- विकास कार्यों में तेजी लाने का दिया निर्देश
गोड्डा/ मेहरमा। कार्यालय संवाददाता। उपायुक्त जिशान कमर ने पूर्व निर्धारित क्षेत्र भ्रमण कार्यक्रम के तहत बुधवार को जिले के मेहरमा प्रखंड का निरीक्षण किया। इस दौरान उपायुक्त ने प्रखंड और अंचल कार्यालयों का निरीक्षण किया। साथ ही विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। प्रखंड एवं अंचल कार्यालय निरीक्षण के दौरान उपायुक्त के द्वारा प्रखंड विकास पदाधिकारी से मेहरमा प्रखंड के अंतर्गत चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी ली गई। साथ ही विकास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए गए। प्रखंड निरीक्षण के दौरान ग्रामीणों की समस्याओं को सुना गया। भ्रमण कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त के द्वारा प्रखंड के विभिन्न गांवों के खराब पड़े जलमीनार को 15वें वित्त आयोग की राशि से मरम्मत कराने का निर्देश दिया गया। इस दौरान अंचल कार्यालय से ऑनलाइन रसीद व जमीन नामांतरण, जन्म-मृत्यु निबंधन, सावित्री बाई फुले समृद्धि योजना की प्रगति की समीक्षा की गई। साथ ही कार्यों में तेजी लाने का निर्देश दिया गया। निरीक्षण के दौरान उपायुक्त के द्वारा प्राथमिक विद्यालय दासूचकला, उत्क्रमित विद्यालय पीपरा में बनाए गए मतदान केंद्रों में उपलब्ध संसाधनों की जांच की गई। साथ ही साथ स्कूली बच्चों से पठन-पाठन के संबंध में जानकारी ली गई। भ्रमण कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त के द्वारा लकड़मारा बांध का निरीक्षण किया गया एवं किसानों की समस्याओं को सुनकर संबंधित पदाधिकारियों को पेंडिंग पड़े कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। निरीक्षण कार्यक्रम के दौरान अनुमंडल पदाधिकारी, महागामा सौरभ कुमार भुवानियां, प्रखंड विकास पदाधिकारी अभिषेक कुमार सिंह, अंचलाधिकारी सुनील कुमार सहित अन्य पदाधिकारी गण व कर्मीगण मौजूद थे।
आंगनवाड़ी में बच्चों को मेन्यू के मुताबिक नहीं मिलता भोजन
- डीसी और एसडीओ के समक्ष सहायिकाओं ने सच किया उजागर
- सीडीपीओ और सुपरवाइजर पर मनमानी करने का लगाया आरोप
मेहरमा। संवाददाता। प्रखंड के बाल विकास परियोजना विभाग की मनमानी के कारण अधिकतर आंगनवाड़ी केंद्र में पढ़ने वाले बच्चों को सरकार के द्वारा जारी मेन्यू के अनुसार मध्याह्न भोजन नहीं मिल रहा है। उक्त बातें प्रखंड की सहायिकाओं ने उपायुक्त जिशान कमर, एसडीओ सौरभ कुमार भुवानियां से कही। साथ ही आंगनवाड़ी केंद्र संचालन में हो रही परेशानियों से अवगत कराया। सहायिकाओं ने एक सुर में डीसी एवं एसडीओ को कहा कि बाल विकास परियोजना पदाधिकारी एवं सुपरवाइजर की मनमानी के कारण आंगनवाड़ी केंद्रों में मेन्यू के अनुसार खाद्यान्न मुहैया नहीं कराया जाता है। साथ ही आंगनवाड़ी सेविका और सुपरवाइजर की मनमानी के कारण सहायिका को उपस्थिति पंजी में हस्ताक्षर नहीं करने दिया जाता है। जबकि इस मामले को लेकर पूर्व में भी सहायिकाएं महागामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह