- बनरचुआ गांव में खेत की पटवन के दौरान हत्याकांड को दिया गया अंजाम
- पूर्व में अनेक आपराधिक घटनाओं में शामिल रहा था मृतक सच्चिदानंद मिश्र
महागामा। संवाददाता। स्थानीय थाना क्षेत्र के ग्राम बनरचुआ में सोमवार को दिनदहाड़े एक दबंग प्रवृत्ति के अधेड़ सच्चिदानंद मिश्रा उर्फ सच्चन मिश्रा की धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी गई। हत्याकांड को उस वक्त अंजाम दिया गया, जब मृतक अपने खेत में पटवन का कार्य करा रहे थे। मामले को लेकर मृतक की पत्नी ने गांव के ही कुछ लोगों के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच करते हुए हत्याकांड में शामिल रहे अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी कर रही है। ग्रामीण सूत्रों के अनुसार, जमीन विवाद को लेकर गांव के कुछ लोगों के द्वारा धारदार हथियार से हमला कर सच्चिदानंद मिश्र की हत्या कर दी गई। मृतक की उम्र करीब 55 वर्ष थी। बताया जाता है कि मृतक वर्षों पूर्व अनेक अपराधिक घटनाओं में शामिल रहा था। सूत्रों के मुताबिक दोपहर में सच्चिदानंद मिश्रा अपने खेत में पटवन का कार्य करा रहे थे। उसी क्रम में गांव के ही कुछ लोगों के साथ पटवन को लेकर विवाद हो गया था। विवाद के कुछ देर बाद पांच-छह लोगों ने अचानक धारदार हथियार से उनके ऊपर प्रहार कर दिया। वह लहूलुहान होकर खेत में ही गिर पड़े। ग्रामीणों की नजर जब उन पर पड़ी, तो आनन-फानन में उन्हें महागामा रेफरल अस्पताल लाया गया। जहां मौजूद डॉक्टर प्रशांत कुमार ने जांच-पड़ताल कर उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना थाना प्रभारी अरुण कुमार को दी गई। सूचना पाकर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी शिव शंकर तिवारी, पुलिस निरीक्षक कमलेश प्रसाद और थाना प्रभारी अरुण कुमार, रेफरल अस्पताल पहुंच कर मामले की छानबीन में जुट गए। उधर, गांव में सच्चिदानंद मिश्रा की मौत की सूचना आग की तरह फैल गई। सूचना मिलते ही मृतक के परिजन एवं आसपास के गांव के लोग अस्पताल पहुंचे। मृतक की पत्नी निवेदिता देवी अपने पति की शव को देखकर फूट-फूट कर रोने लगीं। रोते-रोते बार-बार बेहोश हो रही थीं। मृतक की पत्नी निवेदिता ने अपने पति की हत्या करने को लेकर गांव के ही कुछ लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया है। पत्नी निवेदिता देवी ने बताया कि पूर्व से जमीन का विवाद अपने ही गांव के मुन्ना झा, कन्हैयालाल झा, श्यामा झा, कृष्णा झा से चल रहा था। बताया कि उनके पति पटवन के लिए गांव के ही खेत में गए थे। वहीं पर अचानक नामजद लोगों के द्वारा उनके ऊपर तेज धारदार हथियार से प्रहार कर दिया गया। बताया कि उनके सिर, दाएं गाल और कान पर जोरदार प्रहार किया गया है। सूत्रों ने बताया कि अपराध के दलदल से बाहर निकलने के बाद मृतक एक समाजसेवी के रूप में कार्य करते थे। हत्या का कारण गांव में कोई आपसी रंजिश, तो कोई जमीन विवाद बता रहा है। वहीं पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल गोड्डा भेज दिया। इस घटना को लेकर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी शिव शंकर तिवारी ने बताया कि मृतक की पत्नी के द्वारा हत्या के आरोप में मृतक की पत्नी ने गांव के ही कुछ लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है। पुलिस के द्वारा मामले की छानबीन की जा रही है। जल्द से जल्द हत्या में शामिल सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
