चंद्रमंडी। संवाददाता। चंद्रमंडी थाना क्षेत्र के रमानीडीह गांव में शराब के नशे में एक महिला के साथ बलात्कार का प्रयास करने के आरोप में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। चंद्रमंडी थाना अध्यक्ष सुबोध कुमार यादव ने बताया कि रमनीडीह निवासी अर्जुन यादव ने थाना में आवेदन देकर कहा है कि नफरू पुजहर उम्र करीब 40 वर्ष, पिता स्व. विरो पुजहर ग्राम रमनीडीह थाना चन्द्रमंडी ने दारू पीकर मेरे घर घुस गया। मेरे पत्नी को अकेले देख कर उसके साथ बलात्कार करने का प्रयास करने लगा। मेरी पत्नी ने हल्ला की तो हल्ला सुन कर अपनी पत्नी के पास दौड़ कर गये तो देखे कि मेरी पत्नी लीलावती देवी को जमीन पर गिरा कर बलात्कार करने का प्रयास कर रहा है। जब मैं नफरू पुजहर को बांया हाथ पकड़ कर खींचने लगे तो नफरू पुजहर ने पत्थर से मुझे जान मारने की नियत से सिर पर मारा, जिससे मैं घायल हो गया। हल्ला सुन कर अगल बगल के लोग जमा हो गये। नफरू पुजहर को पकड़ धकड़ किया तो मेरा जान बचा तथा मेरी पत्नी का इज्जत बच पाया। उसके बाद पुलिस को फोन किया। पुलिस के आने पर पुलिस को ग्रामीण लोग नशे में धुत नफरू पुजहर को सुपुर्द किया। पुलिस नफरू पुजहर को मद्य निषेध चेक पोस्ट पर ले गया। ब्रेथऐनालाईजन मशीन से जांच कराया गया। जांच में नफरू पुजहर के शरीर में अल्कोहल की मात्रा पाया गया है। पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर लिया है और गिरफ्तार नफरू पुजहर को जेल भेज दिया है।
ईसीएल के सीएमडी व कार्मिक निदेशक का चयन होने के बाद भी दोनों पद पदभार में
पांडवेश्वर। आसनसोल। संवाददाता। ईसीएल के सीएमडी का चयन हो जाने के बाद अभी तक ईसीएल के नए सीएमडी सतीश झा अपना योगदान नहीं दिए हैं। वहीं कार्मिक निदेशक का भी चयन हो जाने के बाद भी ईसीएल के चयनित कार्मिक निदेशक गुंजन सिन्हा भी अभी तक पदभार ग्रहण नहीं किया है। ईसीएल सीएमडी का दायित्व जहां बीसीसीएल के सीएमडी समीरन दता के जिम्मे है, वही कार्मिक निदेशक का पद ईसीएल के वित्त निदेशक एमडी अंजार आलम निभा रहे हैं। ईसीएल का सीएमडी और कार्मिक निदेशक का कार्य पदभार में चलने के कारण कंपनी के कार्यकलापों पर भी असर देखने को मिल रहा है। अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ के केंद्रीय नेता महेंद्र सिंह कहते है कि कंपनी के महत्वपूर्ण पदों सीएमडी और कार्मिक निदेशक का अगर चयन प्रक्रिया हो जाय, तो उन लोगों को ज्यादा दिनों तक प्रतीक्षा नहीं करानी चाहिए। आनन फानन में विजिलेंस क्लिीयरेंश देकर पद ग्रहण करने के लिए आदेश जारी कर देना चाहिए। मजदूर नेता ने कहा कि केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री भारत सरकार से बीएमएस मांग है की ईसीएल के सीएमडी और कार्मिक निदेशक को जल्द से जल्द पद ग्रहण करने के संबंध में कार्रवाई करें।
7 दिसंबर को जदयू जिला सम्मेलन को लेकर बैठक आयोजित
