देवघर/वरीय संवाददाता। रविवार को बम्पास टाउन स्थित बरियार बांधी गायत्री ज्ञान मंदिर में निर्मित भव्य पंडाल से नौ कुंडीय नवचेतना जागरण गायत्री महायज्ञ को लेकर दिव्य मंगल कलश शोभा यात्रा निकाली गई। इस आयोजन के मुख्य अतिथि वार्ड पार्षद रीता चौरसिया तथा श्याम सुंदर विद्यालय के प्राचार्या निर्मला ठाकुर ने हरी झंडी दिखाकर जयघोष करते कलशयात्रा को रवाना किया। इसके पूर्व कंठ में कलावा बंधा, पुष्पों से सुसज्जित,जल से भरे कलश का पूजन, गुरु गायत्री एवं सर्व देव पूजन आचार्य नरेन्द्र जी महाराज के वाणी द्वारा वैदिक मंत्रों से कराया गया। पंडाल में उपस्थित माताओं बहनों एवं सज्जनों को कलश का महत्व बतलाते हुए जिला संगठन प्रबंधन समन्वयक उमाकान्त राय ने कहा वैदिक परंपरा में भारतीय संस्कृति और संस्कार का प्रतीक है कलश। साथ ही ईश्वर और सनातन धर्म के प्रति आस्था का एक महान विभूति है। अमृत तत्व कलश में सभी देवशक्तियां निवास करती है। मानवीय आस्था ही देव संस्कृति की जननी है, मनुष्य में देवत्व का उदय तथा धरती पर स्वर्ग का अवतरण करने वाली दिव्य संपदा है। कलशयात्रा में विधि विधान से कुंवारी कन्याओं सहित लगभग 400 चार सौ महिलाएं अपने अपने मस्तक पर मंगल कलश को धारण कर, बच्चे बृद्ध युवा तथा श्रद्धालु गुरु गायत्री की झांकी, बैनर, गाजे बाजे, झंडे के साथ ध्वनि विस्तारक यंत्र से जयकारे लगाते चल रहे थे। कलशयात्रा एस के पी रोड, नवदुर्गा मंदिर, बाजला चौक, महिला कॉलेज, संत फ्रांसिस स्कूल का भ्रमण करते यज्ञस्थल पहुंचा। रास्ते में कलश धारण करने वाले महिलाओं के लिए शरबत की व्यवस्था थी तथा सभी श्रद्धालुओं ने मां का महाप्रसाद ग्रहण कर अपने आप को धन्य धन्य किया। आयोजन को सफल बनाने में यज्ञ आयोजन समिति के अध्यक्ष केदारनाथ शास्त्री, अशोक शर्राफ, राजीव लोचन मिश्र, लखन लाल वरनवाल,शिव कुमार, सुबोध कुमार, मधु वरनवाल, अनुपमा देवी, भारती प्रिया, आशुतोष कुमार, रतन भारद्वाज, जितेन्द्र प्रसाद,रमावती देवी आदि उपस्थित थे।