सतत विकास के लिए प्राकृतिक संसाधनों का सदुपयोग के लिए उठाए अभिनव कदम
चिरेका। संवाददाता। चिरेका महिला कल्याण संगठन की अध्यक्षा डा. आभाञ्जलि शतपथी के कुशल नेतृत्व में चित्तरंजन महिला कल्याण संगठन की ओर से प्रकृति की प्रचुरता को उजागर करने और पर्यावरण-आध्यात्मिकता से युक्त पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के उद्देश्य के साथ साप्ताहिक वन महोत्सव का आयोजन किया गया। मौके पर आयोजित विविध कार्यक्रमों में सभी ने उत्साहपूर्ण हिस्सा लिया।
इतिहास रचते हुए सीएलडब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यूओ ने ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए वन महोत्सव के रूप में पहली बार इंटर स्कूल निबंध, चित्रांकन और रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया। इस अभिनव प्रयास ने सूचना, शिक्षा और संचार के क्षेत्र में एक प्रभावी संदेश दिया, जिससे छात्रों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ी।
इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण ‘अलिंगन’ पहल की शुरूआत थी, जो वनीकरण का जश्न मनाने और पर्यावरण-आध्यात्मवाद को बढ़ावा देने के लिए एक नया दृष्टिकोण था। चिरेका महिला कल्याण संगठन की ओर से संचालित स्कूलों जैसे शिशु विहार और आशा किरण के छात्रों और शिक्षकों ने पेड़ों के संरक्षक बनने की प्रतिज्ञा कर ‘अलिंगन’ की भावना को अपनाया। वृक्षारोपण कार्य का प्रचार प्रसार करने के उद्देश्य से छात्र-छात्राओं ने चिरेका महिला कल्याण संगठन सदस्याओं और विद्यालय शिक्षकों के मार्ग दर्शन में नए तरीके से आयोजित कार्यक्रम ‘बीज बम’ में भाग लिया।
पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए, “क्या होगा अगर पर्यावरण नहीं होगा और इसके दुष्प्रभाव” विषय पर प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। ‘वन महोत्सव’ के दौरान सभी छह उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों, शिशु विहार, नर्सरी स्कूल और चित्तरंजन रेल इंजन कारखाना रेल नगरी में स्थित दिव्यांग बच्चों के स्कूल आशाकिरण के स्कूली बच्चों के बीच विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इन सभी स्कूलों के छात्रों ने निबंध, पेंटिंग, नारा लेखन और प्रश्नोत्तरी के माध्यम से अपने दृष्टिकोण अभिव्यक्ति की।
वन महोत्सव के समापन के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में चिरेका के सम्मानित महाप्रबंधक देबी प्रसाद दास और अन्य विभागाध्यक्ष गण कार्यक्रम में उपस्थित हुए। इसके अलावा पूरे सप्ताह के कार्यक्रम में सक्रिय योगदान कर सफल संचालन करने वाली चिरेका महिला कल्याण संगठन की अध्यक्षा डा. आभाञ्जलि शतपथी सहित चिरेका महिला कल्याण संगठन की उपाध्यक्ष विमला यादव, सचिव, अंजू गुप्ता, कोषाध्यक्ष सचिका अग्रवाल सभी सदस्यगण तथा दोनों विद्यालयों की प्राचार्या समापन समारोह में उपस्थित थीं।
समापन समारोह में 19 निबंधकारों, 19 नारा रचनाकारों और 9 प्रश्नोत्तरी विजेताओं को श्री दाश और डॉ. सतपथी ने सम्मान प्रदान किया। निबंध प्रतियोगिता और नारा लेखन में कुल 19 प्रतिभागियों का चयन किया गया। इन 19 प्रतिभागियों में 1-1 सर्वश्रेष्ठ प्रतिभागियों का चयन कर उन्हें पुरस्कृत किया गया। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल प्रथम, केंद्रीय विद्यालय द्वितीय तथा बर्नपुर रिवरसाइड स्कूल तृतीय स्थान पर रहे। सभी विद्यालयों के तीन तीन प्रतिभागियों कुल 9 चयनित विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित श्री दाश ने स्कूली बच्चों सहित रेल नगरी के पूरे परिवार (शिक्षक और माता-पिता ) के बीच निबंध, नारा लेखन, प्रश्नोत्तरी जैसे अद्भुत आईईसी उपकरणों का उपयोग करके पहली बार ऐसा अभिनव पहल कर पर्यावरण-संवेदनशीलता का संदेश फैलाने के लिए चिरेका महिला कल्याण संगठन को बधाई दी। उन्होंने यह भी आग्रह किया कि सतत विकास के लिए प्राकृतिक संसाधनों का सदुपयोग आज के समय की मांग है। चिरेका महिला कल्याण संगठन के ठोस प्रयासों ने एकजुटता और एकता का माहौल बनाकर पर्यावरणीय चेतना के भविष्य की शुरुआत कर नए मील के पत्थर स्थापित किए।