नोनीहाट/निज संवाददाता। दुमका हंसडीहा मुख्य मार्ग पर हंसडीहा थाना क्षेत्र अंतर्गत चंद्रदीप गांव के समीप शनिवार को देर रात ट्रक की चपेट में आने से तीन युवक गंभीर रूप से घायल हो जाने की घटना प्रकाश में आई है | प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार ट्रक (जेएच् 09 एडी 5221) जो कि दुमका की ओर से हंसडीहा की ओर जा रहा थी वहीं हीरो स्प्लेंडर (जेएच् 04 एए 0720) पर सवार तीन युवक जो की भागलपुर से गंगाजल भरकर बाबा बासुकीनाथ धाम जलाभिषेक के लिये जा रहे थे | चंद्रदीप गांव के समीप ट्रक किसी दूसरे वाहन को ओवरटेक कर रहा था जिस क्रम में मोटरसाइकिल सवार तीनो युवक ट्रक की चपेट में आ गये और गंभीर रूप से घायल हो गए | ट्रक द्वारा मोटरसाइकिल को इतनी जोरदार टक्कर मारी गयी कि मोटरसाइकिल के परखच्चे उड़ गए | दुर्घटना में घायल तीनो युवको की पहचान जरमुंडी थाना क्षेत्र अंतर्गत बोगली निवासी संजीत कुमार उम्र 24 वर्ष, कार्तिक कुमार उम्र 45 वर्ष तथा बोलबम कुमार उम्र 40 वर्ष के रूप में हुई है | घटना की जानकारी हंसडीहा थाना पुलिस को मिलते ही हंसडीहा थाना प्रभारी प्रकाश कुमार सिंह अपने दल-बल के साथ घटना स्थल पर पहुँचे और घायल युवकों को त्वरित इलाज के लिए दुमका फूलों झानो मेडिकल कॉलेज भेजा | ट्रक और मोटरसाइकिल को कब्जे में लेकर पड़ताल में जुट गए |
चाकू घोंपकर हत्यारोपी पति 40 दिन बाद गिरफ्तार
गोपीकांदर/निज संवाददाता। पत्नी की चाकू घोंपकर हत्या करने मामले में आरोपी पति मिथुन राय को 40 दिन बाद साहिबगंज जिला से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी मिथुन राय को गोपीकांदर पुलिस ने बरहेट थाना क्षेत्र के डोराय संथाल बस्ती से गिरफ्तार किया है। रविवार को मिथुन को दुमका जेल भेज दिया गया है। थाना प्रभारी सुमित कुमारभगत ने बताया कि घायल शिवरतिया देवी के फर्द बयान पर गोपीकांदर थाना में आरोपी पति मिथुन राय के खिलाफ बीएनएस के धारा के तहत हत्या का प्राथमिकी दर्ज किया गया था। उन्होंने बताया कि आरोपी मिथुन राय के निशानदेही पर पाकुड़ जिले के महेशपुर थाना अंतर्गत बलियाडंगाल गांव के तालाब से हत्या में प्रयुक्त चाकू को पुलिस ने बरामद किया है। ज्ञात हो कि शिवरतीय और मिथुन राय की शादी हिदू रीति-रिवाज के साथ हुई थी। मिथुन महेशपुर थाना क्षेत्र का रहने वाला है जबकि शिवरतिया झरियापानी गांव की रहने वाली है। दोनों के दो बच्चे भी हैं। दोनों बच्चे की आयु 7 और 10 वर्ष है। पिछले 11 मई 2025 को घरेलू विवाद को लेकर पति मिथुन राय ने पत्नी शिवरतीया के पेट में चाकू घोंपकर फरार हो गया था। घटना झरियापानी गांव की है। घटना के बाद शिवरतीया के पिता बर्दी राय और बाकी सदस्यों ने घायल अवस्था में उसे गोपीकांदर सीएचसी में भर्ती कराया था। प्राथमिक इलाज के बाद बेहतर इलाज के लिए चिकित्सकों ने दुमका रेफर कर दिया। डीएमसीएच में पांच दिनों तक इलाज चलने के बाद शिवरतिया की मौत हो गई थी।
नहीं थम रहा है, मसलिया में एक्सपायर्री दवाइयां फेंकने का सिलसिला
