार शर्मा, जिला परिषद सदस्य अविनाश सोरेन, मुन्ना सिंह, दिलीप सिंह, रामनारायण भगत, तस्लीम अंसारी, प्रियरंजन गुप्ता एवं शिकारीपाड़ा पूर्वी – पश्चिमी क्षेत्र के मंडल अध्यक्ष भी मौजूद थे।
कार्यकताअरं ने लोबिन हेम्ब्रम को पालकी में बैठाकर जनसभा स्थल पहुंचाया
कहा हेमंत सोरेन ने रोजगार, नोकरी, स्थानीयता जैसे कई वादे नहीं पूरे किये
हेमंत सोरेन ने चुनावी वादे पूरे नहीं किये तो 2024 में टूट जायेगा घमंड: लोबिन
गोपीकांदर/निज संवाददाता। गोपीकांदर प्रखंड के दुगार्पुर फुटबॉल मैदान में झारखंड बचाव मोर्चा के बैनर तले बोरियो विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने बुधवार को एक जनसभा को सम्बोधित किया। इससे पूर्व वह कारूडीह मोड़ पहुँचे जहां कार्यकताअरं ने माल्यार्पन कर उनका स्वागत किया। इसके बाद लोबिन हेम्ब्रम गुम्मामोड़ पहुँचे जहां सिदो-कान्हू के प्रतिमा को माल्यार्पण कर नमन किया। कार्यकर्ता गुम्मामोड़ से लोबिन हेम्ब्रम को पालकी में बैठाकर दुगार्पुर जनसभा स्थल पहुँचे। जनसभा को सम्बोधित करते हुए बोरियो विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने अपने ही सरकार को सवालों के कटघरे में रख दिया। उन्होंने 2019 में चुनाव के दौरान हेमंत सोरेन द्वारा जनता से किये गए वादा को याद दिलाया। लोबिन हेम्ब्रम ने पेसा एक्ट राज्य सरकार को लागू करने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि यदि झारखंड में पेसा लागू हो जाता है तो अबुवा आतु में अबुवा राज होगा। उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार रोजगार, नोकरी, स्थानीयता जैसे कई वादे किये लेकिन पूरा नहीं किया। उन्होंने कहा कि ह्यह्यमैं पार्टी विरोधी नहीं हूं। मैं सरकार विरोधी नहीं हूं। मैं हेमंत सोरेन द्वारा किये गए वादे को याद दिला रहा हूं।ह्णह्ण उन्होंने कहा कि उन्होंने मजबूरी में गैर राजनीतिक संगठन बनाया जिसका नाम झारखंड बचाओ मोर्चा रखा है। यदि झामुमो अपनी चुनावी वादों को पूरा कर लेती तो उन्हें संगठन बनाने की जरूरत नहीं पड़ती। उन्होंने कहा कि राज्य में बीजेपी छोड़कर कॉंग्रेस, आरजेडी या झामुमो कोई भी पार्टी जीते राज्य का मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन होगा, क्या दूसरा नेता मुख्यमंत्री बनने के लिए नहीं है। उन्होंने हेमंत सोरेन को अपनी चुनावी वादा पूरा करने की हिदायत दी नहीं तो 2024 में उनका घमंड तोड़ने की बात कही। उन्होंने स्थानीय सांसद और विधायक से भी सवाल पूछ डाले। उन्होंने स्थानीय विधायक और सांसद को 2024 में आईना दिखाने की बात जनसभा में कही। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन ने कहा था कि कम्पनी में 75 प्रतिशत स्थानियों नोकरी मिलेगी, लेकिन नहीं मिली। उन्होंने कहा कि सरकार से उन सभी कम्पनी में कार्यरत स्थानीयों की सूची मांगी जो कार्य कर रहे लेकिन सरकार नहीं दे पाई।
सड़के, अस्पताल, बिजली जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरा
