- जगदीशपुर समेत चार गांवों में बिजली आपूर्ति बाधित
- बिजली विभाग को लाखों की क्षति
- टाटा से सुल्तानगंज जा रही थी बस
मधुपुर/संवाददाता। मधुपुर अनुमंडल के जगदीशपुर-धमनी मुख्य सड़क के बुढ़ई थाना क्षेत्र के जगदीशपुर रेलवे स्टेशन के समीप बुधवार की रात करीब डेढ़ बजे एक यात्रियों से भरी शंकर पार्वती नामक बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे स्थित बिजली के पोल से टकरा गयी। हादसे में बस पर सवार सभी यात्री बाल-बच गए। बस पर सवार कुछ लोगों को मामूली चोट लगी है। बस के चालक और खलासी को भी ह्त्की चोट लगी है।
बताया जाता है कि इसी रास्ते से प्रतिदिन बस टाटा से सवारी लेकर सुल्तानगंज जाती है। बुधवार की रात यह बस अपने निर्धारित समय से टाटा से चलकर सुल्तानगंज जा रही थी। जैसे ही बस घमनी होते हुए जगदीशपुर रेलवे स्टेशन के समीप पहुंची तभी बस के चालक का संतुलन बिगड़ गया और बस सड़क किनारे बिजली पोल से टकरा गई। टक्कर इतना जोरदार था की पोल मे लगा ट्रांसफार्मर टूट कर दूर जा गिरा। दुर्घटना में बस का सामने का शीशा पूरी तरह चकनाचूर हो गया। इस दौरान बस पलटने से बच गयी।
घटना में बिजली विभाग को लाखों का नुकसान होने का अनुमान है। घटना मंे कुछ यात्रियो को मामूली चोटें लगी है। दूसरा बस बुलाकर यात्रियों को गंतव्य स्थान के लिए रवाना किया गया है। बिजली विभाग और पुलिस संयुक्त रूप से मामले की छानबीन कर रही है।
इस संबंध में बुढ़ई थाना प्रभारी हीरालाल तुबिद ने बताया कि बस में सवार सभी यात्री सुरक्षित हैं। सभी यात्रियों को दूसरे बस से गंतव्य की ओर रवाना किया गया। बिजली विभाग के अधिकारी के द्वारा आवेदन देने पर ही मामले में आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। फलहाल बस को जब्तकर कर लिया है। इधर घटना की सूचना पर बिजली विभाग के अभियंता और मिस्त्री घटनास्थल पहुंचे। घटना के क्षतिपूर्ति का आकलन किया। घटना से जगदीशपुर फीडर से 11 हजार वोल्ट विद्युत आपूर्ति ठप है। सिकटिया, दर्वे, कांसजोर सहित कई गांव में विद्युत आपूर्ति पूर्ण रूप से बाधित है। विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता रोहित मांझी ने बताया कि इस घटना में विभाग को तकरीबन साढ़े तीन लाख का नुकसान हुआ है। गुरुवार शाम तक 11 हजार वोल्ट बिजली आपूर्ति बहाल कर दिया जाएगा, लेकिन जिस स्थान का ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त है। वहां टोला में 50 घर के लोगों को शुक्रवार की शाम तक ट्रांसफार्मर लगाकर बिजली आपूर्ति बहाल की जाएगी। बिजली को दुरुस्त करने में विभाग के सहायक अभियंता, कनीय अभियंता और कर्मी जोर-शोर से लगे हुए हैं।