- भाजपा के सभी मोर्चा के पदाधिकारी व सदस्यों क हुई बैठक
देवघर/नगर संवाददाता। भारतीय जनता पार्टी संयुक्त मोर्चा का सम्मेलन शनिवार को एक होटल में मनाया। जिसकी अध्यक्ष राजेन्द्र दास ने की। सर्वप्रथम पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी एवं दीनदयाल उपाध्याय के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित एवं वंदे मातरम का गाना गाकर कार्यक्रम की शुरुआत हुई। तत्पश्चात मोर्चा के जिला अध्यक्ष राजेंद्र दास ने सभी सम्मानित मोर्चा के जिला अध्यक्ष, मुख्य अतिथि विधायक नारायण दास एवं सभी कार्यकर्ताओं का स्वागत किया। सभी अतिथियों का अंग वस्त्र एवं पुष्प कुछ देकर स्वागत किया। विधायक श्री दास ने कहा आज देश मोदी जी के नेतृत्व में बहुत आगे बढ़ रहा है और और विश्व गुरु बनने से आज कोई नहीं रोक सकता। देश के प्रधानमंत्री ने नौ सालों में जिस तरह से विकास की गंगा बहायी है वह किसी से छुपी हुई नहंी है। कहा कि कार्यकर्ता महाजनसंपर्क अभियान के तहत घर-घर जाकर लोगों को देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी जी के कार्यों को बतायें। कहा कि 2024 में पार्टी का पताका लहराने के लिए कार्यकर्ता पूरी दमखम के साथ जुट जाएं। मोर्चा के प्रभारी प्रदेश प्रवक्ता शंकर रजक ने कहा महा जनसंपर्क अभियान पूरे भारतवर्ष में पार्टी की ओर से चल रहा है इसी उद्देश्य के साथ आज मोर्चा का संयुक्त मोर्चा सम्मेलन किया गया। देवघर विधानसभा के सभी मंडल के पदाधिकारी, कार्यसमिति सदस्यों की उपस्थिति में आगामी रणनीति तैयार की गयी। अनुसूचित जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष संतोष मुर्मू ने भी प्रचार-प्रसार में जुट जाने की अपील की। ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष विनय चंद्रवंशी ने कहा मुझे गर्व है मैं भारतीय जनता पार्टी का एक छोटा सा सिपाही हूं। उन्होंने मोर्चा के सदस्यों से अभियान की सफलता में जुट जाने की अपील की। मंच संचालन कर रहे अतुल सिंह ने कहा यह काफी ही हर्ष की बात है आज संयुक्त मोर्चा सम्मेलन हो रहा है हम सब एक छत के नीचे एक साथ सभी मोर्चा के पदाधिकारी कार्य समिति के सदस्यों के साथ बैठे हैं। एक-एक कार्यकर्ता संकल्पित होकर जुट जायें। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए विजया सिंह ने कहा आप सभी कार्यकर्ता इतनी कड़ी धूप में आए और पार्टी के सच्चे सिपाही होने का फर्ज निभाएं। कार्यक्रम में मुख्य रूप से सुलोचना देवी, सौरभ कश्यप, शंकर रजक, दीपक केसरी, उमाशंकर पंडित, अशोक चंद्रवंशी, दशरथ दास, कमल दास, विजय दास, अजय केसरी, धनंजय खवाड़े, मनीष रंजन सिंह, जगन्नाथ यादव, निशा सिंह, अलका सोनी, संध्या कुमारी, सुमन केसरी, कुसुम सिंह, बुधन यादव, माया केसरी, रवि दास, सोहन दास, छोटन दास, दीपक दास, सुषमा कुमारी, चंपा घोष, बबलू कुमार, सोनू पांडे, राजू कुमार, दिलीप बरनवाल, प्रेमलता बरनवाल समेत काफी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता मौजूद थे।
बढ़ती गर्मी में बच्चों को डिहाइड्रेशन से बचाने के लिए रखें ध्यान
देवघर/नगर संवाददाता। गर्मी के इस मौसम में बच्चों के साथ-साथ बड़ों में भी पानी की कमी हीट स्ट्रोक और डायरिया जैसी समस्याएं आम हैं। माता-पिता के लिए छोटे बच्चों की अच्छी देखभाल करना और भी जरूरी हो जाता है। बच्चों को चिलचिलाती गर्मी के कारण बीमारियों का खतरा होता है।
जैसे-जैसे तापमान हर दिन बढ़ रहा है, अत्यधिक गर्मी के कारण दोपहर के समय घर से बाहर कदम रखना जोखिमभरा हो रहा है। यह समय सभी के लिए चुनौतियां लेकर आता है, खासकर छोटे बच्चों के लिए, जिन्हें चिलचिलाती गर्मी के कारण बीमारियों का शिकार होने का अधिक खतरा होता है।
गर्मी के इस मौसम में बच्चों के साथ-साथ बड़ों में भी पानी की कमी, हीट स्ट्रोक और डायरिया जैसी समस्याएं आम हैं। माता-पिता के लिए छोटे बच्चों की अच्छी देखभाल करना और भी जरूरी हो जाता है। गर्मी को मात देने के लिए छोटे बच्चों की देखभाल निम्नलिखित तरीकों से की जा सकती है।
