सारवा/संवाददाता। शनिवार की सुबह सूबे के कृषि मंत्री सह जरमुंडी विधानसभा क्षेत्र के स्थानीय विधायक बादल पत्रलेख के चाचा कामेश्वर पत्रलेख उर्फ कैलू बाबा का निधन लगभग 65 वर्ष की आयु में उनके कुशमाहा स्थित पैतृक निवास स्थान पर हो गया। चाचा के निधन की खबर सुनते ही क्षेत्र भ्रमण पर पहुंचे कृषि मंत्री बादल पत्रलेख अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए सीधे दासडीह गांव स्थित अजय नदी के सतीघाट पहुंचे। जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया। अपने चाचा के निधन पर भावुक हुए कृषि मंत्री ने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि बचपन में जिनकी गोदी में खेला करते थे। आज वह गोदी और बोली थम गई है। चाचा आज हम सबों के बीच नहीं हैं लेकिन उनकी प्रेरणा और हिम्मत सदा मेरे साथ रहेगी। ईश्वर से प्रार्थना है कि मृत आत्मा को शांति दे और हम सबों को इस दुख की घड़ी से उबरने का अवसर प्रदान करें। कृषि मंत्री के चाचा के निधन की खबर सुनते ही क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। निधन की खबर सुनते ही मंत्री के कुशमाहा स्थित पैतृक आवास में श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा रहा। दोपहर बाद उनका अंतिम संस्कार सती घाट पर विधि-विधान के साथ किया गया। बता दें कि कृषि मंत्री के चाचा लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उन्होंने अपने पीछे दो भाई हरिशंकर पत्रलेख, श्याम किशोर पत्रलेख भाभी, भागो, बहन, शहीद नाती पोतों से भरा परिवार छोड़ गए। मुखाग्नि उनके बड़े पुत्र विकास कुमार पत्रलेख ने दी। पुत्र अंकित पत्रलेख, वीरेंद्र पत्रलेख, भतीजा विक्रम पत्रलेख, विनीत पत्रलेख, प्रमुख प्रतिनिधि त्रिपुरारी मंडल, जिप सदस्य प्रतिनिधि संजय राय, भागना ललित झा, राजेश सिंह, दीपक झा, शकील अंसारी, मुखिया मुबारक अंसारी, बीरू यादव, छोटू सिंह, सरोज झा, मुन्ना राय, राजेश यादव, रोहित यादव, अजय ठाकुर, मधुसूदन राय, महादेव यादव सहित अन्य उपस्थित थे।
सालतर दूबे बाबा की वार्षिक पूजा 24 को
मधुपुर/संवाददाता। अनुमंडल के करौं प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत सालतर गांव में वार्षिक दूबे पूजा 24 जुलाई को धूमधाम से मनाया जाएगा। पूजा को लेकर ग्रामीणों की एक बैठक आयोजित की गई। बैठक में शांतिपूर्वक दूबे पूजा संपन्न कराने का निर्णय लिया गया। बैठक मंे दूबे पूजा के पूर्व मंदिर का रंग-रोगन एवं साफ-सफाई कराने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया। इस कार्य लिए के लिए सभी ग्रामीणों से सहयोग करने की अपील की गई। ग्रामीणों ने एक स्वर में कार्य पूरा करने पर सहमति जताई। ज्ञात हो कि प्रखंड क्षेत्र में विषहरण देव के नाम से प्रसिद्ध सालतर दूबे बाबा का महिमा अपरंपार है। अगर इस क्षेत्र में किसी को जहरीला सांप काट ले और वे सच्चे मन से बाबा के शरण में आते हैं तो कुछ ही घंटों में चंगा होकर अपने घर को चल जाते हैं। जिसका उदाहरण इस क्षेत्र के लोगों ने दर्जनों बार देखा है। मौके पर धनंजय पांडे, गणेश प्रसाद सिंह, ऋषि प्रसाद सिंह, रूपेश कुमार सिंह, नवीन कुमार सिंह, अरविंद कुमार सिंह, मिथिलेश कुमार राय सहित दर्जनो ग्रामीण बैठक में मौजूद थे।