गोपीकांदर/निज संवाददाता। दिनेश्वर देहरी ने कहा कि प्रखंड से सबसे ज्यादा पलायन होता है। इससे सरकार के नाकामी सीधे दिख रही है। गोपीकांदर के कोल प्रभावित गांव में नवेली उत्तरप्रदेश पावर प्रॉजेक्ट कंपनी ने तीन गांव में नया कार्य को बंद करने का आदेश जारी किया है। उन्होंने बताया कि कम्पनी अभी तक जमीन का अग्रीमेंट या मुआवजा नहीं दी है लेकिन ग्रामीणों द्वारा नया निर्माण की रोक लगाने का आदेश गोपीकांदर अंचलाधिकारी को किया है। सरकार इसपर ध्यान नहीं दे रही है। पाकुड़ के छात्र नेता मार्क बास्की ने कहा कि विधायक हो या सांसद किसी ने इस क्षेत्र के विकास कार्य को नहीं देखा। जितने के बाद सभी अपनी कुर्सी में व्यवस्त है। लिट्टीपाड़ा क्षेत्र में 50 वर्ष तक राज करने के बाद आज तक ग्रामीण क्षेत्र के ग्रामीण विधायक या सांसद का चेहरा नहीं देखा है। गांव आज भी अच्छी सड़के, अस्पताल, बिजली जैसे मुद्दों से ग्रस्त है। अन्य राज्य झारखंड को लूटकर खनिज संपदा को लेकर जा रही है और यहां के बच्चे सोलर में जी रहे है। कोयला कम्पनी विस्थापित गांव के छात्रों के बीच सोलर बांट रही है। 24 घण्टे बिजली नहीं मिलेगी। 2024 के चुनाव में 50 वर्षों से राज करने वाले सांसद और विधायक को दिखाना होगा कि जनता क्या है। विधायक प्रतिनिधि अजय हेम्ब्रम ने कहा कि गोपीकांदर में झारखंड बचाओ मोर्चा का पहला जनसभा है। 2019 के चुनाव के समय झामुमो स्थानीयता और रोजगार की बात किया था, लेकिन अब सब खत्म हो गई। सभी को जागरूक होना होगा तभी जाकर वोट बैंक का जुमला पहनाने वाले नेताओ को सबक मिलेगा। लोगों को सरकार के सभी योजनाओं को परखना चाहिए। राज्य में झामुमो सरकार भ्रष्टाचार का चारागाह बना दिया है। लूट-खसोट की सरकार चल रही है।
10 लाख रुपए लेकर खरीदे सिफ दो गायें
दुमका/नगर संवाददाता। जिला कल्याण पदाधिकारी संजय कच्छप तथा सदर बीडीओ राजेश कुमार सिन्हा ने मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के लाभुक मुकेश कुमार दास (पिता- सरगुन हरिजन) के शास्त्रीनगर खिजुरिया स्थित योजना स्थल का बुधवार को निरीक्षण किया गया। बीडीओ ने बताया कि लाभुक मुकेश कुमार दास द्वारा मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत गाय पालन हेतु 20 लाख रूपया ऋण स्वीकृत किया गया है। इसमें से प्रथम किस्त का भुगतान पिछले वर्ष 10 लाख रूपया किया जा चुका है। शिकायत मिली थी कि योजना की राशि का उपयोग नहीं किया गया है जिसकी जांच के लिए दोनों अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। निरीक्षण के दौरान लाभुक मुकेश कुमार दास के पास मात्र दो दुधारू गाय पाया गया। शेड का निर्माण भी अभी तक नहीं हुआ है। लाभुक मुकेश कुमार दास अपने पिता सरगुन हरिजन के साथ ही रहते है और इनका मकान काफी बड़े क्षेत्र में बना हुआ है। इनका एक मकान जरूवाडीह में भी है जो आपूर्ति मामले की जॉच में प्रकाश में आया है। जिला कल्याण पदाधिकारी संजय कच्छप द्वारा लाभुक मुकेश कुमार दास से पुछा गया कि अभी तक दो गाय ही क्यों है और प्रोजेक्ट के अनुसार स्थल पर योजना का निर्माण भी नहीं हुआ है। जिला कल्याण पदाधिकारी ने कहा गया कि जाँच का विषय है कि किन परिस्थितियों में मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत लाभुक मुकेश कुमार दास का गाय पालन हेतु योजना स्वीकृत किया गया है। निरीक्षण के दौरान प्रभारी प्रखण्ड कल्याण पदाधिकारी भी उपस्थित थे। यहां बता दें कि यह वही मुकेश कुमार दास है जिसके राशन कार्ड की जांच करते हुए सदर बीडीओ सह एमओ ने संपन्न होने के आधार पर उसके राशन कार्ड को रद्द करने और लिये गये अनाज के राशि की वसूली की अनुसंशा जिला आपूर्ति पदाधिकारी से की है।