चंद्रमंडी। संवाददाता। चकाई निरीक्षण भवन के बगल में सोमवार को जदयू कार्यकर्ताओं की बैठक प्रखंड अध्यक्ष विंदेश्वरी वर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गई, जिसमें सभी पंचायत अध्यक्ष एवं प्रखंड कमेटी के कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। बैठक में प्रखंड अध्यक्ष ने बीते 24 नवंबर को जिला परिषद डाक बंगला में जिलाध्यक्ष शैलेंद्र महतो के निर्देश पर संपन्न हुए जदयू प्रखंड सम्मेलन की सफलता पर कार्यकर्ताओं का आभार जताया। बैठक में निर्णय लिया गया कि आगामी 7 दिसंबर को जिले में होने वाले जदयू जिलास्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन को सफल बनाना है तथा प्रखंड से 100 चार पहिया वाहनों के साथ सभी कार्यकर्ताओं को कार्यक्रम में भाग लेने की रणनीति बनाई गई। प्रखंड अध्यक्ष ने बताया कि प्रदेश और जिला नेतृत्व के निर्देश पर लगातार चकाई प्रखंड में सम्मेलन एवं कार्यकर्ता बैठक तथा सदस्यता अभियान का आयोजन किया जा रहा है। बैठक में तय किया गया कि कोई भी निर्दलीय जनप्रतिनिधि व्यक्तिगत बैठक करते हैं तो जदयू के कार्यकर्ता उसमें शामिल नहीं होंगे। पार्टी के सभी कार्यकर्ता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाथों को मजबूत करने के लिए और संगठन मजबूती के लिए काम करते रहेंगे तथा राज्य सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का काम करेंगे। प्रखंड अध्यक्ष ने कहा कि आगामी 4 दिसंबर को चकाई प्रखंड में जदयू का कोई भी सम्मेलन या कार्यक्रम नहीं हो रहा है। बैठक में नीरज कुमार नगीना, बालेश्वर दास, राम निरंजन राय, रघु वर्मा, विकास वर्मा, राजेंद्र यादव, दिवाकर चौधरी, राजेश पांडे, लाल किशोर राम, शेखर राय, चुलबुल राय, भगवान राय, दिलीप राय, नित्यानंद राय, हरिओम यादव, रंजीत हेम्ब्रम, हीरामन वर्मा, सत्यनारायण वर्मा, प्रताप वर्मा आदि मौजूद थे।
बीडीओ ने मौरा में बागवानी का किया निरीक्षण
गिद्धौर। संवाददाता। गिद्धौर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत मौरा गांव में किसान महादेव रावत के नर्सरी में सागवान, महुगनी, अमरूद, कटहल एवं चार प्रकार के दशहरी, बारहमसी आम, दूधिया मालदा, आम्रपाली व हिमसागर किस्म नर्सरी के अलावे बैगन, ब्रोकली, टमाटर, फूलगोभी, बंधागोभी एवं मिर्च आदि के बागवानी नर्सरी का निरीक्षण गिद्धौर प्रखंड कृषि पदाधिकारी रामाधार चौधरी ने किया। इस दौरान रामाधार चौधरी बारीकी से नर्सरी का अवलोकन कर मुआयना किया। इस दौरान किसान महादेव रावत ने अपने बागवानी में लगे सभी फसलों के बारे में विस्तार पूर्वक से प्रखंड कृषि पदाधिकारी को जानकारी दिया। साथ ही, अपने बागवानी में लगे पौधों के बारे में बताया। कृषि पदाधिकारी रामाधार चौधरी बागवानी देखकर काफी प्रसन्न हुए। उन्होंने प्रखंड के अन्य किसानों से अनुरोध किया कि इस बागवानी को देखकर व इससे प्रेरित होकर अन्य किसान भी ऐसी खेती करें और इसके लिए विभाग द्वारा किसानों को यथासंभव लाभ एवं बीच-बीच में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
सभी ग्राम कचहरियों में लागू होगी ई-ग्राम कचहरी
न्यायिक क्षेत्र में अधीन विभिन्न कोर्ट को ऑनलाइन व्यवस्था से जोड़ा गया
गिद्धौर। संवाददाता। गिद्धौर प्रखंड अंतर्गत सभी आठ ग्राम पंचायतों में संचालित ग्राम कचहरियों में ई-ग्राम कचहरी लागू करने की तैयारी है। इस संबंध में पंचायती राज विभाग ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं। ग्राम कचहरियों में ई-ग्राम कचहरी लागू हो जाने से घर बैठे लोग अपने मोबाइल या कंप्यूटर से मुकदमा का अपडेट प्राप्त कर सकेंगे। पंचायती राज विभाग के अधिकारियों के अनुसार, जैसे न्यायिक क्षेत्र के अधीन विभिन्न कोर्ट को ऑनलाइन व्यवस्था से जोड़ दिया गया