मसलिया/निज संवाददाता। मसलिया प्रखंड क्षेत्र के धोबना हरिनबाहल पंचायत के नवासर मुगार्तुली पलाश जंगल में पुन: एक फेंकी गई भारी मात्रा में अंग्रेजी एक्सपायरी दवाइयां। ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार रात करीब आठ बजे एक चार पहिया पिकअप भेंन और एक दो पहिया मोटरसाइकिल में पांच सात आया और दवाइयां फेंककर जा रहे थे उन से पुछने पर बताया कि कुछ नही घर का कूड़ा कचरा है पर सुबह जब यहा आये तो भारी मात्रा में अंग्रेजी एक्सपायरी दवाइयां देखा गया। आस-पड़ोस के ग्रामीण और बच्चों ने काफी मात्रा एक्सपायरी साबुन,होर्लिलिश, गुलकुज, ईनो आदि ले गए हैं संभवत: उसका उपायों किया होगा यह करने वाले हैं यदि इन लोगो नही रोका गया तो बीमार हो सकते हैं जाना भी जा सकती है व कई प्रकार की बीमारियों से ग्रसित हो सहते हैं। खासकर इस प्रकार की कुकृत कार्य करने के लिए आदिवासी बहुल इलाकों को चिन्हित कर फेका जा रहा है।
विदित हो कि 20 जून को प्रखंड क्षेत्र के ही गोलबंधा पंचायत के लाहरजोरिया-बरमसिया के बीचबीच अवस्थित मैदान में भारी मात्रा में अंग्रेजी एक्सपायरी दवाइयां फेंकी गई थी। जिसकों लेकर ग्रामीणों ने कई प्रकार से फेंकी गई दवाईयों से होने वाली दुस्प्रभाव को लेकर चिंता जाहिर किया था। लेकिन पुन: एक बार एक्सपायरी दवाइयां फेंके जाने से ग्रामीण भयभीत और आक्रोशित है।
सीएचसी मसलिया को इसकी सूचना मिलते ही डॉ उज्जवल कुमार पाल नेतृत्व वाली एक टीम भेजा गया टीम के सदस्यों ने पांच बोरा फेंकी गई दवाइयों को लेकर चली गई।
प्रसाशन फेंकी गई दवाइयों को उठाते हुए,ऐसे कार्य करने वाले लोगों को चिन्हित कर जल्द कानूनी कार्यवाही करें अन्यथा आदिवासी समाज और सामाजिक जागरूकता युवा संगठन सड़को पर उतारने को बाध्य होंगे।
—मनोरंजन हांसदा उपसचिव सामाजिक जागरूकता युवा संगठन, मसलिया।
कौन इस प्रकार की कार्य कर रहे हैं इसको लेकर काफी परेशान हैं। फिर मसलिया थाना और दुमका उपयुक्त को लिखित आवेदन देकर कानूनी कार्यवाही की मांग किया जाएगा साथ ही ग्रामीणों से फेंकी गई किसी भी दवाई का उपयोग करें उसके लिए सचेत किया जाएगा।
—सीएचसी प्रभारी- ड्रा. सुनिल कुमार सिंह।
इस संबंध में मंतव्य जानने हेतु स्वास्थ्य मंत्री सह खाद्य आपूर्ति मंत्री झारखंड सरकार,ड्रा. इरफान अंसारी से फोन पर संपर्क किया गया पर संपर्क नही हो पाया।
मनरेगा के तहत अधूरा कूप दुर्घटना को कर रहा आमंत्रित
रानेश्वर/निज संवाददाता। प्रखंड के दक्षिणजोल पंचायत के चोपाबथान हटिया परिसर के समीप मनरेगा के तहत निर्माणधीन (अधूरा) कूप हादसे को आमंत्रित दे रहा है। शिनावर पूर्वाह्न कार्यस्थल पहुचने पर देखा गया कि कार्यस्थल पर सूचनापट्ट है। पर ब्लेंक है। कुछ लिखा हुआ नही है। जिस कारण लाभुक का नाम एवं कार्य संबंधित अन्य जानकारी नही मिल पाया है। निर्माणधीन कूप का गहरायी लगभग 20 फिट किया जा चुका है। वर्तमान समय मे कूप अधूरा है। स्थानीय लोगो ने बातया की यहाँ प्रत्येक सोमवार को साप्ताहिक हटिया लगता है। जिसमे हजारो लोगो का भीड़ लगता है। समीप में गांव बसा हुआ है। गांव के सेकड़ो गाय, बेल, बकरी आदि खुला चरता है। निर्माणधीन कूप में कभी भी कुछ भी गिर कर अनहोनी होने का डर बना हुआ है। स्थानीय सूत्र ने बताया की कार्य मे बिचोलिया हावी है।