दृष्टिबाधित बच्चों को मिला कंप्यूटर प्रशिक्षण, डीडीसी ने दिया प्रमाण पत्र
दुमका/निज संवाददाता। बुधवार को उप विकास आयुक्त अभिजीत सिन्हा ने जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अनीता कुजूर, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी प्रकाश चंद्र, बिरसा दिव्यांग समिति के पदाधिकारी एवं चेतना विकास के पदाधिकारी के सयुंक्त तत्वाधान में तान्या कंप्यूटर सेन्टर में कंप्यूटर का प्रशिक्षण लेने वाले दृष्टिबाधित बच्चों को अनुभव प्रमाण पत्र दिया गया। चेतना विकास की निर्देशिका रानी कुमारी ने तान्या कंप्यूटर सेन्टर में दृष्टिबाधित बच्चों को कैसे कंप्यूटर का प्रशिक्षण दिया जाता है, इसकी जानकारी दी। उप विकास आयुक्त ने सभी बच्चों से प्रशिक्षण में प्राप्त जानकारियाँ एवं उसका उपयोग अपने जीवन में कैसे करेंगे, इसकी जानकारी ली । उन्होंने इन बच्चों के समेकित विकास के लिए उपलब्ध योजनाओं की जानकारी भी ली। डीडीसी ने जिले के दृष्टिबाधित बालकों के आवासन की व्यवस्था के लिए सरकारी भवन की तलाश कर शीघ्र व्यवस्था करने एवं आधुनिक स्मार्ट छड़ी को उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। दृष्टिबाधित छात्रा शिखा कुमारी ने निवेदन किया कि उनका नामांकन कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय, जामा में कराया जाए। डीडीसी ने जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को इन बच्चों को विभागीय योजनाओं से जोड़े जाने का निर्देश दिया। जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी प्रकाश चन्द्र ने बच्चों के लिए उपलब्ध सेवाओं के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम में जिला समाज कल्याण कार्यालय के सुधाकर केशरी,बिरसा दिव्यांग समिति के प्रीतम कुमार, नितेश कुमार, उपेन्द्र कुमार चेतना विकास से मोनू मिश्रा भी उपस्थित थे।
जिला क्रिकेट टूनार्मेंट का निबंधन 15 सितंबर से
दुमका/निज संवाददाता। जिला क्रिकेट संघ ने क्रिकेट टीम एवं खिलाड़ियों के निबंधन के लिए तारीख की घोषणा कर दी है। संघ सचिव भास्कर अजीत सिंह ने बताया कि सत्र 2023-24 के लिए 15 सितंबर निबंधन प्रारंभ होगी। निबंधन की अंतिम तिथि 14 अक्टूबर है। इसमें सभी आयु वर्ग के खिलाड़ी एवं क्लब-स्कूल की टीम निबंधन करवा सकती हैं। सचिव ने जिला के सरकारी,गैर सरकारी शिक्षण संस्थान, स्कूल, क्लब के संचालकों से आग्रह किया है कि ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ियों का निबंधन कराएं। निबंधित खिलाड़ी ही जिला क्रिकेट संघ द्वारा आयोजित होने वाली टूनार्मेंट में भाग ले सकेंगे। जेएससीए द्वारा आयोजित होने वाले टूनार्मेंट में जिला के टीम के सदस्य हो सकेंगे। निबंधन के लिए डिजिटल जन्म प्रमाण पत्र एवं आधार कार्ड की छाया प्रति निबंधन प्रपत्र के साथ संलग्न करना आवश्यक होगा। सचिव ने यह भी जानकारी दी की जिला के वैसे खिलाड़ी जो अन्य जिला से खेलना चाहते हैं। वह 15 से 22 सितंबर तक अनापत्ति प्रमाण पत्र के लिए आवेदन कर सकते हैं। अन्य जिलों के वह वैसे खिलाड़ी जो दुमका जिला से खेलना चाहते हैं। उन्हें निबंधन आवेदन के साथ अपने मूल जिला से अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त कर संलग्न करना अनिवार्य होगा। निबंधन जिला क्रिकेट संघ, दुमका का कार्यालय ए टीम ग्राउंड में होगा। इसके लिए सुशित वरण चक्रवर्ती को निबंधन पदाधिकारी बनाया गया है।