तीन पैक्स के पांच किसानों के बीच 22 लाख ऋण वितरित
- सहकारी बैंक की ओर से दिया गया लोन
गोड्डा। कार्यालय संवाददाता। झारखंड राज्य सहकारी बैंक गोड्डा शाखा की ओर से पैक्स किसानों के बीच सोमवार को 22 लाख रुपए का ऋण वितरण किया गया। कुल तीन पैक्स के 05 किसानों के बीच ऋण वितरण किया गया। पोड़ैयाहाट पैक्स को 7 लाख, कदमा पैक्स को 6.75 लाख एवं बुढ़ीकुरा पैक्स को 6.75 लाख का ऋण बैंक ने उपलब्ध कराया। शाखा प्रबंधक रंजन कुमार ने बताया कि पैक्स को खाद, बीज एवं अन्य व्यवसाय करने के लिए ऋण उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने कहा कि पैक्स एवं लैंप्स सहकारिता आंदोलन की सबसे मजबूत कड़ी है। अन्य पैक्स अथवा लैंप्स को भी ऋण झारखंड राज्य सहकारी बैंक के द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा। मौके पर सरौनी पैक्स के 05 किसानों के बीच 30-30 हजार के केसीसी ऋण का वितरण किया गया। बैंक के महेंद्र कुमार ने बताया कि केसीसी ऋण समय पर चुकता करने पर सरकार की ओर से 7 प्रतिशत की जगह सिर्फ एक प्रतिशत ब्याज देना पड़ेगा। इस अवसर पर कदमा पैक्स अध्यक्ष अब्दुल जब्बार, पोड़ैयाहाट पैक्स अध्यक्ष अनंत लाल भगत, बुढ़ीकुरा पैक्स अध्यक्ष मोतीलाल भगत, सरौनी पैक्स अध्यक्ष विभूति चंद, संगीता देवी, महेंद्र सोरेन, गुलाम सरवर एवं प्रशांत कुमार उपस्थित थे।
हत्याकांड के अभियुक्त को आजीवन कारावास की सजा
गोड्डा। विधि संवाददाता। जिला जज-प्रथम जनार्दन सिंह के न्यायालय ने हत्या करने के अभियुक्त महागामा थाना क्षेत्र के नूनाजोर निवासी सुशील प्रसाद यादव को दोषी पाकर आजीवन कारावास तथा एक लाख रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई। अर्थदंड की राशि जमा नहीं करने पर दो वर्ष अतिरिक्त कारावास की सजा काटनी होगी। अर्थदंड की राशि क्षतिपूर्ति के रूप में मृतक की पत्नी को भुगतान करने का आदेश दिया गया। विचारण के दौरान अभियोजन पक्ष की ओर से लोक अभियोजक लुकास हेम्ब्रम ने न्यायालय के समक्ष 11 गवाहों का परीक्षण कराया। उन्होंने बताया कि महागामा थाना में दर्ज प्राथमिकी में बसुआ चौक निवासी रवि कुमार शर्मा ने कहा था कि 24 मार्च, 2016 को महागामा के बसुआ चौक स्थित वेल्डिंग की दुकान से मनोज चौबे उर्फ तुलसी चौबे उनके पिता चक्रधर शर्मा को बुलाकर ले गया। जब देर रात तक पिता नहीं आए तो फोन लगाया। फोन पर मनोज कुमार चौबे ने बताया कि उसके पिताजी सरकारी अस्पताल महागामा में भर्ती हैं। इसके बाद वे स्वजनों के साथ अस्पताल पहुंचे तो देखा कि पिताजी बेहोश पड़े हुए हैं और स्लाइन चढ़ रहा है। चिकित्सकों ने पूछने पर बताया कि हालत गंभीर है, इसलिए भागलपुर रेफर किया जाता है। इसके बाद भागलपुर ले जाने के क्रम में रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। मृत्यु के बाद 25 मार्च, 16 को मनोज कुमार चौबे ने बताया कि उसके पिताजी को लहठी ले गये थे। इसी क्रम में तकरीबन साढे़ सात बजे संध्या सुंदर नदी पुल के पास सुशील प्रसाद यादव एवं उसके अन्य पांच-छह साथियों ने चक्रधर शर्मा से गांजा मांगा। मना करने पर रुपया मांगने लगा। इसके बाद अचानक गाली-गलौज करते हुए पैर से मुंह में मारने लगा। इससे वह जख्मी होकर गिर गये और नाक से खून बहने लगा। बचाने का प्रयास करने लगे तो अभियुक्त व उसके साथी चौबे के साथ भी मारपीट करने लगे। हल्ला होने पर स्थानीय ग्रामीण आये और उठा कर अस्पताल पहुंचाया। इस मामले में 25 मार्च, 2016 को भारतीय दंड विधान की धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया गया। दोनों पक्षों की दलील सुनने के उपरांत न्यायालय ने आरोपित को आजीवन कारावास की सजा एवं एक लाख रुपये जुर्माना भरने की सजा सुनाई।