से इसकी शिकायत कर चुकी है। मालूम हो कि आंगनवाड़ी केंद्रों में मिलने वाला मध्याह्न भोजन का खाद्यान्न आंगनवाड़ी केंद्र पर रखने की बजाय सेविका के घर रखा जाता है। जबकि आंगनवाड़ी केंद्रों में खाद्यान्न का सामग्री रखने का सरकारी निर्देश है। इधर बाल विकास परियोजना पदाधिकारी सुनील कुमार ने आंगनवाड़ी सहायिकाओं द्वारा लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए सहायिका को ही दोषी बताया है।
जीवन पयंर्त शिक्षा के प्रति समर्पित रहे प्राण किष्टो सिंह
- भारत-भारती पब्लिक स्कूल के निदेशक के निधन से शोक की लहर
गोड्डा। कार्यालय संवाददाता। जो इस संसार में आया है, उनका जाना निश्चित है। जन्म हुआ है तो मौत भी अवश्यंभावी है। लेकिन मौत के बाद भी जिन लोगों को शिद्दत से याद किया जाता है, वे अमर हो जाते हैं। शिक्षा के प्रति जीवन पयंर्त समर्पित भारत-भारती पब्लिक स्कूल के संस्थापक सह निदेशक प्राण किष्टो सिंह का नश्वर शरीर भले ही अब नहीं है, लेकिन शिक्षा के प्रति उनके योगदान के कारण उन्हें सदैव याद किया जाता रहेगा। 05 दशकों तक शिक्षा का अलख जगाने वाले गोड्डा के प्रतिष्ठित विद्यालय भारत-भारती पब्लिक स्कूल के संस्थापक सह निदेशक प्राण किष्टो सिंह का निधन 07 जुलाई, 2023 को हो गया। उन्होंने अध्यापन का कार्य ठाकुरगंगटी प्रखंड के मध्य विद्यालय, भतखोरिया से 22 वर्ष की अवस्था में शुरू किया था। बच्चों के सर्वांगीण विकास में चाहे वह भाषण हो, खेल हो या नाट्य मंच हो, सभी विद्या में बच्चों को पारंगत करना चाहते थे। प्रथम पदस्थापन के समय से ही उनके छात्रों ने अपने-अपने क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित किए। चाहे वह साहित्य अकादमी पुरस्कार से पुरस्कृत अंगिका का लेखन हो या फिर भागलपुर विश्वविद्यालय के प्रथम डॉक्टर ऑफ साइंस कैलाश प्रसाद ठाकुर, सभी उनके परम शिष्य हैं। उनके पढ़ाए अनेकों छात्र अपने गुरु और समाज का नाम रोशन कर रहे हैं। गोड्डा प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय, हरिपुर में इनका दूसरा पदस्थापन हुआ। स्कूल की टीम में उनके साथ साहिब राम महतो, फौदी साह जैसे कर्तव्यनिष्ठ शिक्षक भी शामिल थे, जो सरकारी विद्यालय के बच्चों को तैयार करने नेतरहाट स्कूल भेजते थे। उसी कड़ी में गोड्डा के वर्तमान सिविल सर्जन डॉ. अनंत कुमार झा उनके परम शिष्य हैं। ऐसे अनेकों छात्र हैं, जो शिक्षक हैं, कर्मचारी हैं, प्रोफेसर हैं, डॉक्टर हैं। मध्य विद्यालय, मसलिया दुमका जिला और मध्य विद्यालय, मधुबन देवघर जिला में इनका पदस्थापन हुआ, जहां उन्होंने ग्रामीण इलाके के बच्चों के बीच शिक्षा का ज्ञान फैलाने का काम किया। 