दूध छोटे बच्चों के लिए सर्वोत्तम आहार है। शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीने की सलाह दी जाती है। गर्मी के कारण छोटे बच्चों के शरीर में पानी की कमी हो सकती है। छोटे बच्चों को पानी के अलावा मां का दूध भी पिलाना चाहिए। इससे उन्हें बीमारियों से लड़ने की ताकत भी मिलेगी।
छोटे बच्चों को हाइड्रेटेड रखने के लिए मां रखें ध्यान : छह महीने से कम उम्र के बच्चों के लिए दूध पीने की जरूरत गर्मियों में और भी ज्यादा बढ़ जाती है। यह सुनिश्चित करने के लिए माताओं को हाइड्रेटेड रहना आवश्यक है कि बच्चे को सही मात्रा में दूध मिले। इसके अलावा माताओं को चाहिए कि वे अपने छोटे बच्चों को तेज धूप के समय खासकर दोपहर 12.00 बजे से 3.00 बजे के बीच बाहर न ले जाएं। बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है और वे जल्दी बीमार हो सकते हैं। अगर उन्हें निकलना ही पड़े तो धूप से बचने के लिए हल्के रंग के, पूरी बाजू के कपड़े पहनें और छाता लेकर चलें।
गर्मी के मौसम में शिशुओं और छोटे बच्चों पर पैनी नजर रखनी चाहिए। अधिक पसीना आने से उनके शरीर के तरल पदार्थ जल्दी खत्म हो सकते हैं, जिससे डिहाइड्रेशन हो सकता है। जब तक वे बहुत बीमार नहीं हो जाते, तब तक शिशुओं और छोटे बच्चों में हीट थकावट के विशिष्ट लक्षण और लक्षण प्रदर्शित नहीं हो सकते हैं। वे सामान्य से अधिक चिड़चिड़े हो सकते हैं या ढीले दिखाई दे सकते हैं, त्वचा शुष्क हो सकती है, पीने से मना कर सकते हैं या सामान्य से कम गीले डायपर हो सकते हैं।
आजकल बाजार में बच्चों के लिए सनस्क्रीन भी उपलब्ध हैं, जिनका इस्तेमाल आप डॉक्टर की सलाह से कर सकते हैं। माता-पिता को गर्मी के मौसम में अपने बच्चों को अधिक कपड़े नहीं पहनाना चाहिए और उन्हें आरामदायक रखने के लिए सूती कपड़ों का चयन करना चाहिए। सही शिशु बिस्तर और प्रेम चुनें। वह क्षेत्र ठंडा रखें जहां आपका शिशु सोता है या आराम से सबसे अधिक समय बिताता है। सैटिन या गर्म चादरें भी बच्चे के शरीर को जल्दी गर्म करेंगी। ऐसे में सूती कपड़ों का चुनाव बेहतर साबित होगा।
गर्म कार में बच्चों को कभी न छोड़े : अपने बच्चे को कभी भी गर्म कार में कुछ सेकंड के लिए भी न छोड़ें। इससे कुछ ही मिनटों में घातक परिणाम हो सकते हैं। इसके अतिरिक्त, माता-पिता को अपने बच्चे को हीट स्ट्रोक के लक्षणों के लिए निगरानी करनी चाहिए, जैसे अत्यधिक पसीना आना, चक्कर आना, मतली, उल्टी और सिरदर्द। यदि बच्चा पेशाब करना बंद कर देता है, तो यह अत्यधिक निर्जलीकरण का संकेत है और माता-पिता को तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
बमबम बाबा कॉलोनी में बिजली संकट बरकरार
- ओवरलोड के कारण प्रतिदिन जल रहा कवर केबल
- लोगों ने कहा विभाग को नहीं है कोई मतलब
देवघर/नगर संवाददाता। नगर में विद्युत वितरण कंपनी द्वारा झूलते बिजली के तारों को हटाकर केबल लगाया है लेकिन तेज गर्मी और ओवर लोड के कारण प्रतिदिन तार जलने से मोहल्ले में बिजली संकट बरकरार है। उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा देने के लिए प्लास्टिक कोटेड केबल लगाया गया लेकिन इससे समस्या बढ़ती ही जा रही है। भीषण गर्मी में बिजली नहंी रहने से एक तरफ जहां पानी की समस्या उत्पन्न हो गयी है वहीं बच्चों का काफी बुरा हाल है। विद्युत विभाग की तरफ से अभी तक यह सुनिश्चित नहीं है केबल तार कब तक बदलेगा। लोगों ने निवर्तमान पार्षद कन्हैया झा से समस्या के समाधान की गुहार लगायी है। इधर श्री झा ने कहा कि शहर में हो रही अघोषित बिजली कटौनी से लोग बेहद परेशान हैं। अगर 72 घंटे में आपूर्ति की स्थिति नहीं सुधरी तो आंदोलन का रास्ता अख्तियार किया जाएगा। कहा कि देवघर उपभोक्ताओं द्वारा नियमित रूप से बिजली बिल भरे जाने के बावजूद अनियमित बिजली आपूर्ति से परेशान हैं।