एसएसबी ने 18 परिवार को रोजगार के लिए दिये चुजे
दुमका/निज संवाददाता। 35वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल, दुमका के द्वारा बुधवार को डी समवाय नारगंज परिसर में स्थानीय जनता में चूजा वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ एसएसबी के कमांडेंट मनोरंजन कुमार पांडेय द्वारा किया गया। उन्होंने कहा कि एसएसबी सेवा, सुरक्षा व बंधुत्व के मूल ध्येय वाक्य के साथ सभी के सेवा और सुरक्षा के लिए सदैव तत्पर है। चूजा वितरण कार्यक्रम का आयोजन करने का मुख्य उद्देश्य है कि ग्रामीण चूजा का देख भाल कर बड़ा करें तथा इसका अंडा बिक्री कर अपना जीवन यापन करें। कार्यक्रम के दौरान 18 ग्रामीणों में चूजों का वितरण किया गया। कमांडेंट ने आगे कहा कि सभी सशस्त्र सीमा बल द्वारा चलाए जा रहे नागरिक कल्याण कार्यक्रम के तहत विभिन्न कौशल विकास प्रशिक्षण, निशुल्क मानव चिकित्सा शिविर एवं निशुल्क पशु चिकित्सा शिविर व समय-समय पर लगाए जा रहे फ्री मेडिकल चेकअप ओपीडी में शामिल हों और इनका लाभ उठाएं। इस अवसर पर उप कमांडेंट पीएल. शर्मा, सहायक कमांडेंट अक्षय राठी, सहायक कमांडेंट (चिकित्सक) डॉ उथाया एन, डी समवाय प्रभारी निरीक्षक ज्ञानेश्वर देव बिंद आदि उपस्थित थे।
ग्राम प्रधानों ने विभिन्न मांगों को लेकर किया मासिक बैठक
रानेश्वर/निज संवाददाता। प्रखंड कार्यलय के एक हॉल में बुधवार को रानेश्वर अंचल के सभी ग्राम प्रधान एवं लेखाहोड़ का मासिक बैठक चुड़का मरांडी के अध्यक्षता में हुआ है। बैठक में संताल परगना प्रमंडल स्तर पर सुखाड़ घोषित करने, प्रति जमाबन्दी रैयतों को 10 हजार रुपये मुआवजा देने, सर्वे सेटलमेंट में अनियमितता को सुधार हेतु भू बंदोबस्त पदाधिकारी, भूमि सुधार विभाग झारखंड सरकार रांची को दिया गये आवेदन का निराकरण करने पर चर्चा किया गया। नही हो पाया। साविक जमाबन्दी, साविक लगान, साविक रकवा, किस्म रैयत एवं प्रधानी जोत जमीन में वर्तमान ग्राम प्रधान का नाम हाल पर्चा में दर्ज करने की मांग भी दोहरायी गयी। इन मांगों को लेकर 29 सितम्बर को पुराना समाहरणालय में धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया। बैठक में प्रमंडलीय अध्यक्ष भीम प्रसाद मंडल, कुशल हंसदा, बाबुधन मुर्मू, रुसोराम बास्की, अकाल राय, कृष्णचन्द्र घोष, श्यामलाल टुडू, सुमन राय, मोतीलाल टुडू आदि मौजूद थे।
पोषण माह को लेकर सीडीपीओ ने की बैठक
जामा/निज संवाददाता। प्रखंड मुख्यालय के बाल विकास परियोजना सभागार में बुधवार को सीडीपीओ पूनम टोप्पो की अध्यक्षता में पोषण माह को लेकर बैठक किया गया। सीडीपीओ ने बताया कि पोषण माह के तहत सभी सेविकाओं को समय पर केंद्र खोलना और बंद करना है। बच्चों का वजन, ऊंचाई की माप लेकर वजन पंजी में दर्ज करना है। साथ ही पोषण ट्रैकर में भी अपलोड करना है। जो बच्चे ऊंचाई और वजन के हिंसाब से कुपोषित चिन्हित होते हैं उन्हें ससमय कुपोषण उपचार केंद्र में भर्ती कराया जाय। सभी सेविकाओं को छूटे हुए बालिकाओं को सावित्रीबाई फुले योजना से जोड़ने का निर्देश दिया गया। जिन बालिकाओं का जॉइंट एकाउंट खाता होने के कारण आवेदन नहीं हो पा रहा है। वैसे आवेदन को बैंक से सहयोग लेकर ठीक कराया जाय। साथ ही सभी सेविकाओं को पोषण ट्रैकर में समुदाय आधारित कार्यक्रम, गृह भ्रमण, टीकाकरण, पूरक पोषाहार वितरण, आंगनबाड़ी भवन की भौतिक स्थिति को प्रविष्टि करने का निर्देश दिया गया। इस मौके पर सभी सेविकाओं को अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाने के लिये शपथ दिलाया गया। मौके पर प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी सुधा कुमारी भी उपस्थित थी।