1974 में स्व. सिंह देवघर जिला के मध्य विद्यालय, मधुबन के प्रधानाध्यापक हो गए। विद्यालय भवन विहीन था। उन्होंने राजा पथरोल से 5 एकड़ जमीन विद्यालय के लिए दान में प्राप्त किया और जन सहयोग से बड़ा विद्यालय भवन स्थापित कर दिया। उन्हीं के विद्यालय में उनके सहकर्मी मधुसूदन मंडल आज आरएसएस का झारखंड में एक बड़ा चेहरा हैं। स्वर्गीय सिंह के सुपुत्र प्रलय कुमार सिंह, जो भारत-भारती स्कूल का संचालन करते हैं, ने बताया कि पिताजी 1980 से महागामा प्रखंड के मध्य विद्यालय, बनरचुआ के प्रधानाध्यापक रहे। विद्यालय का उस समय भवन निर्माण के लिए कुछ फंड ज्यादा नहीं हुआ करता था। प्रधानाध्यापक के रूप में उनके पिताजी ने अपने घर के ही सारे बांस को काट कर स्कूल मरम्मत करवाया। स्वर्गीय सिंह सामाजिक कार्य के लिए विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े रहे। भौतिक संसाधनों को जुटाने में उनकी ज्यादा अभिरुचि नहीं होती थी। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा से भी जुड़े रहे। सेवानिवृत्ति के बाद अपनी जिंदगी की दूसरी पारी उन्होंने शुरू की। अपने पुत्र प्रलय कुमार सिंह को आदेश दिया। एक मूलभूत सुविधाओं से युक्त स्कूल की स्थापना करो। भारत-भारती विद्यालय की स्थापना 2,000 में की। अपने पेंशन के पैसों से शुरूआती दौर में वे शिक्षकों को वेतन दिया करते थे। उन्होंने जिस निजी स्कूल की आधारशिला रखी थी, वह आज एक विशाल पेड़ बन चुका है। भारत भारती स्कूल भाड़े के मकान से शुरू होकर आज गोड्डा और बिहार के बांका जिले में विद्यालय का दो कैंपस है। उनके स्कूल में कई ऐसे छात्र हैं, जो उन्हीं के आदेश से या तो नि:शुल्क पढ़ते हैं या आधे शुल्क में पढ़ते हैं। गोड्डा के ऐतिहासिक गांधी मैदान में गणतंत्र दिवस के अवसर पर हर वर्ष आयोजित झांकी में भारत भारती पब्लिक स्कूल की झांकी को लेकर उपस्थित रहा करते थे। उनके निधन से कई सारे छात्र, जो भारत के सर्वश्रेष्ठ संस्थानों में आईआईटी, एनआईटी से पास कर देश की सेवा कर रहे हैं, या पढ़ रहे हैं, उन्होंने अपनी अभिव्यक्ति दी कि हमने आज अपना सर्वश्रेष्ठ गुरु खो दिया । उन्होंने अपने लिए भले ही भौतिक संसाधन नहीं जुटाया हो लेकिन ईश्वर ने उन्हें बहुत कुछ दिया। नाम दिया और उनके वृहत परिवार में तो हजारों छात्र-छात्राएं अपने-अपने मंजिल प्राप्त कर चुके हैं या करने की ओर अग्रसर हैं। उनके रक्त परिवार में भी आधा दर्जन इंजीनियर एवं डॉक्टर हैं। उनके दो पुत्र हैं प्रलय कुमार सिंह और प्रवीर कुमार सिंह। प्रलय कुमार सिंह उनके द्वारा स्थापित विद्यालय का संचालन करते हैं और प्रवीर कुमार सिंह भी शैक्षणिक जगत से जुड़े हैं। बिहार सरकार के विद्यालय में कार्यरत है। अपने सीमित संसाधनों के बाद भी उन्होंने अपने पुत्र को दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ाया। उनकी एक युक्ति हमेशा बोली जाती है वह अपने सभी सहकर्मियों को कहा करते थे कि इस हड्डी का दधीचि मुनि की तरह धनुष नहीं बनेगा, जिससे असुर ( बकासुर) मारा जाएगा, बल्कि अपने शरीर की हड्डियों का इस्तेमाल सार्वजनिक जिंदगी और व्यक्तिगत जिंदगी में अच्छे कार्यों में कीजिए। इसी बात को चरितार्थ करते हुए उन्होंने अपना सारा जीवन होम कर दिया।
महागामा में पुलिस ने चलाया वाहन जांच अभियान
