देवघर/वरीय संवाददाता। जिला भू-अर्जन पदाधिकारी की अध्यक्षता में मंगलवार को सरकार की अति महत्वपूर्ण परियोजना बासुकिनाथ देवघर मार्ग एनएच-114ए के चैनेज किमी 85.081 से किमी 130.835 तक के निर्माण हेतु ग्राम-परबलडीह, थाना सं०-353, ग्राम- डोमनवाडीह, थाना सं0-354 एवं ग्राम बहिंगा, थाना सं०-355, थाना-सोनारायठाढ़ी, अंचल-सोनारायठाढ़ी, जिला-देवघर के अर्जनाधीन भूमि से संबंधित पंचाटियों को मुआवजा राशि भुगतान हेतु स्थान-उत्क्रमित मध्य विद्यालय, परबलडीह में शिविर का आयोजन किया गया।
उक्त तीनों मौजा में कुल 36 पंचाट में लगभग 95 रैयत उपस्थित हुए एवं मुआवजा राशि भुगतान करने हेतु नियमानुसार कुल राशि 15782701/- (एक करोड़ संतावन लाख बयासी हजार सात सौ एक) रूपये मात्र भुगतान करने का आदेश दिया गया। साथ ही पंचाटियों के बीच विवाद रहने के कारण 02 (दो) पंचाटियों को प्राधिकार न्यायालय, दुमका को कुल राशि-4987208/-(उनचास लाख सतासी हजार दो सौ आठ) रूपये मात्र अग्रसारित किया गया एवं अंचल अधिकारी, सोनारायठाढ़ी से 16 पंचाटों के मामलों में आपसी विवाद खतियानी रैयत के वर्त्तमान वारिशान का नाम नही रहने के कारण कुल राशि-7902050/- (उनासी लाख दो हजार पचास) रु० मात्र का मुआवजा राशि का वितरण नहीं हो पाया। इन सभी मामलों में अंचल अधिकारी, सोनारायठाढ़ी से विस्तृत जाँच प्रतिवेदन का माँग किया गया। शिविर में अंचल कार्यालय, मोहनपुर/सोनारायठाढ़ी से पदाधिकारी/कर्मी शिविर में उपस्थित थे।
ऑटिज्म जैसे विषय पर डॉक्यूमेंट्री फिल्म की देवघर में शूटिंग शुरू
देवघर/वरीय संवाददाता। आमतौर पर बच्चों में पाए जाने वाले लक्षण ऑटिज्म पर आधारित मौलिक फिल्म्स के फिल्म ‘समाधान’ का मुहूर्त मदर्स टच प्ले स्कूल में हुआ। इससे ग्रसित बच्चे आत्मलीन बच्चों आम बच्चों से भिन्न होते हैं। अगर समय रहते अभिभावक उनपर ध्यान दें तो ऐसे बच्चे मेधावी होते हैं, उनके कार्य विश्व को चौंकाने वाले होते हैं। इसी समस्या पर आधारित है फिल्म समाधान।
शूटिंग पूर्व मुहूर्त के अवसर पर ताराचंद जैन, अध्यक्ष, दिगंबर जैन धार्मिक न्यास बोर्ड, झारखंड, ने नारियल फोड़ा। भाजपा नेत्री और समाजसेवी रीता चौरसिया ने कैमरा आदि उपकरणों की पूजा की। अरुण कुमार दास, अधीक्षण अभियंता, सिंचाई विभाग, झारखंड और संताल परगना चैंबर ऑफ कॉमर्स आलोक मल्लिक ने क्लैप दिया। पत्रकार ओर समाजसेवी प्रो रामनंदन सिंह, प्रस्तुतकर्ता डॉ रूपाश्री, बम शंकर दुबे, अरुण कुमार मेहता, फिल्म संपादक, प्रस्तुतकर्ता डॉ रूपाश्री, फिल्म के निर्देशक शत्रुघ्न प्रसाद, रौशन कुमार मिश्र आदि उपस्थित थे। अतिथियों ने फिल्म की उपयोगिता पर प्रकाश डाला एवं टीम को शुभकामनाएं दी। फिल्म के कैमरा मैन रोहित यादव, सहयोगी रचना मिश्रा, गजाला सिद्दीकी, विशाखा सिंह, ज्योति केसरी आदि हैं।
वेक्सो इंडिया ने सिविल सर्जन को सम्मानित किया
