देवघर/वरीय संवाददाता। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) चरण-2 के तहत ग्राम स्तर पर शत प्रतिशत स्वच्छता कवरेज हेतु एक दिवसीय बैठक का आयोजन विकास भवन के सभागार में किया गया। इस दौरान उपविकास आयुक्त ने कहा कि स्वच्छता भारत मिशन (ग्रामीण) कार्यक्रम वर्ष 2014 से चलाया जा रहा है, जिसके अंतर्गत ग्राम स्तर पर शत-प्रतिशत योग्य लाभुकों की पहचान कर उनके घरों में व्यक्तिगत घरेलू शौचालयों का निर्माण कराया गया है, जिसके आधार पर ही पंचायतों को ओ डी एफ घोषित किया गया है। इसके साथ ही वर्तमान में सरकार से यह निर्देश गया है कि ग्राम स्तर पर वैसे कोई लाभुक/परिवार जो व्यक्तिगत घरेलू शौचालयों के लाभ से वंचित रह गये हो, उन्हें शौचालय की सुविधा दिया जाना है। इस संदर्भ में कोई भी लाभुक व्यक्तिगत घरेलू शौचालयों के लाभ हेतु सीधे रूप से अपना आवेदन जल सहिया के माध्यम से अथवा ऑनलाईन वेबसाईट पर दे सकता है। उन्होंने कहा कि समय-समय पर ग्राम स्तर पर नये परिवार का अस्तित्व होता है। अथवा संयुक्त परिवार से लोग अलग होकर नये घर का निर्माण उपरांत वे एकल परिवार के रूप में निवास करते है। ऐसे में यह संभव है कि ग्राम स्तर पर कुछ योग्य लाभुक शौचालय की सुविधा से वंचित रह गये होंगे। ऐसे में आवश्यक है कि वंचित रह गये वैसे लाभुकों को शौचालय की सुविधा दी जा सके। बैठक के दौरान संबंधित विभाग यथा पेयजल एवं स्वच्छता, पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास विभाग के पदाधिकारियों, सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी कनीय अभियंता, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल, के अधिकारियों ने उपरोक्त विषय पर किये जाने वाले कार्यों पर विस्तृत चर्चा की।
इसके अलावे उप विकास आयुक्त डॉ कुमार ताराचन्द ने संबंधित अधिकारी को निदेशित करते हुए कहा कि अपने-अपने क्षेत्र अंतर्गत प्रत्येक स्तरों यथा- ग्राम पंचायत प्रखण्ड एवं जिला स्तर पर शत-प्रतिशत शौचालय की उपलब्धता एवं उपयोगिता से संबंधित घोषणा-पत्र दिनांक 10.07.2023 तक सभी ग्राम पंचायत मुखिया के माध्यम से प्रखण्ड विकास पदाधिकारी को उपलब्ध करायी जाय। इसके उपरांत प्रखण्ड स्तर से संबंधित घोषणा-पत्र दिनांक 20.07.2023 तक जिला स्तर पर एवं अंतिम रूप से उपलब्ध करावे ।साथ ही प्रत्येक माह की दो तारीख को स्वच्छता सभा किये जाने का निर्देश पंचायती राज एवं पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अधिकारियों को दिया गया। वहीं आगामी माह यथा जून में आयोजित ग्राम सभा में छुटे हुए लाभुकों की पहचान की जाय एवं लाभुकों के द्वारा स्वयं से शौचालय के निर्माण हेतु उन्हें प्रेरित किया जाय। इस क्रम में यह भी ध्यान दिया जाय कि स्थानीय स्तरों पर राजमिस्त्री/रानी मिस्त्री की पहचान कर उन्हें शौचालय निर्माण संबंधित कार्यों का प्रशिक्षण प्रदान किया जाय, ताकि ससमय शौचालयों के निर्माण में उनका सहयोग लिया जा सके। इसके साथ ही जुलाई माह में आयोजित ग्राम सभा में यह प्रस्ताव पारित किया जाय कि हमारे गांव के प्रत्येक घरों में शौचालयों की व्यवस्था है। कोई भी घर छुटा नहीं है एवं सभी लोगों के द्वारा शौचालयों का उपयोग किया जाता है।
बैठक में देवघर जिलांतर्गत सभी 194 पंचायतों लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के साथ नए शौचालयों के निर्माण व शत प्रतिशत शौचालयों के प्रयोग एवं इनके ना प्रयोग होने से होने वाली दुष्प्रभावों से लोगो को रूबरू कराया जाए।उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन (ग्रमीण) के तहत सिर्फ लाभुकों के घरो में शौचालयों का निर्माण कराना ही नही है बल्कि शौचालयों के प्रयोग के प्रति लोगो के व्यवहारों में परिवर्तन लाना भी है, ताकि हम अपने आस-पड़ोस को स्वच्छ बनाने के साथ-साथ अपने आनेवाली पीढ़ियों को स्वच्छ व स्वस्थ्य समाज दे सके।
इस दौरान जिला पंचायती राज पदाधिकारी रणवीर सिंह, कार्यपालक अभियंता अभियंता पेयजल एवं स्वच्छता विभाग संजय प्रसाद, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी रवि कुमार, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी रून्नु मिश्रा, कनीय अभियंता पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल, उप परियोजना निदेशक मंटू कुमार, विभिन्न प्रखण्डों के प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, जिला समन्वयक मधुपुर, पंकज भूषण पाठक, डीसी सेल से देवांजली मंडल, सहायक जनसम्पर्क पदाधिकारी रोहित कुमार विद्यार्थी, विभिन्न प्रखण्डों के प्रखण्ड समन्वयक, संबंधित विभाग के अधिकारी व कर्मी आदि उपस्थित थे।