महागामा। संवाददाता। पुलिस अधीक्षक नाथू सिंह मीणा के आदेशानुसार महागामा-गोड्डा मुख्य मार्ग स्थित मोहनपुर चौक के समीप बुधवार को पुलिस के द्वारा एंटी क्राइम चेकिंग अभियान चलाया गया। इस दौरान दो पहिया वाहन और चार पहिया वाहनों की जांच किया गया। वाहन जांच अभियान का नेतृत्व अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी शिव शंकर तिवारी एवं पुलिस निरीक्षक कमलेश प्रसाद संयुक्त रूप से कर रहे थे। वाहन जांच अभियान के तहत दो पहिया वाहनों की डिक्की एवं चालकों की भी तलाशी ली गई। साथ ही चार पहिया वाहनों के डिक्की की भी तलाशी ली गई। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी शिव शंकर तिवारी ने बताया कि एंटी क्राइम चेकिंग में अवैध हथियार, अवैध सामान एवं अवैध नशीली पदार्थों की तलाशी ली जाती है। बताया कि इन्हीं सब बातों को लेकर दोपहिया वाहन और चार पहिया वाहन की डिक्की की तलाशी ली जाती है।
सरकारी खाद्यान्न की ढुलाई की जाती है ओवरलोडेड वाहनों से
-सरकारी विभाग ही उड़ा रहे नियमों की धज्जियां
हनवारा। संवाददाता। इन दिनों महागामा में सरकारी विभाग ही यातायात नियमों का खूब उल्लंघन कर रहे हैं। एक तरफ ओवरलोड वाहनों पर विभाग लगातार शिकंजा कस रहा है, वहीं दूसरी ओर सरकारी विभाग द्वारा ही माल ढुलाई कार्य में लगे ट्रैक्टर में क्षमता से अधिक माल ढुलाई की जा रही है। लेकिन इस पर अब तक अंकुश नहीं लगा पाई है। महागामा एफसीआई गोदाम में खाद्यान की सप्लाई ओवरलोड ट्रैक्टर के जरिए की जा रही है। जबकि खाद्यान्न लेकर जन वितरण प्रणाली दुकानों तक जाने वाले ट्रैक्टर में भी क्षमता के मुताबिक ही खाद्यान्न की लोडिंग और सप्लाई की जानी है। बावजूद इसके यातायात नियमों को ताक पर रख एफसीआई गोदाम से ओवरलोड ट्रैक्टर से खाद्यान्न भेजे जा रहे हैं। इससे खाद्यान्न लदे ट्रैक्टर के दुर्घटना होने की संभावना बनी हुई रहती हैं। लेकिन खाद्यान्न के इस ओवरलोडिंग के खेल पर अंकुश लगाने में विभाग नाकाम साबित हो रहे हैं। जबकि सरकार ने सरकारी मालों की ढुलाई में भी यातायात नियमोंं का पालन किए जाने के निर्देश जारी किए हैं। महागामा एफसीआई गोदाम से खाद्यान्न ट्रैक्टर द्वारा जनवितरण दुकानों तक भेजे जाते हैं। जहां क्षमता से अधिक लोड किया जाता है। एफसीआई गोदाम में यातायात नियमों की अनदेखी करते हुए ट्रैक्टर पर ओवर लोड खाद्यान लादे जा रहे हैं। जिस पर पाबंदी लगाना विभाग के लिए चुनौती पूर्ण है।
डोर टू स्टेप डिलिवरी सिस्टम में भी ओवरलोडिंग
एफसीआई द्वारा ओवर लोड खाद्यान्न भेजने के साथ ही यहां डोर टू स्टेप डिलिवरी सिस्टम में भी ओवर लोडिंग का खेल जारी है। एफसीआई गोदाम से डोर टू स्टेप डिलिवरी सिस्टम के जरिये डीलरों को भजे जाने वाले खाद्यान्न भी ओवर लोड होते हैं। जो ट्रैक्टरों पर क्षमता से कई गुणा अधिक खाद्यान्न ओवरलोड कर उसकी सप्लाई की जा रही है। सरकारी मालों की ढुलाई में भी यातायात नियमों का पालन किया जाना है। लेकिन सभी नियमों को ताक पर रखकर धड़ल्ले से ओवरलोड का खेल जारी है। जिसके साथ साथ डोर टू स्टेप डिलीवरी सिस्टम में ओवरलोड ट्रैक्टर पर जुगाड़ टेक्नोलॉजी से बैठने और सोने की सुविधा विकसित की जाती है। जिस पर दो से चार की संख्या में मजदूर बैठे या सोए रहते हैं। लेकिन ट्रैक्टर ट्रॉली पर बनाए गए सोने और बैठने की व्यवस्था सुरक्षा के दृष्टिकोण से बहुत ही घातक है। कभी भी कोई भी बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती है। ऐसे वाहन प्रखंड क्षेत्र में ज्यादातर देखने को मिलते हैं।