देवघर/वरीय संवाददाता। स्थानीय विवेकानंद शैक्षणिक, सांस्कृतिक एवं क्रीड़ा संस्थान तथा साइंस एंड मैथेमेटिक्स डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन के युग्म बैनर तले संस्थान के केंद्रीय अध्यक्ष डॉ. प्रदीप कुमार सिंह देव एवं संरक्षक प्रो. रामनंदन सिंह ने स्थानीय सिविल सर्जन डॉ.युगल किशोर चौधरी को मोमेंटो व पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया। ज्ञात हो कि इस वर्ष डॉ. विधान चंद्र राय की 141वीं जयंती के अवसर पर राष्ट्र के 141 समर्पित चिकित्सकों को एक मोमेंटो देकर सम्मानित करने का बीड़ा उठाया गया है। इसकी शुरुआत 30 जून से ही की गयी है।
चिकित्सक दिवस के दिन सिविल सर्जन दिल्ली में सम्मानित होने हेतु अपने शहर में अनुपस्थित थे। मौके पर डॉ. युगल किशोर ने कहा भारत में सार्वजनिक स्वास्थ्य के नए एजेंडे में महामारी विज्ञान संक्रमण, जनसांख्यिकीय संक्रमण, पर्यावरणीय परिवर्तन और स्वास्थ्य के सामाजिक निर्धारक शामिल हैं। 1978 में अल्मा-अता में उल्लिखित सिद्धांतों के आधार पर, इन चुनौतियों का सामना करने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल को पुनर्जीवित करने का तत्काल आ”ान किया गया है। जनसंख्या स्वास्थ्य को प्रभावित करने में सरकार की भूमिका केवल स्वास्थ्य क्षेत्र तक ही सीमित नहीं है, बल्कि स्वास्थ्य प्रणालियों के बाहर भी विभिन्न क्षेत्रों तक सीमित है। उधर डॉ. प्रदीप के करकमलों से मुस्कान डेंटल क्लीनिक की डॉ. अदिति प्रिया, डॉ. अपराजिता एवं उनके पति डॉ एवं डॉ. अश्विनी को भी मोमेंटो प्रदान किया गया। कार्यक्रम में डॉ. अमित कुमार एवं डॉ. नीतू अग्रवाल भी उपस्थित थे। दोनों ने डॉ. विधान चन्द्र राय के संदर्भ में कहा- बिधान चंद्र राय चिकित्सक तथा स्वतंत्रता सेनानी थे। वे पश्चिम बंगाल के द्वितीय मुख्यमंत्री थे, 14 जनवरी 1948 से उनकी म्रत्यु तक 14 वर्ष तक वे इस पद पर थे।बिधान रॉय को आधुनिक पश्चिम बंगाल का निर्माता माना जाता है। उनके जन्मदिन १ जुलाई को भारत मे ‘चिकित्सक दिवस’ के रूप मे मनाया जाता है। उन्हे वर्ष 1961 में भारत रत्न से सम्मनित किया गया। डॉ. प्रदीप ने कहा- चिकित्सक बीमारियों के विशेषज्ञ होते है। वह अपने ज्ञान से लोगों का उपचार करते है। इस समाज में एक चिकित्सक को भगवान का दर्जा दिया जाता है क्योंकि सिर्फ चिकित्सक ही अन्य लोगों की जान बचा सकता है। चिकित्सक एक काफी महत्वपूर्ण व्यक्ति होता है। चिकित्सक बीमार व घायलों का उपचार कर उन्हें ठीक करता है, जिससे बीमार व घायल व्यक्ति पहले जैसा स्वस्थ हो जाता है। यदि चिकित्सक न हो तो कईं लोग छोटी-मोटी बीमारियों के कारण ही मृत्यु को प्राप्त हो जायेंगे। जब भी कोई व्यक्ति बीमार होता है तो वह सबसे पहले चिकित्सक के पास ही जाता है। इनका कार्य कोई आसान नहीं होता है। जब कोई बड़ी बीमारी आ जाती है, जिनके लिए ऑपरेशन की आवश्यकता होती है तो चिकित्सक को वह ऑपरेशन करने में कईं घंटे लगते है। इतने लम्बे समय तक उपचार करते हुए चिकित्सक थक भी जाता है। उनका कार्य काफी कठिन है क्योंकि, उन्हें अपने कार्य को काफी जिम्मेदारी से पूर्ण करना पड़ता है, उनकी एक छोटी सी गलती उस रोगी की जान ले सकती है।