16 सितम्बर को सरैयाहाट में लगेगा स्वास्थ्य मेला
सरैयाहाट/निज संवाददाता। 16 सितम्बर को प्रखंड स्तरीय स्वास्थ्य मेला के सफल क्रियान्वयन हेतू प्रखंड सभागार भवन में बुधवार को प्रखंड स्तरीय योजना समिति की एक बैठक हुई जिसमें बताया गया कि आयुष्मान भारत हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अन्तर्गत विभिन्न मातृ शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम, संचारी और गैर-संचारी रोगों की रोकथाम आदि स्वास्थ्य जागरूकता एवं स्वास्थ्य सुविधाओं को जन-मानस तक पहुँचाने एवं लाभान्वित करने के लिए प्रखंड कार्यालय परिसर में प्रखंड स्वास्थ्य मेला का आयोजन 16 सितम्बर को किया जाना है। जिसमें मरीजों के जेनरल सामान्य जांच, इलाज, आयुष्मान कार्ड इत्यादि के लिए 14 काउंटर लगाया जाऐगा। बैठक में बीडीओ, प्रमुख और सीडीपीओ नहीं पहुंचे थे। मौके पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी प्रभा रानी प्रसाद, चरकापाथर मुखिया प्रीति हांसदा, बीईईओ वीणा रानी, जेएसएलपीएस से जयकांत प्रसाद, दीपक झा इत्यादि मौजूद थे।
कृषक गोष्टी में मोटे अनाज की खेती पर जोर
जामा/निज संवाददाता। प्रखंड के सिकटिया पंचायत के कुरुमटांड गांव में बुधवार को आत्मा के परियोजना निदेशक दिवेश सिंह की अध्यक्षता में कृषक गोष्ठी का आयोजन किया गया। सिंह ने कहा कि झारखण्ड की जलवायु में बदलाव होने के कारण मोटे अनाज की खेती पर जोर देने की आवश्यकता है। मिश्रित फसल के रूप में मडुवा, ज्वार, बाजरा, मक्का की खेती करने के लिये किसानों को आगे आने की जरूरत है। इन फसलों में पानी की कमी होने के बावजूद भी फसल तैयार हो सकता है। कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों ने जमीन संबंधी जानकारी किसानों को दिया। मिट्टी का जाँच करके समुचित मात्रा में उर्वरक का प्रयोग करने की सलाह दी गयी। उन्होंने कहा कि वर्मी कम्पोस्ट एवं गोबर खाद डोलामाइट का प्रयोग कर अधिक उपज प्राप्त किया जा सकता है। बैठक में प्रखंड तकनीकि प्रबंधक समरेन्द्र सिन्हा, एटीएम बंटी कुमारी, किसान मित्र निलकंठ राय, ग्राम प्रधान जगदीश महरा, किसान शिवधन महरा आदि उपस्थित थे।
आयुष्मान भव: योजना का उद्घाटन
मसलिया/निज संवाददाता। प्रखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत गोलबंधा में आयुषमान भारत के तहत हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर में आयुष्मान भव: योजना का पंचायत के मुखिया मीनू मरांड़ी ने विधिवत फीता काटकर उद्घाटन किया। सीएचओ अजिता स्वाति तिर्की ने बताया कि हर किसी को आयुष्मान भारत कार्ड बनाना है। इसमें प्रत्येक कार्डधारकों 5 लाख रुपया स्वस्थ्य लाभ हेतु दिया जा रहा है। इस सेन्टर में मरीजों के लिए कई प्रकार के इलाज की व्यवस्था है। गंभीर बीमारी पाये जाने पर मसलिया स्वास्थ्य केंद्र या फूलों झानू मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल दुमका रेफर किर दिया जाएगा। मौके पर दर्जनों लोगों का बीपी और सुगर जांच किया गया।
