नपेंगे भूमाफिया सहित कई पदाधिकारी
- सरकार के एक विधायक पर पैरवी करने का आरोप
देवघर/वरीय संवाददाता। जिले के कुंडा थाना क्षेत्र के करनीबाग स्थित संथालिया कोठी को फर्जी ढंग से पदाधिकारी की मिलीभगत से हड़पकर बेचने का मामला भूस्वामी दुलारी देवी पति दिवाकर सिंह ने ईडी के निदेशक को पत्र दिया है। ईडी कार्यालय मामले को गंभीरता से लेते हुए इस मामले संलिप्त सभी लोगों की जानकारी इकट्ठा करने में जुट गयी है।
आवेदक दुलारी देवी ने इस मामले में कुंडा थाना, एसपी देवघर, एसडीओ देवघर, डीसी देवघर, मुख्य सचिव, डीजीपी, मुख्यमंत्री, राज्यपाल, प्रधानमंत्री एवं राष्ट्रपति को आवदेन देकर न्याय की गुहार लगायी थी, लेकिन न्याय तो दूर किसी ने सुध तक नही ली। उन्होंने बताया की डीजीपी, मुख्य सचिव, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री तथा राष्ट्रपति कार्यालय से जिले के डीसी, एसपी को पत्र भेजा गया लेकिन भूमाफिया सुकदेव यादव पैसे के बल पर सभी जगह आवेदनों को कूड़ेदान में डलवाने का काम किया। इसके बाद दुलारी देवी के पति दिवाकर सिंह न्याय की मांग को लेकर पिछले 27 अक्तूबर 2022 को देवघर के गांधी प्रतिमा के समक्ष आमरण अनशन पर बैठे। इस दौरान उन्हें 10 दिनों में न्याय दिलाने को बात कहकर अनशन को समाप्त करा दिया गया। फिर 2 नवंबर 2022 को उपायुक्त ने से मुलाकात किया गया जिसमे उपायुक्त ने सदर एसडीओ दीपांकर चौधरी को निर्देश दिया कि 15 दिनों में समस्या समाधान का निर्देश दिय। एसडीओ ने छह माह तक तारीख देते रहे और इसी बीच सरकार के एक विधायक की पैरवी पर पीड़ित को न्याय नहीं मिला। मामला को रफा-दफा कर दिया। दिवाकर सिंह ने दो बार मुख्यमंत्री से मिलकर आवेदन भी दिया, लेकिन कही से कोई कारवाई नही होने पर वे ईडी कार्यालय में अब तक दिए सभी आवेदनों के साथ अपने मकान के सभी कागजात को सौंप दिया है। बताया गया है कि लॉक डाउन के दौरान उनके 6 करोड़ के मकान उनके किरायेदार सुकदेव यादव द्वारा कोरोना काल में अपनी बेटी के नामपर मात्र 41 लाख में फर्जी कागजात द्वारा रजिस्ट्री कर दिया। साथ अंचल कार्यालय द्वारा उन्हें कोई सूचना दिए बगैर मोटेशन भी कर दिया गया।