विद्यालय स्वास्थ्य आरोग्य दूतों के दूसरे फेज का प्रशिक्षण शुरू
-आयुष्मान भारत पहल के तहत दी जा रही है ट्रेनिंग
देवघर/वरीय संवाददाता। आयुष्मान भारत पहल के तहत विद्यालय स्वास्थ्य एवं कल्याण कार्यक्रम झारखंड के तत्वाधान में विद्यालय स्वास्थ्य आरोग्य दूतों के दूसरे फेज का 05 दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण का डायट जसीडीह में देवीपुर तथा मधुपुर प्रखंड का शुभारंभ किया गया। मंगलवार को जिला शिक्षा एवम प्रशिक्षण संस्थान जसीडीह देवघर में आयुष्मान भारत पहल के तहत विद्यालय स्वास्थ्य एवं कल्याण कार्यक्रम- झारखंड के तत्वाधान में विद्यालय स्वास्थ्य आरोग्य दूतों के दूसरे फेज का 05 दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण का शुभारंभ किया गया। वही कार्यक्रम का शुभारंभ अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी अजय कुमार ने दीप प्रज्वलित कर किया। ज्ञात हो कि प्रशिक्षण का उद्देश्य शिक्षकों को विद्यालय आरोग्य दूत के रूप में तैयार करना है, ताकि वे अपने शिक्षण शैली में जीवन कौशल सबंधी जानकारी कैसे विभिन्न गतिविधियों के सहारे विद्यार्थियों को सहज तरीके से दे सके।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी अजय कुमार ने बताया कि स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता के निर्देश खउएफळ राँची एवं डॉयट जसीडीह के मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में सेंटर फॉर कैटलाइजिंग चेंज के तकनीकी सहयोग (प्रखंड देवीपुर तथा मधुपुर प्रखंड से जहां वर्ग 6-12 की पढ़ाई होती है) से चयनित 2-2 शिक्षकों को विद्यालय आरोग्य दूतों का दूसरे फेज में 05 दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण कुल 145 आरोग्य दूतों को दिया जा रहा है तथा प्रथम फेज में देवघर प्रखंड के 170 आरोग्य दूतों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। वहीं उन्होंने आगे कहा कि यह कार्यक्रम आयुष्मान भारत पहल के तहत भारत सरकार एवं राज्य सरकार की महत्वपूर्ण योजना है और प्रशिक्षण का उददेश्य शिक्षकों को विद्यालय आरोग्य दूत के रूप में तैयार करना ताकि वे अपने शिक्षण शैली में जीवन कौशल सबंधी जानकारी कैसे विभिन्न गतिविधियों के सहारे विद्यार्थियों को सहज तरीके से दे सके, इस कौशल का विकास करना है। ताकि बच्चों का सर्वांगीण विकास में वह मदद कर सकें। उन्होंने सभी शिक्षकों से प्रोजेक्ट रेल और इंपैक्ट के बारे में भी चर्चा की जिसके तहत उन्होंने बताया कि कैसे विद्यालय में सीमित संसाधनों का उपयोग कर बेहतर रिजल्ट प्राप्त किया जा सकता है।
इस अवसर पर सेंटर फ़ॉर कैटलाइजिंग चेंज के प्रोग्राम ऑफिसर कृष्णा कुमार ने कहा कि कार्यक्रम का समुचित ध्येय किशोरों को स्वास्थ्य, पोषण, सुरक्षित पेयजल, योग, चिंतन, मानसिक रूप से स्वस्थ रहने, सकारात्मक व्यवहार को प्रोत्साहित करना है। उन्होंने आरोग्य दूतों से गंभीरता पूर्वक प्रशिक्षण ग्रहण करने का आग्रह किया ताकि जिले में सुचारु रूप इस प्रोग्राम को चलाया जा सके।