है। इसी तर्ज पर अब ग्राम कचहरी को भी ऑनलाइन सिस्टम के अधीन किया जा रहा है। ग्राम कचहरियों में दायर सभी दीवानी व फौजदारी मामलों में आधुनिकरण के लिए ई-ग्राम कचहरी लागू किया जा रहा है। यह एक तरह से ऑनलाइन पोर्टल सिस्टम होगा, जिसमें सारी प्रक्रिया ऑनलाइन पूरी की जाएगी। इसका अपडेट हमेशा पोर्टल पर देखना संभव हो जाएगा। इस सिस्टम से न्यायिक प्रक्रियाओं में भी तेजी आएगी और मामले का निष्पादन भी तय समय के अंतराल में करना होगा। इस नई व्यवस्था से आवेदकों को भी न्यायिक सुरक्षा प्रदान होगी। गौरतलब हो कि वर्तमान में प्रखंड के सभी आठ पंचायतों में कहीं पंचायत सरकार भवन तो कहीं सामुदायिक भवन आदि जगहों पर ग्राम कचहरी संचालित की जा रही है।
प्रखंड मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर रहते हैं प्रखंड के अधिकारी
80 किलोमीटर प्रतिदिन रेगती है सरकारी वाहन
सरकार के गाईडलाईन की हो रही है उल्लंघन
अलीगंज। संवाददाता। मुख्यालय में अधिकारियों व कर्मचारियों के निवास करने संबंधी जिलाधिकारी के आदेश का अनुपालन नहीं हो रहा है। यदि कुछ अधिकारी व कर्मचारियों को छोड़ कर देखा जाए तो प्रखंड मुख्यालय में न तो अधिकारी रह रहे हैं और न ही कर्मचारी। जिलाधिकारी के आदेश की धज्जी उड़ाते हुए अधिकारी व कर्मचारी अपने-अपने प्रखंड या पंचायत मुख्यालय में न रहते हुए प्रखंड मुख्यालय से 80-100 किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय में ही अपना बसेरा बनाए हुए हैं। शनिवार व रविवार को तो जिला मुख्यालय व प्रखंड मुख्यालय अधिकारी विहीन हो जाता है।
अधिकांश प्रखंड विकास पदाधिकारी व अन्य अधिकारी अपने सरकारी वाहन से जमुई चले जाते हैं। सोमवार की सुबह में वे सरकारी वाहन से 40 किलोमीटर दूरी तय कर इस्लामनगर अलीगंज प्रखंड आते हैं। इस तरह अधिकारियों द्वारा सरकारी वाहन व ईधन का गलत तरीके से उपयोग कर नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है। निजी कार्य में सरकारी ईधन का उपयोग कर सरकारी राशि का दुरुपयोग भी किया जा रहा है। दीगर बात है कि जब प्रखंड विकास पदाधिकारी ही अपने-अपने प्रखंड को छोड़कर जिला मुख्यालय में अवसान करते हैं तो छोटे कर्मचारी भी बिना डर के जिला मुख्यालय या प्रखंड मुख्यालय से अपने-अपने कार्यालय जाकर सरकारी कार्य का निष्पादन करते हैं। कभी-कभी जिलाधिकारी के आदेश से निगरानी के लिए बनी अधिकारियों की टीम द्वारा प्रखंड मुख्यालय स्तर पर अधिकारी व कर्मचारियों के निवास करने के मामले की जांच की जाती है लेकिन जांच के दायरे में महज छोटे-छोटे कर्मचारी आते हैं। जांच करने गए अधिकारी दूसरे अधिकारी के खिलाफ शिकायत करने की कोशिश ही नहीं करते और सरकारी वाहनों के साथ इंधन की खपत बेफजुल हो रही है। इस बात की जानकारी जिले से लेकर सभी वरीय अधिकारियों को भी है लेकिन फिर जिम्मेदार बेखबर है और मौन बने है।
जमीन सर्वेक्षण में दावा-आपत्ति के 90 दिन की अवधि को सरकार ने किया शिथिल
पटना। संवाददाता। बिहार सरकार के लिए जमीन सर्वेक्षण वाला काम बोतल से निकले जिन्न की तरह हो गया है, जो रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है। सरकार के लिए यह काम आ बैल मुझे मार जैसी हो रही है। सोमवार को राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया है कि अंतिम अधिकार प्रकाशन के बाद दावा-आपत्ति की अवधि जो 90 दिनों की है, उसे भी शिथिल किया जाता है।
