-30 हजार बीड़ी कारोबार से जुड़े श्रमिकों को हो रही है परेशानी
पाकुड़/संवाददाता। जिला के बीड़ी श्रमिकों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने को लेकर ईशाकपुर के पास बनाये गये बीड़ी श्रमिक अस्पताल इन दिनों पूरी तरह से जर्जर अवस्था में पहुंच चुकी है। बीड़ी मजदूर बराबर इस पर सवाल उठा रहे हैं। वहीं रविवार को भाजपा जिला अध्यक्ष हिसाबी राय ने बीड़ी श्रमिक अस्पताल का जायजा लिया। वहीं अस्पताल परिसर में फैले झाड़, जंगल के बीच वे अस्पताल परिसर के अंदर विभिन्न कमरे का निरीक्षण किया। बीड़ी अस्पताल रख-रखाव के अभाव में बंद कर दिए गए हैं। लाखों का सामान चोरी हो गया है। वहीं निरीक्षण करने के बाद जिला उपाध्यक्ष हिसाबी राय ने बीड़ी मजदूरों के हित में केंद्रीय मंत्री श्रम एवं रोजगार भुपेन्द्र यादव को पत्र लिखकर बीड़ी मजदूरों एवं उनके परिजनों के लिए उचित स्वास्थ सुविधा मुहैया कराने की मांग की है। राय ने पत्र में उल्लेख किया है कि जिले में लगभग 30 हजार श्रमिक बीड़ी कारोबार से जुड़े हुए हैं। इसी कारोबार के जरिए उनका एवं उनके परिवार का भरण-पोषण वर्षों से होता आ रहा है। 1994 में पाकुड़ को जिला का दर्जा मिला और उस वक्त भाड़े के मकान में विगत 40 वर्षों से बीड़ी श्रमिक अस्पताल जो कि चल एवं अचल औषधालय (श्रम कल्याण संगठन) कैलाश नगर में संचालित किया जा रहा था,जो आज भी चल रहा है। कालांतर में बीड़ी मजदूरों की संख्या और उन्हें स्वस्थ और सुखी रखने के लिए सदर प्रखंड के इशाकपुर में सरकार की ओर से लाखों रुपए खर्च कर बीड़ी श्रमिक अस्पताल का निर्माण श्रम एवं रोजगार मंत्रालय भारत सरकार (श्रम कल्याण संगठन) की ओर से कराया गया। चिकित्सकों एवं स्वास्थ कर्मियों को प्रतिनियुक्त कर अस्पताल को क्रियाशील किया गया। जिससे मजदूरों और उनके परिजनों को उचित स्वास्थ लाभ भी मिल रहा था। लेकिन वर्तमान में इशाकपुर स्थित बीड़ी अस्पताल राज्य सरकार द्वारा उचित रख-रखाव और देखभाल नहीं किये जाने के कारण बीड़ी अस्पताल की उपयोगिता नहीं के बराबर रह गयी है। भाजपा नेता हिसाबी राय ने कहा कि केंद्र सरकार के स्तर से जिला मुख्यालय के कैलाशनगर में भाड़े के 3 कमरों के मकान में केंद्रीय बीड़ी श्रमिक (चल एवं अचल औषधालय) संचालित किया जा रहा है, जहां पर्याप्त जगह नहीं रहने के कारण बीड़ी श्रमिकों को इसका समुचित लाभ नहीं मिल पा रहा है और सरकार को किराया मद में प्रतिवर्ष लाखों रुपए खर्च भी करने पड़ रहे हैं। केंद्रीय मंत्री के स्तर से इशाकपुर में बनाये गये बीड़ी श्रमिक अस्पताल भवन को दुरूस्त कर उसे क्रियाशील करने के लिए उचित कदम उठाया जाय तो श्रमिकों को इसका भरपुर लाभ मिलेगा और सरकार को अतिरिक्त खर्च (किराया) से भी निजात मिल जाएगी। राय ने केंद्रीय मंत्री से मामले को प्राथमिकता देते हुए इशाकपुर बीड़ी श्रमिक अस्पताल को बीड़ी मजदूरों के लिए उपयोगी बनाने की दिशा में आवश्यक कदम उठाने की मांग की है।
मंडल कारा में जेल अदालत का आयोजन
पाकुड़/संवाददाता। मंडल कारा में जेल अदालत का आयोजन रविवार को प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार बाल कृष्ण तिवारी की अध्यक्षता में हुई। जिसमें मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी प्रफुल्ल कुमार, अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी निर्मल कुमार भारती, प्राधिकार की सचिव शिल्पा मुर्मू, न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी कमल प्रकाश ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी कुमार ने कैदियों के हित से संबंधित एवं प्ली-बारगेनिंग समेत कई अहम कानूनी जानकारी कैदियों को देते हुए जागरूक किया। साथ ही बताया कि इस प्रक्रिया में आपराधिक मुकदमों का निपटारा शीघ्रता से होता है, क्योंकि प्ली-वारगेनिंग में न्यायालय के द्वारा दिए गए निर्णय के विरुद्ध अपील नहीं की जा सकती और वह निर्णय अंतिम निर्णय होता है। साथ ही हर स्तर पर न्यायाधीशों का कामकाज पर राज्यों की लागत की बचत करता है। ऐसे कई बिंदु पर प्रकाश डालते हुए कैदियों को कानूनी जानकारी दी गई। कोई सुलहनीय वाद नहीं रहने के कारण वाद का निष्पादन नही किया गया। मौके पर जेल अधीक्षक कुमार आशुतोष एवं जेलर ललन भारती मौजूद थे।
झारखंड राज्य आंगनवाड़ी वर्कर्स यूनियन की बैठक
पाकुड़/संवाददाता। लड्डूबाबू आम बगीचा में झारखंड राज्य आंगनवाड़ी वर्कर्स यूनियन की बैठक जिला अध्यक्ष नाजिर हुसैन की अध्यक्षता में हुई। बैठक में यूनियन को सशक्त बनाने व आंगनबाड़ी कर्मियों की समस्याओं को लेकर चर्चा की गयी। चर्चा के बाद यूनियन को सशक्त बनाने के लिए सर्वसम्मति से आसराफुल शेख को यूनियन का सदस्य मनोनीत किया गया। बैठक में चंदना दत्ता, अनुसूईया साह, मदीना खातून, माला कर्मकार, पूर्णिमा चौधरी, आशा मरांडी समेत कई सदस्य मौजूद थे।