रविवार तक अतिक्रमण मुक्त हो जायेगा आंगनबाड़ी केंद्र माचाड़ीह एवं गुनछुआ: सीओ
जामा/निज संवाददाता। प्रखंड अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्र माचाड़ीह एवं गुनछुआ 17 सितम्बर तक अतिक्रमण मुक्त हो जाएंगे। 18 सितम्बर से दोनों केन्द्रों में नर्सरी की कक्षा लगनी शुरू हो जाएंगी। बताते चलें कि उपायुक्त दुमका के निर्देश पर बुधवार को अंचलाधिकारी आशीष कुमार मंडल के नेतृत्व में सीडीपीओ पूनम कुमारी टोप्पो, अंचल निरीक्षक जितेंद्र प्रसाद साह, महिला सुपरवाइजर की जांच टीम दोनो आंगनबाड़ी केन्द्र को अतिक्रमण कब्जा मुक्त कराने पहुंची। जांच में पाया गया कि दोनों आंगनवाड़ी केंद्र वर्षों से भवन जमीन दाता रैयत के कब्जे में है और इस परिस्थिति में आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन गांव के ही अन्य किसी निजी घर में आंगनबाड़ी सेविका द्वारा वर्षों से किया जा रहा है। अंचलाधिकारी ने बताया कि उपायुक्त के निर्देश पर बुधवार को दोनों जगह अतिक्रमण मुक्त एवं कब्जा मुक्त कराने के लिए पहुंचे और जांच पड़ताल करते हुए रैयत को समझा बुझा कर जनहित में आवश्यक कार्रवाई की गई है। रैयत आनगबाड़ी भवन खाली करने पर राजी हो गए है। अंचलाधिकारी आशीष कुमार मंडल ने कहा कि जमाबंदी रैयत की जमीन पर भवन बना हुआ था और किसी कारणवश जमीन पर कब्जा जमा लिया गया था। सूत्रों के हवाले से बात निकल कर आई कि भवन बनने के समय ठेकेदार द्वारा रैयत को जमीन की कीमत नहीं दिए जाने पर जमीन दाता द्वारा इस प्रकार का निर्णय लिया गया था और भवन पर अवैध कब्जा कर लिया था। अंचलाधिकारी ने रैयतों को हर तरह से समझा बुझा कर भवन खाली करने के लिए राजी कर लिया है तथा उन्हें हर तरह से सरकारी सहायता देने और सहयोग करने का आश्वासन दिया है। जनहित में दोनो जमीन दाता आंगनबाड़ी केंद्र खाली करने पर तैयार हो गए है। अंचलाधिकारी ने बताया कि रविवार तक भवन खाली हो जाएगा और अब सोमवार से दोनों जगह आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ रहे नर्सरी के बच्चों की कक्षा लगेगी और वहीं पोषाहार भी बनेगा।
20 किसानों को दिया गया डीजल पंप सेट
रामगढ़/निज संवाददाता। रामगढ़ प्रखंड कार्यालय परिसर में भूमि संरक्षण एवं कृषि विभाग रामगढ़ द्वारा वैसे किसानों के बीच पंपसेट वितरण कराया गया जिन लाभुकों को पूर्व में मनरेगा योजना अंतर्गत निर्मित तालाब या सिंचाई कूप मिला है। इस योजना अंतर्गत लाभुकों के बीच 80 प्रतिशत अनुदान में डीजल पंप सेट वितरण किया गया। कार्यक्रम में प्रखंड प्रमुख बाबूलाल मुर्मु, उप प्रमुख श्रीकांत राउत, विधायक प्रतिनिधि नन्द किशोर साह, बीडीओ प्रखंड कृषि पदाधिकारी के साथ साथ भूमि संरक्षण कार्यलय के सहायक अभियंता रंजन कुमार निराला, कनीय अभियंता अमरेश ठाकुर क्षेत्र पर्यवेक्षक शशि भूषण कुमार सिंह द्वारा 20 लाभुकों के बीच डीजल व विद्युत संचालित पंप सेट का वितरण किया गया। बीडीओ ने कहा कि सरकार कृषकों को हर तरह की सुविधाएं दे रही है। मौसम के अनुसार खाद, बीज निशुल्क रूप से हर पंचायत में दिया जा रहा है। साथ ही साग सब्जी का पटवन करने के उद्देश्य से डीजल पंप सेट किसानों के बीच वितरण किया जा रहा है। ताकि किसान अपनी खेती बारी कर साग, सब्जी बाजार में ले जाकर बिक्री कर बच्चों का भविष्य बना कर आत्मनिर्भर हो सकें।