- बाबा बैद्यनाथ व बासुकीनाथ के दरबार में टेका माथा
देवघर/नगर संवाददाता। गुरुवार को भाजपा नेता सह छत्तीसगढ़ विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता नारायण सिंह चंदेल का आगमन बाबा बैद्यनाथ की नगरी देवघर में हुआ। जहां भाजपा की ओर से उनका जोरदार स्वागत किया गया। वह भाजपा के महा जनसंपर्क अभियान के तहत रांची में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे थे। जहां से आज दोपहर में सेवा विमान से वह सपरिवार बाबा बैद्यनाथ के मनोकामना लिंग का दर्शन पूजन कर वह बाबा फौजदारी का दर्शन पूजन करने बासुकीनाथ रवाना हुए। वहां से लौटने के बाद उन्होंने बाबा का श्रृंगार दर्शन किया। श्री चंदेल के देवघर आगमन पर भाजपा की ओर से जिला उपाध्यक्ष राकेश नरौने सुग्गा के नेतृत्व में देवघर एयरपोर्ट पर उनका जोरदार स्वागत पुष्प गुच्छ भेंटकर व शाल ओढ़कर किया गया। स्वागत करने वालों में जिला के उपाध्यक्ष राकेश नरौने सुग्गा, जिला कोषाध्यक्ष दिलीप सिंह, महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष विजया सिंह, धनंजय तिवारी, सचिन सुल्तानिया, परमेश राव, अमनदीप गोलू, बजरंगी साह, कुंदन गुप्ता, राजूराम आदि कार्यकर्ता शामिल हैं।
विधायक से नाला व सड़क निर्माण कराने की मांग
देवघर/नगर संवाददाता। शहर के वार्ड नंबर 24 के छत्तीसी मोहल्ला के कीर्तन मंदिर गली के निवासियों ने स्थानीय विधायक सह भाजपा जिला अध्यक्ष नारायण दास से गली में सड़क व नाला निर्माण कराने की मांग की है। मोहल्ला वासियों ने विधायक से गुहार लगाया है कि कीर्तन मंदिर गली में नगर निगम द्वारा अब तक नाला व सड़क निर्माण नहीं कराया गया है। जिसके कारण लोगों को आने जाने में काफी और सुविधाओं का सामना करना पड़ता है। उन्होंने इस बाबत विधायक से नगर निगम को निर्देश देने की गुहार लगाई है, ताकि आने जाने में लोगों को सुविधा हो। विधायक से गुहार लगाने वालों में ललटू दास सहित अन्य लोग शामिल हैं।
दीनबंधु उच्च विद्यालय की मान्यता पुन: बहाल करने की मांग
देवघर/नगर संवाददाता। अखंड प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के सचिव ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से शहर के दीनबंधु उच्च विद्यालय की मान्यता पुन: बहाल करने की मांग की है। इस बाबत जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में उन्होंने कहा है कि दीनबंधु उच्च विद्यालय एक भाषाई अल्पसंख्यक विद्यालय है। इसकी स्थापना 1985 में स्थानीय लोगों के सहयोग से की गई है। विद्यालय को पूर्व में बिहार सरकार द्वारा स्थापना अनुमति 1989 को प्राप्त हुई है, तभी से यह विद्यालय संचालित है। विद्यालय निजी तौर पर संचालित है। विद्यालय को वर्ष 2000 से जैक रांची द्वारा मैट्रिक परीक्षा के संचालन के लिए अनुमति प्राप्त हुई है। विद्यालय के पास पर्याप्त कमरा है। साथ ही विद्यालय को झारखंड सरकार द्वारा 2005 से अनुदान भी प्राप्त होता रहा है। वर्ष 2018 में जैक रांची द्वारा विद्यालय की मान्यता समाप्त कर दी गई है। जिसके कारण विद्यालय के संचालन में कठिनाई हो रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री से पुन: विद्यालय की मान्यता बहाल करने की मांग की है।