गोड्डा। कार्यालय संवाददाता। नगर भवन, गोड्डा में बुधवार को स्कूल रूआर 2023 (बैक टू स्कूल कैंपेन) अभियान का आयोजन किया गया। इस दौरान महगामा की विधायक दीपिका पांडेय सिंह, उपायुक्त जिशान कमर एवं उपस्थित अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
जिला स्तरीय कार्यशाला के दौरान उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी जिशान कमर ने कहा कि समग्र शिक्षा का मुख्य लक्ष्य 6-18 आयु वर्ग के सभी बच्चों का विद्यालयीय शिक्षा पूर्ण कराना है। विगत वर्षो में विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से लक्ष्य प्राप्ति के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। 6-18 आयु वर्ग के सभी बच्चों की शिक्षा राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। साथ ही 6-18 आयु वर्ग के सभी बच्चों को पुन: विद्यालय में वापस लाना एवं नियमित अध्यापन कार्य को किया जाना है। इसको ध्यान में रखते हुए विद्यालय स्तर पर एक अभियान स्कूल रुआर, 2023(बैक टू स्कूल कैंपेन) कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। जिसकी अवधि कुल 30 दिनों की होगी। उपायुक्त ने कहा कि बच्चों को वापस लाने और उनकी नियमित उपस्थिति बनाये रखना अति आवश्यक है। इसके लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है। विद्यालय प्रबंधन समिति, शिक्षक, पंचायत प्रतिनिधि, समाजसेवी, जनप्रतिनिधि, शिक्षा विभाग के अधिकारी व कर्मी की बेहतर भागीदारी शुरू करने की आवश्यकता है। सभी मिल कर प्रवासी बच्चों, स्कूल से बाहर रह गए बच्चों के अभिभावकों से मिलने और जागरूक करने का प्रयास करें, ताकि इस दौरान यह सुनिश्चित किया जाय कि एक भी बच्चा विद्यालय बाहर न रहे और 6 वर्ष से 18 वर्ष तक के सभी बच्चों का स्कूल में नामांकन हो और वो अपनी शिक्षा पूरी करें। इसके अलावा उन्होंने डीईओ को अपने विभाग में एक सेल गठित करने का निर्देश दिया। जिसकी मॉनिटरिंग प्रतिदिन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को करने को निर्देशित किया ताकि हर एक छूटे हुए स्कूली बच्चे का विद्यालय में पुन: नामांकन हो सके। मौके पर विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि बच्चों को स्कूलों से दोबारा जोड़ने और शत-प्रतिशत उपस्थिति को लेकर बैक टू स्कूल कैंपेन की शुरूआत की गयी है। यह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। इस अभियान के तहत पूरे एक महीने तक कई कार्यक्रम आयोजित कर बच्चों को फिर से स्कूल आने को लेकर प्रोत्साहित किया जायेगा। साथ ही विभिन्न विभागों के साथ समन्वय बनाते हुए सभी जनप्रतिनिधि एवं ग्राम-पंचायत के कार्यकारी प्रतिनिधियों के साथ इस अभियान को सफल बनाने का प्रयास किया जायेगा, ताकि ड्रॉप आउट की स्थिति खत्म की जा सके। एक भी बच्चे विद्यालय से बाहर नहीं रहें। सभी का एडमिशन विद्यालय में हो तथा सबकी उपस्थिति विद्यालय में रहे, इसे हमें सुनिश्चित करना है। उन्होंने जिले के स्कूल ड्रॉप आउट बच्चों के आंकड़े देख सुंदरपहाड़ी प्रखंड पर शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों को विशेष फोकस करने का निर्देश दिया। जिला स्तरीय कार्यशाला के दौरान जिला शिक्षा पदाधिकारी सुशील कुमार ने बताया कि “रूआर” एक संताली शब्द है, जिसका अर्थ पुन: वापस लौटना है। उन्होंने अभियान से जुड़ी विभिन्न क्रियाकलापों के साथ किए जाने वाले विभिन्न कार्यों से सभी को अवगत कराया, ताकि 06 से 18 वर्ष के सभी बच्चों को पुन: विद्यालय से जोड़ा जा सके। आगे एक माह तक चलने वाले अभियान के तहत जिला, प्रखंड, पंचायत स्तर पर किए जाने वाले विभिन्न कार्यों को प्रजेंटेशन के माध्यम से सभी को दिखया गया, ताकि अपने-अपने क्षेत्र में इस दिशा में बेहतर कार्य किया जा सके। मौके पर विधायक दीपिका पांडेय सिंह एवं उपायुक्त जिशान कमर के द्वारा जिले के मैट्रिक एवं इंटर के टॉप 03 छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहन के लिए प्रशस्ति पत्र भी वितरण किया गया।