संकाय सदस्या किरण कुमारी ने किशोरियों में माहवारी सबंधी स्वच्छता एवं प्रबंधन की जानकारी देकर उन्हे जागरूक बनाने, सड़क सुरक्षा, बाल विवाह, दहेज़ प्रथा आदि मुद्दों पर चर्चा कर इस कार्यक्रम के दूरगामी लक्ष्य के बारे में बताया जोकि विद्यालय में एक ऐसा माहौल तैयार करना है ताकि विद्यार्थियों एवं आरोग्य दूतों के बीच स्वस्थ सबंधं बनाया जा सके साथ ही साथ विद्यार्थी अपने जीवन से जुड़े सभी प्रकार की समस्याओं को अपने आरोग्य दूतों के साथ निर्भक होकर साझा कर सकें। उन्होंने पूरे कार्यक्रम के दौरान मंच का संचालन भी किया। इस मौके पर डायट सदस्य शोभा कुमारी, रामकृपाण मुर्मू, दीपनारायण एवम जिला संसाधन सेवी विजय शंकर ठाकुर, राजेश कुमार, एरिक मुर्मू, धनंजय ठाकुर शैलेंद्र कुमार, नीलकंठ यादव,आशुतोष कुमार, स्वरूप, पंचानंद राय, उमर फारुख, दिवाकर कुमार प्रशिक्षक के रुप में मौजूद थे।
शिवगंगा सरोवर में श्रद्धालुओं की सुविधा में 24़7 एक्टिव एनडीआरएफ की बटालियन
देवघर/वरीय संवाददाता। राजकीय श्रावणी मेला,2023 को लेकर श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए एनडीआरएफ टीम की प्रतिनियुक्ति देवघर में की गई है, ताकि किसी भी प्रकार के आपदा घटित होने की स्थिति में लोगों का तुरंत बचाव किया जा सके। ऐसे में एनडीआरएफ की टीम को शिवगंगा एवं बाबा मंदिर सहित कई जगहों पर तैनात किया गया हैं। साथ हीं एनडीआरएफ की मेडिकल टीम भी मंदिर में श्रद्धालुओं की सेवा में तैनात हैं।
- शिवगंगा में निश्चित होकर लगाये डुबकी, सुरक्षा के लिए तैनात रहेगी एनडीआरएफ की टीम
इसके अलावे दूसरी सोमवारी के अवसर पर देवतुल्य श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर इंस्पेक्टर के साथ एनडीआरएफ की टीम शिवगंगा से लेकर मंदिर क्षेत्र में किसी भी आपदा से निपटने हेतु प्रतिनियुक्त किये गए हैं। साथ ही शिवगंगा में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ होती है और पानी गहरा होने के कारण अप्रिय घटना होने की संभावना बनी रहती है ऐसे में एनडीआरएफ की टीम मोटर बोट के माध्यम से पूरे शिवगंगा सरोवर की 24़7 मॉनिटरिंग कर श्रद्धालुओं की सुरक्षा में मुस्तैद हैं। - एनडीआरएफ के अत्याधुनिक उपकरणों से बचाव कार्य में होगी आसानी
राजकीय श्रावणी मेला के अवसर पर तैनात एनडीआरएफ की टीम के जवानों को अत्याधुनिक उपकरणों से लैस किया गया है। टीम में नई रबड़ की नौका, 40 लाइफ जैकट्स, गोताखोरों की टीम, मेडिकल किट एंव अन्य उपकरणों के साथ अपने-अपने चिन्हित स्थल पर प्रतिनियुक्त है। इसके अतिरिक्त श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए एनडीआरएफ के चिकित्सक, पैरामेडिकल टीम, नर्सिंग अस्टिेंट को भी तैनात किया गया है, जो कि श्रद्धालुओं की सेवा व सहयोग में पूर्ण रूप से सक्रिय होकर कार्य कर रही हैं।
श्रावणी मेले में अपने कर्तव्य को निभा रहा पर्यटन विभाग