हूल मेला को लेकर लकड़जोरिया में हुई बैठक
जामा/निज संवाददाता। प्रखंड के चिकनियां पंचायत के लकड़जोरिया मोड़ में रविवार को 30 जून हुल दिवस को लेकर सिद्धो कान्हू उत्थान सहयोग समिति लकड़जोरिया की ओर से समिति के अध्यक्ष दिनेश हांसदा की अध्यक्षता में बैठक किया गया। बैठक में हुल दिवस के अवसर पर काराम दोन, लागड़े एनेच, तीरंदाजी, साफाहोड़ गुरु बाबा द्वारा पूजा अर्चना, फुटबॉल टूनार्मेंट व मेला में होने वाले पंचरस , सिद्धो कान्हु मुर्ति का रंगाई, सजावट, गेट, बाजा, पानी इत्यादि को लेकर विचार विमर्श किया गया। मौके पर झामुमो प्रखंड अध्यक्ष विभिषण मुर्मू, सत्तार खान, संतोष हांसदा, बाबुजन मरांडी, हेमलाल हांसदा, मनान शेख, मसोधन मरांडी, चन्द्र कान्त मंडल, प्रमोद सोरेन, सितेश मरांडी, अनशुल चौड़े, शिवलाल मरांडी, कलाम अंसारी, पोरेश मुर्मू, विनय मरांडी आदि मौजूद थे।
जलसहिया प्रतिनिधिमंडल ने दो पूर्व मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन
जामा/निज संवाददाता। प्रखंड में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा शोकपीट एवं नाडेप का निर्माण में हुए गड़बड़ी की जांच की मांग को लेकर रविवार को जलसहिया प्रतिनिधिमंडल ने राज्य के दो पुर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास और नेताप्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी से दुमका परिसदन में मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा और उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है। दरअसल विभाग द्वारा सभी गांव में शोकपीट और नाडेफ निर्माण होना सुनिश्चित किया गया था। परन्तु जब पड़ताल हुआ तो पाया गया कि शोकपीट और नाडेप का निर्माण धरातल में हुआ ही नहीं है। जिसमें लाखों रुपए के घोटाले होने का मामला उजागर हुआ है। और मिशन से जुड़े जलसहिया एवं ग्रामीण द्वारा सभी पंचायत में प्रदर्शन करते हुए उपायुक्त का ध्यान आकृष्ट कराया है। इससे पुर्व जलसहिया प्रतिनिधिमंडल मंडल ने उपायुक्त और विभाग के पदाधिकारियों को ज्ञापन दिया था। रविवार को जलसहिया प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन सौंप कर उच्चस्तरीय जांच कराने ओर दोषी एजेन्सी पर कारवाई करने की मांग रखी है। जिसमें प्रतिनिधिमंडल ने बताया है कि सूचना अधिकार अधिनियम 2005 के तहत प्राप्त प्रतिवेदन को आवेदन सलंग्न कर उपायुक्त को दिया गया है। जिसमें जामा प्रखंड के फुलोपानी, बारा, मेघीघटवाली, मेघीसंथाली, नयाडीह, प्राणचक, आसनसोल, लखना, सोनाबाबूपुर, परगोडीह, बाबूकदेली सहित पंद्रह ग्राम में पाए गए तथ्यों का विवरण दिया गया है। जिसमे बताया गया कि बिना निर्माण कार्य किए लाखों का घोटाला सामने आया है । इस विषय पर रविवार को प्रतिनिधिमंडल में शामिल राजमुनी मुर्म, पिंकी देवी, मिनू इंद्रा, सुनीता देवी, उर्मिला कोलिन, रीता देवी, सुनैना देवी, मरियम टुडू आदि जलसहिया ने दोनों पुर्व मुख्यमंत्री को बिंदु वार सभी पंचायत के अंतर्गत नहीं किए गए शोकपीट और नाडेप निर्माण कार्य की जांच कराने और दोषी कर्मी पर कार्रवाई सुनिश्चित करने की मांग की है।
पीवीटीजी लाभुकों के ई-केवाईसी करने के लिए गांव में लगाया कैंप
