प्रमाण पत्र व किट का वितरण
आसनसोल। संवाददाता। स्टील ऑथोरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड के बर्नपुर स्थित इस्पात संयंत्र (आईएसपी) के सीएसआर विभाग ने रिवर साइड के धेनुआ ग्राम एवं भलुकजोड़ ग्राम में गैर सरकारी संगठन शमायिता मठ के सहयोग से मशरूम प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में महिलाओं को बहुत ही सहज एवं सरल तरीके एवं कम खर्चे में मशरूम की खेती करने का प्रशिक्षण दिया गया, जिससे कि उनका आर्थिक विकास हो सकेगा। यह प्रशिक्षण विगत 3 माह से चल रहा था, जिसके पूर्ण हो जाने के पश्चात साठ महिला प्रशिक्षुओं को गत 23 जुलाई को प्रमाण पत्र और किट प्रदान किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बिनोद कुमार, सीजीएम (नगर सेवाएं एवं सीएसआर) ने कहा कि मशरूम प्रशिक्षण, उत्पादन एवं विपणन में सीएसआर विभाग पूरी तरह से सहयोग करेगा। उन्होंने शमयिता मठ से आग्रह किया कि वह महिला प्रशिक्षुओं को समुचित सहायता प्रदान करे जिससे कि वे स्वाबलंबी बनें और उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी हो |उन्होंने कहा कि मशरूम बिक्री के लिए सेल आईएसपी की तरफ बेहतर उचित जगह भी मुहैया कराएगा। इसके अलावा बर्नपुर एवं आसनसोल बाजार में भी मार्केटिंग के लिए सुविधाएं देने के लिए आगे बात की जाएंगी।
एजीएम (सीएसआर) पवन कुमार सिंह ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य संथाली समुदाय के महिलाओं के आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है। मशरूम की उपज से आर्थिक मजबूती मिलेगी और समुदाय उन्नति की ओर अग्रसर होगा। इसके साथ सीएसआर के वरीय प्रबंधक दिनेश कुमार ने बताया कि आईएसपी, बर्नपुर के निदेशक प्रभारी बिजेंद्र प्रताप सिंह ने विगत 22 मार्च 2024 को टी एस ग्राउंड में आयोजित आदिवासी नृत्य एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम में मशरूम स्टाल का दौरा किया था और मशरूम प्रशिक्षण कार्यक्रम को उपेक्षित एवं वंचित समुदाय की महिलाओं को समाज की मुख्य धारा में लाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास बताया था। उन्होंने आगे कहा कि मशरूम प्रोटीन का प्रमुख श्रोत है जिसके कारण बाजार में इसकी अत्यधिक मांग है।