स्लिप निर्गत में स्थानीय को नहीं मिल रही है प्राथमिकता
चितरा/संवाददाता। एसपी माइंस चितरा कोलियरी ट्रक मालिकों ने कोलियरी के सेल्स विभाग पर मनमानी का आरोप लगाया है। आरोप है कि सेल्स विभाग द्वारा मनमानी करते हुए स्थानीय ट्रक मालिकों को प्राथमिकता नहीं देकर बाहरी ट्रकों का चालान स्लिप निर्गत किया जा रहा है। जबकि चालान स्लिप निर्गत किए गए ट्रक उपस्थित होते ही नहीं। वहीं स्थानीय ट्रक, जो खड़े रहते हैं, उसका स्लिप पीछे कर दिया जाता है। इस संबंध में ट्रक ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष पप्पू भोक्ता ने कहा कि ई-ऑक्शन के तहत फ्री सेल का कोयला उठाव में कोटा नियम का पालन नहीं किया जाता है। जिससे स्थानीय ट्रक मालिकों एवं कोयला व्यावसाइयों को काफी परेशानी होती है। साथ ही क्षमता से अधिक स्लिप काटा जाता है। इस अव्यवस्था से स्थानीय ट्रक मालिकों को स्थानीयता का प्राथमिकता नहीं मिलती है। कहा कि बाहरी ट्रक वाले को नियम के तहत ही चालान स्लिप दिया जाय। उन्होंने यह भी कहा कि सेल्स विभाग की कार्यशैली से ट्रक मालिकों में अक्सर नोक झोंक होती रहती है, जिससे अव्यवस्था उत्पन्न होती है। मौके पर जुगनू यादव, वीरेंद्र भोक्ता, सुरेश सिंह, सुजीत रजक, जगन्नाथ यादव आदि मौजूद थे।
विद्यालय में बेटी का दाखिला कराने को ले भटक रही है मां
- पोषक क्षेत्र में नहीं रहने का हवाला देकर पल्ला झाड़ रहे हैं हेडमास्टर
मारगोमुंडा/संवाददाता। सरकार एक तरफ जहां बच्चों को स्कूली शिक्षा दिलाने को लेकर हर तरह से प्रयासरत है और बच्चों को शिक्षा दिलाने को लेकर कई तरह की योजनाओं से लाभान्वित कर बच्चों को शिक्षा के प्रति जोड़ रही है। वहीं मध्य विद्यालय, मार्गोमुंडा के प्रधानाध्यापक की मनमानी से परेशान अभिभावक अपने बच्चों को शिक्षा दिलाने के लिए नामांकन को लेकर गुहार लगाते दिख रहे हैं। जिसको लेकर प्रखण्ड अंतर्गत महजोरी पंचायत के अहरासोल गांव निवासी जरीना बीबी ने बताया कि उनकी सात वर्षीय बेटी फरजिमा खातून का नामांकन मध्य विद्यालय, मार्गोमुंडा में विद्यालय के प्रधानाध्यापक द्वारा नहीं लिया जा रहा है। जिसकी सूचना स्थानीय मुखिया को भी दी गयी है। बावजूद भी प्रधानाध्यापक द्वारा मेरी बेटी का नामांकन नहीं ले रहे हैं। नामांकन को लेकर वह दर-दर भटक रही है। सोशल मीडिया के माध्यम से सूबे के अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के मंत्री को आवेदन भेजकर प्रधानाध्यापक की मनमानी रवैये से अवगत कराते हुए गुहार लगायी है।
इधर विद्यालय के प्रधानाध्यापक चंदमोलेश्वर पांडेय ने कहा बच्ची पोषक क्षेत्र में नहीं है, इसलिए उस बच्ची का नामांकन नहीं लिया जा रहा है।
क्या कहते हैं बीइइओ : बीइइओ बसंत नारायण सिंह ने बताया कि अभी श्रावणी मेला ड्यूटी में हूं। विद्यालय में नामांकन को लेकर ऐसी कोई बाध्यता नहीं है। अभिभावक बच्चों की सुविधा अनुसार कहीं भी नामांकन करा सकते हैं।