गोपीकांदर/निज संवाददाता। गोपीकांदर प्रखंड में पीवीटीजी लाभुकों की ई-केवाईसी की प्रगति काफी धीमी एवं संतोषप्रद नहीं होने के कारण रविवार को प्रखंड के आदिम जनजाति पहाड़िया बाहुल्य के 14 गांवों में ई-केवाईसी कैम्प लगाया गया। प्रखंड के गुमापहाड़ी, धुंधापहाड़ी, चूजों, मधुबन, जनुमडीह, भद्रादीघा, बैंगडोभा, सुरजुडीह, मुड़ासाल, तरनी, कारूडीह पहाड़िया टोला, खजूर डंगाल और खेड़ीबाड़ी में संबंधित जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों ने कैम्प लगाया। इस दौरान। प्रखंड कार्यालय द्वारा प्रतिनियुक्त किए गए कर्मियों विश्वेश्वर महतो, मनोज टुडू, सोम मोहली, शशि सुमन, कालिदास किस्कू, महेश लाल मुर्मू, सलीम मरांडी, जनार्दन मंडल गणेश सोरेन, रॉबिन हेंब्रम एवं सुजीत भौमिक अलग अलग कैम्प में मौजूद रहे। रविवार को सातों पंचायत में कुल 57 पीवीटीजी लाभुकों का ई-केवाईसी किया गया। पीवीटीजी लाभुकों की संख्या 5951 है और अभी तक 2617 सदस्यों का ही ई-केवाईसी हुआ है। 3334 लाभुक का ई-केवाईसी होनी बाकी है।
भाजपा जिला इकाई की हुई संगठनात्मक बैठक
- सदस्यता अभियान चला जोड़े जाएंगे नये सदस्य
- हेमंत सरकार के खिलाफ भाजपा 24 जून को करेगा प्रदर्शन
- कार्यकर्ता जनसेवा के संकल्प के साथ समर्पित भाव से करें कार्य : प्रदेश अध्यक्ष
दुमका/निज संवाददाता। भाजपा जिला इकाई की संगठनात्मक बैठक रविवार को अग्रसेन भवन में आयोजित हुई। बैठक में मुख्य रूप से प्रदेश अध्यक्ष सह नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी उपस्थित रहे। साथ में राज्य के प्रथम प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व सांसद अभयकांत प्रसाद, पूर्व सांसद सुनील सोरेन एवं दुमका जिला चुनाव अधिकारी प्रकाश सेठ मौजूद रहे। बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष गौरवकांत ने किया। इस अवसर पर जिला एवं मंडल पदाधिकारी, सभी मोर्चों के अध्यक्ष, महामंत्री, मंडल अध्यक्ष, पूर्व प्रत्याशी, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य एवं सक्रिय कार्यकर्ता उपस्थित रहे। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष ने कार्यकताअरं को संबोधित करते हुए आगामी संगठनात्मक कार्यक्रमों, सदस्यता अभियान, बूथ सशक्तिकरण एवं जनसंपर्क को लेकर विस्तारपूर्वक मार्गदर्शन दिया। उन्होंने संगठन विस्तार की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। आगामी 24 जून को भाजपा दुमका जिला के प्रत्येक प्रखंड मुख्यालय में आक्रोश प्रदर्शन आंदोलन करने का निर्णय लिया गया। जिससे राज्य सरकार की विफलताओं के खिलाफ जनभावनाओं को मुखर किया जा सके। साथ ही 30 जून को वीर शहीद सिदो-कान्हू की जयंती को जिले भर में धूमधाम से मनाने का निर्णय लिया गया। जिसमें पार्टी कार्यकर्ता और स्थानीय जनता व्यापक रूप से भाग लेंगे। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष श्री मरांडी ने कहा कि भाजपा का संगठन ही उसकी सबसे बड़ी ताकत है। हर कार्यकर्ता को जनसेवा के संकल्प के साथ समर्पित भाव से कार्य करना चाहिए। उन्होंने केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी लोगों तक पहुंचाने और विपक्ष के झूठे प्रचार का तथ्यात्मक जवाब देने का भी आह्वान किया। इस अवसर पर प्रदेश मंत्री रविकांत मिश्रा, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य परितोष सोरेन, सुरेश मुर्मू, डॉ अंजुला मुर्मू, अमिता रक्षित, शर्मिला सोरेन, अमरेंद्र सिंह, महामंत्री मनोज पांडे, पवन केसरी, जिला उपाध्यक्ष धर्मेंद सिंह बिट्टू, दीपक स्वर्णकार जिला मीडिया सह प्रभारी नवल किस्कू आदि उपस्थित थे।