विधायक दीपिका के प्रयास से खेतों तक पानी पहुंचने का मार्ग प्रशस्त
- तीन दशक से बंद पड़ा था महागामा प्रखंड के सरभंगा पंचायत का डांड़
- पूर्व विधायक जहां किसानों को पिलाते थे आश्वासन का झूठा घूंट, वहीं वर्तमान विधायक ने सरजमीं पर कार्य करवा कर किसानों का जीता दिल
महागामा। संवाददाता। दीपिका है, तो विकास का दीप जलेगा। समस्याओं का समाधान होगा। इस उक्ति को महागामा विधानसभा क्षेत्र की कर्तव्यनिष्ठ विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने एकबार फिर चरितार्थ कर दिखाया है। विधायक के प्रयास से सरभंगा पंचायत के किसानों के खेतों तक पानी पहुंचने का मार्ग प्रशस्त हो रहा है। करीब तीन दशक से बंद पड़े डांड़ की खुदाई शुरू होने से किसानों के चेहरे पर खुशी तैरने लगी है। दरअसल, महागामा प्रखंड के सरभंगा पंचायत के फोदारकित्ता, कनककित्ता से सरभंगा मौजा तक काफी सालों से बंद पड़े नाले की खुदाई की जा रही है। जिससे किसानों के खेतों तक नहर का पानी आसानी से पहुंच सकेगा। साथ ही किसान अच्छे से खेती भी कर सकेंगे। बंद पड़े नाले की खुदाई से किसानों के चेहरे पर खुशी का माहौल है। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि लंबे समय से यह नाला बंद पड़ा हुआ था। जिसके कारण किसानों के खेतों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा था। बताया कि इस परेशानी को लेकर कई बार यहां के पूर्व विधायक एवं संबंधित पदाधिकारियों को बताया गया। परंतु उनके द्वारा सिर्फ और सिर्फ आश्वासन दिया गया। आश्वासनों का झूठा घूंट पिलाने के अलावा कोई ठोस पहल पूर्व के विधायकों द्वारा नहीं किया गया। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि जब इस समस्या से वर्तमान विधायक दीपिका पांडेय सिंह को अवगत कराया गया, तब उन्होंने त्वरित संज्ञान लेकर बीते रविवार को संबंधित पदाधिकारियों को उस जगह पर भेजा। साथ ही तीन जेसीबी मशीन लगा कर नाले की खुदाई कराई गई। विधायक के द्वारा इस कार्य को कराने पर स्थानीय ग्रामीणों ने विधायक का आभार प्रकट किया। सरभंगा पंचायत के पैक्स अध्यक्ष सह जिला किसान सभा के सचिव राजेंद्र कृष्ण ठाकुर ने बताया कि वर्ष 1988 – 89 से यह नाला बंद पड़ा था। इस नाले के बंद हो जाने से मौजा सरभंगा और फोदारकित्ता ही नहीं, बल्कि दर्जनों मौजा के किसानों के खेतों तक नहर से पानी जाना बंद हो गया था। विधायक दीपिका पांडेय सिंह के द्वारा इस बंद पड़े नाले की खुदाई का कार्य करवाया जा रहा है। इसके पूर्व खेतों में धूल उड़ रहे थे जबकि बड़ी मुश्किल से बगल में कैनाल की खुदाई की गई है। खुदाई करने के बाद केनाल से पानी भी आ रहा है। लेकिन बंद पड़े नाले के कारण किसानों के खेतों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा था। किंतु नाले की हो रही खुदाई से अब किसानों के खेतों तक पानी पहुंच पाएगा। जिससे किसान अच्छी खेती कर पाएंगे। बताया कि यह सब संभव हो पाया है विधायक दीपिका पांडेय सिंह के अथक प्रयास