-डेढ़ किलोमीटर दूर जाकर लाते हैं पेयजल
लिट्टीपाड़ा/ संवाददाता। आजादी के 75 वर्ष बीत जाने के बाद भी लिट्टीपाड़ा के ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की समस्या से आजादी नहीं मिली। प्रखंड क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में आज भी बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं ग्रामीण। ग्रामीणों को पेयजल के लिए गांव से डेढ़ किलोमीटर दूर जाकर पानी लाना पड़ता है। जहां दो बजे रात से ही ग्रामीण लाइन लगा कर कई घंटों से इंतजार करते हैं तब जाकर झरना से कुछ पानी रिसता है। यह मामला कुंजबोना पंचायत के मुसाबिल गांव का है। गांव में कुल सात टोला है। प्रधान टोला पुसा टोला, बांद्रा टोला, कावरा टोला, बाउरी टोला, जोराम टोला, कासर टोला आदि। गांव की कुल अबादी 650 से ज्यादा है। सात टोला में एक भी चापाकल नहीं है।
क्या कहते हैं ग्रामीण
ग्राम प्रधान सामु पहाड़िया ने बताया कि सभी ग्रामीण पेयजल की समस्या से जूझ रहे हैं। स्कूल के पास चापाकल मरम्मत करवाने पर सब को पानी मिलेगा।
गुई पहाड़िन ने बताया कि डेढ़ किलोमीटर दूर रात के दो बजे अंधेरे में जाकर झरना से रिस रहे पानी से अपनी प्यास बुझाने को मजबूर हैं। पानी की व्यवस्था होनी चाहिए। बमना पहाड़िया ने कहा कि गांव के सभी नदी, नाला सूख गया है।
क्या कहते हैं पीएचईडी कार्यपालक अभियंता
ईई राहुल श्रीवास्तव ने बताया कि कुंजबोना पंचायत के मुसाबिल गांव में टीम भेज कर जांच की जाएगी। स्कूल चापाकल की मरम्मत कर पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा।
दर्जनों वाहनों की हुई जांच
लिट्टीपाड़ा/संवाददाता। लिट्टीपाड़ा पुलिस ने रविवार को थाना के समक्ष वाहन जांच अभियान चलाया। जिसका नेतृत्व थाना प्रभारी अरूणिमा बागे ने किया। जिसमें दर्जनों दो पहिया व चार पहिया वाहनों की जांच की गयी। जांच के दौरान पुलिस ने वाहनों के कागजात, हेलमेट, सीट बेल्ट सहित अन्य चीजों की जांच की।