आस्था का अटूट केंद्र है झारखंड- बिहार की सीमा पर स्थित नागबासुकी मंदिर।
- करीब 400 वर्ष पूर्व स्थापित इस मंदिर का बनैली रियासत से है संबंध।
–आद्रा नक्षत्र में यहां हर साल होती है विशेष पूजा, तीन राज्यों से आते है लाखों की संख्या में भक्त
राकेश कुमार चंदन/सरैयाहाट। झारखण्ड बिहार की सीमा पर स्थित दुमका जिले के सरैयाहाट प्रखंड विशनपुर गाँव में स्थापित है प्रसिद्ध नाग बासुकी मंदिर। करीब 400 वर्ष पूर्व स्थापित इस मंदिर में एक बनैली रियासत के राज घराना की तरफ से हर साल दूध और लावा भेजा जाता था। बताया जाता है की बनैली रियासत के राजा कृत्यानंद सिंह के समय तक यह सिलसिला जारी था। बनैली रियासत के राजाओं का इस मंदिर में अटूट विश्वास था। आद्रा नक्षत्र में हर साल इस मंदिर में विशेष पूजा का आयोजन होता है जहाँ लाखों की संख्या बिहार, झारखण्ड और बंगाल से श्रद्धांलू पहुँचते है। बताया जाता है की कभी यह क्षेत्र बंजर भूमि के लिए जाना जाता था, इस क्षेत्र में न तो फसलें होती थी और न ही बारिश। लेकिन नाग बासुकी मंदिर की स्थापना के बाद इस क्षेत्र में बारिश भी होने लगीं और बंजर भूमि में फसलें भी लहराने लगें। तभी से यह मंदिर लोगों की आस्था और विश्वास का केंद्र बन गया। पहले यह मंदिर सप्ताह में सिर्फ एक दिन ही खुलता था लेकिन भक्तों की बढ़ती तादात की वजह से अब रोजाना खुलने लगा।
ऐसे तो मंदिर नाम से ही साँपो के लिए जाना जाता है। यहाँ जहरीले साँपो का जहर भी सिर्फ मंदिर के नीर से गायब हो जाता है। लेकिन मान्यता यह भी है की जो भी यहाँ सच्चे मन से कोई फरियाद करता है उसकी मनोकामना पूर्ण होती है। कहते है यहाँ से कोई भी खाली हाथ वापस नहीं जाता सब की मुराद यहाँ पूरी होती है। विवाह, संतान की प्राप्ति के लिए भी फरियादी यहाँ पहुँचते है।मनोकामनायें पूरी होने पर भक्त यहाँ बकड़े की बलि देते है।
मंदिर के पुजारी ललित पंडा कहते है की वैसे तो यहाँ रोजाना श्रद्धांलू पहुँचते है। लेकिन आद्रा नक्षत्र में होने वाले पूजा का विशेष महत्व है। इस पंद्रह दिन की अवधि में बंगाल, झारखण्ड और बिहार के लाखों भक्त यहाँ पहुँचते है। लोग मंदिर में दूध और लावा चढ़ाते है। हजारों की संख्या में लोग मनोकामना पूर्ति पर बकड़े की बलि भी देते है। मंदिर के नीर से ही जहरीलें सांप का उत्तर जाता है जहर। भीड़ को देखते हुए विधि व्यवस्था के लिए स्थानीय लोगों के साथ पुलिस बल और दंदाधिकारी मौजूद रहते है।
नागबासुकी मंदिर सड़क मार्ग से आसानी से पहुंचा जा सकता है। नेशनल हाईवे 133 से यहाँ जाने के दो रास्ते है। एक सरैयाहाट थाना के सामने से चंपागढ़ होते हुए और दूसरा इसी हाईवे से कोरडाहा से जाता है।