से। विधायक दीपिका पांडेय सिंह का इस कार्य के लिए ग्रामवासी उनका दिल से धन्यवाद करते हंै। वहीं सरभंगा मौजा के ग्राम प्रधान अशोक झा ने बताया कि यह डांड़ कई वर्षो से बंद पड़ा हुआ था। बंद होने के कारण किसानों के खेतों तक पानी नहीं पहुंच पाता था। जिसके कारण किसान मायूस थे। बताया कि नहर में पानी आता था, लेकिन खेतों तक नहीं पहुंच पाता था। स्थानीय ग्रामीण डोमन दर्वे, सहदेव पंडित, भुवनेश्वर पंडित, सुरेंद्र साह, मंटू पंडित, संजय दर्वे, पवन यादव ने विधायक दीपिका पांडेय सिंह का आभार प्रकट किया।
मोहर्रम पर दो साप्ताहिक हाट की बैरिकेडिंग कराने का दिया निर्देश
बसंतराय। संवाददाता। अनुमंडलाधिकारी जेसी विनीता करकेटा ने सोमवार को बसंतराय क्षेत्र अंतर्गत लगने वाले दो साप्ताहिक हाट-कोरियाना हाट और प्रखंड मुख्यालय स्थित बसंतराय हाट का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मौजूद बीडीओ, सीओ और थाना प्रभारी को त्योहार के दिनों में लगने वाले साप्ताहिक हाट बसंतराय और कोरियाना हाट में बैरिकेडिंग और लाइट व्यवस्था करने का निर्देश दिया। कहा कि मोहर्रम के जुलूस पर ड्रोन कैमरा के द्वारा निगरानी किया जाएगा। मालूम हो कि कुछ वर्ष पूर्व मोहर्रम के अवसर पर बसंतराय हाट और कोरियाना हाट में दो समुदाय के बीच झड़प हो गया था। जिसके चलते बसंतराय क्षेत्र का आपसी सद्भाव बिगड़ गया था। जिसको लेकर जिला प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था पर पहले से ही पैनी निगाह रख रहा है। ताकि सुरक्षा व्यवस्था में किसी प्रकार का चूक न हो। मौके पर एनडीसी नागेश्वर प्रसाद, प्रमुख अंजर अहमद, जिला परिषद सदस्य एहतेशाम उल हक एवं अरशद वहाब, प्रखंड 20 सूत्री समिति के अध्यक्ष सुलतान अहमद, मुखिया आलमगीर आलम, सुशीला देवी, जावेद अहमद आदि उपस्थित थे।
शांतिपूर्ण माहौल में मनायें मोहर्रम
- शांति समिति की बैठक में थाना प्रभारी ने की अपील
मेहरमा। संवाददाता। मोहर्रम को लेकर ठाकुरगंगटी थाना परिसर में थाना प्रभारी रफीक आलम की अध्यक्षता में शांति समिति की बैठक हुई। बैठक में थाना क्षेत्र के विभिन्न जगहों से पहुंचे बुद्धिजीवी एवं राजनीतिक पार्टी से जुड़े लोगों ने भाग लिया। इस दौरान थाना प्रभारी आलम ने सभी से अपील करते हुए कहा कि शांतिपूर्ण माहौल में मोहर्रम पर्व मनाएं। मोहर्रम को लेकर विशेष निगरानी रखी जा रही है एवं असामाजिक तत्वों से कड़ाई से निपटा जाएगा। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का जिला स्तर पर टेक्निकल मॉनिटरिंग सेल बना कर निगरानी रखी जा रही है। इसीलिए सोशल मीडिया में कोई भी ऐसा पोस्ट एवं कमेंट नहीं करना है, जिससे दो समुदायों के बीच विद्वेष अथवा टकराव पैदा हो जाए। सभी जुलूस अपने निर्धारित मार्ग में ही जाएगी तथा कोई भी नई परंपरा शुरू नहीं करना है। लाइसेंस धारी को लाइसेंस के शर्तों का पालन करना होगा। सभी जुलूस का ड्रोन कैमरा की मदद से निगरानी की जाएगी। साथ ही अवैध शराब एवं प्रतिबंधित मांस पर पूर्णतया प्रतिबंध रहेगा। साथ ही साथ डीजे पर प्रतिबंध लगाया गया है। वहीं मोहर्रम को लेकर पुलिस पूरी तरह अलर्ट है और चिह्नित स्थानों पर पुलिस बलों की तैनाती की जाएगी। इधर थाना प्रभारी आलम ने विभिन्न गांव से आए दोनों समुदाय के लोगों से शांतिपूर्ण तरीके से मोहर्रम मनाने की अपील की और पुलिस प्रशासन को सहयोग करने की बात कही है।