रक्त संग्रहण केंद्र से जरूरतमंद मरीजों को ब्लड मिलना शुरू
मधुपुर/संवाददाता। अनुमंडलीय अस्पताल में रक्त संग्रहण केंद्र से जरूरतमंद रोगियों को ब्लड मुहैया कराना शुरू हो गया। इसकी जानकारी देते हुए अस्पताल उपाधीक्षक डॉक्टर मोहम्मद शाहिद ने कहा कि रक्त संग्रहण केंद्र में 29 यूनिट ब्लड वर्तमान मे मौजूद है। जिसमें नेगेटिव ब्लड ग्रुप छोड कर सभी प्रकार के ब्लड ग्रुप उपलब्ध है। कहा कि ब्लड मुहैया कराने से पहले रजिस्टर्ड नर्सिंग होम या प्राइवेट क्लीनिक के चिकित्सक का पर्ची होना अनिवार्य है। अगर कोई रोगी सरकारी अस्पताल में भर्ती है और उसे खून की आवश्यकता है तो अस्पताल के पर्ची पर ही नि:शुल्क ब्लड दिया जा सकेगा। सिर्फ ब्लड के बदले डोनर से एक यूनिट ब्लड की देने की शर्त होगी। जानकारी हो कि डोनर के लिए प्रत्येक मंगलवार और शनिवार को अस्पताल में ब्लड डोनेशन ऑन व्हील्स मौजूद रहता है। नि:शुल्क ब्लड लेने वाले रोगी डोनर से एक यूनिट रक्तदान उक्त दिवस को करवा सकते हैं। उन्होंने लोगों से अपील भी किया कि मंगलवार और शनिवार को ब्लड डोनेशन ऑन व्हील्स में रक्तदान करें ताकि जरूरतमंद लोगों को आसानी से ब्लड मुहैया करायी जा सके। उन्होंने ओ नेगेटिव ब्लड ग्रुप वाले लोगों से भी रक्तदान करने की अपील की क्योंकि यह बहुत ही रेयर ब्लड ग्रुप है और आकस्मिक स्थिति में इस ब्लड ग्रुप की जरूरत पड़ सकती है। उपाधीक्षक ने कहा कि थैलेसीमिया के मरीज को डोनर की आवश्यकता नहीं है। उन्हें नि:शुल्क ब्लड रक्त संग्रहण केंद्र से मुहैया कराया जाएगा।
उद्घाटन के वर्षों बाद भी शुरू नहीं हुआ पोस्टमार्टम हाउस
मधुपुर/संवाददाता। मधुपुर थाना क्षेत्र के पथलचपटी स्थित बैकुंठ धाम शमशान धाट के समीप 31लाख 98 हजार की लागत से बना पोस्टमार्टम हाउस भवन उद्घाटन के करीब चार साल बाद भी चालू नहीं हुआ। आज भी सड़क दुर्घटना, आत्महत्या या अन्य मामलों में मृत लोगों का पोस्टमार्टम कराने के लिए हजारों रुपए खर्च कर देवघर जाना पड़ता है। गरीबों को पोस्टमार्टम कराने के लिए कर्ज लेना पड़ता है। पोस्टमार्टम भवन का उद्घाटन गोड्डा सांसद निशिकांत दूबे ने 24 फरवरी 2019 में ही कर दिया था, लेकिन डॉक्टर समेत तकनीशियन का पदस्थापन नहीं हो पाने के कारण पोस्टमार्टम हाउस आज तक चालू नहीं हो पाया। इलाके के लोगों को इससे काफी परेशानी होती है। भवन निर्माण छह वर्ष पहले ही पूरा हो चुका है। इस बीच पोस्टमार्टम हाउस के आसपास नगर परिषद द्वारा सैकड़ों ट्रैक्टर कूड़ा-कचरा फेंक दिया गया था। जिससे गंदगी फैली हुई है। असामाजिक तत्वों ने भवन की खिड़की का शीशा भी तोड़ दिया है। बिजली कनेक्शन भी कटा हुआ है। फ्रिजर और पंजी की व्यवस्था भी नहीं की गई है। फिलहाल यहां एक गार्ड की प्रतिनियुक्ति है। स्थानीय लोगों ने मधुपुर में पोस्टमार्टम हाउस चालू कराने की मांग स्थानीय विधायक सह मंत्री हफीजुल हसन से की है।
क्या कहते हैं अस्पताल उपाधीक्षक : अनुमंडल अस्पताल मधुपुर के उपाधीक्षक डॉक्टर मोहम्मद शाहिद कहते हैं पोस्टमार्टम हाउस में चिकित्सक का पदस्थापन नहीं हुआ है। जरूरी सामान भी उपलब्ध नहीं है। मोटर और टंकी पहले ही चोरी हो गई थी।