देवघर/वरीय संवाददाता। राजकीय श्रावणी मेला, 2023 में पर्यटन विभाग भी अपना कार्य बखूबी निभा रहा है। सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में पर्यटन विभाग की ओर से कई पर्यटक केन्द्र बनाये गये हैं। मेला क्षेत्र में कार्यरत इन केन्द्रों द्वारा यहाँ आए लोगों को झारखण्ड के पर्यटन स्थलों से रूबरू कराने के साथ-साथ देवघर में स्थित सभी मनोरम स्थल के बारे में पूरी जानकारी दी जा रही है।
शिवलोक परिसर में बनाए गए टूरिस्ट इन्फॉर्मेशन सेंटर के द्वारा श्रद्धालुओं को पम्पलेट और किताबों के माध्यम से यहाँ आए काँवरियों को झारखण्ड के प्राकृतिक सौंदर्य और असीमित पर्यटन स्थलों की जानकारी भी उपलब्ध कराई जा रही हैं; जिनमें खुबसूरत झरने, नदी, पहाड़, पठार और वन्य प्रदेश इत्यादि शामिल हैं। इसके अतिरिक्त पर्यटन केन्द्रों के माध्यम से काँवरियों को बैद्यनाथधाम सहित संथाल परगना क्षेत्र में अवस्थित सभी पर्यटन व धार्मिक स्थलों तक पहुँचने के साधन, नजदीकी बस पड़ाव, रेलवे स्टेशन इत्यादि की जानकारी भी दी जा रही है।
बाबा मंदिर प्रांगण में लगी विल्वपत्र की आकर्षक प्रदर्शनी
देवघर /वरीय संवाददाता। राजकीय श्रावणी मेला, 2023 के अवसर पर 19 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद पवित्र श्रावण मास के बीच मलमास (पुरूषोत्तम मास) का संयोग लगा है। वही श्रावणी मेले की दूसरी सोमवारी जो आमावस्या तिथि पर पड़ने के कारण विशेष महत्व का दिन हो जा रहा है। साथ ही सोमवार को ही कर्क संक्रांति भी है। अनूठे संयोग के बीच 18 जुलाई मंगलवार से बाबानगरी में बांग्ला श्रावण की भी शुरूआत हो गई। मलमास (पुरूषोत्तम मास) व बांग्ला श्रावण एक साथ निरंतर एक मास 16 अगस्त तक चलेगा। मलमास मेला समापन के उपरांत 17 से 31 अगस्त तक पुन: श्रावणी मेला का दूसरा पखवारा निरंतर चलेगा।
बाबा मंदिर में चली आ रही परंपरा के अनुसार बेलपत्र प्रदर्शनी व बेलपत्र चढ़ाने की परंपरा प्राचीन है यह परंपरा लगभग 153 वर्षो से चली आ रही है। बांग्ला श्रावण सोमवार कर्क संक्रांति को सभी दलों के द्वारा बाबा भोलेनाथ पर शाम 07 बजे बिल्वपत्र अर्पित किया गया, जबकि शाम को सभी दलों की ओर से आकर्षक एवं अनोखे पहाड़ी बिल्वपत्र की प्रदर्शनी लगायी गयी।संध्या पांच बजे से ही सभी दल द्वारा अपने अपने बिल्व पत्र को लेकर मंदिर पहुंचकर अपने पूर्व स्थानों में चांदी, तांबा एवं स्टील के बर्तन में बिल्वपत्र को सजाया गया। इस अवसर पर काली मंदिर में जनरेल समाज, देव कृपा वन सम्राट बिल्वपत्र समाज, तारा मंदिर में बरनेल समाज, लक्ष्मी नारायण मंदिर में मसानी दल व असमाज , राम मंदिर में राजाराम बिल्वपत्र समाज, आनंद भैरव मंदिर में पंडित मनोकामना राधे श्याम बेलपत्र समाज के दो दल द्वारा आकर्षक एवं बाबा की त्रिनेत्र के समान अनोखे पहाड़ी बिल्व पत्र की प्रदर्शनी लगाई गयी।
क्रांतिकारी अब्दुल हमीद कैसर को श्रद्धांजलि