मंदिर के बगल में ही एक पहाड़ नूमा चट्टान है। कहा जाता है की इस चट्टान के नीचे एक गुफा है और उस गुफा में आज भी नागों का बसेरा है। गाँव के बुजुर्ग कहते है की यह पूरा क्षेत्र नागों का है। और नाग देवता ही उन्हें हर मुसीबत से आजतक बचाते आए है।
—
रेलवे स्टेशन के कोयला डंपिंग यार्ड हटाने की मांग को लेकर धरनार्थियों व आरपीएफ में ठनी
तिरपाल बिछाने से मना किया तो जमीन पर ही बैठ गए धरनार्थी
- धरनार्थियों को मिला आंदोलनकारी मुन्नी हांसदा का समर्थन
दुमका/ निज संवाददाता। रेलवे स्टेशन पर बने कोयला डंपिंग यार्ड को हटाने की मांग को लेकर विगत पांच वर्षों से शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे रसिकपुर और आसपास के ग्रामीणों द्वारा रेलवे स्टेशन परिसर में लगातार धरना प्रदर्शन जारी है। लेकिन रविवार को धरना देने पर आरपीएफ और धरनार्थियों के बीच जबरदस्त विवाद उत्पन्न हो गया। एक ओर जहां आरपीएफ के इंचार्ज मनोज कुजूर धरनार्थियों से स्टेशन परिसर पर धरना देने से मना कर रहे थे। वहीं दूसरी ओर आंदोलन का नेतृत्व कर रहे रविशंकर मंडल ने नारा लगाते हुए जमीन पर बैठकर ही धरना स्थल पर अड़े रहे। यह बताते चलें कि जब से दुमका रेलवे स्टेशन पर कोयला डंपिंग यार्ड बनाया गया है। जिससे आसपास के लोगों का जीना मुहाल हो गया। जिसको लेकर ग्रामीण लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। अभी तक सब ठीक-ठाक चल रहा था। लेकिन रविवार को अचानक आरपीएफ कर्मी धरनार्थियों से स्टेशन परिसर पर धरना देने से मना कर रहे थे। इसी को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया। नौबत यहां तक आ गई की जब धरनार्थी तीरपाल बिछाने लगे तो आरपीएफ कर्मी जबरदस्ती उसे हटाने लगे। जिससे नाराज होकर धरनार्थी नारेबाजी करते हुए जमीन पर ही बैठ गए। आंदोलनकारियों का कहना है कि जब प्रदुषण रेलवे स्टेशन से फैल रहा है तो धरना हम कहां देंगे। आप प्रदुषण रोक देंगे तो हम भी धरना प्रदर्शन रोक देंगे आरपीएफ और स्टेशन प्रबंधक में नहीं दिखा तालमेल : धरना प्रदर्शन रोक के सवाल पर आरपीएफ इंचार्ज और स्टेशन प्रबंधक के बीच तालमेल का अभाव दिखा। जहां आरपीएफ इंचार्ज मनोज कुजूर ने कहा कि अगर धरना प्रदर्शन करना है, तो रेलवे स्टेशन परिसर से बाहर निकल कर कीजिए। उन्होंने स्टेशन प्रबंधक से भी बातचीत नहीं किया। दूसरी ओर स्टेशन प्रबंधक टीपी यादव इस मामले को लेकर नरम रूख अख्तियार कर धरनार्थियों को समझाने का प्रयास में जुटे रहे।
इधर स्थानीय लोगों के समर्थन में आंदोलन कर रही मुन्नी हांसदा रैयतों के साथ धरनार्थियों के समर्थन में धरना पर बैठ गई। मुन्नी हांसदा ने कहा कि सरकार सभी नियम कानून ताक पर रख कर कोयला खनन किया जा रहा है। जबकि रैयत अपने अधिकार से वंचित हैं। उन्होंने कहा कि पंचुवाड़ा से लेकर दुमका तक आम आदमी परेशान हैं। लेकिन सरकार सिर्फ जनता को अपने फायदे के लिए लूटने में लगी है। उन्होंने कहा कि अब चरणबद्ध तरीके से आंदोलन शुरू करते हुए सरकार को मजबूर करेंगे। रैयतों को उसका हक देना ही होगा और दुमका रेलवे स्टेशन पर बने कोयला डंपिग यार्ड को हटाना ही पड़ेगा। धरना प्रदर्शन कर विरोध करने वालों में हेमंत श्रीवास्तव ,संजय मंडल, गोवर्धन मंडल, विमल मरांडी, मुन्नी हंसदा,म विष्णु यादव, अभय गुप्ता, मनोज पंडित ,एन एन पंडित ,डिस्को मंडल ,लालटू दे आदि मौजूद रहे।