इस संबंध में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने सभी जिलों के बंदोबस्त पदाधिकारियों को पत्र लिखा है। सभी जिलों के बंदोबस्त पदाधिकारियों को भेजे पत्र में अपर मुख्य सचिव ने स्पष्ट किया है कि अब तक विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त अधिनियम के तहत अंतिम अधिकार अभिलेख प्रकाशित होने के तीन माह के भीतर ही दावा या आपत्ति दायर किए जाने का प्रावधान था। बिहार विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त अधिनियम के तहत अंतिम प्रकाशन की तिथि से 90 दिनों के भीतर कोई व्यक्ति किसी भूमि पर अपना अधिकार समझता हो वह अधिसूचित पदाधिकारी के समक्ष दावा कर सकता था। 90 दिनों की अवधि पूर्ण होने के बाद दावा स्वीकार नहीं किए जाने का प्रावधान था।
अपर मुख्य सचिव ने बंदोबस्त पदाधिकारियों को लिखे पत्र में कहा है कि कई जिलों से अंतिम अधिकार अभिलेख के प्रकाशन के विरुद्ध दावा या आपत्ति की अवधि सामप्ति के बाद भी सुनवाई किए जाने को लेकर मार्गदर्शन मांगा गया था। इस संबंध में विधि विभाग से परामर्श मांगा गया। विधि विभाग ने अंतिम अधिकार अभिलेख के प्रकाशन के बाद अपनाई जाने वाली सुनवाई की अवधि को शिथिल करने की शक्ति प्रदत्त करने का परामर्श दिया है। इस आलोक में विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त कार्यक्रम के तहत प्रपत्र-20 में अधिकार अभिलेख प्रकाशन किए जाने के बाद निर्धारित समय सीमा के बाद भी अगर कोई दावा या आपत्ति दर्ज किया जाता है तो उसे सही कारणों के आधार पर स्वीकार किया जा सकेगा।
अवैध अबरख खनन के दौरान चाल धंसने से एक की मौत, दो महिला घायल
घटना नवादा जिले के रजौली जंगल में अवस्थित अबरख खदान की
नवादा। संवाददाता। जिले के रजौली जंगल में अवस्थित अबरख खदान में चल धंसने से सोमवार को एक पुरुष मजदूर की मौत हो गई। वहीं दो महिला मजदूर बुरी तरह जख्मी हो गई है।
रजौली थानाध्यक्ष राजेश कुमार की तत्परता से शव को बरामद कर लिया गया है। नवादा जिले के रजौली जंगल में अवस्थित भैंसदुबि अबरख खदान में चाल धंसने एक मजदूर की मौत सोमवार को हो गई थी। सूचना के बाद रजौली पुलिस लगातार शव की बरामदगी के लिए जंगली क्षेत्रों में छापेमारी करती रही। आखिरकार मृतक बासुदेव मांझी उर्फ सारो मांझी का शव 24 घंटे के बाद सवैयाटांड़ पंचायत के ढकनिछोर के जंगल से बरामद कर लिया गया है।
पुलिस आने की सूचना पर माफिया घर और फिर जंगल में छुपा कर रखा शव :
जानकार बताते हैं कि अबरख माफिया सवैयाटांड़ के नदियापर निवासी जुगल सिंह के पुत्र महेंद्र सिंह को जब भनक लगी कि पुलिस आने वाली है तो आनन फानन में अबरख खदान से मृतक के शव को निकाल कर अपने घर में छुपा दिया और जैसे ही पुलिस घटनास्थल की ओर गई। वैसे ही शव को मृतक के परिजनों को सौंप दिया। लेकिन पुलिसिया दबिश के कारण जब शव को ठिकाने नही लगा सकी, तो मृतक के शव को ढकनिछोर के जंगल में छोड़ कर भाग निकले।
वन विभाग की कार्यशैली पर उठ रहे हैं सवाल :