देवघर/वारीय संवाददाता। झारखंड प्रदेश कांग्रेस सेवादल के प्रदेश उपाध्यक्ष अजय कुमार ने पुण्यतिथि पर प्रसिद्ध क्रांतिकारी व स्वतंत्रता सेनानी, त्यागी, देश प्रेमी, देशभक्त व प्रखर वक्ता तथा गरीबों के मसीहा स्वर्गीय अब्दुल हमीद कैसर को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि अंग्रेजी हुकूमत के विरुद्ध संघर्ष करने की भावना उनमें कूट-कूट कर भरी हुई थी। यह कहने में कोई अतिशयोक्ति नहीं कि स्वर्गीय अब्दुल हमीद कैसर देश के प्रमुख क्रांतिकारियों में से एक थे।
जन्म मृत्यु निबंधन को लेकर कार्यशाला आयोजित
-बच्चे का रजिस्ट्रेशन कराना सुनिश्चित करने की जरूरत
जसीडीह/संवाददाता। देवघर प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित सभागार में मंगलवार को जन्म मृत्यु निबंधन को लेकर बीडीओ देवघर जितेंद्र कुमार यादव की अध्यक्षता में कार्यशाला आयोजित की गयी। बीडीओ श्री यादव ने जन्म मृत्यु निबंधन विशेष अभियान की चर्चा कर कहा कि जन्म से 21 दिन तक के बच्चे का रजिस्ट्रेशन पंचायत सचिव व मुखिया की अनुशंसा पर होगी। जन्म से एक साल तक के बच्चे का रजिस्ट्रेशन बीडीओ की अनुशंसा पर होगा और एक साल से अधिक उम्र के बच्चे का रजिस्ट्रेशन विलंब शुल्क के साथ अनुमंडल पदाधिकारी के हस्ताक्षर से होगा। उन्होंने कहा कि 10 साल और 15 साल के बच्चे का भी रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ है तो उनका भी रजिस्ट्रेशन कराना सुनिश्चित करें। ताकि उनका नामांकन विद्यालय में आसानी से हो सके एवं एडमिशन में उन्हें दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
सीडीपीओ रून्नू मिश्रा ने सेविका एवं सहायिका को प्रशिक्षण देते हुए बताया कि जिस बच्चे का जन्म आपके गांव में, पंचायत में मोहल्ले में हुआ है, सभी का रजिस्ट्रेशन उसके मां-बाप का आधार नंबर लेते हुए करना सुनिश्चित करें। जन्मतिथि में किसी भी प्रकार की से छेड़छाड़ करना उचित नहीं होगा। सीएचसी जसीडीह प्रभारी डॉ अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि जिस बच्चे का जन्म जहां होता है, उसका निबंधन वहीं करा दिया जाता है तथा वह आदेश आ गया है। प्राइवेट हॉस्पिटल वालों को भी नोडल बना दिया गया है ।उनके यहॉ बच्चे का जन्म होता है, तो उनका रजिस्ट्रेशन प्राइवेट हॉस्पिटल में ही होगा। किसी भी सूरत में डेट ऑफ बर्थ चेंज नहीं होगा। हर हाल में डुप्लीकेसी से बचना है। जो बच्चा जहां जन्म लिया है, उसका जन्म- प्रमाण पत्र बनेगा और जिस व्यक्ति की मृत्यु जहां भी हुई है वहीं से उनका मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत होगा। बैठक में प्रखंड बीस सूत्री अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ गुलाब यादव, अरुण कुमार शर्मा, संतोषी शर्मा, संजय प्रकाश, शशांक शेखर, गणेश लाल वर्णवाल, रणवीर मंडल, सविता देवी, सुशील शेखर, संगीता मिश्रा, सोनल, राजहंस पांडेय, मुकेश पांडेय, गिरधर गोपाल तिवारी, पूनम कुमारी, राकेश कुमार, मानवी भगत, नरेश रजक, मधुमालती कुमारी, बबीता गोप समेत आंगनवाड़ी सेविका एवं सहायिका उपस्थित थीं।