मरम्मत के कारण आज महागामा अनुमंडल में बाधित रहेगी बिजली
हनवारा। संवाददाता । महागामा अवर प्रमंडल के विद्युत विभाग के सहायक अभियंता दीपक कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए जानकारी दी है कि गुरुवार को 33 हजार केवी लाइन में मेंटनेंस कार्य किया जाएगा। इसके कारण सुबह 10 बजे से संध्या करीब 4 बजे तक नयानगर, मेहरमा, ठाकुरगंगटी, बोआरीजोर में विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। विद्युत विभाग ने खेद प्रकट करते हुए उपभोक्ताओं से सहयोग करने की अपील की है।
बांध खुदाई के नाम पर अवैध निकासी की हुई रिकवरी
स्पष्टीकरण के बाद दोषी पदाधिकारियों पर हो सकती है कार्रवाई
मेहरमा। संवाददाता । प्रखंड के बलबड्डा पंचायत अंतर्गत शाहीचक में कुल पांच बांध का नाम बदल-बदल कर मनरेगा योजना के तहत खुदाई कराया गया था। जिसमें लगभग 8 लाख रुपये की अवैध निकासी हुई थी। मामला उजागर होने के बाद जिले के अधिकारी के साथ-साथ प्रखंड प्रशासन पूरी तरह रेस हो गया था। मजबूरन प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी ने मामले की जांच करने का निर्देश दिया। जांच टीम ने मामला को जांच में सही पाया और उसी के आधार पर दोषी कर्मी से सरकारी राशि की वसूली की गई। हालांकि दोषी पदाधिकारियों को बचाने के उद्देश्य से विभागीय कार्रवाई किसी के विरुद्ध अब तक नहीं हुई है। जबकि मनरेगा के तहत संचालित कई ऐसी योजना है जिसे गहराई से जांच करा ली जाए तो कितने अधिकारी नप जायेंगे। मनरेगा योजना के नाम पर मेहरमा प्रखंड के कई पंचायतों में लूट चल रही है। जबकि बीच-बीच में मामला उजागर होता रहता है और कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जाती है। पकड़े जाने पर उसी पदाधिकारी से रिकवरी करते हुए सभी गलतियों को माफ कर दिया जाता है। जबकि प्रखंड के चौक-चौराहे पर चर्चा है कि संबंधित पदाधिकारी को चढ़ावा चढ़ाने पर दोषी कर्मी भी विभागीय कार्रवाई से बच जाते है। इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी अभिषेक कुमार सिंह ने मीडिया को बताया कि अवैध निकासी मामले में जांच टीम ने मामला को सही पाया है और अवैध निकासी की गई राशि को शत- प्रतिशत रिकवरी कर लिया गया है। विभागीय कार्रवाई के लिए स्पष्टीकरण मांगा गया है स्पष्टीकरण का जवाब मिलते ही विभागीय कार्रवाई के लिए वरीय अधिकारी को पत्राचार किया जाएगा। अब देखना, दिलचस्प होगा कि स्पष्टीकरण का जवाब के बाद दोषी पदाधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई होती है या फिर मामले को रफा-दफा किया जाता है।