खड़ी गाड़ी में बाइक चालक ने मारा ठोकर, घायल
रानेश्वर/निज संवाददाता। दुमका सिउड़ी मुख्य पथ के पाथरा के समीप रविवार शाम को खड़ी तेल टेंकर गाड़ी से एक बाइक चालक टकरा जाने से दो व्यक्ति घायल हो गया है। मिली जानकारी के मुताबिक तेल टेंकर गाड़ी पथ पर खड़ी थी। एक बाइक में दो व्यक्ति सवार हो कर रानेश्वर की ओर जा रहा था। खड़ी गाड़ी को बाइक चालक ने पीछे से ठोकर मार दिया। जिससे दोनों युवक पथ पर गिर गया एवं बाइक भी छतिग्रस्त हो गया। रानेश्वर थाना के पुलिस मौके पर पहुचकर दोनो घायल व्यक्ति को सीएचसी में भर्ती किया। मिली जानकारी के मुताबिक दोनो व्यक्ति मोलडंगाल का रहने वाला था। एक व्यक्ति अजित मरांडी गंभीर रूप से घायल था। एवं एक व्यक्ति आंशिक रूप से घायल हुआ था। समाचार लिखे जाने तक घायल व्यक्ति सीएचसी में इलाजरत था। रानेश्वर थाना प्रभारी बलराम कुमार सिंह ने बताया कि छत्रिग्रस्त वाहन को कब्जे में लिया गया है।
घुसपैठियों भगाओ देश बचाओ जनहित पार्टी की यात्रा पहुंची दुमका
बंग्ला देशी घुसपैठ नागरिकों की समस्या नहीं, राष्ट्रीय सुरक्षा का है विषय: राष्ट्रीय अध्यक्ष
दुमका/ निज संवाददाता। जनहित पार्टी की घुसपैठियों भगाओ देश बचाओ यात्रा दुमका पहुंची। यह यात्रा 8 जून को देवघर जिले से प्रारंभ हुई। जो की संथाल परगना के प्रत्येक जिले व प्रखंड से होकर 30 जून हूल दिवस के अवसर पर देवघर पहुंच समापन होगी। दुमका में यह यात्रा वीर कुंवर सिंह की मूर्ति से प्रारंभ होकर शिव पहाड़ पहुंची। जहां जन जागरण किया। सभी दुकानदार व जनता को पत्रक वितरण किया गया। वही घुसपैठियों को नागरिकता क्यों ऐसा नारा लिखा हुआ स्टीकर चिपकाया गया। साथ में चौक चौराहों पर नागरिकों को संबोधित किया गया। जनहित पार्टी के कार्यकताअरं ने हाथों में तख्ती और बैनर लेकर पोखरा चौक पर प्रदर्शन किया। इस अवसर पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय जैन ने कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठियों की जो समस्या है। वह केवल एक देश से दूसरे देश में आए नागरिकों की समस्या नहीं है। यह राष्ट्रीय सुरक्षा के विषय से जुड़ा है। चुकी जब किसी क्षेत्र में घुसपैठियों की संख्या में वृद्धि होती है। वहां अनैतिक ,आतंकवादी घटनाओं में वृद्धि होती है। वहां के स्थानीय रोजगारों में सभी के साथ वहां के संसाधनों का बंटवारा हो जाता है। भारत में लगभग तीन करोड़ बांग्लादेशी घुसपैठी मौजूद है। अनेक आंदोलनों और प्रयासों से असम में एनआरसी लागू हुआ। लेकिन असम की भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार के कारण 80 लाख बांग्लादेशी घुसपैठिए जल्दी भारत की नागरिक बनने जा रहे हैं। संथाल परगना के बारे में उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र भी सीमावर्ती होने के कारण यहां भी बांग्लादेशी घुसपैठियों की संख्या वृद्धि हुई है। स्पेशल ब्रांच की पुलिस मुख्यालय की रिपोर्ट के अनुसार यहां संथाली लड़कियों को बहला फुसलाकर 10 हजार एकड़ जमीन पर घुसपैठियों ने जमीन पर कब्जा कर लिया है। यात्रा में प्रमुख रूप से पार्टी के राष्ट्रीय मंत्री मनीष काले, उत्तम ओझा, झारखंड प्रभारी विशाल बिंदल एवं दुमका जिला संयोजक गया प्रसाद साह आदि उपस्थित रहे।