सवैयाटांड़ में अबरख का अवैध खनन रोकने के लिए वन विभाग की ओर से दो चेकपोस्ट बनाया गया है। एक चेकपोस्ट बसरौन तो दूसरा चेकपोस्ट सपही में बनाया गया है। जहां 24 घंटे फोरेस्टर व टेकर की ड्यूटी लगी रहती है। इसके बावजूद इन क्षेत्रों में जंगलों की कटाई कर अबरख का अवैध खनन धड़ल्ले से जारी है। इन क्षेत्रों में दिन के उजाले में विस्फोटक के इस्तेमाल कर अबरख का अवैध खनन किया जा रहा है, जिससे इन क्षेत्रों में वन विभाग की गश्ती पर सवाल खड़े हो रहे हैं और वन क्षेत्र में अवैध खनन रोकने के दावे हवा हवाई साबित हो रहा है।
बिहार : दो अलग-अलग दुर्घटनाओं में 4 लोगों की मौत, 3 घायल
पटना। संवाददाता। बिहार के पूर्णिया और औरंगाबाद में हुई सड़क दुर्घटना में चार लोगों की मौत के हो गई, जबकि तीन गंभीर रूप से घायल हैं। तीनों घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पहली घटना रविवार देर रात की है। पूर्णिया के डगरुआ में ट्रक ने तीन बाइक सवारों को कुचल दिया। घटना में तीनों की मौत हो गई। हादसे के बाद चालक ट्रक लेकर पश्चिम बंगाल की ओर फरार हो गया। पुलिस ने तीनों लाश को पोस्टमार्टम के लिए पूर्णिया जीएमसीएच भेज दिया है। मृतकों की पहचान मोहम्मद शाबीर (38), अरूण राम (32) और अशोक कुमार (26) के रूप में की गई है।
दूसरी घटना, सोमवार की सुबह औरंगाबाद जिले के मदनपुर थाना क्षेत्र के कुशहा गांव के पास की है। जहां ट्रक ने सड़क किनारे खड़े 3 बच्चों समेत कुल 4 लोगों को रौंद डाला। इस हादसे में एक बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई। घटना एनएच-19 पर के पास की है। सभी घायलों को मदनपुर स्वास्थ केंद्र लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद तीनों को गया रेफर कर दिया गया है। मृत बच्चे की पहचान कुशहा गांव निवासी सुरजीत यादव के 14 वर्षीय पुत्र संकेत के रूप में की गई है। तीनों घायल भी उसी गांव के रहने वाले हैं।
दिल्ली के बिहार महोत्सव में आकर्षण का केंद्र बनी फिल्म चम्पारण सत्याग्रह बिहार में टैक्स फ्री करने की होगी मांग
पूर्वी चंपारण। संवाददाता। दिल्ली के शाह ऑटोरियम में 3 और 4 दिसम्बर को आयोजित बिहार महोत्सव में डा. राजेश अस्थाना की फिल्म ‘चम्पारण सत्याग्रह आकर्षण का केन्द्र बनी है। इसकी जानकारी देते बिहार महोत्सव के प्रणेता एवं प्रसिद्ध रंगकर्मी प्रसाद रत्नेश्वर ने बताया कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में पहले असहयोग आंदोलन के रूप “चम्पारण सत्याग्रह” का नाम स्वर्णाक्षरों में उल्लेखित है। जिस पर बनी फिल्म दिल्ली और आसपास के प्रवासी बिहारियों को खासा आकर्षित कर रहा है। लोगों में फिल्म को लेकर काफी उत्साह है।
फिल्म चम्पारण सत्याग्रह के लेखक अभिनेता निर्देशक डा. राजेश अस्थाना ने बताया कि आज की युवा पीढ़ी चम्पारण सत्याग्रह को न के बराबर जानती है। उन्हें यह मालूम नही है कि उनके पूर्वजों ने कितनी कुर्बानियां दी है। पूरी फिल्म सम्पूर्ण विश्व में चम्पारण के अतीत के अनछुए पहलुओं से रूबरू कराएगी। आज की युवा पीढ़ी को इतिहास से अवगत कराने हेतु युवराज मीडिया एण्ड एंटरटेनमेंट द्वारा ”चम्पारण सत्याग्रह” नाम से भव्य फीचर फिल्म बनायी गई है।
बिहार महोत्सव समिति के अध्यक्ष मोहनलाल गुप्ता ने बताया कि फिल्म चम्पारण सत्याग्रह को बिहार में टैक्स फ्री करने की मांग बिहार के उप-मुख्य मंत्री विजय कुमार सिन्हा के समक्ष रखी जाएगी। महोत्सव के मीडिया प्रभारी तनवीर हसन ने कहा कि बिहार के विभिन्न जिलों से अपनी-अपनी कला का प्रदर्शन करने के लिए लगभग दो सौ लोक कलाकार दिल्ली पहुंचे है।