सीपीएम आंतरिक लोकतंत्र को पूरी तरह करती है लागू: राज्य सचिव
- विस्थापन व कोयला परिवहन से हो रहे प्रदूषण के खिलाफ प्रभावी रणनीति बनायेगी सीपीएम
दुमका/ निज संवाददाता। सीपीएम ही देश में एकमात्र राजनीतिक दल है। जहां आंतरिक लोकतंत्र को पूरी तरह लागू होता है। सीपीएम में नेता उपर से नहीं थोपे जाते, बल्कि नीचे से चुने गए प्रतिनिधियों द्वारा हर स्तर की कमेटी चुनी जाती है। जो अपनी कमेटियों के सचिवों का निर्वाचन करते हैं। पार्टी प्रत्येक तीन वर्ष पर आयोजित होने वाले अपने अखिल भारतीय महाधिवेशन से तीन महीने पहले ही केंद्रीय कमेटी द्वारा स्वीकृत राजनीतिक प्रस्ताव का मसौदा जारी करती है। जिसपर पार्टी के हर स्तर की कमेटियों में चर्चा कर संशोधन व सुझाव भेजे जाते हैं। इस मसौदे पर केवल पार्टी सदस्य ही नहीं कोई भी आम नागरिक अपने संशोधन या सुझाव भेज सकता है। यह बातें प्रशिक्षण शिविर में जिले के पार्टी कार्यकताअरं को संबोधित करते हुए राज्य सचिव प्रकाश विप्लव ने कही। उन्होंने कहा कि इस बार राजनीतिक प्रस्ताव पर पूरे देश ही नहीं विदेशों में रहने वाले प्रवासी भारतीयों द्वारा लगभग 4 हजार से ज्यादा संशोधन और सुझाव भेजे गए। जिनमें से कई संशोधन स्वीकार कर पार्टी महाधिवेशन ने राजनीतिक प्रस्ताव पारित किया। अब इस राजनीतिक -सांगठनिक प्रस्ताव के आलोक में पार्टी संघर्ष और आंदोलन का कार्यभार तय करेगी। दूसरे सत्र को संबोधित करते हुए डा काशीनाथ चटर्जी ने बताया कि कम्युनिस्ट पार्टी दूसरी पार्टियों से अलग है। जिसका मुख्य उद्देश्य है जनता की जनवादी क्रांति को कार्यरुप देना है। जिससे देश में सामाजिक -आर्थिक और राजनीतिक परिवर्तन के माध्यम से मनुष्य द्वारा मनुष्य का शोषण समाप्त किया जा सके। कम्युनिस्ट एक ऐसे समाज की परिकल्पना करते हैं। जिसमें भूख, गरीबी, बेरोजगारी नहीं होगी और सभी के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार की गारंटी होगी। यह समाजवादी व्यवस्था में ही संभव है। जिसके लिए कम्युनिस्ट पार्टी सतत प्रयत्नशील है। शिविर को विकाश ठाकुर और रवि ने भी अनुभव को साझा किया शिविर में दुमका जिले के प्रखंडों से आए 131 कार्यकताओं ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता रानी सोरेन और अखिलेश झा ने किया। प्रशिक्षण शिविर बाद जिला के जनमुद्दों को चिन्हित किया गया। जिसमें विस्थापन व कोयला परिवहन से हो रहे प्रदूषण के खिलाफ वर्षा के बाद प्रभावी आंदोलन की कार्य योजना योजना बनाए जाने के लिए दुमका और पाकुड़ जिला कमेटी की संयुक्त बैठक करने का निर्णय लिया गया। पार्टी द्वारा 30 जून को संताल हूल की 169 वीं वर्षगांठ बड़े पैमाने पर मनाए जाने का फैसला लिया गया।
मौके पर राज्य सचिवमंडल सदस्य एहतेशाम अहमद, जिला सचिव सुभाष हेम्ब्रम, सनातन देहरी, आदिवासी अधिकार मंच के देवी सिंह पहाड़िया, पीटर हेम्ब्रम समेत जिला कमेटी सदस्य उपस्थित थे।